बिगब्रेकिंग : उत्तराखंड में हिमस्खलन से बड़ी दुर्घटना 28 पर्वतारोही फंसे, 9 की मृत्यु, मुख्यमंत्री पुष्करसिंह के निर्देश पर बचाव के लिए ऑपरेशन

✍️हरीश मैखुरी

उत्तराखंड में हिमस्खलन से बड़ी दुर्घटना 28 पर्वतारोही फंसे, 9 की मृत्यु मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी के निर्देश पर बचाव के लिए ऑपरेशन

उत्तरकाशी : उत्तरकाशी जनपद में हिमस्खलन के कारण पर्वतारोहण की ट्रेनिंग ले रहे प्रशिक्षार्थी बर्फ के पहाड़ पर फंस गए हैं। द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन के बाद नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम), उत्तरकाशी के 28 प्रशिक्षार्थियों के फंसे होने की सूचना है। चिंता की बात है कि हादसे में 9 प्रशिक्षार्थिों की मृत्यु का समाचार है।
बर्फ के पहाड़ पर फंसे प्रशिक्षार्थियों को बचाने के लिए देहरादून से एसडीआरएफ की टीमें भेजी गईं हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने की मदद मांगी है। सीएम धामी ने फंसे प्रशिक्षार्थियों के लिए सेना की मदद के लिए अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है।

प्रशिक्षार्थियों को शीघ्र बाहर निकालने के लिए निम की टीम के साथ जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और आईटीबीपी के जवानों द्वारा तेजी से सहयोग एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है। आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि ट्रेनिंग में प्रशिक्षक व प्रशिक्षणार्थी सहित कुल 175 लोग थे। जिसमे 29 लोग एवलांच की चपेट में आये हैं। 8 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है, 21 लोगों का रेस्क्यू कार्य गतिमान है। रेस्क्यू के लिए हैलीकाॅप्टर की सहायता ली जा रही है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने द्रौपदी का डांडा-2 चोटी में हिमस्खलन की चपेट में आए कई प्रशिक्षार्थियों की मृत्यु होने पर दुःख प्रकट करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।

 इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग, उत्तरकाशी के उन्नत पर्वतारोहण प्रशिक्षण ले रहे 29 व्यक्ति भागीरथी नदी की एक सहायक नदी दीन गढ़ के जलग्रहण क्षेत्र में डोकराणी बामक ग्लेशियर में हिमस्खलन से प्रभावित हुए हैं। 

  दरारों में। हिमस्खलन लगभग 1130 बजे हुआ।

 ग्लेशियर में एनआईएम (23.00.2022-08.10.2022) के दो पर्वतारोहण पाठ्यक्रम प्रगति पर थे, जिसका थूथन लगभग 3700 मीटर है और 141 प्रशिक्षुओं के अलावा 34 एनआईएम अधिकारी कथित तौर पर वहां मौजूद थे। हिमस्खलन ने उन्नत पर्वतारोहण पाठ्यक्रम (44 प्रशिक्षुओं और 09 प्रशिक्षकों) के व्यक्तियों को प्रभावित किया है जो अग्रिम आधार शिविर (एबीसी) के लगभग 5350 मीटर की ऊंचाई पर द्रौपदी-का-डंडा (5670 मीटर) से उतर रहे थे।

 खोज और बचाव कार्य किया जा रहा है और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की एक टीम घटना स्थल पर पहुंच गई है। भारतीय वायु सेना के 02 चीता हेलीकॉप्टर हर्षिल पहुंच गए हैं, जबकि 01 एएलएच को प्रभावित व्यक्तियों को जल्द से जल्द निकालने की सुविधा के लिए नागरिक उड्डयन हेलिकॉप्टरों के साथ मतली में तैनात किया गया है। हालांकि देर शाम से अत्यधिक कम दृश्यता और प्रभावित क्षेत्र में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण इन्हें क्रियान्वित नहीं किया जा सका।

 ताजा बर्फ, बड़े पैमाने पर दरारें और पहुंच एक बड़ी चुनौती है क्योंकि भटवारी के आसपास से तेल और जंगल चट्टी के माध्यम से ग्लेशियर के आधार शिविर तक पहुंचने के लिए लगभग दो दिनों तक ट्रेक करना पड़ता है।

इस एवलांच दुर्घटना में उत्तरकाशी ने एक चमकता हीरा खो दिया है। 

हज़ारों युवाओं की प्रेरणाश्रोत,,व एक कर्मठ,साहसशील, उत्तरकाशी का नाम सुविख्यात करने वाली #एवरेस्ट विजय करने वाली सविता कंसवाल अब हमारे बीच नहीं रही उत्तराखंड आपके अद्म्य साहस को कभी नही भूलेगा।

 प्रशिक्षुओं और प्रशिक्षकों के विवरण में रुचि रखने वाले रिश्तेदार, शुभचिंतक और मीडिया एनआईएम कंट्रोल रूम से 7060717717 और 9997254854 पर संपर्क कर सकते हैं।

4 October 2022: 29 persons undergoing advanced mountaineering training of Nehru Institute of Mountaineering, Uttarkashi have been affected by avalanche in Dokrani Bamak glacier in the catchment of Din Gad, a tributary of Bhagirathi river. Reportedly the affected persons are trapped

in the crevasses. The avalanche reportedly occurred around 1130 hrs.

Two mountaineering courses of NIM (23.00.2022-08.10.2022) were in progress at the glacier that has its snout at around 3700 m and apart from 141 trainees 34 NIM officials were reportedly present there. Avalanche has affected persons of Advanced Mountaineering Course (44 trainees and 09 instructors) that was descending from Draupadi-ka-Danda (5670 m) at an altitude of around 5350 m upslope of The advance base camp (ABC).

Search and rescue is being undertaken and one team of State Disaster Response Force has reached the incident site. 02 Cheeta helicopters of Indian Air Force have reached Harshil while 01 ALH is positioned at Matli together with a Civil Aviation choppers to facilitate early evacuation of the affected persons. These couldn’t however be pressed into action due to extremely low visibility and continuing snowfall in the affected area since late evening.

Fresh snow, massive crevasses and accessibility is a major challenge as one has to trek for around two days to reach the base camp of the glacier from around Bhatwari through Tela and Jungle Chatti.

Next of kin , well wishes and media interested in the details of the trainees and trainers can contact NIM Control Room at 7060717717 and 9997254854.