डा० केशव बलिराम की जयन्ती पर अनेक जगह उत्सव, गुरु तेगबहादुर और भारत की पहली महिला डॉक्टर आंनदी बाई जोशी की जयन्ती पर शत शत नमन।

अंग्रेज़ी कैलेंडर के अनुसार आज
भारत राष्ट्र के महान  चिंतक भारतीय संस्कृति के  अनन्य उपासक और वर्तमान में विश्व के सबसे बड़े सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रथम संचालक डा० केशव बलिराम हेडगेवार की 132 वीं  जयंती है। 
 
इनका जन्म 1अप्रैल 1889 को नागपुर में एक निर्धन ब्राह्मण परिवार में हुआ था
बचपन से ही क्रांतिकारी प्रवृत्ति के थे एक बार जब स्कूल में अंग्रेज़ी इंस्पेक्टर निरीक्षण के लिए आए तो इन्होंने उनका स्वागत  ‘बंदे मातरम ‘ के घोष के साथ किया जिस से इनको स्कूल   से निष्कासित  कर दिया गया तो ये नागपुर से पूना आ गए और वहीं पर ही मैट्रिक की परीक्षा दी
1925 में इन्होंने विजय दशमी के पुनीत पर्व पाँच कार्यकर्ताओं के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की जो इस समय विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है इसके लाखों कार्यकर्ता देश हित को ही सर्वोपरि समझते है 
    कल्पना कीजिये अगर ये महा पुरुष 1925 में छोटे छोटे बच्चो को लेकर बड़े उद्देश्य से संघ की स्थापना नहीं करता तो आज देश की हालत क्या होती, आज संघ चारों ओर देशद्रोहियों से भारत भूमि और सनातन की रक्षा में लड़ रहा है ,सामाजिक सांस्कृतिक, राजनीतिक, जिहादी, मिसनरी, जातिवाद, वामपंथ, आदि हर तरह के देश घाती वार से देश धर्म को बचाने वाले संगठन आरएसएस को जिस व्यक्ति ने स्थापित किया, सोचो उस व्यक्ति की सोच कितनी व्यापक होगी!!! 
जिसने देश की चुनोतियों से लड़ने का तत्कालीक रास्ता नहीं निकाला बल्कि स्थाई ओर युगों युगों तक भारत भूमि और सनातन धर्म पर आई चुनोतियों से निपटने के लिए अमर संगठन दिया, और आज वही संघ 96 सालों से निरन्तर राष्ट्र सेवा करता जा रहा है। इस देश को डॉक्टर हेडगेवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रूप में अजर अमर प्रहरी देकर गए हैं जो प्रहरी न थकता है न रुकता है न झुकता है न बिकता है बस बढ़ा जा रहा है भारत भूमि को पुनः उसके गोरव तक पहुचाने के लिए।
संघ जैसे पवित्र अमर निश्वार्थ राष्ट्रभक्त संगठन को स्थापित करने वाला व्यक्ति साधारण नहीं होसकता डॉक्टर हेडगेवार एक युग दृष्टा थे। उन्होंने संगठन को भी व्यक्तिवादी नहीं अपितु तत्व वादी बनाया।
आज उन्हीं युग पुरुष युग द्रष्टा पूज्य डॉक्टर हेडगेवार जी की जन्म जयंती है। डा० केशव बलिराम की 132 वीं जयंती अनेक जगह उत्सव के साथ मनाई जाती है। भारत माता की जय
भारत की पहली महिला डॉक्टर आंनदी बाई जोशी की जयन्ती पर शत शत नमन।