उत्तरायणी के अवसर पर खुले आदि बद्री धाम के कपाट

जितेन्द्र पंवार 
कर्णप्रयाग  पंच बद्रियों में से प्रथम भगवान आदिबद्री धाम के कपाट आज ब्रह्ममूर्त में बैदिक मंत्रोचार व विधिविधान के साथ श्रद्धालुओ के लिए खोल दिये गए है , इस अवसर पर क्षेत्र की महिलाओं के द्वारा कलश यात्रा भी निकाली जाएगी , साथ ही आज से मंदिर में सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा पुराण के आयोजन के साथ सात दिवसीय मेला भी शुरू हो जाएगा, उत्तराखंड के धामो में आदिबद्री धाम के कपाट सबसे पहले बंद व सबसे पहले खुलते है , मात्र एक महीने पौस माह के लिए बंद होते है मंदिर के कपाट , व मकर सक्रांति के दिन खोल दिए जाते है । मंदिर के पुजारी जी ने बताया कि भगवान बद्रीनाथ जी और आदिबद्री मंदिर में कपाट बंद और खुलने की पारम्परा एक सी है , बद्रीनाथ जी में विष्णु भगवान पद्मासन में तो आदिबद्री मंदिर में भगवान विष्णु खड़े में विराजमान है