उत्तराखंड में आयोजित 49वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस मे सम्मिलित हुए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर को बताया गर्व की बात, टिहरी में हुई मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक अनेक मुख्यमंत्रियों ने किया प्रतिभाग, आगामी लोकसभा चुनावों की दृष्टि से अमित शाह की उत्तराखंड भाजपा प्रतिनिधियों से गहन मंत्रणा

✍️हरीश मैखुरी

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का उत्तराखण्ड प्रवास का पहला दिन बहुत व्यस्त रहा। अपने उत्तराखंड दौरे के मध्य देर शाम को बीजेपी प्रदेश मुख्यालय देहरादून में पहुंचे, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री अमित शाह का भव्य स्वागत किया। गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बीजेपी प्रदेश प्रभारी दुष्यत गौतम और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी रहे। इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मीडिया एवं सोशल मीडिया और आईटी के पदाधिकारी के साथ बैठक की। इस बैठक में अमित शाह ने आगामी लोकसभा चुनाव की दृष्टि से सोशल मीडिया पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। तहसील भाजपा प्रदेश मुख्यालय में शनिवार देर रात हुई बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, देश प्रभारी दुष्यंत गौतम समेत मीडिया एवं सोशल मीडिया के प्रदेश पदाधिकारी और संगठन के सातों मोर्चो के मीडिया एवं सोशल मीडिया पदाधिकारी मौजूद रहे.पहुंचेकेंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक आगामी लोकसभा चुनाव के मध्य नजर काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. इस बैठक से यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव में मीडिया और सोशल मीडिया को प्रमुख हथियार के रूप में इस्तेमाल करेगी. यही वजह है की बैठक के दौरान अमित शाह ने नेताओं को इस बाबत निर्देश दिए हैं कि अधिक से अधिक लोगों को न सिर्फ सोशल मीडिया के माध्यम से जोड़ा जाए बल्कि राज्य और केंद्र सरकार की तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं और कार्यों का भी बेहतर ढंग से प्रचार- प्रसार किया जाए.र चुनाव के दौरान भाजपा मीडिया और सोशल मीडिया पर विशेष रूप से फोकस करती है. लिहाजा आगामी लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया का एक हम रोल देखने को मिल सकता है. भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने कहा अमित शाह के उत्तराखंड दौरे से जहां एक और प्रदेश के विकास कार्यों को प्रगति मिलेग. दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ताओं में भी उत्साह बढ़ा है. साथ ही कहा अमित शाह की अध्यक्षता में मीडिया, सोशल मीडिया और आईटी टीम को जो मार्गदर्शन मिला है उसे भाजपा संगठन और मजबूत होगा। कुल मिलाकर अमित शाह की कक्षा से भाजपा जन प्रतिनिधियों में उत्साह देखने को मिला।

इससे पहले उत्तराखंड के टिहरी जनपद के नरेंद्र नगर में मध्य क्षेत्रीय परिषद बैठक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई, जिसमें उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हुए। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ऑनलाइन माध्यम से जुड़े हैं।

मध्य क्षेत्रीय परिषद की यह 24वीं बैठक है। बैठक में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के अलावा इन चारों राज्यों के दो-दो मंत्री और केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारी भाग ले रहे हैं। बैठक में उत्तराखंड की ओर से दून वैली इको जोन का नोटिफिकेशन रद्द करने और सीमांत क्षेत्र से पलायन और इसके निदान के एजेंडे को चर्चा के लिए रखा जाएगा।केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हो रही मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हो रही है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन दिवसीय प्रवास पर उत्तराखंड हैं। मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में सम्मलित होने के बाद शाम को ही योगी केदारनाथ धाम जाना था लेकिन मोसम ठीक न होने के कारण वे वहीं बदरीनाथ धाम के दर्शन करने के बाद आठ अक्टूबर को वापस लखनऊ लौट जाएंगे। मध्य क्षेत्रीय परिषद बैठक: गृह मंत्री शाह की अध्यक्षता चर्चा शुरू, सीएम योगी, धामी सहित कई मंत्री सम्मिलित रहे। 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने एफ.आर.आई देहरादून में केन्द्रीय सहकारिता गृह मंत्री श्री अमित शाह का स्वागत करते हुए कहा कि 49वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस का आयोजन करने का अवसर उत्तराखण्ड को मिला, यह राज्य के लिए गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आगामी 25 वर्षों में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसके लिए हर क्षेत्र में प्रगति करना जरूरी है। इसलिए पुलिस बलों की क्षमता के विकास हेतु इस प्रकार के आयोजन और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं। वर्तमान परिदृश्य में अपराध और अपराधी पारम्परिक प्रणालियों से काफी आगे निकल गये हैं, संगठित अपराध अधिक हो रहे हैं साथ ही साइबर क्राइम के मामलों में आर्टिफिशियल इन्टेलीजेन्स जैसी आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग भी अपराधियों द्वारा किया जा रहा है। पुलिस बल को तकनीकी व मानसिक दक्षता के साथ उन्नत तकनीकी तथा सक्षम माध्यमों से सुसज्जित रहने की आवश्यकता है। इसके लिए गृहमंत्री जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को विशेष सहायता प्रदान की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि इस पुलिस कांग्रेस में व्यापक विचार-विमर्श और सार्थक चर्चाओं द्वारा पुलिसिंग तथा आंतरिक सुरक्षा के अतिरिक्त साइबर सिक्योरिटी व डाटा चोरी की रोकथाम हेतु महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस ने साईबर अपराध की रिपोर्टिंग के लिए ई-सुविधा, मामलों के त्वरित निस्तारण पर बल देने के साथ ही जन जागरूकता अभियानों से जनता को सचेत भी किया है। उत्तराखण्ड पुलिस ने विभिन्न एप्लिकेशन्स लांच किए हैं, जिनके द्वारा प्रभावी पुलिसिंग की व्यवस्था सुनिश्चित हुई है। ऑपरेशन मुक्ति भीख मांगने कचरा इक्ट्ठा करने तथा अन्य छोटे काम करने को बाध्य बच्चों की पहचान कर उन्हें स्कूलों में दाखिला दिलाने के साथ ही इस अभियान के ध्येय वाक्य ’भिक्षा नहीं शिक्षा दें’ को सार्थकता प्रदान की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री ने पिछली बैठक में आतंकवाद पर प्रहार करने का आह्वान करते हुए राष्ट्रीय आंतरिक सुरक्षा नीति बनाए जाने की बात कही थी। उनके नेतृत्व में आज देश में आतंकवाद का सफाया हो रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सुझाव दिया कि वनों की सुरक्षा में लगे वन कर्मियों को भी अत्याधुनिक शस्त्र चलाने तथा अर्द्धसैनिक बलों की भांति प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए पुलिस को और अधिक आधुनिक संसाधनों से सुसज्जित करना होगा। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि आवश्यक नई तकनीकों के संबंध में भी इस कांग्रेस में विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज के प्रबुद्ध वर्ग को अपने साथ जोड़कर समय-समय पर राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा हेतु सुझावों का आदान-प्रदान करने की भी आवश्यकता है। इसके अंतर्गत कम्यूनिटी आउटरीच कार्यक्रम द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्रों में राष्ट्रीय हितों हेतु कार्य करने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं को चिन्हित कर उनका सहयोग प्राप्त करने का प्रयास किया है, जिस प्रयास में हमें सफलता भी प्राप्त हो रही है।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, श्री सौरभ बहुगुणा, सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद श्रीमती कल्पना सैनी, मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, विधायकगण, सचिव गृह, भारत सरकार श्री अजय कुमार भल्ला, उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव गृह श्रीमती राधा रतूड़ी, महानिदेशक पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो श्री बालाजी श्रीवास्तव, उत्तराखण्ड के पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार एवं विभिन्न राज्यों के पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में नक्शल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में महत्वपूर्ण घोषणा की उन्होंने कहा अगले 2 साल के भीतर देश से नक्सली हिंसा को जड़ से मिटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले कुछ सालों में वामपंथी उग्रवाद पर नकेल कसा गया है और अब इस लड़ाई निर्णायक दौर में आ चुकी है।*की जनता को यदि इस ऐलान से खुशी है और वो चाहते हैं की देश से अंदरूनी समस्याएं खत्म हों ताकि देश आगे बढ़े तो देश की जनता को सही नेतृत्व के हाथ में देश की कमान रखनी होगी, अन्यथा ये बात किसी से छुपी नहीं हैं की नक्सलवाद, खालिस्तान वाद, जेहाद आदि जैसे जैसे अंदरूनी आतंकी नेताओं, द्वारा पोषित भी होते हैं… सही चुनेगा भारत तो आगे बढ़ेगा भारत अन्यथा ऐसे ही अंदरूनी समस्याओं से जूझते रह जाएगा भारत। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सली हिंसा से जूझ रहे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग की। इस मीटिंग में एनएसए अजीत डोभाल के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए।