भारत के लिए कश्मीर को भारतीय बनाने की बड़ी चुनौती

#जड़_पर_प्रहार !

कश्मीर से ३७० या ३५ए हटानी चाहिए लेकिन इससे भी ज्यादा फर्क पड़ने वाला नहीं है, भारत  के लिए कश्मीर को भारतीय बनाने की बड़ी चुनौती भी है। और यह कार्य भी बिना देर किए करना होगा वर्ना परिस्थितियां हाथ से निकल सकती है। 

#जम्मू-कश्मीर में section 47 में सुधार मतलब विधान सभा में अब वहाँ की सीटों का अंक गणित बदलनेवाला है.

#पूरे जम्मू-कश्मीर प्रदेश में अकेले लद्दाख का क्षेत्रफल 58% है जो सबसे बड़ा है.कश्मीर घाटी बस 16% और बाकी के हिस्से जम्मू है.कश्मीर सबसे छोटा है.पर प्रदेश में विधान सभा की सीटों का बटवारा कुछ इस तरह से करके रखा हुआ है कि कश्मीर घाटी ही इसकी राजनीति को हमेशा नियंत्रित करती आयी है.

#जम्मू-कश्मीर में पहले 75 विधान सभा की सीटें हुआ करती थीं.बाद में परिसीमन कर 12 सीटें बढ़ाई गयीं और कुल 87 हो गयीं.चुनाव जीतने के लिए किसी भी दल को 44 सीटें जितनी होती हैं.

#अब कश्मीर में अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार ने केवल 16%वाले कश्मीर में ही 46 सीटें दे रखी है.सबसे बड़ा लद्दाख में केवल 4 और बाकी की सीटें जम्मू में हैं.अब जम्मू और लद्दाख की सीटें मिलकर भी 41 सीटें ही होती हैं जो कश्मीर के 46 सीटों से फिर भी 5 कम है.

#कश्मीर घाटी में 98% मुसलमान है.अब जिस दल ने कश्मीर घाटी जीत ली उसी ने विधान सभा में सरकार बना ली.

#बहुत पहले ही फ़ारुख़ अब्दुल्ला ने एक एक्ट पास करवाके एक सुविधा कर रखी है कि अगला परिसीमन 2026 के बाद जनसंख्या के सही आँकड़े सामने आने के बाद ही होगा और वह आएगा 2031को.मतलब 2031 तक उसने अपनी सुविधा कर रखी है.वह न सही मुफ़्ती ही सही,पर कश्मीर घाटी से ही पूरे प्रदेश की राजनीति नियंत्रित करने का इंतज़ाम करके रखा गया है.

#कश्मीर घाटी में 10 जिले आते हैं और उनमें भी दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग,बलगाम,शोपियाँ,पुलवामा इन चार जिलों में ही आतंकवादी घटनायें होती हैं.ये जिले गढ़ हैं आतंकवाद के.पर माहौल कुछ ऐसा बनाया जाता है कि जैसे पूरा प्रदेश ही जल रहा हो.

#उन दोनों राजकीय परिवारों का अलगाववादी नेताओं के साथ साँठ-गाँठ की बात कौन नहीं जनता.धारा 370 हटाना हो तो वहाँ के विधान सभा की भी मंजूरी आवश्यक है.पर विधान सभा में जब तक इन परिवारों का कब्ज़ा है तब तक ये धारा हटाना संभव नहीं था.

#अब कश्मीर घाटी के जो दो परिवार सीटों के अनमेल बटवारे की मदद से बारी-बारी से पूरे प्रदेश पर शासन करते आये हैं,केंद्र सरकार की इस नयी नीति से उनलोगों का बौखलाना स्वाभाविक ही है. इस बार एकदम जड़ पे वार किया गया है.

#RajashreeDevi जी की पोस्ट