आज का पंचाग आपका राशि फल, शिक्षा की गंगोत्री गंगोत्री गर्बयाल

✍️आज का पंचाग आपका राशि फल,

✍️शिक्षा की गंगोत्री गंगोत्री गर्बयाल

 

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻शनिवार, २० अगस्त २०२२🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:०४

सूर्यास्त: 🌅 ०६:३३

चन्द्रोदय: 🌝 २४:१३

चन्द्रास्त: 🌜१३:५५

अयन 🌖 दक्षिणायने (उत्तरगोलीय)

ऋतु: ⛈️ वर्षा 

शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)

मास 👉 भाद्रपद 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 नवमी (२५:०८ से दशमी)

नक्षत्र 👉 रोहिणी (२८:४० से मृगशिरा)

योग 👉 व्याघात (२१:४२ से हर्षण)

प्रथम करण 👉 तैतिल (१२:०० तक)

द्वितीय करण 👉 गर (२५:०८ तक)

〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️

॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 सिंह 

चंद्र 🌟 वृष 

मंगल 🌟 वृष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 कन्या (उदित, पश्चिम, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)

शुक्र 🌟 कर्क (उदित, पूर्व)

शनि 🌟 मकर (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰

शुभाशुभ मुहूर्त विचार

⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳

〰〰〰〰〰〰〰

अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५४ से १२:४६

अमृत काल 👉 २५:०५ से २६:५३

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०५:४७ से २८:४०

अमृत सिद्धि योग 👉 ०५:४७ से २८:४०

विजय मुहूर्त 👉 १४:३१ से १५:२४

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४० से १९:०४

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:५३ से १९:५९

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५८ से २४:४२

राहुकाल 👉 ०९:०३ से १०:४२

राहुवास 👉 पूर्व

यमगण्ड 👉 १३:५८ से १५:३७

होमाहुति 👉 राहु

दिशा शूल 👉 पूर्व

नक्षत्र शूल 👉 पश्चिम (२८:४० तक)

अग्निवास 👉 पृथ्वी (२५:०८ तक)

चन्द्रवास 👉 दक्षिण

शिववास 👉 सभा में (२५:०८ से क्रीड़ा में)

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

☄चौघड़िया विचार☄

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – काल २ – शुभ

३ – रोग ४ – उद्वेग

५ – चर ६ – लाभ

७ – अमृत ८ – काल

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – लाभ २ – उद्वेग

३ – शुभ ४ – अमृत

५ – चर ६ – रोग

७ – काल ८ – लाभ

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰

शुभ यात्रा दिशा

🚌🚈🚗⛵🛫

दक्षिण-पूर्व (वाय विडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)

〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️〰️〰️〰️

तिथि विशेष

🗓📆🗓📆

〰️〰️〰️〰️

नन्दोत्सव, श्री गोगानवमी, बुध कन्या में २६:०५ से, विवाहादि मुहूर्त (हिमाचल-पंजाब -कश्मीर-हरियाणा) आदि प्रांतो के लिये गोधुलि सायं ०६:४५ से रात्रि ०८:१५ तक, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:३९ से ०९:१६ तक आदि।

〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️

आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️

आज २८:४० तक जन्मे शिशुओ का नाम 

रोहिणी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (ओ, वा, वी, वू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशु का नाम मृगशिरा नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (वे) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰

उदय-लग्न मुहूर्त

सिंह – २९:३७ से ०७:५६

कन्या – ०७:५६ से १०:१३

तुला – १०:१३ से १२:३४

वृश्चिक – १२:३४ से १४:५४

धनु – १४:५४ से १६:५७

मकर – १६:५७ से १८:३८

कुम्भ – १८:३८ से २०:०४

मीन – २०:०४ से २१:२८

मेष – २१:२८ से २३:०१

वृषभ – २३:०१ से २४:५६

मिथुन – २४:५६ से २७:११

कर्क – २७:११ से २९:३३

〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰

पञ्चक रहित मुहूर्त

रज पञ्चक – ०५:४७ से ०७:५६

शुभ मुहूर्त – ०७:५६ से १०:१३

चोर पञ्चक – १०:१३ से १२:३४

शुभ मुहूर्त – १२:३४ से १४:५४

रोग पञ्चक – १४:५४ से १६:५७

शुभ मुहूर्त – १६:५७ से १८:३८

मृत्यु पञ्चक – १८:३८ से २०:०४

अग्नि पञ्चक – २०:०४ से २१:२८

शुभ मुहूर्त – २१:२८ से २३:०१

मृत्यु पञ्चक – २३:०१ से २४:५६

अग्नि पञ्चक – २४:५६ से २५:०८

शुभ मुहूर्त – २५:०८ से २७:११

रज पञ्चक – २७:११ से २८:४०

शुभ मुहूर्त – २८:४० से २९:३३

चोर पञ्चक – २९:३३ से २९:४७

〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰

आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

〰️〰️〰️〰️〰️〰️

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन पूर्वार्ध में अस्त व्यस्त रहेगा लेकिन आज आपके सभी कार्य सही दिशा में आगे बढ़ेंगे मध्यान तक व्यक्तिगत अथवा अन्य कारणों से व्यवसायिक कार्यो में विलंब होगा। लेकिन धीरे धीरे गाड़ी पटरी पर आने लगेगी व्यवसाय में थोड़ी तेजी मंदी लगी रहेगी कुछ समय के लिये मानसिक बेचैनी बनेगी लेकिन संध्या तक धन की आमद संतोष जनक हो जाएगी। नए कार्यो में निवेश करना आज शुभ रहेगा। उधारी अथवा अन्य लेन देन के कारण किसी से गरमा गरमी होने की संभावना है। गृहस्थ में आज अन्य दिनों की अपेक्षा शांति रहेगी तालमेल की कमी रहने के बाद भी स्थिति सामान्य रहेगी। शरीर मे कुछ कमी अनुभव करेंगे।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आशानुकूल रहने से दिन भर प्रसन्न रहेंगे आज आपकी दिनचार्य व्यवस्थित नही रहेगी फिर भी सौभाग्य वृद्धि के योग बनने से सभी तरह से खुशहाली मिलेगी। काम-धंधा दिन के आरंभ से मध्यान तक इसके बाद संध्या से रात्रि तक प्रगति पर रहेगा। आज आपके द्वारा गलती से किया कार्य भी कुछ ना कुछ लाभ ही देकर जाएगा। सार्वजनिक क्षेत्र पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। प्रतिस्पर्धा में किसी से आंतरिक मतभेद होने की भी संभावना है। पारिवारिक जीवन आनदमय रहेगा सभी सदस्य एक दूसरे को आदर देंगे भाई बंधु से थोड़ी नोंकझोंक हो सकती है परन्तु स्थिति गंभीर नही होगी। थकान को छोड़ सेहत ठीक रहेगी।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन बनते कार्यो में विघ्न खड़े करेगा। दिन का पहला भाग शांति से व्यतीत करेंगे लेकिन इसके बाद किसी ना किसी उलझन में फंसते ही रहेंगे जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे वह किसी ना किसी अभाव के कारण आरम्भ नही हो सकेगा। कार्य व्यवसाय में भी आज अकस्मात हानि के योग बन रहे है धन संबंधित मामले निवेश अथवा उधार के कार्य को आज निरस्त ही रखे।

धन लाभ अधिक परिश्रम के बाद अल्प मात्रा में होगा। घर मे भी किसी से नुकसान होने की संभावना है सतर्क रहकर कार्य करें। सेहत में भी कुछ ना कुछ कमी लगी रहेगी।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन सार्वजिनक कार्यो आपका महत्त्वपूर्ण योगदान स्वयं के साथ परिजनों का भी मान बढ़ाएगा किसी अपरिचित से कहासुनी भी हो सकती है धैर्य से काम लें। मध्यान तक घरेलू अथवा अन्य कार्यो में व्यस्त रहेंगे जिससे व्यवसायिक कार्यो में फेरबदल करना पड़ेगा। अधीनस्थों के प्रति नरमी रखें आज इनके सहयोग से ही धन लाभ की प्राप्ति होगी लेकिन ज्यादा जिम्मेदारी वाले कार्य भी ना सौपे अन्यथा नुकसान भी हो सकता है। धन लाभ आवश्यकतानुसार होगा ज्यादा पाने के चक्कर मे हाथ आये लाभ से भी वंचित ना रह जाये इसका ध्यान रखें। हर में कार्य अधिक रहने के कारण महिलाए बेचैन रहेंगी आरोग्य में कमी आयेगी। 

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन शुभफलदायक रहेगा। दिन के पूर्वार्ध और अंत मे शुभ कर्म के लिये प्रेरित होंगे घर मे मांगलिक आयोजन होने से नई ऊर्जा का संचार होगा। कार्य व्यवसाय से भी आज निराश नही होना पड़ेगा परिश्रम के अनुसार लाभ अवश्य मिल जाएगा। धन संबंधित उलझन भी आज थोड़ी कम रहने से राहत मिलेगी। व्यवसायी वर्ग नए कार्य आरंभ करेंगे भविष्य में इससे उन्नति होगी। नौकरी वाले लोग आज काम पर ज्यादा ध्यान नही देंगे। महिलाए आज कम समय मे अधिक पाने की लालसा रखेंगी लेकिन सफलता नही मिलेगी। परिजनों से संबंध सामान्य रहेंगे। शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज परिस्थितियां आपके पक्ष में रहेंगी भाग्य का साथ भी मिलने से सोची हुई योजनाए निर्विघ्न पूर्ण कर सकेंगे। दिन के आरंभ में घर मे पूजा पाठ के कारण भाग-दौड़ करनी पड़ेगी लेकिन इसका आध्यत्मिक लाभ भी किसी ना किसी रूप में अवश्य मिलेगा। मन के आज शांत रहने से किसी भी कार्य को बेहतर रूप से कर सकेंगे कार्य व्यवसाय में विलंब के बाद भी धन लाभ के अवसर मिलते रहेंगे धन लाभ थोड़े थोड़े अंतराल पर होते रहने से संतुष्ट रहेंगे। महिलाए सेहत का विशेष ध्यान रखें कमजोरी अथवा अन्य शारीरिक समस्या बनेगी। धार्मिक यात्रा एवं कार्यो में खर्च होगा।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन प्रतिकूल रहेगा खराब सेहत आज प्रत्येक कार्य मे बाधक बनेगी फिर भी जबरदस्ती कार्य करेंगे जिससे कम समय मे अधिक थकान बनेगी। घर का वातावरण भक्तिमय रहेगा पूजापाठ आदि में सम्मिलित होने के अवसर सुलभ होंगे परन्तु मानसिक रूप से आज किसी भी कार्य मे उत्साह नही रहेगा। कार्य क्षेत्र पर भी व्यवहारिकता मात्र रहेगी मजबूरी में किये गए कार्य फलित नही होंगे सीमित साधन से काम निकालना पड़ेगा। व्यवसायी वर्ग आज व्यवसाय से काफी उम्मीद लगाए रहेंगे लेकिन आशा निराशा में बदलेगी। घर मे कुछ ना कुछ परेशानी में डालने वाले प्रसंग लगे रहेंगे। 

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज आपका मानसिक संतुलन स्थिर नही रहेगा असमंजस की स्थिति के कारण पल पल में निर्णय बदलेंगे इससे कार्य विलंब के साथ अन्य लोगो को परेशानी होगी फिर भी स्वार्थी पूर्ति के कारण आज आपसे कोई शिकायत नही करेगा। मन आज अनैतिक कार्यो में जल्दी आकर्षित होगा स्वभाव में भी उदण्डता रहेगी बिना कलह किये किसी कार्य को नही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी मन मर्जी व्यवहार के कारण जिस लाभ के अधिकारी है उसमें कमी आएगी। धन की आमद आज पूर्व नियोजित रहेगी थोड़ी बहुत अतिरिक्त आय भी बना लेंगे लेकिन खर्च के आगे आज कमाई कम ही लगेगी। मौसमी बीमारियों एवं संयम की कमी के कारण सेहत बिगड़ सकती है।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन धन-धान्य में वृद्धि करने वाला रहेगा। दिन का आरंभिक भाग घरेलू व्यस्तता के कारण व्यावसायिक कार्यो से लाभ नही उठा सकेंगे। लेकिन मध्यान बाद से स्थिती पूर्ण रूप से आपकी पकड़ में रहेगी बाजार में तेजी रहने से लाभ के अवसर मिलते रहेंगे प्रतिस्पर्धा भी आज कुछ अधिक रहेगी लेकिन आपके व्यवसाय पर इसका ज्यादा असर नही पड़ेगा धन लाभ आज निश्चित ही आशाजनक रहेगा। नौकरी वाले लोग आज काम की जगह इधर उधर की बातों पर ज्यादा ध्यान देंगे अधिकारी वर्ग से कहा सुनी हो सकती है। घर मे सुख के साधनों की वृद्धि होगी खर्च भी करना पड़ेगा। स्वास्थ्य संबंधित थोड़ी बहुत समस्या लगी रहेगी।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आप अपनी कमियों को छुपाने का प्रयास करेंगे। लोगो के आगे अपनी बुद्धि चातुर्य का प्रदर्शन करेंगे बाहर से व्यवहारिकता लेकिन अंदर से ईर्ष्या और अहम की भावना रहेगी। परिजन को छोड़ अन्य सभी लोग आपकी मनगढंत बातो के झांसे में आसानी से आ जाएंगे लेकिन पोल खुलने के बाद लोगो का आपके ऊपर से विश्वास कम होगा। कार्य व्यवसाय में सोची हुई योजना स्वयं अथवा सहकर्मी की गलती से अनियंत्रित रहेगी। धन लाभ के अवसर मिलेंगे परन्तु सभी अवसरों का लाभ नही उठा सकेंगे फिर भी काम चलाऊ हो ही जायेगा। परिजनों के आगे ज्यादा अक्लमंदी ना दिखाये बेज्जती हो सकती है।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आपके लिये विपरीत फलदायक रहेगा। परिवार के सदस्य आपसे अधिक सहयोग की अपेक्षा रखेंगे लेकिन टालमटोल करने पर घर का वातावरण खराब होगा। कार्य क्षेत्र पर लाभ की उम्मीद लगाए रहेंगे परन्तु आज मानसिक रूप से अशान्त रहने के कारण वहां से भी सकारात्मक परिणाम नही मिल सकेंगे फिर भी धन संबंधित उलझन अकस्मात लाभ होने से कुछ हद तक शांत रहेंगी। घरेलू खर्च के साथ अन्य खर्च आने से बजट प्रभावित होगा। घर मे आज मनमानी व्यवहार से बचें अन्यथा मनोकामना पूर्ति होने की जगह अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। सेहत मानसिक क्लेश के कारण शिथिल रहेगी।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन अकस्मात लाभ की प्राप्ती कराएगा लेकिन ध्यान रखें लापरवाही से कार्य करने पर आज जो विचार में नही रहेगा वह घटना घट सकती है। मध्यान तक का समय मानसिक रूप से शांति प्रदान करेगा। आध्यात्मिक आयोजनों में सम्मिलित होंगे धर्म कर्म के प्रति आस्था बढ़ेगी लेकिन अन्य व्यस्तता के चलते चाह कर भी अधिक समय नही दे सकेंगे महिलाए आज धर्म के रंग में रंगी रहेंगी सेहत संबंधित शिकायत रहने के बाद भी सामर्थ्य से अधिक कार्य करने पर बाद में स्थिति गंभीर होने की संभावना है। कार्य व्यवसाय से अचानक धन मिलने पर प्रसन्न रहेंगे। सरकारी कार्य मे आज ढील ना दे वर्ना लंबे समय तक पूर्ण नही कर सकेंगे।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏

शिक्षा की गंगोत्री : गंगोत्री गर्बयाल !
9 दिसंबर 1918 को धारचूला में जन्म लेकर  20 अगस्त 1999 तक जीवन पर्यंन्त सीमांत की शिक्षा विशेषकर बालिका शिक्षा और समाज उत्थान में अग्रणी भूमिका निभाने वाली गंगोत्री गर्ब्याल का उत्तराखंड के सीमांत में स्त्री शिक्षा के प्रसार में वही स्थान है ,जो देश में स्त्री शिक्षा  के  प्रसार में सावित्रीबाई फुले का रहा है ।
श्रीमती गंगोत्री गर्बयाल का जन्म उत्तराखंड के  दारमा , ब्यास ,चौंदास  और जोहार की  हस्तशिल्प  और विदेश व्यापार  से  संपन्न उस सांस्कृतिक घाटी में हुआ, जिसके हिस्से  लगभग बारह सौ वर्ष तक  स्वतंत्र रूप से तिब्बत और चीन से वस्तु विनिमय के आधार पर व्यापार की श्रेष्ठतम विधा को बनाए रखने का श्रेय  जाता है, जो घाटी मध्यकाल की तमाम राजनीतिक उथल-पुथल और अतिक्रमण के इतिहास से मुक्त रही ।
हिमालय की गोद में पसरी इस सुरम्य घाटी में उन दिनों व्यापार में प्रयुक्त घोड़े और बकरियों के गले में बंधी घंटियां जो संगीत पैदा करती थी, वह व्यापार की समझ ही बढाती थी..
लेकिन घंटियों की गन- मन गन -मन ….में बालिका गंगोत्री ने मां सरस्वती की वीणा से विद्या वाचन का संगीत सुना और उनके भीतर आगे की पढ़ाई के लिए अल्मोड़ा जाने का संकल्प गहरा होता गया…।
अपने संकल्प को बालिका गंगोत्री दिन-रात दोहराती थी ।अल्मोड़ा में आगे की पढ़ाई के साथ उनके भविष्य के स्वप्न विस्तार पा रहे थे ।
1930 में गांव से कक्षा 4 पास कर, गंगोत्री 29 मार्च 1930 को धारचूला से 150 किलोमीटर की दुरह पर्वतीय व हि पदयात्रा से अल्मोड़ा के लिए निकल गई, तब 11 वर्ष की बच्ची का शिक्षा प्राप्ति के लिए ऐसा संकल्प और इतनी कठिन राह को चुनना बालिका गंगोत्री के शिक्षा के क्षेत्र में उनकी बड़ी छलांग के संकेत दे रहे थे.।
4 अप्रैल 1930 को 7 दिन की थका देने वाली यात्रा के बाद गंगोत्री गर्बयाल अल्मोड़ा पहुंची , जहां उनकी दीदीयां  रंदा और येगा पहले से शिक्षा ग्रहण कर रही थी ।
1931 में वर्नाकुलर लोअर मिडिल की शिक्षा पूरी हो गई ,अब आगे की शिक्षा के लिए उनकी प्रतिभा को देखते हुए उस वक्त की मुख्य विद्यालय निरीक्षका मिस ई.विलियम्स  ने उनकी संरक्षिका रंदा दीदी को आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए कहा और यह आश्वासन दिया कि वह आगे की पढ़ाई के लिए पूरी छात्रवृत्ति स्वयं देंगी..।
इस प्रकार के प्रोत्साहन ने गना यानि गंगोत्री गर्बयाल का उत्साह द्विगुणित कर दिया, अल्मोड़ा में पढ़ाई के साथ सहायक गतिविधियां भी जारी थी.
तभी 1935 में मात्र 3 दिन की बीमारी के बाद उनके मंगेतर का देहांत हो जाने की खबर ने उन्हें भीतर से तोड़ दिया। उनके भीतर वैराग्य का विस्तार हो रहा था. इस बैराग्य ने उन्हें नारायण स्वामी आश्रम पहुंचा दिया जहां 1937 में उन्होंने स्वामी जी के सानिध्य में दीक्षा प्राप्त की, इस बैराग्य के बाद भी शिक्षा के प्रति उनका अनुराग बना रहा , आश्रम की दीक्षा से वह भीतर से संतुलित और मजबूत होती गई ।
1939 में इंग्लिश टीचर सर्टिफिकेट प्राप्त कर ,वह बरेली में प्राथमिक विद्यालय में ही अध्यापिका हो गई,यंही स्वाध्याय से इंटर ,बी.ए ,एम .ए और एल.टी की परीक्षा उनके द्वारा पास की गई..।
1945 में अल्मोड़ा में जब मॉडल स्कूल की स्थापना हुई तो आप बतौर शिक्षिका अल्मोड़ा पहुंच गई ।
अल्मोड़ा पहुंचने का अभिप्राय था , अवचेतन के सपनों को पंख लग जाना। जहां आपका संपर्क गांधीवादी विचार में पली-बढ़ी परिपक्व महिलाएं गौरा देवी शिवानी, जयंती पांडे, जयंती  पंत तथा कौसानी लक्ष्मी आश्रम की सरला बहन, राधा बहन आदि से भी हुआ.. शिक्षा के साथ ही समाज सेवा का आप का संकल्प गहरा होता गया ।
1948 में आप सीमांत अस्कोट के जिला पंचायत सदस्य चुनी गई और अल्मोड़ा जिला पंचायत की निर्विरोध उपाध्यक्ष , इधर 1949-51 में तिब्बत को लेकर चीन के विस्तार वादी रुख को भांपते हुए , आपने सीमांत की रक्षा के लिए सामाजिक पहल की,24-26 फरवरी 1952 को रामनगर में लाहौल स्पीति, हिमांचल ,गढ़वाल और कुमाऊं के सीमांत के प्रतिनिधियों का एक विशाल सम्मेलन आयोजित किया जिसमें तत्कालीन सांसद डी.डी पंत  , तथा हर गोविन्द जैसे बड़े जनप्रतिनिधियों ने भागीदारी की ,यहां सीमांत के विकास के साथ उसके व्यापार और सुरक्षा के मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया. हिमालय सुरक्षा समिति का गठन किया ।
इस प्रस्ताव के बाद सीमांत की सुरक्षा को लेकर नव स्वतंत्र भारत  ने सीमांत क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर काम प्रारंभ किया ।
1961 में आपका प्रधानाध्यापिका पद पर चयन हुआ, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज उत्तरकाशी तथा गोपेश्वर में आपकी सेवाएं बेहद सराहनीय रही आप सारी उम्र स्त्री शिक्षा विशेषकर सीमांत क्षेत्र की स्त्री शिक्षा के लिए समर्पित रही। चीन युद्ध में सेना के साथ रसद लेकर सेना के साथ खडे होकर सामाजिक सहयोग की जो परंपरा आपने स्थापित की वह हमारे गौरव को बढ़ाता है ।
 आपके घर में ही बतौर छात्रावास ग्रामीण छात्राएं 15 दिन से 15 साल तक निवासरत रही ।
1978 में सेवानिवृत्ति के बाद आपने अपना अधिकांश समय नारायण स्वामी आश्रम, नारायण नगर की गतिविधियों एंव सामाजिक चेतना के कामों को  समर्पित किया , उत्तराखंड के सीमांत में शिक्षा और सामाजिक चेतना के विस्तार में आपका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है ।
 क्ष आज आप की पुण्यतिथि 20 अगस्त 1999 पर भावपूर्ण स्मरण , विनम्र श्रद्धांजलि 💐💐 (साभार प्रमोद शाह)