आज का पंचाग आपका राशि फल, नवरात्रि का महागौरी पूजन आज, नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री होन के कारण भारत के प्रति विदेशों का सकारात्मक दृष्टिकोण, जब धृतराष्ट्र ने संजय को अपना दूत बनाकर पांडवों के पास भेजा, गाज़ा पट्टी के मुस्लिम शरणार्थियों को एक भी मुस्लिम देश शरण देने को तैयार नहीं तो अन्य देशों के घुसपैठियों द्वारा हमास के समर्थन में प्रदर्शन किस उद्देश्य से!, इस्त्राइल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा जबकि इस्लामी आतंकी संगठन हमास विस्तारवाद की

‌‌   *༺𝕝𝕝 卐 𝕝𝕝༻​​*

श्री हरिहरौ**विजयतेतराम**सुप्रभातम*

*आज का पञ्चाङ्ग*
*_रविवार, २२ अक्टूबर २०२३_*
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सूर्योदय: 🌄 ०६:३४
सूर्यास्त: 🌅 ०५:४९
चन्द्रोदय: 🌝 १३:३६
चन्द्रास्त: 🌜२३:५९
अयन 🌖 दक्षिणायणे
(दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🏔️ शरद
शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८०(पिंगल)
मास 👉 आश्विन
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 अष्टमी (१९:५८ से
नवमी)
नक्षत्र 👉 उत्तराषाढ
(१८:४४ से श्रवण)
योग 👉 धृति(२१:५३ से शूल)
प्रथम करण👉विष्टि(०८:५८ तक)
द्वितीय करण👉बव(१९:५८ तक
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 तुला
चंद्र 🌟 मकर
मंगल🌟तुला(अस्त,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟तुला (अस्त, पूर्व, वक्री)
गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)
शुक्र🌟सिंह(उदित,पश्चिम,मार्गी)
शनि 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३९
से १२:२४
अमृत काल 👉 १२:३९ से १४:१०
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०६:२३ से १८:४४
रवियोग 👉 १८:४४ से ३०:२४
विजय मुहूर्त 👉 १३:५४ से १४:३९
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:३९ से १८:०५
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:३९ से १८:५६
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३६ से २४:२७
राहुकाल 👉 १६:१५ से १७:३९
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:०१ से १३:२६
दुर्मुहूर्त 👉 १६:०९ से १६:५४
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पाताल (१९:५८ से पृथ्वी)
भद्रावास 👉 पाताल (०८:५८ तक)
चन्द्रवास 👉 दक्षिण
शिववास 👉 श्मशान में
(१९:५८ से गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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दक्षिण-पूर्व (पान का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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सरस्वती बलिदान एवं विसर्जन, दुर्गाष्टमी, मेला-ज्वालाजी (हिमाचल), विवाह मुहूर्त वृश्चिक लग्न (प्रातः ०८:५६ से रात्रि ०९:५१), कर्क- कन्या लग्न (मध्यरात्रि ११:५१ से अन्तरात्रि ०६:११) तक, व्यवसाय आरम्भ+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:५५ से दोपहर १२:१२ तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ०९:२१ से १०:४६ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १८:४४ तक जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराषाढ नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (भो, ज, जी) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम श्रवण नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (खी, खू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
तुला – ३०:०७ से ०८:२८
वृश्चिक – ०८:२८ से १०:४७
धनु – १०:४७ से १२:५१
मकर – १२:५१ से १४:३२
कुम्भ – १४:३२ से १५:५८
मीन – १५:५८ से १७:२१
मेष – १७:२१ से १८:५५
वृषभ – १८:५५ से २०:५०
मिथुन – २०:५० से २३:०५
कर्क – २३:०५ से २५:२६
सिंह – २५:२६ से २७:४५
कन्या – २७:४५ से ३०:०३
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पञ्चक रहित मुहूर्त
मृत्यु पञ्चक – ०६:२३ से ०८:२८
अग्नि पञ्चक – ०८:२८ से १०:४७
शुभ मुहूर्त – १०:४७ से १२:५१
रज पञ्चक – १२:५१ से १४:३२
शुभ मुहूर्त – १४:३२ से १५:५८
चोर पञ्चक – १५:५८ से १७:२१
रज पञ्चक – १७:२१ से १८:४४
शुभ मुहूर्त – १८:४४ से १८:५५
चोर पञ्चक – १८:५५ से १९:५८
शुभ मुहूर्त – १९:५८ से २०:५०
रोग पञ्चक – २०:५० से २३:०५
शुभ मुहूर्त – २३:०५ से २५:२६
मृत्यु पञ्चक – २५:२६ से २७:४५
अग्नि पञ्चक – २७:४५ से ३०:०३
शुभ मुहूर्त – ३०:०३ से ३०:२४

आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपको अनुकूल फल देगा। आज आपका स्वभाव एवं व्यवहार बनावटी रहेगा दिखावा अधिक पसंद करेंगे। छोटी छोटी उपलब्धियों को भी बड़ा चढ़ा कर पेश करेंगे समाज में दिखावे की प्रतिष्ठा बढ़ने से दिनभर मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे। आरोग्य अच्छा रहेगा घर के लोग डरे सहमे से रहेंगे जिसके कारण शांति का वातावरण छाया रहेगा। आज बैठे बिठाए ही कार्य क्षेत्र पर नई योजनाएं हाथ में आएगी फिर भी आज आर्थिक लाभ के लिये लंबा इंतजार करना पड़ेगा। परिवार जनों के साथ आपसी संबंधों को महत्व देने से कई समस्याओं का समाधान स्वतः ही हो जाएगा। संतान का सुख संतोष प्रदान करेगा। रक्त अथवा पित्त संबंधित शिकायत हो सकती है। मादक एवं तले पदार्थो का परहेज रखें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके लिए उतार चढ़ाव से भरा रहेगा। दिन के आरम्भ से ही किसी अन्य के काम से भाग दौड़ करनी पड़ेगी फिर भी तुरंत कोई निष्कर्ष ना निकलने पर मायूस होंगे। आज अन्य लोगो की जगह अपने काम पर ध्यान दें अन्यथा बाद में पछताना पड़ेगा। नौजरी पेशाओ को कार्य क्षेत्र में प्रतिकूल परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा आज अपने काम से काम रखें। अर्थ लाभ के लिए आज विशेष परिश्रम करने पर ही आशा से कुछ कम सफलता मिलेगी। व्यर्थ की यात्रा से थकान होगी। सर्जरी अथवा बीमारी पर खर्च होने की सम्भवना है। पारिवारिक वातावरण भी अस्त-व्यस्त रहेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आपका आज का दिन अशुभ फलदायी रहेगा। पूर्व में बरती लापरवाही एवं असंयमित खान-पान एवं कार्य की अधिकता के कारण सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। सर पेट, कमर, घुटनो की समस्या रहने से बेचैनी रहेगी कार्य क्षेत्र पर भी इनका असर देखने को मिलेगा दिनचर्या आज धीमी ही रहेगी। धन अथवा किसी प्रियजन संबंधित अशुभ समचार मिलने से मन चिंताग्रस्त रहेगा। आज अपनी गलतियों का दोष किसी अन्य पर थोपने पर निजी सम्बंधियों से अनबन भी हो सकती है। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन लाभ की तुलना में अधिक खर्च वाला रहेगा। लोहे के औजार एवं अग्नि के कार्यो में विशेष सावधानी बरतें।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज दिन आपके लिए आपके लिए लाभदायी रहेगा। आज प्रातःकाल के समय दिनचर्या थोड़ी सुस्त रहेगी लेकिन मध्यान आते आते गति पकड़ लेगी। कम समय मे बेहतर कार्य कर अधिकारी एवं सहकर्मी से प्रशंशा मिलेगी। आज कोई भी कार्य हो आप युक्तियों के बल पर उसे पूर्ण कर ही लेंगे। आज शेयर एवं सर्राफा व्यवसायियो को सरकारी कार्य से लाभ होगा। अन्य व्यवसाय से जुड़े जातको को भी संतोषजनक लाभ होगा। आज किसी सामाजिक कार्य अथवा धर्म क्षेत्र में अर्थ एवं श्रमदान से भी सम्मान में वृद्धि होगी। घर में मित्र रिश्तेदारो के आगमन से चहल-पहल रहेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आप का दिन लाभदायक सिद्ध होगा। आज भौतिक सुख के साधनो में वृद्धि होगी इसके ऊपर खर्च भी बजट से ज्यादा होगा फिर भी आज व्यापार में उन्नति के साथ-साथ पुराने रुके धन की उगाही होने पर खर्च अखरेगा नही। आज आप अपनी कल्पना को साकार रूप देने में सफल रहेंगे। लेकिन प्रेम प्रसंगों से बचकर रहे धन के साथ मान हानि भी हो सकती है। मध्यान पश्चात का समय कार्य क्षेत्र पर अलग अलग राय बनने से भ्रम में डालेगा लेकिन तुरंत निर्णय लेने की क्षमता भ्रम की स्थिति से बाहर निकाल लेगी। संध्या बाद कोई मनइच्छित कार्य होने से प्रसन्न रहेंगे। पेट मे जलन गैस एवं आँख संबंधित समस्या बन सकती है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आपका आज का दिन आनंददायक रहेगा। आज के दिन आपका बुद्धि विवेक जाग्रत रहेगा प्रत्येक कार्य सोच समझ कर ही करेंगे जिसके परिणाम स्वरूप आज हानि अथवा धोखा होने की संभावना ना के बराबर रहेगी। आज शारीरिक एवं मानसिक रूप से भी चुस्त रहेंगे। व्यापार अच्छा चलने से आर्थिक स्थिति सुधरेगी फिर भी आज आर्थिक विषयो में बड़ो की सलाह लेकर कार्य करें। किसी इच्छित कार्य के पूर्ण होने से ख़ुशी होगी। बेरोजगारों को थोड़ा प्रयास करने पर रोजगार मिल सकता है। मित्रों अथवा परिजनों के साथ बाहर घूमने के प्रसंग बन सकते है। रक्तचाप अथवा अजीर्ण की शिकायत हो सकती है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज दिन के कुछ भाग को छोड़ शेष समय अशुभ फलदायी रहेगा। दिन के आरम्भ से ही विवाद का भय रहेगा आज किसी की बातों में ना आए अन्यथा दांपत्यजीवन में कलह-क्लेश हो सकता है। कार्य क्षेत्र पर भी स्वयं के निर्णय से ही कार्य करने में लाभ मिल सकेगा सहकर्मियों की लत लतीफी कार्यो में विलंब के साथ गरमा गरमी कराएगी। भागीदारी के कार्यो से आज हानि की संभावना है। आर्थिक रूप से दिन सामान्य से कम फलदायक रहेगा। संतान की मनमानी से मन विचलित होगा। आज का दिन धैर्य से बिताने में ही भलाई है। शरीर के अंगों में दर्द एवं अकड़न की शिकायत रह सकती है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन शुभफलदायी है। आज आपको प्रातः काल से ही धन लाभ की संभावनाएं बनने लगेंगी लेकिन टलते टलते मध्यान के आस पास ही हो पाएगी। व्यापारियों को दैनिक लाभ के अतिरिक्त भी आय के अवसर मिलेंगे। नए अनुबंध मिलने से भविष्य की आर्थिक योजनाएं बनाएंगे लेकिन अधूरे कार्य पूर्ण होंने पर ही नयी योजनाएं बनाना शुभ रहेगा। आज आप आध्यत्म एवं गूढ़ रहस्यों में भी रुचि लेंगे। परिवार के बुजुर्गो का सहयोग मिलेगा। दाम्पत्य जीवन में प्रेम बढ़ेगा। संतान से किसी मामूली बात पर मतभेद हो सकता है। गले अथवा मल मूत्र संबंधित विकार होने की संभावना है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपको मिला-जुला फल देगा। आज दिन के आरम्भ से ही बे फिजूल की मानसिक दुविधाओं और उलझनों के कारण कार्य में उत्साह नहीं रहेगा। कार्य क्षेत्र पर काम करते समय भी मन कही और ही रहेगा शारीरिक रूप से भी शिथिलता और आलस्य अनुभव होगा। मध्यान पश्चात स्थिति सुधरेगी धन की आमद होने पर आर्थिक समस्याओं में कमी आएगी। आज बीते कुछ दिनों से दाम्पत्य में बनी कड़वाहट भ्रम दूर होने पर जीवनसाथी से सम्बन्ध मधुर होंगे लेकिन झगड़ा होबे के बाद ही। किसी पुराने मित्र से भेंट होने से हर्ष और खर्च होगा। सुख सुविधाएं जुटाने पर भी आज परिवार में सुख-शांति की कमी रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आपका दिन का अधिकांश भाग कार्य करते हुए भी आनंद, मनोरंजन में बीतेगा। कार्य क्षेत्र पर कई दिनों से बन रही बाधाएं दूर होने से नए प्रयोग अपनाएंगे फिर भी आज नये कार्यो का आरम्भ करने के लिए दिन शुभ नही है। व्यक्तिगत रूप से नौकरी करने वालों एवं व्यावसायिकों के लिए दिन अच्छा है धन लाभ की तुलना में सम्मान अधिक मिलेगा। दाम्पत्य जीवन का सुख भी आज छोटी मोटी बातों को छोड़ उत्तम रहेगा। खर्च अधिक रह सकते है इन पर नियंत्रण करे अन्यथा कर्ज लेना पड़ सकता है। उत्तम भोजन वाहन पर्यटन सुख मिलेगा। खान पान संतुलित रखें अन्यथा पेट खराब होने पर अन्य रोगों को निमंत्रण देगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन प्रतिकूल रहने से लगभग सभी कामो में अड़चने आएंगी। पूर्व में किये निवेश का धन फंसने अथवा हानि होने से मानसिक व्याकुलता रहेगी। नए अनुबंध सोच-समझ कर हाथ मे लें। आज आत्मविश्वाश और सहयोग की कमी रहने से कार्य हानि की संभावना अधिक है। आर्थिक लेन-देन आज ना करें विशेषकर आज किसी से उधार लेने दें से बचे वापसी में परेशानी आएगी। धार्मिक कार्यों एवं सामाजिक समारोह में धन एवं समय लगेगा। परिवार का वातावरण उदासीन रहेगा छोटी छोटी बातों पर परिजनों के साथ मतभेद उजागर होंगे। सेहत में पल पल में नरम गरम रहेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आपका आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में समाज के श्रेष्ठ लोगो से पहचान होगी परन्तु घर के ही किसी सदस्य को इससे परेशानी होसकती है फिर भी निकट भविष्य को देखते हुए लाभदायक रहेगी। आज कार्यक्षेत्र में अधिकारियों की कृपा दृष्टि रहेगी आज इनका कोई भेद पता लगने से नरम व्यवहार करेंगे। शेयर मार्केट एवं सट्टे में निवेश से आकस्मिक लाभ हो सकता है। वैसे भी आज मध्यान बाद आकस्मिक धनलाभ की संभावना अधिक है। क्रोधी स्वभाव के कारण परिवारजनों के साथ व्यर्थ विवाद होने से रंग में भंग की स्थिति बनेगी। लंबी दूरी की यात्रा के प्रसंग बनेंगे। अग्नि से सावधानी रखें।

श्वेत वृषे समारूढ़ा श्वेताम्बरधरा शुचि:। महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा॥ “

*नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। आदिशक्ति श्री दुर्गा का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं। मां महागौरी का रंग अत्यंत गौरा है इसलिए इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है। मान्यता के अनुसार अपनी कठिन तपस्या से मां ने गौर वर्ण प्राप्त किया था। तभी से इन्हें उज्जवला स्वरूपा महागौरी, धन ऐश्वर्य प्रदायिनी, चैतन्यमयी त्रैलोक्य पूज्य मंगला, शारीरिक मानसिक और सांसारिक ताप का हरण करने वाली माता महागौरी का नाम दिया गया।
*महागौरी देवी मंत्र
श्वेत वृषे समारूढ़ा श्वेताम्बरधरा शुचि:। महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा॥
*देवी का स्वरूप
मां दुर्गा की आठवीं शक्ति देवी महागौरी है। इनका स्वरूप अत्यंत सौम्य है। मां गौरी का ये रूप बेहद सरस, सुलभ और मोहक है। देवी महागौरी का अत्यंत गौर वर्ण हैं। इनके वस्त्र और आभूषण आदि भी सफेद ही हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। महागौरी का वाहन बैल है। देवी के दाहिने ओर के ऊपर वाले हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है। बाएं ओर के ऊपर वाले हाथ में डमरू और नीचे वाले हाथ में वर मुद्रा है। इनका स्वभाव अति शांत है।
*पूजा का महत्व
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा करने से सभी पाप धुल जाते है। जिससे मन और शरीर हर तरह से शुद्ध हो जाता है। देवी महागौरी भक्तों को सदमार्ग की ओर ले जाती है। इनकी पूजा से अपवित्र व अनैतिक विचार भी नष्ट हो जाते हैं। देवी दुर्गा के इस सौम्य रूप की पूजा करने से मन की पवित्रता बढ़ती है। जिससे सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ने लगती है। देवी महागौरी की पूजा करने से मन को एकाग्र करने में मदद मिलती है। इनकी उपासना से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

*दर्शन**(भाग- 165)*
*अभिमन्यु और उत्तरा का विवाह हो जाने के बाद धृतराष्ट्र ने अपने सहयोगियों से विचार-विमर्श करके संजय को दूत बनाकर पांडवों के पास भेजा। संजय से श्री कृष्ण भगवान इस प्रकार बोले-*
*रुद्र आदित्य वसु विश्वदेव भी कर्म बल से ही महत् पद प्राप्त किए हैं। यमराज, विश्रवा के पुत्र कुबेर, गंधर्व, यक्ष तथा अप्सरायें भी अपने-अपने सुंदर कर्मों के प्रभाव से ही स्वर्ग में स्थान पाए हैं। ब्रह्म ज्ञान तथा ब्रह्मचर्य कर्म का सेवन करने वाले महर्षि भी कर्म बल से ही परलोक में प्रकाशित हो रहे हैं। तुम श्रेष्ठ ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र के संपूर्ण धर्म को जानते हो। तुम ज्ञानियों में भी श्रेष्ठ ज्ञानी हो। तुम कौरवों की स्वार्थ सिद्धि के लिए क्यों बाग्जाल फैला रहे हो। राजा युधिष्ठिर का वेद शास्त्रों के साथ स्वाध्याय के रूप में सदा संबंध बना रहता है। इसी प्रकार अश्वमेध राजसूय यज्ञ आदि से इनका सदा लगाव है। ये वेद और धनुर्वेद, कवच से भी युक्त हैं। हाथी घोड़े और अस्त्र शस्त्रों की भी इनके पास कमी नहीं है। यह कुंती पुत्र यदि कौरवों का वध किए बिना ही अपने राज्य की प्राप्ति का कोई दूसरा उपाय जान लेंगे तो भीमसेन को आग्रह पूर्वक युद्ध से रोक देंगे और और दूसरे माननीय पुरुषों से मिलकर धर्म रक्षा रूप कर्म ही संपादन करेंगे। तुम ऐसा भली-भांति समझ लो। पांडव अपने बाप दादों के पैतृक कर्म धर्मयुद्ध के लिए तो यथाशक्ति अपने कर्तव्य का पालन करते हुए यदि मृत्यु को प्राप्त हो जाएं तो वह मृत्यु उत्तम ही मानी जाएगी। जब तुम शांति धारण करना ही ठीक समझते हो तो बताओ युद्ध में प्रवृत्त होने से राजाओं के धर्म ठीक-ठीक पालन होता है या युद्ध छोड़कर भाग जाने से। धर्म का विचार करते हुए तुम जो कुछ भी कहोगे, मैं तुम्हारी वही बात सुनने को उद्यत हूं।तुम पहले ब्राह्मण आदि चारों वर्णों के विभाग तथा उनमें से प्रत्येक वर्ण के अपने अपने कर्म को देख लो, विचार कर लो, फिर पांडवों के वर्तमान कर्म पर दृष्टिपात करो। तत्पश्चात जैसा तुम्हारा विचार हो, उसके अनुसार युधिष्ठिर की प्रशंसा अथवा निंदा करना। ब्राह्मण अध्ययन, यज्ञ एवं दान ग्रहण करें तथा प्रधान प्रधान तीर्थों की यात्रा करें। शिष्यों को पढ़ावें और यजमानों का यज्ञ करावें तथा दान लें। क्षत्रिय धर्म के अनुसार सावधान रहकर प्रजा की रक्षा करें, दान दें, यज्ञ करें, संपूर्ण वेदों का अध्ययन करके विवाह करें और अपने कर्मों का अनुष्ठान करें और गृहस्थ आश्रम में रहें। इस प्रकार धर्मात्मा क्षत्रिय धर्म का संपादन करके अपनी इच्छा के अनुसार ब्रह्मलोक को जाता है। वैसे ही वैश्य अध्ययन करके कृषि गौ रक्षा तथा व्यापार द्वारा धन उपार्जन करते हुए सावधानी के साथ उस धन की रक्षा करें। क्रमशः—। विजय नारायण गुरु जी वाराणसी।*

*70% एरिया सऊदी अरब में, ओमान में, इराक में खाली है ।,*

*80% एरिया, लिबया में, अल्जीरिया में, मिश्र में खाली है ।*

*40% एरिया ,ईरान भी खाली है*

*भारत मे एक किलोमीटर के क्षेत्र मे 450 लोग रहते हैं।* 🫢🫢

*अरब मे एक किलोमीटर के दायरे में 130 से भी कम लोग रहते हैं।* 🤫🤫

*इन अरब देशों के पास एक नहीं 50 फिलिस्तीन जितने देशो को अपने यहां रखने की क्षमता है* |😜😝

*लेकिन*

*ये एक भी मुसलमान को शरण नहीं देते* 😂😂

*न सीरिया के ,*

*न रोहिंग्या को,*

*न अफगानिस्तान के*

*न फिलिस्तीन के*

*एक को भी नहीं ,* 🙊

*ये इनकी घुसपैठ करवाते है* 🙉🙉

*यूरोप मे ,*

*भारत मे ,*

*अमेरिका मे*,

*सिर्फ विकसित देश मे ही ,* 🤫🤫

*ताकि वो लोग वहा जाए , उस जगह को भी नरक बनाए* 🫢🫢

*फिर एक दिन पूरी डिमाग्रफी बदल दे ,*

*जैसी पर्शिया, अर्थात ईरान मे की ,*

*लेबनान मे की*

*कश्मीर मे की ,*

*इसलिए इनका रोना धोना बहुत सेलेक्टिव होता है* 😜😝🤪😂

*सऊदी यमन मे लाखों मुसलमान मारे , एक ने विरोध नहीं किया*

*तालिबान लाखों को मारे , कोई तकलीफ नहीं*

*ISIS , लाखों शियाओ को मारे , कोई तकलीफ नहीं*

*चीन , जिनजियांग मे मारे कोई तकलीफ नहीं , वो सबसे बड़ा तेल खरीदार है*

*तकलीफ बस तब होती है जब किसी काफिर देश मे कुछ हो*

*क्योंकि एक मात्र उद्देश यही है , की पूरी दुनियां मे हमारे मजहब का राज हो बस*

*कुछ समझ कुछ बात आई दिमाग में अपनी अकल के दरवाजे खोले और उनके षड्यंत्र को समझिए*।

चार हज़ार (4000) साल से यहूदी स्वयं को “खुदा द्वारा चुनी हुई नस्ल” मानते हैं.. और चुने लोग कभी “भीड़” की शक्ल में नहीं होते हैं..
इसीलिए यहूदियों ने अपने धर्म को बाहरी लोगों के लिए बंद रखा.. क्योंकि उनका धर्म ही उनकी “नस्ल” है.. आप सिर्फ़ जन्म से यहूदी हो सकते हैं.. यहूदी धर्म कभी भीड़ का धर्म नहीं रहा.. और इन्होंने अपनी “सोच दूषित” नहीं की
यहूदियों के भीतर ये आत्मविश्वास कहां से आया, ये बताना तो संभव नहीं है मगर स्वयं को सौभाग्यपूर्ण और उन्नत नस्ल बताने का ये दावा उनका कभी “झूठा” साबित नहीं हुआ है.. 200 से अधिक विज्ञान का नोबेल जीतने वाली ये मुट्ठी भर लोगों की कौम उन्नत सोच और बेहतर नस्ल का दावा ऐसे ही नहीं करती है.. 
गूगल से लेकर फेसबुक तक बनाने वाले यहूदी अगर आज न होते तो शायद दुनिया वैसी न होती जैसी अभी है.. 
यहूदी वैज्ञानिक आइंस्टीन की वजह से ही आज के एटम बॉम से लेकर राकेट और सुदूर अंतरिक्ष का सफर हमारे लिए संभव हो पाया है.. इसलिए जो कौम आपको इतनी ऊंचाई तक पहुंचा सकती है वो हिंसक क्रूर और बेवकूफ़ नस्लों को  काबू में करने का हुनर भी जानती है
आतंकवाद से दुनिया अभी तक जिस तरह से निपट रही थी वो नाकाफ़ी था.. इसलिए प्रकृति किसी न किसी को खड़ा ही करेगी जो अगुवाई करेगा और तमाम नस्लों को आजादी दिलाएगा.. 
यहूदियों से बेहतर इस से और कोई नहीं लड़ पाएगा.. 
हमास जो कर रहा है वो भी ज़रूरी है क्योंकि वो ये यदि नहीं करेगा तो सारी दुनिया ऐसे ही सोती रहेगी और ये “नासूर” समूची पृथ्वी को लील लेगा.. हमास यहूदियों और बाकी लोगों को भड़काए, ये ज़रूरी है.. क्योंकि अब “फाइनल काउंटडाउन” का समय है
प्रकृति ने एक मुट्ठी बराबर देश को ऐसे नहीं “बेलगाम” नस्लों के पास जगह दी है.. प्रकृति के नियम बड़े “क्रूर” हैं