देवराम नौटियाल स्मृति सम्मान जर्मनी के प्रो विलियल एस सैक्स को

हरीश मैखुरी

इस साल का पं. देवराम नौटियाल स्मृति सम्मान जर्मनी के प्रो विलियल एस सैक्स को गुरु रामराय पीजी कालेज देहरादून में आयोजित एक वृहद सेमिनार में दिया गया। लौहपुरूष पंडित देवराम नौटियाल ने उत्तराखंड की महान सांस्कृतिक विरासत नंदा देवी राजजात के संरक्षण और उसकी धार्मिक परंपराओं एवं मान्यताओं की स्थापना के लिए अपने दौर में बेमिसाल कार्य किए। देवराम नौटियाल स्मृति ट्रस्ट के मुख्य कार्याधिकारी भुवन नौटियाल ने बताया कि यह सम्मान प्रत्येक वर्ष उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के लिए कार्य करने वाले लब्ध प्रतिष्ठित सांस्कृतिक एवं साहित्य कर्मियों को दिया जाता रहा है। आज इस सम्मान समारोह के अवसर पर गढ़वाल विश्वविद्यालय के आंग्ल भाषा विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉक्टर डीआर पुरोहित ने कहा कि जो इतिहास हमें इतिहास की बड़ी-बड़ी किताबों में नहीं मिलता वह इतिहास हमारे जागरों गीतों और बाक्ये पुछ्यारों के पास सुरक्षित है इसी क्रम में प्रोफेसर विलियम वो सैक्स जिन्हें हम स्नेह से बद्री प्रसाद भी पुकारते हैं उन्होंने 1987 में नंदा देवी राजजात पर गहन शोध किया और उत्तराखंड हिमालय की इस सबसे लम्बी पैदल देवयात्रा को विदेशों में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई, देवराम नौटियाल स्मृति सम्मान उत्तराखंड के सांस्कृतिक एवं सामाजिक पक्ष को आगे लाने वाले ऐसे ही महान साहित्यकारों और संस्कृति कर्मियों को दिया जाता रहा है। इस अवसर पर गढ़वाल विश्वविद्यालय की प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने कहा कि उत्तराखंड अपनी अक्षुण सांस्कृतिक विरासत के लिए विश्व विख्यात है हमने अपने इतिहास को संजो के रखा है इसके विपरीत पाश्चात्य के पास अपना ऐसा कोई इतिहास नहीं है। इस अवसर पर प्रोफेसर विलियम एक्स ने कहा कि हिमालय की इस संस्कृतिक देवयात्रा ने उन्हें सदैव उत्तराखंड के प्रति ज्यादा जिज्ञासु और एक मजबूत शोधार्थी बनाया, जिसकी वजह से उन्हें दुनिया के अनेक देशों में ख्याति मिली है। इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर पुष्पेश पंत, गढ़वाल कुमाऊं और दून विश्वविद्यालय व गुरू रामराय के अनेक विशेषज्ञ प्रोफेसर, मैती आन्दोलन के श्री कल्याण सिंह रावत, देवराम नौटियाल के सुपुत्र डॉ जय देव नौटियाल, चन्द्रकला पुरोहित, मानसी नौटियाल, देवाल के पूर्व प्रमुख देवीदत्त कुनियाल और सैकड़ों की संख्या में शोधार्थी छात्र-छात्राएं एवं मीडिया कर्मी मौजूद रहे।