गरीबी बेरोजगारी भुखमरी और बढ़ते अपराध से परेशान पाकिस्तान ने अपने देश से निकाले दस लाख अफगान शरणार्थी

Afghans Deported From Pakistan पाकिस्तान से अफ़गान के लोग लगातार डिपोर्ट किए जा रहे हैं। पाकिस्तान का कहना है कि पाकिस्तान आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और ये लोगा दूसरे देश से आके यहां के रोजगार और संसाधनों पर कब्जा कर रहे हैं जिससे पाकिस्तान में बेरोजगारी और भुखमरी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि ये अफगानी पाकिस्तान की सुरक्षा की दृष्टि से भी घातक हैं। (क्या भारत भी घुसपैठियों पर ऐसा ही उचित निर्णय लेगा?)
वहीं अफगान के आध्यात्मिक नेता हजरत अबोबकर मोजदीदी ने कहा कि पाक से 10 लाख अफगान शरणार्थियों का निर्वासन बेहद चिंताजनक है।पीटीआई, वाशिंगटन। संयुक्त राज्य अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने एक भारतीय प्रवासी निकाय से पाकिस्तान से दस लाख से अधिक अफगानों के निर्वासन की निंदा करने और उसे रोकने का आग्रह किया है। वहीं, आईएमएफ से इस्लामाबाद को अपनी वित्तीय सहायता रोकने की अपील की है।इस संबंध में पाकिस्तान के फैसले की निंदा करते हुए फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज (एफआईआईडीएस) ने कहा कि यह गैरकानूनी और अंतरराष्ट्रीय मानदंड है।

एफआईआईडीएस में नीति और रणनीति के प्रमुख खंडेराव कांड ने कहा, “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान द्वारा क्रूर तालिबान शासन के दबाव में भागे अफगान शरणार्थियों को जबरन निर्वासित करने की योजना न केवल अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अवैध है, बल्कि बड़े पैमाने पर मानवीय संकट भी पैदा कर सकती है।”