पर्यावरण विशेषज्ञ वैज्ञानिक डॉ विवेक चौधरी का कहना है कि यह कीड़ा बिल्कुल पालक की पत्तों की तरह होता है। इस कीड़े का नाम लीफमाइनर्स है। ये किड़े पत्तों में अपना घर बनाकर रहते हैं और पत्ते जैसा दिखने के कारण आंखों का धोखा खा जाना आम बात है।
ये कीड़ा न केवल पालक में पाया जाता है बल्कि पत्ते वाली हर तरीके की साग में पाया जाता है। वैसे भी साग-सब्जियों की कल्पना बिना कीड़े की नहीं की जा सकती, उनका घर और भोजन साग सब्जियां और पत्ते ही होते हैं।
यहा पाया जाता है यह कीड़ा
यह कीड़ा भारत, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में पाया जाता है। सबसे बड़ी बात यह है यह कीड़ा वातावरण के हिसाब से अपना रंग रूप बदल लेता है।
रखें सावधानी
अगर आप भी अपने भोजन में साग-सब्जियों को लेना पसंद करते हैं तो साग-सब्जियों को पकाने से पहले अच्छे तरीके से धो लें।