सुमना क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने से 8 लोगों की मृत्यु 6 शव मिले, 4 घायल, रैस्क्यू किए गए 291 लोग आर्मी कैंम्प में, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह ने किया घटना क्षेत्र का हवाई निरिक्षण

रिपोर्ट- हरीश मैखुरी

चमोली, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हेलीकॉप्टर द्वारा सेना हेलीपेड जोशीमठ पहुचे , इसी बीच उन्होंने सुमना में भारत चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क पर गिरे ग्लेशियर का हवाई सर्वेक्षण किया । उन्होंने कहा कि सेना , जिला प्रशाषन व आईटीबीपी और एनडीआरएफ सहित बीआरओ वहां पर युद्ध स्तर पर रेस्क्यू का कार्य कर रही है । आठ लोगों के मरने की सूचना है 6 शव मिल चुके हुए है जबकि 4 लोग घायल बताए जा रहे है। 

 शुक्रवार को लगभग 4 बजे तिब्बत चाइना बॉर्डर पर ग्लेशियर सुमना – रिमखिम सड़क पर सुमना से लगभग 4 किमी दूर एक स्थान पर टूटा । यह जोशीमठ – मलारी- गिरथिडोबला – सुमना- रिमखिम क्षेत्र में स्थित है।

आपको बता दें कि यहाँ सड़क निर्माण कार्य के लिए पास में एक बीआरओ टुकड़ी और दो श्रमिक शिविर मौजूद हैं। एक सेना शिविर सुमना से 3 किलोमीटर (बीआर सुमना डिटेल से लगभग 1 किलोमीटर छोटा) स्थित है। इस क्षेत्र में पिछले 5 दिनों से भारी बारिश और हिमपात हुआ है और अभी भी जारी है।

भारतीय सेना द्वारा तुरंत बचाव अभियान शुरू किया गया। 291 मजदूरों को सुरक्षित बचा लिया गया है और अब वे आर्मी कैंप में हैं। दोनों शिविरों में अन्य मजदूरों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान जारी है। अब तक दो शव बरामद किए गए हैं।

सुमना हादसे में 391 लेबर सेना व आईटीबीपी कैंपो में सुरक्षित: मुख्यमंत्री

 

-मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने इलाके का हवाई सर्वेक्षण के बाद चमोली में मीडियाकर्मियों से बातचीत में दी जानकारी

सेना, आईटीबीपी समेत एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व जिला प्रशासन राहत बचाव में जुटा

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने आज जोशीमठ के सुमना में ग्लेशियर टूटने वाले क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। हवाई सर्वेक्षण व सेना के अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत जी ने चमोली में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि सुमना में जहां पर ग्लेशियर टूटा वहां पर बीआरओ के लगभग 400 लेबर काम कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने बताया कि इनमें से कुल 391 लोग सेना व आईटीबीपी के कैम्पों तक पहुँच गए हैं और पूरी तरह से सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री जी ने बताया कि इस हादसे में छह मजदूरों के मारे जाने की जानकारी मिली है जबकि 4 लोग घायल हैं। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मौके पर सेना, आईटीबीपी की टीमें राहत बचाव कार्य में जुटी हैं। एसडीआरएफ वहां पर आगे बढ़ी है और एनडीआरएफ की कुछ टीमें भी आगे बढ़ रही हैं। जिला प्रशासन भी शुक्रवार से ही पूरी मुस्तैदी से राहत-बचाव में जुट है। गाजियाबाद में भी एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट मोड पर हैं।

मल्टीपल लैंड स्लाइड के कारण 4 से 5 स्थानों पर सड़क की पहुंच कट जाती है। जोशीमठ से बीआरटीएफ की टीमें बीती शाम से भापकुंड से लेकर सुमना तक की स्लाइड्स को साफ करने में लगी हैं। इस पूरी सड़क को साफ करने में 6 से 8 घंटे लग सकते हैं।

उक्त घटना की जानकारी प्राप्त होते ही बचाव इकाइयां ,शासन व प्रशासन तत्काल हरकत में आ गया। रात्रि मौसम अत्यधिक खराब होने व अत्यधिक बर्फबारी से मार्ग अवरुद्ध होने के  बाद भी SDRF रेस्क्यू टीम इंस्पेक्टर श्री हरक सिंह राणा के नेतृत्व में रेस्क्यू  हेतु रवाना हुई। जोशीमठ से 31 किलोमीटर आगे रात्रि में ही सुराईथोटा  पहुंचे जहां ग्रीफ  का बेस कैंप है  ग्रीफ कमांडर से संपर्क किया गया  ग्रीफ बेस कैंप से  31 किलोमीटर आगे  मलारी है और वहां से 16 किलोमीटर आगे सुमना पोस्ट है जहां चमोली डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल ने घटना होना बताया  है। SDRF रेस्क्यू टीम इंचार्ज इंस्पेक्टर हरक सिंह राणा द्वारा सेटेलाइट फोन के माध्यम से  अवगत कराया गया है कि SDRF की 9 सदस्यीय टीम बर्फबारी से रास्ता अवरुद्ध होने के कारण पैदल भाप कुंड  पहुंची  है और ग्रीफ के 20 जवानों के साथ पैदल ही घटनास्थल पर जा रही है। मुख्यमंत्री के साथ उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत और बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट भी साथ रहे।