चौदह भुवन सप्त द्वीप नो खंडों को भी अवश्य जाने, ऐजेन्डेबाजों ने अपनी राजनीतिक क्षुधा पूर्ति के लिए भारत के लिए दो दो ओलंपिक मैडल जीतने वाली मनु भाकर के अद्वितीय रिकॉर्ड को कैसे नैपत्थ्य में डाला, आज का पंचाग आपका राशि फल

रील्स पर नाचने वालों को तो सब फेमस करते हैं, लेकिन विडम्बना देखिये है कि भारत के लिए दो-दो मेडल जीतने के बाद भी प्यारी बेटी #मनु_भाकर को कोई चर्चित नहीं करता। ऐजेन्डेबाजों ने शून्य मैडल लाने वाली एक धरने बाज को अपनी राजनीतिक क्षुधा पूर्ति के लिए उपयोग किया लेकिन भारत के लिए दो दो ओलंपिक मैडल जीतने वाली मनु भाकर का रिकॉर्ड कैसे नैपत्थ्य में डाल दिया, इसी से सैक्युलरिज्म और बामपंथियों का ऐजेन्डा स्पष्ट हो जाता है 💯❤️✍️हरीश मैखुरी 

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम-आज का पञ्चाङ्ग

🌻सोमवार, ११ नवम्बर २०२४🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:४४, सूर्यास्त: 🌅 ०५:२६

चन्द्रोदय: 🌝 १४:२३, चन्द्रास्त: 🌜२६:२४

अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🌳 हेमन्त 

शक सम्वत: 👉 १९४६ (क्रोधी)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८१ (पिंगल)

मास 👉 कार्तिक 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 दशमी (१८:४६ से एकादशी)

नक्षत्र 👉 शतभिषा (०९:४० से पूर्वाभाद्रपद)

योग 👉 व्याघात (२२:३६ से हर्षण)

प्रथम करण 👉 तैतिल (०७:५७ तक)

द्वितीय करण 👉 गर (१८:४६ तक)

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

॥ गोचर ग्रहा: ॥ 🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 तुला 

चंद्र 🌟 मीन (२६:१८ से)

मंगल 🌟 कर्क (उदित, पूर्व, मार्गी)

बुध 🌟 वृश्चिक (उदय, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 वृष (उदित, पश्चिम, वक्री)

शुक्र 🌟 धनु (उदित, पूर्व, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मीन, केतु 🌟 कन्या  

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

शुभाशुभ मुहूर्त विचार

⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३९ से १२:२२

अमृत काल 👉 २४:२८ से २५:५७

रवियोग 👉 पूरे दिन

विजय मुहूर्त 👉 १३:४८ से १४:३१

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२३ से १७:४९

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:२३ से १८:४२

निशिता मुहूर्त 👉 २३:३५ से २४:२८

राहुकाल 👉 ०७:५९ से ०९:२०

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 १०:४० से १२:०१

दुर्मुहूर्त 👉 १२:२२ से १३:०५

होमाहुति 👉 शुक्र (०९:४० से शनि)

दिशा शूल 👉 पूर्व

नक्षत्र शूल 👉 दक्षिण (०९:४० से)

अग्निवास 👉 आकाश 

भद्रावास 👉 मृत्यु (२९:२८ से पूर्ण)

चन्द्र वास 👉 पश्चिम (उत्तर २६:२२ से) 

शिववास 👉 सभा में (१८:४६ से क्रीड़ा में)

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

☄चौघड़िया विचार☄

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – अमृत २ – काल, ३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर, ७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – चर २ – रोग, ३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ, ७ – अमृत ८ – चर

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

शुभ यात्रा दिशा🚌🚈🚗⛵🛫

उत्तर-पश्चिम (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

तिथि विशेष〰️〰️〰️〰️

आशा दशमी, भीष्म पंचक व्रतारम्भ, कंस वधलीला (मथुरा), गृहप्रवेश मुहूर्त+वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ०९:२७ से १०:४८ तक आदि।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

आज ०९:४० तक जन्मे शिशुओ का नाम                     

शतभिषा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (सू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (से, सो, द, दि) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

उदय-लग्न मुहूर्त

तुला – २८:४५ से ०७:०६

वृश्चिक – ०७:०६ से ०९:२५

धनु – ०९:२५ से ११:२९

मकर – ११:२९ से १३:१०

कुम्भ – १३:१० से १४:३६

मीन – १४:३६ से १५:५९

मेष – १५:५९ से १७:३३

वृषभ – १७:३३ से १९:२८

मिथुन – १९:२८ से २१:४३

कर्क – २१:४३ से २४:०५+

सिंह – २४:०५+ से २६:२३+

कन्या – २६:२३+ से २८:४१+

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०६:३९ से ०७:०६

रोग पञ्चक – ०७:०६ से ०९:२५

शुभ मुहूर्त – ०९:२५ से ०९:४०

मृत्यु पञ्चक – ०९:४० से ११:२९

अग्नि पञ्चक – ११:२९ से १३:१०

शुभ मुहूर्त – १३:१० से १४:३६

रज पञ्चक – १४:३६ से १५:५९

अग्नि पञ्चक – १५:५९ से १७:३३

शुभ मुहूर्त – १७:३३ से १८:४६

रज पञ्चक – १८:४६ से १९:२८

शुभ मुहूर्त – १९:२८ से २१:४३

चोर पञ्चक – २१:४३ से २४:०५+

शुभ मुहूर्त – २४:०५+ से २६:२३+

रोग पञ्चक – २६:२३+ से २८:४१+

शुभ मुहूर्त – २८:४१+ से ३०:४०+

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

आज का राशिफल🐐🐂💏💮🐅👩

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आपके लिये आज का दिन आशा से कम लाभदायक लेकिन फिर भी संतोषजनक रहेगा। संतोषी प्रवृति रहने के कारण व्यर्थ की उलझनों से बचे रहेंगे। आज आपको आर्थिक विषमताओं का सामना करना पड़ेगा कार्य क्षेत्र अथवा घर मे कोई ना कोई आपके व्यवहार से असंतोष जतायेगा लेकिन आप जानकर भी अनजान बनेंगे। धार्मिक पूजा पाठ में सम्मिलित होने के अवसर मिलेंगे परन्तु ध्यान एकाग्र नही रहने के कारण आध्यात्म लाभ नही मिल पायेगा। नौकरी वाले लोग आज कार्य भार कम रहने से शांति अनुभव करेंगे फिर भी अधिकारी वर्ग से आज कम ही बनेगी। बुजुर्गो का आशीर्वाद और मार्गदर्शन मिलेगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन भी आपके अनुकूल बना रहेगा लेकिन आज स्वभाव में थोड़ी तल्खी रहने से आपसी व्यवहारिकता में कमी आएगी। लोग आपसे अपेक्षाये लेकर आएंगे परन्तु निराश होना पड़ेगा। दैनिक कार्य के अतिरिक्त कार्य आने से कुछ समय के लिए असहजता बनेगी। व्यक्तिगत व्यस्तता के कारण सामाजिक कार्यो में बेमन से भाग लेना पड़ेगा फिर भी सम्मान पाने के अधिकारी बनेंगे। काम-धंधे में सुधार आयेगा लेकिन रुके कार्य आज भी पूर्ण होने में संदेह रहेगा। नौकरी पेशाओ एवं महिलाओ का आस-पड़ोसियों से झगड़ा होने की संभावना है। परिवार में किसी से बीमार होने पर चिंता होगी धन खर्च के साथ अतिरिक्त भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। अपनी सेहत का भी ख्याल रखें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आप धार्मिक कार्यो के लिये अपने नियत कार्यक्रम को रद्द करेंगे जिससे बाद में अधिकांश कार्य अस्त-व्यस्त होंगे। धार्मिक भावनाएं आज बलवती रहेंगी लेकिन परोपकार के कार्य स्वार्थ पूर्ति के लिये ही करेंगे। दिन के आरम्भ में स्वास्थ्य संबंधित शिकायत रहेगी मध्यान तक धीरे धीरे सुधार आने लगेगा दवाओं पर खर्च करना पड़ेगा। व्यवसाय में आज आश्वासनों से ही काम चलाना पड़ेगा। नए अनुबंध हाथ लगेंगे लेकिन आज इनपर कार्य आरम्भ नही कर पाएंगे। गृहस्थ में आज शांति स्थापित होगी फिर भी बुजुर्गो को संतुष्ट रखना नामुमकिन होगा। आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन भी प्रतिकूल रहेगा। शारीरिक रूप से असमर्थ रहने के कारण आवश्यक कार्यो में विलंब होगा स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। मन मे नकारत्मक भाव आएंगे किसी की हित मे कही बाते भी उल्टी लगेंगी। कार्य व्यवसाय में आज किसी के सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी वो भी समय पर नही मिलेगा। धन की आमद अनिश्चित रहेगी खर्च निकालने के लिये भी जोड़-तोड़ करना पड़ेगा। उधार के व्यवहार से बचे अन्यथा बाद में परेशानी होगी। पारिवारिक वातावरण में विरोधाभास लगा रहेगा घर के सदस्य एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करेंगे। घर के बुजुर्ग वर्ग दुखी होंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन विजय दिलाने वाला रहेगा। स्वभाव में थोड़ी तेजी रहने के कारण किसी के मार्गदर्शन को भी अहम से जोड़ेंगे आज आप किसी अन्य के आधीन होकर काम करना पसंद नही करेंगे। मनमौजी व्यवहार अन्य लोगो के लिए परेशानी खड़ी करेगा लेकिन आपके लिये शांति दायक रहेगा। जिस कार्य को करेंगे उसमे ही विलम्ब होगा फिर भी अपनी सूझ बूझ से लाभ बना ही लेंगे। व्यवसायी वर्ग जोखिम वाले कार्य शेयर सट्टे आदि से लाभ कमाएंगे। नौकरी वाले लोग भी कार्य कुशलता के बल पर सम्मान के अधिकारी बनेंगे। परिवार का वातावरण आपसी समझ की कमी के कारण कुछ समय के लिये गरम होगा। पित्त, कफ से परेशानी होगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आप अपने अभिमानी स्वभाव के कारण घर मे बैठे बिठाये झगड़ा मोल लेंगे इसके विपरीत कार्य अथवा सामाजिक क्षेत्र पर ऐश्वर्य वृद्धि होगी। घर से ज्यादा बाहर का वातावरण भायेगा। कार्य व्यवसाय में सोची योजनाए धीमी गति से चलेंगी आज जहां से लाभ की उम्मीद रहेगी वहां की जगह अन्य साधनों से अक्समात होगा। विरोधी आपके खिलाफ षड्यंत्र रचेंगे लेकिन कामयाब नही हो पाएंगे फिर भी मीठा बोलने वालों से सतर्क रहें। अधिकारी वर्ग से नोकझोंक होगी जिससे कागजी कार्य अधूरे रह सकते है। स्वास्थ्य मध्यान बाद नरम रहेगा भागदौड़ के कारण थकान बनेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन आप अपनी बात मनवाने के लिये सामने वाले पर नाजायज दबाव बनाएंगे जिससे आपसी संबंध खराब होने का भय रहेगा फिर भी देर अबेर अपना काम बना ही लेंगे। नौकरी पेशा जातक अधिकारियों के ऊपर आवश्यकता से अधिक विश्वासः करेंगे जिसका परिणाम आज निराश ही करेगा। व्यवसायी वर्ग धन को लेकर थोड़े चिंतित रहेंगे उधारी के कारण कार्य क्षेत्र पर गरमा गरमी हो सकती है। आध्यात्मिक कार्यो में भी समय निकाल सम्मिलित होंगे लेकिन आज मन अन्यत्र ही भटकेगा। बाहर घूमने की योजना अंत समय मे निरस्त करनी पड़ेगी। सुख सुविधा मिलने पर भी मानसिक रूप से अशान्त रहेंगे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आपका स्वभाव बात-बात पर गरम होगा। किसी से किया वादा पूर्ण ना करने पर अपमानित होना पड़ेगा। जल्दबाजी में कार्य करेंगे त्रुटि होने पर बाद में अफसोस होगा। आज धन संबंधित व्यवहार अधिक आवश्यकता पडने पर ही लिख कर ही करें भूल होने की संभावना हैं। धन लाभ को लेकर मध्यान तक चिंतित रहेंगे मध्यान बाद आवश्यकता अनुसार होने से राहत मिलेगी। घर का वातावरण भी आपके रूखे व्यवहार से अशान्त रहेगा। बड़े-बुजुर्गों की बात ना मानने पर कुछ ना कुछ हानि होगी। आज शांति बनाए रखने के लिये मौन रहना ही बेहतर रहेगा। सर-बदन दर्द रक्त चाप संबंधित परेशानी होगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन भी भाग-दौड़ में बीतेगा। दिन के आरम्भ से ही किसी कार्य को करने के लिए व्यस्त हो जाएंगे। कार्य व्यवसाय में आज अधूरे कार्य पूर्ण करने की जल्दबाजी रहेगी फिर भी समय से पूर्ण नही हो पाएंगे। व्यवसायी वर्ग धन सम्बन्धीत व्यवहार के कारण चिंतित रहेंगे समय पर कार्य पूर्ण ना होने कारण खरी-खोटी सुन्नी पड़ेगी। मध्यान बाद का समय राहत वाला रहेगा। धन संबंधित समस्या किसी की सहायता से सुलझेंगी लेकिज आज आर्थिक कारणों से किसी से पुराना संबंध टूटने की संभावना है। परिवार के बीच आप ज्यादा शांत एवं सुरक्षित अनुभव करेंगे। पेट खराब होने पर अन्य व्याधियां बनेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आप लापरवाहि ज्यादा करेंगे। छोटी-छोटी गलती भी आगे चलकर गंभीर रूप ले सकती है इसका विशेष ध्यान रखना होगा। किसी भी कार्य को दिमाग की जगह दिल से करने के कारण सफलता में संशय रहेगा। धन संबंधित उलझने दिन के आरंभ से ही खड़ी होंगी जो कि संध्या तक यथावत बनी रहेगी संध्या के आस-पास कही से थोड़ा बहुत धन मिलने से दैनिक खर्च निकल जाएंगे। आर्थिक मामलों को लेकर आज ज्यादा तामझाम में ना पढ़ें अन्यथा छोटे लाभ से भी वंचित रहना पडेगा। मित्र रिश्तेदारों के आगे भी धन संबंधित कार्यो को लेकर शर्मिंदा होना पड़ सकता है। उधार किसी से भी ना करे चुकाने में परेशानी आएगी। सेहत में छोटी मोटी व्याधी लगी रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन आपके स्वभाव में आलस्य अधिक रहेगा। शिथिलता में लाभ के अवसर हाथ से निकल सकते है सतर्क रहें। कार्य व्यवसाय में आज बीते कल की अपेक्षा तेजी रहेगी धन कमाने के अवसर मिलते रहेंगे आवश्यकता अनुसार लाभ आसानी से हो जाएगा लेकिन लालच में ज्यादा कमाने की वृत्ति कुछ ना कुछ कमी ही करेगी। संतोषी वृति अपनाकर ही आज प्रत्येक कार्य निर्विघ्न सम्पन्न किया जा सकता है इसका विशेष ध्यान रखें। हर में मांगलिक कार्यक्रम होने से वातावरण शांत रहेगा। विपरीत लिंगीय आकर्षण भी कुछ अधिक रहेगा इसके कारण परिवार में गलतफहमी पनपने से खींच तान हो सकती है। सेहत बनी रहेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन भी संघर्ष से भरा रहेगा। दिन के आरंभ में ही कोई दुखद घटना से मन बेचैन रहेगा। दिनचार्य आज अस्त-व्यस्त ही रहेगी। जिस कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे अनिर्णय की स्थिति रहने के कारण विलम्ब होगा हानि के डर से आज कोई जोखिम लेने से बचेंगे केवल यही निर्णय आज सही रहेगा अन्य में कुछ ना कुछ उलझन ही बनेगी। अकस्मात धन क्षय के योग बन रहे है नए कार्यो में धन ना लगाए पहले अधूरे कार्य पूर्ण करें अन्यथा निरस्त किये जा सकते है। पारिवारिक वातावरण में विवेक की कमी रहेगी छोटी-छोटी बात पर आपस में उलझेंगे। शारीरिक दृष्टिकोण से भी आज दिन प्रतिकूल रहेगा।🙏राधे राधे🙏

यदि आप सनातन धर्म संस्कृति में संध्या के समय का संकल्प देखेंगे तो आश्चर्य होगा। अपने संकल्प में प्रत्येक सनातनी समूचे ब्रह्मांड सत्ताईस नक्षत्रों नव ग्रह और इस धरती के सभी द्वीपों सभी प्राणियों के कल्याण की कामना करते हुए भगवान से प्रार्थना का संकल्प करता है। सर्वारिष्ट अर्थात सभी के सभी तरह के अरिष्ट खंडित हों। 

ॐ विष्णुर्विष्णुर्विष्णु:, ॐ अद्य ब्रह्मणोऽह्नि द्वितीय परार्धे श्री श्वेतवाराहकल्पे वैवस्वतमन्वन्तरे, अष्टाविंशतितमे कलियुगे, कलिप्रथम चरणे——- जम्बूद्वीपे भरतखण्डे भारतवर्षे ———(अपने नगर/गांव का नाम लें) पुण्य क्षेत्रे बौद्धावतारे वीर विक्रमादित्यनृपते : 2068, तमेऽब्दे क्रोधी नाम संवत्सरे उत्तरायणे बसंत ऋतो महामंगल्यप्रदे मासानां मासोत्तमे चैत्र मासे शुक्ल पक्षे प्रतिपदायां तिथौ सोम वासरे (गोत्र का नाम लें) गोत्रोत्पन्नोऽहं अमुकनामा (अपना नाम लें) सकलपापक्षयपूर्वकं सर्वारिष्ट शांतिनिमित्तं सर्वमंगलकामनया- श्रुतिस्मृत्योक्तफलप्राप्त्यर्थं मनेप्सित कार्य सिद्धयर्थं श्री दुर्गा पूजनं च अहं करिष्ये। तत्पूर्वागंत्वेन निर्विघ्नतापूर्वक कार्य सिद्धयर्थं यथामिलितोपचारे गणपति पूजनं करिष्ये।

पुराणों में तीन लोक और 14 भुवन है, वो इस प्रकार है।

पाताल लोक ( अधोलोक ): इस लोक में राजा बलि अमर है | यह वरदान उन्हें विष्णु ने दिया था | विष्णु पुराण के अनुसार सात प्रकार के पाताल लोक होते हैं। यहा दैत्य, दानव, यक्ष और बड़े बड़े नागों की जातियां वास करतीं हैं।

2.भूलोक ( मध्यलोक ): यह पृथ्वी है जिसमे मनुष्य जीव जन्तु निवास करते है |

3.स्वर्गलोक(उच्चलोक) : यहा देवताओ के राजा इंद्र , सूर्य देवता , पवनदेव , चन्द्र देवता , अग्नि देव , जल के देवता वरुण , देवताओं के गुरू ब्रहस्पति , अप्सराये आदि निवास करती है, हिन्दू देवी-देवताओं का वास है, 

14 चौदय भवन के नाम

इन लोको को भी 14 लोको में बांटा गया है। इन 14 लोकों को भवन भी पुकारा जाता है-
1. सत्लोक
2. तपोलोक
3. जनलोक
4. महलोक
5. ध्रुवलोक
6. सिद्धलोक
7. पृथ्वीलोक
8. अतललोक
9. वितललोक
10. सुतललोक
11. तलातललोक
12. महातललोक
13. रसातललोक
14. पाताललोक

श्लोक तीन लोक और भवन पर

“ तीन लोक चौदह भुवन, प्रेम कहूँ ध्रुव नाहिं।
जगमग रह्यो जराव सौ, श्री वृन्दावन माहिं।। ”

श्री ध्रुवदास कहते हैं कि तीन लोक और चौदह भुवनों में सहज प्रेम के दर्शन कहीं नही होते। यह तो एकमात्र श्री वृन्दावन में कञ्चन में जड़ी मणि की भाँति जगमगा रहा है।सनातनी ऐतिहासिक भूगोल के वर्णन के अनुसार जम्बूद्वीप सप्तमहाद्वीपों में से एक है। यह पृथ्वी के केन्द्र में स्थित माना गया है। इसके नौ खण्ड हैं, जिनके नाम ये हैं- इलावृत्त, भद्रास्व, किंपुरुष, भारत, हरि, केतुमाल, रम्यक, कुरू और हिरण्यमय । इसका नामकरण जम्बू (जामुन) नामक वृक्ष के आधार पर हुआ है। इस जम्बू वृक्ष के रसीले फल जिस नदी में गिरते हैं वह मधुवाहिनी जम्बूनदी कहलाती है। यहीं से जाम्बूनद नामक स्वर्ण उत्पन्न होता है। इस जल और फल के सेवन से रोग-शोक तथा वृद्धावस्था आदि का प्रभाव नहीं होता।[1]

भारतवर्ष के सनातनी परिवार पूजा तर्पण के समय एक मंत्र में प्रतिदिन स्मरण करते हैं- जम्बूद्वीपे, भरतखण्डे, आर्यावर्ते…. (जम्बूद्वीप के भारतखण्ड के आर्यवर्त में…)। पुराणों में जम्बूद्वीप के छह वर्ष पर्वत बताए गए हैं- हिमवान, हेमकूट, निषध, नील, श्वेत और श्रृंगवान । कालान्तर में इस जम्बूद्वीप के आठ द्वीप बन गए- स्वर्णप्रस्थ, चन्द्रशुक्ल, आवर्तन, रमणक (रमन्त्रा),मन्दर, हरिण, पाञ्चजन्य तथा सिंहल । जम्बूद्वीप की भौगोलिक रचना हस्तिनापुर ( उ०प्र० ) में निर्मित है । 250 फुट के विस्तृत क्षेत्र में इसका निर्माण हुआ है ।

पुराणों के अनुसार महाराज सगर के पुत्रों के पृथ्वी को भेदने से जम्बूद्वीप में आठ उपद्वीप बन गये थे जिनके नाम हैं:

स्वर्णप्रस्थ

चन्द्रशुक्ल

आवर्तन

रमणक

मनदहरिण

पाञ्चजन्य

सिंहल तथा

लंका। 

ब्रह्म पुराण, अध्याय 18, श्लोक 21, 22, 23 में यज्ञों द्वारा जम्बूद्वीप के महान होने का प्रतिपादन है-

तपस्तप्यन्ति यताये जुह्वते चात्र याज्विन।।

दानाभि चात्र दीयन्ते परलोकार्थ मादरात्॥ 21॥

पुरुषैयज्ञ पुरुषो जम्बूद्वीपे सदेज्यते।।

यज्ञोर्यज्ञमयोविष्णु रम्य द्वीपेसु चान्यथा॥ 22॥

अत्रापि भारतश्रेष्ठ जम्बूद्वीपे महामुने।।

यतो कर्म भूरेषा यधाऽन्या भोग भूमयः॥23॥

अर्थ- भारत भूमि में लोग तपश्चर्या करते हैं, यज्ञ करने वाले हवन करते हैं तथा परलोक के लिए आदरपूर्वक दान भी देते हैं। जम्बूद्वीप में सत्पुरुषों के द्वारा यज्ञ भगवान् का यजन हुआ करता है। यज्ञों के कारण यज्ञ पुरुष भगवान् जम्बूद्वीप में ही निवास करते हैं। इस जम्बूद्वीप में भारतवर्ष श्रेष्ठ है। यज्ञों की प्रधानता के कारण इसे (भारत को) को कर्मभूमि तथा और अन्य द्वीपों को भोग- भूमि कहते हैं। इसे नो खंडों के नाम से जाना जाता है। जो इस प्रकार हैं – 

इंद्र खंड, 

कांस्य खंड,

 ताम्र खंड, 

गभस्तिखंड, 

नाग खंड, 

सौम्य खंड, 

गंधर्व खंड, 

चारण खंड, 

भारत खंड

पुराणों और वेदों के अनुसार, धरती पर सात द्वीप हैं जिनके नाम ये हैं:

जम्बू, प्लक्ष, शाल्मली, कुश, क्रौंच, शाक, पुष्कर. 

इन सातों द्वीपों के बारे में कुछ और जानकारीः

ये सातों द्वीप चारों ओर से सात समुद्रों से घिरे हुए हैं. ये सात समुद्र हैं- खारा पानी, इक्षुरस, मदिरा, घी, दही, दूध, और मीठा पानी. 

इन सातों द्वीपों से ही धरती का मानचित्र तैयार होता है. 

जम्बूद्वीप को पृथ्वी के केंद्र में माना गया है. 

जम्बूद्वीप का नामकरण जम्बू (जामुन) नामक वृक्ष के आधार पर हुआ है. 

कुश द्वीप के स्वामी वीरवर ज्योतिष्मान थे. 

शाक द्वीप की पहचान मलाया, स्याम, हिन्द-चीन, और दक्षिणी चीन से की जा सकती है. 

प्लक्ष या पाखारा वृक्ष गर्म शीतोष्ण या भूमध्य सागरीय भूमि की विशेषता है. 

शाल्मला, पश्चिम में हिंद महासागर की सीमा पर स्थित अफ़्रीका का उष्णकटिबंधीय भाग है. 

क्रौंच का प्रतिनिधित्व काला सागर के बेसिन द्वारा किया जाता है कि संकलन और विश्लेषण ✍️ डाॅ0 हरीश मैखुरी