दो गुटों में खूनी संघर्ष, फायरिंग में 3 की मौत, कई घायल

गुरुवार की दोपहर मेरठ किला परिक्षितगढ़ स्थित अगवानपुर की धरती खून से लाल हो गई। दो पक्षों के बीच चकबंदी विवाद और टशन बाजी को लेकर खूनी संघर्ष में तीन लोगों की मौत हो गई और आधा दर्जन से अधिक से लोग घायल हो गए। घटना के बाद एसपी देहात ने मौके पर मोर्चा संभाला तो एसएसपी मेडिकल में घायलों का हालचाल जानने पहुंची।

बताया जाता है कि बुधवार को गांव का निवासी अब्दुल बाकी अपने साथी नौमान के साथ मिल में गन्ना डालकर वापस लौट रहा था। इसी बीच गांव में सड़क निर्माण के लिए खड़ी मिक्सिंग मशीन हटाने को लेकर उसका इख्तेकार पक्ष के ठेकेदार अमीन, हबील और फरमान से विवाद हो गया था। आरोप है कि अमीन ने अब्दुल पर तमंचा तान दिया, जिसके बाद उनकी मारपीट हो गई। उस समय तो ग्रामीणों ने दोनों पक्षों को समझाते हुए अलग कर दिया।

गुरुवार को इसी बात को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। दोनों ओर से जमकर लाठी-डंडे चले और पथराव भी हुआ। जिसके बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर फायरिंग शुरू कर दी। सैकड़ों राउंड गोलियों के धमाकों से गांव में दहशत फैल गई और लोग घरों में कैद हो गए। दोनों ओर से हुई फायरिंग में अब्दुल के चचेरे भाई कमरूल (33) पुत्र नुरूलइस्माल और मुजस्सिर की मौके पर ही मौत हो गई। एक अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ा।

वहीं फहीन, कदीम, रफी और सदरूइस्लाम गंभीर रूप से घायल हो गए। उधर, इख्तेकार पक्ष से वसीम को गोली लगी। घटना की जानकारी के बाद एसपी देहात राजेश कुमार आनन-फानन में कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए घायलों को मेडिकल भेजा। गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। उधर, एसएसपी मंजिल सैनी दहल ने मेडिकल पहुंचकर घायलों से घटना की जानकारी की।