देहरादून में भव्य शिव बारात शोभायात्रा टपकेश्वर महादेव मंदिर और सेवादल की ओर से निकाली गई। इस दौरान घंटाघर और मंदिर परिसर को भव्य तरीके से सजाया गया। टपकेश्वर मंदिर के महंत किशनगिरी महाराज ने बताया कि शिव बारात में अनेक श्रद्धालुओं ने भगवा चोला धारण किया। आगरा के मनकामेश्वर मंदिर की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही। घोड़े, ऊंट बैंडबाजे अनेक देवी देवताओं की झांकियां पौराणिक प्रसंगों पर आधारित थीं। दक्ष प्रजापति की बकरे के मुंह वाली झांकी, तिरूपति बालाजी, जबलपुर के बैंड के साथ 11 घोड़ों में एक काला घोड़ा की झांकी भी आकर्षक रही। बैल पर सवार शिव शंकर को भी लोग देखते ही रह गए। कई बैल को छुकर आशीर्वाद लेते नजर आए।
ये झांकियां दून और बाहर से आए कलाकारों ने सजाई थी। इस दौरान मथुरा के कलाकारों ने आठ झांकियां सजाई। सुबह दस बजे शिवाजी धर्मशाला से शोभायात्रा की शुरूआत हुई। इसमें नारंगी रंग की साड़ी पहने महिलाएं सिर पर कलश लेकर चल रही थीं। पुरुष भगवा कमीज और पैंट में थे। शोभायात्रा सहारनपुर चैक, धामावाला, पलटन बाजार, चकराता रोड, डाकरा होते हुए टपकेश्वर मंदिर में सम्पन्न हुई। वहीं दोपहर में टपकेश्वर मंदिर परिसर में भक्तों के लिए भंडारा शुरू हो गया था।
शोभायात्रा से पूर्व शुक्रवार को टपकेश्वर मंदिर से महाशिव के सभी स्वरूपों को गंगा स्नान के लिए हरिद्वार ले जाया गया। जहां पर देवेश्वर, दूधेश्वर, तपेश्वर और टपकेश्वर स्वरूपों को स्नान कराया गया। सभी विग्रहों को रात्रि विश्राम के लिए पलटन बाजार स्थित जंगम शिवालय में रखा गया। यहीं से सभी विग्रह शिवाजी धर्मशाला ले जाए गए। विग्रह भी अलग-अलग ट्रालियों के जरिए शोभायात्रा में शामिल हुए।