प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उत्तराखंड के देहरादून में करेंगे 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार देर शाम महाराणा प्रताप स्टेडियम, देहरादून पहुंचकर 38वें राष्ट्रीय खेलों की विभिन्न व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने अब तक की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय खेल हेतु उत्तराखंड आ रहे खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हमारे राज्य के लिए एक बड़ा अवसर है। हम सभी ने मिलकर इसे ऐतिहासिक बनाना है। पूरा देश 38वें राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ का इन्तजार कर रहा है, और हम इस आयोजन के लिए पूर्ण रूप से तैयार हैं।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आर के सुधांशु, डीजीपी श्री दीपम सेठ, विशेष प्रमुख सचिव खेल श्री अमित सिन्हा, सचिव डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पाण्डेय, आईजी गढ़वाल श्री राजीव स्वरूप, उपाध्यक्ष एमडीडीए श्री बंशीधर तिवारी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
| 🕉️ ||* *🌞सुप्रभातम🌞* *आज का पञ्चांग*
*दिनांक:-28/01/2025, मंगलवार*
*चतुर्दशी, कृष्ण पक्ष,*
*माघ*(समाप्ति काल)
तिथि——— चतुर्दशी 19:35:29 तक
पक्ष———————— कृष्ण
नक्षत्र——– पूर्वाषाढा 08:57:32
योग————- वज्र 23:50:15
करण——- विष्टि भद्र 08:09:15
करण———- शकुनी 19:35:29
करण——– चतुष्पद 30:53:43
वार——————– मंगलवार
माह———————— माघ
चन्द्र राशि—— धनु 14:50:59
चन्द्र राशि—————– मकर
सूर्य राशि—————– मकर
रितु———————- शिशिर
आयन—————- उत्तरायण
संवत्सर (उत्तर) ————-कालयुक्त
विक्रम संवत————– 2081
सूर्योदय————– 07:08:53
सूर्यास्त————– 17:55:45
दिन काल———— 10:46:51
रात्री काल————-13:12:42
चंद्रास्त————– 16:41:56
चंद्रोदय—————- 31:04:45
लग्न—-मकर 14°10′ , 284°10′
सूर्य नक्षत्र—————– श्रवण
चन्द्र नक्षत्र————– पूर्वाषाढा
नक्षत पाया—————— ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
ढा—- पूर्वाषाढा 08:57:32
भे—- उत्तराषाढा 14:50:59
भो—- उत्तराषाढा 20:42:23
जा—- उत्तराषाढा 26:31:52
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मकर 14°40, श्रवण 2 खू
चन्द्र=धनु 25°30 , पूoषाo 4 ढा
बुध =धनु 5°52 ‘ उ o षाo 3 जा
शु क्र= कुम्भ 00°05, पू o फाo’ 3 दा
मंगल=मिथुन 27°30 ‘ पुनर्वसु ‘ 3 हा
गुरु=वृषभ 17°30 रोहिणी, 3 वी
शनि=कुम्भ 22°28 ‘ पू o भा o , 1 से
राहू=(व) मीन 05°55 उo भा o, 1 दू
केतु= (व)कन्या 05°55 उ oफा o 3 पा
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 15:14 – 16:35 अशुभ
यम घंटा 09:51 – 11:11 अशुभ
गुली काल 12:32 – 13:53 अशुभ
अभिजित 12:11 – 12:54 शुभ
दूर मुहूर्त 09:18 – 10:01 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:13 – 23:56 अशुभ
वर्ज्यम 16:48 – 18:22 अशुभ
प्रदोष 17:56 – 20:37 शुभ
💮चोघडिया, दिन
रोग 07:09 – 08:30 अशुभ
उद्वेग 08:30 – 09:51 अशुभ
चर 09:51 – 11:11 शुभ
लाभ 11:11 – 12:32 शुभ
अमृत 12:32 – 13:53 शुभ
काल 13:53 – 15:14 अशुभ
शुभ 15:14 – 16:35 शुभ
रोग 16:35 – 17:56 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
काल 17:56 – 19:35 अशुभ
लाभ 19:35 – 21:14 शुभ
उद्वेग 21:14 – 22:53 अशुभ
शुभ 22:53 – 24:32* शुभ
अमृत 24:32* – 26:11* शुभ
चर 26:11* – 27:50* शुभ
रोग 27:50* – 29:29* अशुभ
काल 29:29* – 31:08* अशुभ
💮होरा, दिन
मंगल 07:09 – 08:03
सूर्य 08:03 – 08:57
शुक्र 08:57 – 09:51
बुध 09:51 – 10:45
चन्द्र 10:45 – 11:38
शनि 11:38 – 12:32
बृहस्पति 12:32 – 13:26
मंगल 13:26 – 14:20
सूर्य 14:20 – 15:14
शुक्र 15:14 – 16:08
बुध 16:08 – 17:02
चन्द्र 17:02 – 17:56
🚩होरा, रात
शनि 17:56 – 19:02
बृहस्पति 19:02 – 20:08
मंगल 20:08 – 21:14
सूर्य 21:14 – 22:20
शुक्र 22:20 – 23:26
बुध 23:26 – 24:32
चन्द्र 24:32* – 25:38
शनि 25:38* – 26:44
बृहस्पति 26:44* – 27:50
मंगल 27:50* – 28:56
सूर्य 28:56* – 30:02
शुक्र 30:02* – 31:08
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
मकर > 05:22 से 07: 08 तक
कुम्भ > 07:08 से 08:40 तक
मीन > 08:40 से 10:10 तक
मेष > 10:10 से 11:50 तक
वृषभ > 11:50 से 13:48 तक
मिथुन > 13:48 से 16:00 तक
कर्क > 16:00 से 18:22 तक
सिंह > 18:22 से 20:36 तक
कन्या > 20:36 से 22:58 तक
तुला > 22:58 से 00:58 तक
वृश्चिक > 00:58 से 04:12 तक
धनु > 04:12 से 05:22 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 14 + 3 + 1 = 33 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
केतु ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
29 + 29 + 5 = 63 ÷ 7 = 0 शेष
शमशान वास = मृत्यु कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
प्रातः 08:05 समाप्त
पाताल लोक = धनलाभ कारक
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*लाला लाजपत रॉय जयंती*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
मूर्खश्चिरायुर्जातोऽपि तस्माज्जातमृतो वरः ।
मृतः स चाऽल्पदुःखाय यावज्जीवं जडोदहेत् ।।
।। चा o नी o।।
एक ऐसा बालक जो जन्मते वक़्त मृत था, एक मुर्ख दीर्घायु बालक से बेहतर है. पहला बालक तो एक क्षण के लिए दुःख देता है, दूसरा बालक उसके माँ बाप को जिंदगी भर दुःख की अग्नि में जलाता है.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: क्षेत्र-क्षेत्रज्ञविभागयोग अo-13
अन्ये त्वेवमजानन्तः श्रुत्वान्येभ्य उपासते ।,
तेऽपि चातितरन्त्येव मृत्युं श्रुतिपरायणाः ॥,
परन्तु इनसे दूसरे अर्थात जो मंदबुद्धिवाले पुरुष हैं, वे इस प्रकार न जानते हुए दूसरों से अर्थात तत्व के जानने वाले पुरुषों से सुनकर ही तदनुसार उपासना करते हैं और वे श्रवणपरायण पुरुष भी मृत्युरूप संसार-सागर को निःसंदेह तर जाते हैं॥,25॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
प्रसन्नता रहेगी। व्यवसाय व कारोबार में लाभ की स्थिति रहेगी। भाइयों, जीवनसाथी से मनोनुकूल सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। घर-परिवार में कोई मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। शत्रुभय रहेगा। विरोध हो सकता है। विवाद न करें।
🐂वृष
नौकरी में अधिकार वृद्धि हो सकती है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। ज्ञान में वृद्धि होगी। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूल वातावरण बनेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। भाइयों तथा मातहतों का सहयोग मिलेगा। व्यस्तता रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। प्रमाद न करें। पुराने रुके कार्यों में गति आएगी।
👫मिथुन
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जरूरी निर्णयों में सावधानी आवश्यक है। आय में कमी हो सकती है। नौकरी में सहकर्मियों से विवाद हो सकता है। क्रोध न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। पुराने मित्रों से सहयोग प्राप्त होगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। स्त्रियां घर में सावधानी रखें।
🦀कर्क
जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। अपरिचित व्यक्ति की बातों में न आएं। कुसंगति से बचें। बेवजह विवाद हो सकता है। लोगों की अपेक्षा पर आप खरे नहीं उतर पाएंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा।
🐅सिंह
पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त हो सकता है। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। अध्ययन में मन लगेगा। मार्गदर्शन प्राप्त होगा। उत्साह में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी। नए-नए विचार मन में आएंगे। जल्दबाजी न करें। व्यस्तता रहेगी। धनार्जन होगा।
🙍♀️कन्या
बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नया कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। प्रभावशाली व्यक्तियों से सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें।
⚖️तुला
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। शत्रुता में वृद्धि हो सकती है। क्रोध पर नियंत्रण रखें। भूमि व भवन संबंधी खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। लाभ व उन्नति के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। जीवन सुखमय रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे।
🦂वृश्चिक
धैर्य रखें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी नाराज रहेंगे। काम पर अधिक ध्यान देना पड़ेगा। भागदौड़ रहेगी। आय में निश्चितता रह सकती है। किसी के व्यवहार से अपमान महसूस होगा। दु:खद समाचार मिल सकता है।
🏹धनु
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। थकान महसूस होगी। व्यस्तता रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। काम में अधिक ध्यान दे पाएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। परिवार में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे।
🐊मकर
घर-बाहर सम्मान मिलेगा। प्रयास सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रमाद न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। मित्रों का साथ रहेगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी।
🍯कुंभ
नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने का अवसर मिल सकता है। भाग्य का साथ मिलेगा। जोखिम उठाने का मन बनेगा। परिवार का सहयोग मिलेगा। आर्थिक नीति में सुधार व परिवर्तन हो सकता है। व्यापार व व्यवसाय में वृद्धि होगी।
🐟मीन
नए कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। कानूनी अड़चन आ सकती है। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। रुका हुआ पैसा मिलने के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी।
*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*
*भारत के ये 11 अजब गज़ब गाँव…!!***
1. *एक गाँव जहाँ दूध दही मुफ्त मिलता है -धोकडा कच्छ गुजरात-**
*यहाँ के लोग कभी दूध या उससे बनने वाली चीज़ो को बेचते नहीं हैं बल्कि उन लोगों को मुफ्त में दे देते हैं जिनके पास गायें भैंसे नहीं हैं !! धोकड़ा गुजरात के कच्छ में बसा ऐसा ही अनोखा गाँव है। श्वेत क्रांति के लिए प्रसिद्ध ये गाँव दूध दही ऐसे ही बाँट देता है।**
2. *इस गाँव में आज भी राम राज्य है**
*महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के नेवासा तालुके में शनि शिन्ग्नापुर भारत का एक ऐसा गाँव है जहाँ लोगों के घर में एक भी दरवाजा नहीं है, यहाँ तक कि लोगों की दुकानों में भी दरवाजे नहीं हैं, यहाँ पर कोई भी अपनी बहुमूल्य चीजों को ताले – चाबी में बंद करके नहीं रखता, फिर भी गाँव में आज – तक कभी कोई चोरी नही हुई !!**
3. *एक अनोखा गाँव जहाँ हर कोई संस्कृत बोलता हैं**
*कर्नाटक के शिमोगा शहर के कुछ ही दूरी पर एक गाँव ऐसा बसा हैं जहाँ ग्रामवासी केवल संस्कृत में ही बात करते हैं। शिमोगा शहर से लगभग दस किलोमीटर दूर मुत्तुरु अपनी विशिष्ठ पहचान को लेकर चर्चा में हैं। तुंग नदी के किनारे बसे इस गाँव में संस्कृत प्राचीन काल से ही बोली जाती है।**
*करीब पांच सौ परिवारों वाले इस गाँव में प्रवेश करते ही “भवत: नाम किम्?” (आपका नाम क्या है?) पूछा जाता है “हैलो” के स्थान पर “हरि ओम्” और “कैसे हो” के स्थान पर “कथा अस्ति?” आदि के द्वारा ही वार्तालाप होता हैं। बच्चे, बूढ़े, युवा और महिलाएँ- सभी बहुत ही सहज रूप से संस्कृत में बात करते हैं। भाषा पर किसी धर्म और समाज का अधिकार नहीं होता, तभी तो गाँव में रहने वाले मुस्लिम परिवार के लोग भी संस्कृत सहजता से बोलते हैं ।**
4. *एक गाँव जो हर साल कमाता है 1 अरब रुपए**
*यूपी का एक गाँव अपनी एक खासियत की वजह से पूरे देश में पहचाना जाता है। आप शायद अभी तक इस गाँव की पहचान से दूर रहें हों, लेकिन देश के कोने-कोने में इस गाँव ने अपने झंडे गाड़ दिए हैं।**
*अमरोहा जनपद के जोया विकास खंड क्षेत्र का ये छोटा सा गाँव है सलारपुर खालसा। 3500 की आबादी वाले इस गाँव का नाम पूरे देश में छाया है और इसका कारण है टमाटर। गाँव में टमाटर की खेती बड़े पैमाने पर होती है और 17 साल में टमाटर आसपास के गाँवों जमापुर, सूदनपुर, अंबेडकरनगर में भी छा गया है। कारोबार की बात करें, तो पांच माह में यहाँ 60 करोड़ का कारोबार होता है।**
5. *ये है “जुड़वों का गाँव”, रहते हैं 350 से ज्यादा जुड़वाँ**
*केरल के मलप्पुरम जिले में स्थित कोडिन्ही गाँव (Kodihni Village) को “जुड़वों के गाँव” (Twins Village) के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर वर्तमान में करीब 350 जुड़वा जोड़े रहते हैं, जिनमे नवजात शिशु से लेकर 65 साल के बुजुर्ग तक शामिल है। विश्व स्तर पर हर 1000 बच्चो पर 4 जुड़वाँ पैदा होते है, एशिया में तो यह औसत 4 से भी कम है। लेकिन कोडिन्ही में हर 1000 बच्चों पर 45 बच्चे जुड़वा पैदा होते है। हालांकि यह औसत पूरे विश्व में दूसरे नंबर पर, लेकिन एशिया में पहले नंबर पर आता है। विश्व में पहला नंबर नाइज़ीरिआ के इग्बो-ओरा को प्राप्त है जहाँ यह औसत 145 है। कोडिन्ही गाँव एक मुस्लिम बहुल गाँव है जिसकी आबादी करीब 2000 है। इस गाँव में घर, स्कूल, बाज़ार हर जगह हमशक्ल नज़र आते है।**
6. *एक गाँव जिसे कहते हैं, “भगवान का अपना बगीचा”**
*जहाँ एक और सफाई के मामले में हमारे अधिकांश गाँवो, कस्बों और शहरों की हालत बहुत खराब है, वहीं यह एक सुखद आश्चर्य की बात है की एशिया का सबसे साफ़ सुथरा गाँव भी हमारे देश भारत है।**
*यह है मेघालय का मावल्यान्नॉंग गांव जिसे “भगवान का अपना बगीचा” (God’s Own Garden) के नाम से भी जाना जाता है। सफाई के साथ साथ यह गाँव शिक्षा में भी अव्वल है। यहाँ की साक्षरता दर 100 फीसदी है, यानी यहाँ के सभी लोग पढ़े-लिखे हैं। खासी हिल्स डिस्ट्रिक्ट का यह गाँव मेघालय के शिलॉंन्ग और भारत-बांग्लादेश बॉर्डर से 90 किलोमीटर दूर है। साल 2014 की गणना के अनुसार, यहाँ 95 परिवार रहते हैं। यहाँ सुपारी की खेती आजीविका का मुख्य साधन है।**
7. *एक श्राप के कारण 170 सालों से हैं वीरान – रात को रहता है भूत प्रेतों का डेरा**
*हमारे देश भारत के कई शहर अपने दामन में कई रहस्यमयी घटनाओं को समेटे हुए है !! ऐसी ही एक घटना हैं राजस्थान के जैसलमेर जिले के कुलधरा गाँव की, यह गाँव पिछले 170 सालों से वीरान पड़ा हैं। कुलधरा गाँव के हज़ारों लोग एक ही रात मे इस गाँव को खाली कर के चले गए थे और जाते जाते श्राप दे गए थे कि यहाँ फिर कभी कोई नहीं बस पायेगा। तब से गाँव वीरान पड़ा हैं।**
8. *इस गाँव में कुछ भी छुआ तो लगता है 1000 रुपए का जुर्माना**
*हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के अति दुर्गम इलाके में स्तिथ है मलाणा गाँव। इसे आप भारत का सबसे रहस्यमयी गाँव कह सकते है। यहाँ के निवासी खुद को सिकंदर के सैनिकों का वंशज मानते है। यहाँ की अपनी संसद है जो सारे फैसले करती है। मलाणा भारत का इकलौता गांव है जहाँ मुग़ल सम्राट अकबर की पूजा की जाती है।**
*हिमाचल के मलाणा गाँव में लगे नोटिस बोर्ड।**
*कुल्लू के मलाणा गाँव में यदि किसी बाहरी व्यक्ति ने किसी चीज़ को छुआ तो जुर्माना देना पड़ता है। जुर्माने की रकम 1000 रुपए से 2500 रुपए तक कुछ भी हो सकती है।**
*अपनी विचित्र परंपराओं लोकतांत्रिक व्यवस्था के कारण पहचाने जाने वाले इस गांव में हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। इनके रुकने की व्यवस्था इस गाँव में नहीं है। पर्यटक गाँव के बाहर टेंट में रहते हैं। अगर इस गांव में किसी ने मकान-दुकान या यहाँ के किसी निवासी को छू (टच) लिया तो यहाँ के लोग उस व्यक्ति से एक हजार रुपए वसूलते हैं।**
*ऐसा नहीं हैं कि यहाँ के निवासी यहाँ आने वाले लोगों से जबरिया वसूली करते हों। मलाणा के लोगों ने यहाँ हर जगह नोटिस बोर्ड लगा रखे हैं। इन नोटिस बोर्ड पर साफ-साफ चेतावनी लिखी गई है। गाँव के लोग बाहरी लोगों पर हर पल निगाह रखते हैं, जरा सी लापरवाही भी यहां आने वालों पर भारी पड़ जाती है।**
*मलाणा गाँव में कुछ दुकानें भी हैं। इन पर गाँव के लोग तो आसानी से सामान खरीद सकते हैं, पर बाहरी लोग दुकान में न जा सकते हैं, न दुकान छू सकते हैं। बाहरी ग्राहकों को दुकान के बाहर से ही खड़े होकर सामान माँगना पड़ता है। दुकानदार पहले सामान की कीमत बताते हैं। रुपए दुकान के बाहर रखवाने के बाद सामन भी बाहर रख देते हैं।**
9. *यह गाँव कहलाता है ‘मिनी लंदन’**
*झारखण्ड की राजधानी रांची से उत्तर-पश्चिम में करीब 65 किलोमीटर दूर स्थित एक कस्बा गांव है मैक्लुस्कीगंज। एंग्लो इंडियन समुदाय के लिए बसाई गई दुनिया की इस बस्ती को मिनी लंदन भी कहा जाता है।**
*घनघोर जंगलों और आदिवासी गांवों के बीच सन् 1933 में कोलोनाइजेशन सोसायटी ऑफ इंडिया ने मैकलुस्कीगंज को बसाया था। 1930 के दशक में रातू महाराज से ली गई लीज की 10 हजार एकड़ जमीन पर अर्नेस्ट टिमोथी मैकलुस्की नामक एक एंग्लो इंडियन व्यवसायी ने इसकी नींव रखी थी। चामा, रामदागादो, केदल, दुली, कोनका, मायापुर, महुलिया, हेसाल और लपरा जैसे गांवों वाला यह इलाका 365 बंगलों के साथ पहचान पाता है जिसमें कभी एंग्लो-इंडियन लोग आबाद थे। पश्चिमी संस्कृति के रंग-ढंग और गोरे लोगों की उपस्थिति इसे लंदन का सा रूप देती तो इसे लोग मिनी लंदन कहने लगे।
10. *एक गाँव जहाँ छत पर रखी पानी की टंकियों से होती है घरो की पहचान**
*यह कहानी है पंजाब के जालंधर शहर के एक गाँव उप्पलां की। इस गाँव में अब लोगों की पहचान उनके घरों पर बनी पानी की टंकियों से होती है। अब आप सोच रहे होंगे की पानी की टंकियों में ऐसी क्या विशेषता है तो हम आपको बता दे कि यहाँ के मकानो की छतो पर आम वाटर टैंक नहीं है, बल्कि यहाँ पर शिप, हवाईजहाज़, घोडा, गुलाब, कार, बस आदि अनेकों आकर की टंकिया है।**
*इस गाँव के अधिकतर लोग पैसा कमाने लिए विदेशों में रहते हैं। गाँव में खास तौर पर एनआरआईज की कोठियाँ में छत पर इस तरह की टंकिया रखी हैं। अब कोठी पर रखी जाने वाली टंकियो से उसकी पहचान जानी जा रही हैं। नामी परिवार अपने घरों पर तरह तरह की टंकियां बनवा रहे हैं।
11. *इसे कहते हैं मंदिरों का गाँव और गुप्त काशी**
*झारखण्ड के दुमका जिले में शिकारीपाड़ा के पास बसे एक छोटे से गाँव ” मलूटी” में आप जिधर नज़र दौड़ाएंगे, आपको प्राचीन मंदिर नज़र आएंगे। मंदिरों की बड़ी संख्या होने के कारण इस क्षेत्र को गुप्त काशी और मंदिरों का गाँव भी कहा जाता है। इस गांव का राजा कभी एक किसान हुआ करते था। उसके वंशजों ने यहाँ 108 भव्य मंदिरों का निर्माण करवाया।**
*ये मंदिर बाज बसंत राजवंशों के काल में बनाए गए थे। शुरूआत में कुल 108 मंदिर थे, लेकिन संरक्षण के आभाव में अब सिर्फ 72 मंदिर ही रह गए हैं। इन मंदिरों का निर्माण 1720 से लेकर 1840 के मध्य हुआ था। इन मंदिरों का निर्माण सुप्रसिद्व चाला रीति से की गयी है। ये छोटे-छोटे लाल सुर्ख ईटों से निर्मित हैं और इनकी ऊंचाई 15 फीट से लेकर 60 फीट तक हैं। इन मंदिरों की दीवारों पर रामायण-महाभारत के दृश्यों का चित्रण भी बेहद खूबसूरती से किया गया है।*