पैट्रोल मंहगा होने पर साईकिल से संसद जाने वाले #धीरज_प्रसाद_साहू एक राजनीतिक दल के राज्य सभा सांसद हैं इनके घर छापेमारी में 300 करोड़ रूपये मिले हैं। गिनती और कार्यवाही सप्ताह भर चल सकती है। जमाखोरी की कुल राशि 500 करोड़ तक जा सकती है।
शोशल मीडिया पर वायरल एक पुराने ट्वीट के अनुसार नोट बंदी के बाद धीरज_साहू कालाधन और भ्रष्टाचार पर भी चिंतित थे। इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने ओडिशा और झारखंड में कई जगहों पर छापेमारी कर कांग्रेस के एक नेता के यहां से 300 करोड़ रुपये से अधिक नकद बरामद किया है.
बता दें कि शुक्रवार को इनकम टैक्स विभाग ने झारखंड से कांग्रेस के राज्य सभा सांसद धीरज साहू से जुड़े ओडिशा और झारखंड में कई ठिकानों में छापेमारी की थी।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार ये कैश ओडिशा और झारखंड में उनके घर से बरामद हुआ है.
अधिकारियों के सूत्रो से समाचार एजेंसी पीटीआई ने कहा है कि विभाग ने लगातार तीन दिन छापेमारी की. इस दौरान 300 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए हैं जिनका “कोई हिसाब नहीं है.”कार्यवाही और गिनती जारी है। जमाखोरी की रकम पांच सौ करोड़ तक जा सकती है। धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों से 300 करोड़ रुपए से अधिक बेनामी सम्पत्ति बरामद होने का मामला चर्चा में आते ही कांग्रेस ने खुद को इस विवाद से अलग करने का प्रयास किया। लेकिन अभी तक साहू से न जबाब तलब किया न रकम के विषय में पूछा। कॉन्ग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने X हैंडल से कहा कि उनकी पार्टी का अपने ही सांसद के इन कारनामों से कोई लेना-देना नहीं है। बकौल जयराम रमेश सांसद साहू ही बता सकते हैं कि उन्होंने इतना पैसा कैसे और कहाँ से जुटाया। उन्होंने अपनी पार्टी के आरोपित सांसद से इस मामले में सफाई देने की भी अपेक्षा की।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग की छापेमारी से बरामद हुआ पैसा ओडिशा स्थित बुद्धा डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उसके जुड़े संगठनों से संबंधित है। कॉन्ग्रेस सांसद धीरज साहू का कोई बंटी नाम का सहयोगी भी प्रकाश में आया है जो ओडिशा के कई हिस्सों में शराब कारोबार को संभालता है। बंटी के घर से कैश भरे उन्नीस बैग मिले हैं। इस कैश को गिनने के लिए तीन दर्जन मशीनें लगाई गईं हैं जिसमें से कुछ गिनती के तौर खराब भी हो गईं थीं। इसी खराबी के चलते बरामदगी गिनने में अतिरिक्त समय लगा।