पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत वाहन के सम्मुख आया जंगल से गजराज, जैसे तैसे बड़े बोलडर पर चढ़ कर की आत्मरक्षा

पूर्व सीएम के सामने आ गया हाथी, पहाड़ी पर चढ़कर की आत्मरक्षा 

उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत इन दिनों गढ़वाल का भ्रमण कर रहे हैं। पीएम मोदी से मिलकर आने के बाद शुरू हुए इस दौरे को उनके लोकसभा चुनाव की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है।
बुधवार शाम पांच बजे के आसपास पौड़ी से कोटद्वार की तरफ आ रहे थे। कोटद्वार-दुगड्डा के बीच उनके काफिले के सामने एक जंगली हाथी आ गया। इस वजह से पूर्व सीएम की गाड़ियां रुक गयी। कोटद्वार-दुगड्डा के बीच शिवालिक हाथी कॉरिडोर पड़ता है। यही कारण है कि यहां यदा कदा इस हाईवे पर हाथी आ जाते हैं। कुछ देर तो पूर्व सीएम अपनी गाड़ी में ही बैठे रहे, लेकिन जब हाथी ने उनके काफिले के करीब आना शुरू कर दिया तो उनके सहयोगियों ने उनको गाड़ी से निकलने की सलाह दी। फिर सभी एक पहाड़ी चट्ठान पर चढ़ गए।
उधर हाथी की वजह से सड़क पर गाड़ियों का जाम लग गया। वाहन से निकलकर पहाड़ी चढ़ने की कोशिश में त्रिवेंद्र रावत के साथी पृथ्वीराज चौहान घायल हो गए। जब वन अधिकारियों को हाथी के हमलावर होने की खबर मिली तो विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में वन कर्मचारियों ने पटाखे और हवाई फायर करके किसी तरह से हाथी को जंगल की ओर भेजा। जब पूर्व सीएम का काफिला हाईवे से गुजर गया, तब वन कर्मियों ने चैन की सांस ली। समझा जा सकता है कि दिल्ली से मिले शुभ संकेत के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड भ्रमण के पक्ष में सक्रिय दिख रहे हैं