नौकर दिलाने के बहाने दिल्ली बुलाया और कर दी हत्या

कोसली क्षेत्र के गांव कानड़वास से दिल्ली गए कारोबारी की अगवा कर हत्या कर दी गई थी। शुक्रवार को गांव में कारोबारी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। कारोबारी को छोड़ने के लिए मांगे गए रुपये को लेने आए एक अपहरणकर्ता को परिजनों और पुलिस ने पकड़ लिया है।

मृतक के परिजनों बताया कि योगेश खेतीबाड़ी करता था। कुछ दिन पहले उसने गुड़ियानी गांव के बस स्टैंड पर दुकान खोली थी। वह दुकान पर काम के लिए नौकर की तलाश कर रहा था। उसके पिता का दिल्ली में पहाड़गंज क्षेत्र में दूध का बूथ है।

जिस पर दूध लेने आने वाले पास के एक होटल पर काम करने वाले युवकों से दुकान पर काम करने के लिए नौकर दिलाने की बात की थी। युवकों ने इसके लिए योगेश को दिल्ली बुला लिया और उसे उत्तम नगर क्षेत्र में एक कमरे में बंद करके पीट-पीटकर मार डाला। बदमाशों ने देर रात योगेश की पत्नी अंजली को फोन करके उसके पति को अगवा करने की बात कही। उसकी सलामती के लिए पुलिस को बताए बिना एक करोड़ रुपये लेकर दिल्ली आने के लिए कहा।

परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना कोसली पुलिस को दी। कोसली पुलिस का एक जवान परिजनों के साथ सिविल ड्रेस में दिल्ली पहुंचा। अपहरणकर्ता योगेश की पत्नी के संपर्क में थे। परिवार वालों को बुधवार की दोपहर 2 बजे जामा मस्जिद इलाके में बुलाया गया।

 

उसके बाद दरियागंज बुलाया गया। परिजनो ने दरियागंज थाने की पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस द्वारा आरोपी किशनगंज निवासी तनवीर आलम को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। जबकि उसके साथी मोहम्मद शरीफ और सरफराज फरार हो गए थे। योगेश इकलौती बेटा था। उसकी एक सात साल की बेटी और एक पांच साल का बेटा है। देर शाम भारी दुखों के बीच योगेश का अंतिम संस्कार कर दिया गया।