आज का पंचाग, आपका राशि फल, चित्रों को लगाने की दिशा और वास्तुदोष, ढा़ई अक्षर का महात्म्य, राजस्थान की शौर्य गाथा शूरवीर हिंदूओ के 11 महान सत्य

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻शुक्रवार, २५ जून २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०५:३०
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१४
चन्द्रोदय: 🌝 २०:१६
चन्द्रास्त: 🌜०५:२९
अयन 🌕 दक्षिणायने (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌦️ वर्षा
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 आषाढ़
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 प्रतिपदा (२०:५९ तक)
नक्षत्र 👉 मूल (०६:४० तक)
योग 👉 ब्रह्म (२२:३८ तक)
प्रथम करण 👉 बालव (१०:३१ तक)
द्वितीय करण 👉 कौलव (२०:५९ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
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सूर्य 🌟 मिथुन
चंद्र 🌟 धनु
मंगल 🌟 कर्क (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 वृष (उदय, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 कर्क (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५१ से १२:४८
अमृत काल 👉 २४:०४ से २५:३१
विजय मुहूर्त 👉 १४:४० से १५:३७
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०८ से १९:३२
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०० से २४:४०
राहुकाल 👉 १०:३४ से १२:२०
राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व
यमगण्ड 👉 १५:५१ से १७:३६
होमाहुति 👉 चन्द्र (२८:२६ से मंगल)
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पृथ्वी
चन्द्रवास 👉 पूर्व
शिववास 👉 गौरी के साथ (२०:५९ से सभा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – चर २ – लाभ
३ – अमृत ४ – काल
५ – शुभ ६ – रोग
७ – उद्वेग ८ – चर
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – रोग २ – काल
३ – लाभ ४ – उद्वेग
५ – शुभ ६ – अमृत
७ – चर ८ – रोग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पूर्व (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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आषाढ़ कृष्ण पक्ष आरम्भ, वटसावित्री व्रत पारण, गुरु हर गोविन्द सिंह जन्म, उपनयन संस्कार मुहूर्त प्रातः ०५:३८ से १०:४६ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०६:४० तक जन्मे शिशुओ का नाम
मूल नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (भी) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ़ नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (भू, धा, फा, ढा) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मिथुन – २८:३९ से ०६:५४
कर्क – ०६:५४ से ०९:१६
सिंह – ०९:१६ से ११:३५
कन्या – ११:३५ से १३:५३
तुला – १३:५३ से १६:१४
वृश्चिक – १६:१४ से १८:३३
धनु – १८:३३ से २०:३७
मकर – २०:३७ से २२:१८
कुम्भ – २२:१८ से २३:४३
मीन – २३:४३ से २५:०७
मेष – २५:०७ से २६:४१
वृषभ – २६:४१ से २८:३५
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रोग पञ्चक – ०५:१७ से ०६:४०
शुभ मुहूर्त – ०६:४० से ०६:५४
मृत्यु पञ्चक – ०६:५४ से ०९:१६
अग्नि पञ्चक – ०९:१६ से ११:३५
शुभ मुहूर्त – ११:३५ से १३:५३
रज पञ्चक – १३:५३ से १६:१४
शुभ मुहूर्त – १६:१४ से १८:३३
चोर पञ्चक – १८:३३ से २०:३७
शुभ मुहूर्त – २०:३७ से २०:५९
रोग पञ्चक – २०:५९ से २२:१८
शुभ मुहूर्त – २२:१८ से २३:४३
मृत्यु पञ्चक – २३:४३ से २५:०७
रोग पञ्चक – २५:०७ से २६:४१
रोग पञ्चक – २६:४१ से २८:२६
शुभ मुहूर्त – २८:२६ से २८:३५
मृत्यु पञ्चक – २८:३५ से २९:१७
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आप पूर्व में कई गई अपनी ही किसी गलती को लेकर शर्मिंदा होंगे। व्यवहारिकता की कमी और अहम की भावना आपसी संबंधों में खटास लाएगी। घर को छोड़ अन्य सभी जगह सम्मान में कमी का अनुभव करेंगे। आज किसी से भी बात करते समय हद पार ना करें अन्यथा लोगो मे आपके प्रति गलत धारणा बनेगी। कार्य व्यवसाय से लाभ की उम्मीद जागेगी लेकिन अंत समय मे निराशा में बदल जाएगी। लोग आपसे केवल अपना काम निकालने के लिये ही व्यवहार रखेंगे। खर्चो पर भी नियंत्रण रखें भावुकता में आवश्यकता से अधिक खर्च करेंगे बाद में आर्थिक संतुलन बिगड़ेगा। पति-पत्नी में थोड़ी बहुत कहासुनी के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। जोड़ो में दुर्बलता महसूस करेंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आरम्भ से ही सेहत में उतार चढ़ाव लगा रहेगा इस वजह से दिनचर्या भी अस्त व्यस्त रहेगी। आप आज जहां भी जाएंगे या उठ बैठ करेंगे वही आलस्य प्रमाद फैलाएंगे। कार्य व्यवसाय को लेकर गंभीर तो रहेंगे लेकिन आर्थिक कमी के चलते विचार सिरे नही चढ़ पाएंगे। नौकरी पेशा जातक सब सुविधा मिलने पर भी प्रतिष्ठा की चाह ने अथवा अन्य किसी न किसी कारण से परेशान ही रहेंगे। व्यवसायी वर्ग को धन लाभ जुगाड़ करने पर अवश्य होगा लेकिन धन को रोक नही पाएंगे अनर्गल कार्यो में खर्च हो जाएगा। परिवार में किसी पुराने आपसी विवाद अथवा शत्रु पक्ष के कारण बेचैनी का वातावरण रहेगा। कल दे परिस्थिति बदलने लगेगी महत्त्वपूर्ण निर्णय आज ना लें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप जिस भी कार्य को करने का मन बनायेगे उसी में भ्रम की स्थित रहेगी कार्य आरंभ होने के बाद भी कोई ना कोई टांग अढायेगा लेकिन जिस भी कार्य को करें एकाग्र होकर लगे रहे विजय अवश्य मिलेगी। कार्य व्यवसाय की मध्यान तक धीमी रहेगी धन लाभ को लेकर चिंतित रहेंगे मध्यान बाद अकस्मात लाभ के सौदे मिलने से धन की आमद निश्चित होगी लेकिन तुरंत नही होगा जबरदस्ती भी ना करें अन्यथा हाथ आया भी निकल सकता है। गृहस्थ का वातावरण ठीक ठाक ही रहेगा लेकिन घरेलू सुख सुविधा संघर्ष के बाद ही जुटा पाएंगे। शत्रु पक्ष अथवा प्रतिस्पर्धियों के प्रति ढुलमुल रवैया आगे हानि का कारण बन सकता है इसका ध्यान रहे। पिता की सेहत को लेकर चिंतित रह सकते है।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आशानुकूल रहेगा धन का खर्च विशेष रहेगा फिर भी सुख सुविधाओं में कुछ ना कुछ वृद्धि ही होगी। काम धन्धा आज ज्यादा बेहतर तो नही चलेगा फिर भी दैनिक खर्च आसानी से निकल जाएंगे। कार्य क्षेत्र पर नौकरी वालो के लिये कोई नई मुसीबत बढ़ने से मानसिक तनाव में रहेंगे। घर के सदस्यों का व्यवहार स्वार्थ सिद्धि से भरा रहेगा इच्छा पूर्ति करते रहने तक ही मीठा व्यवहार करेंगे माता अथवा पति-पत्नी में व्यवहारिकता की कमी रहेगी छोटी सी बात को प्रतिष्ठा से जोड़ने पर कलह होने की संभावना है। सरकारी कार्यो में आकस्मिक लाभ होने की संभावना है। व्यसन दुराचरण से बचे मान हानि हो सकती है। सेहत संबंधित शिकायत खान पान में संयम ना रखने पर ही होगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से निराश करने वाला रहेगा धन की आमद बुद्धि बल का प्रयोग करने पर ही होगी लेकिन क्रोध पर नियंत्रण ना रहने के कारण स्वयं ही अपना नुकसान कर लेंगे। बुद्धि विवेक आज प्रखर रहेगा लेकिन फिर भी धन संबंधित कार्यो में निराशा ही मिलेगी। घर के सदस्यों को छोड़ अन्य सभी लोग अपनी समस्याओं को लेकर आएंगे। अति आत्मविश्वास की भावना आज हानि करा सकती है इसका भी ध्यान रखें खास कर कर्क एवं कुम्भ राशि के लोगो से बच कर रहे अपने कार्य निकालने के लिये आपको परेशानी में डाल सकते है। जोड़ो में दर्द अथवा पेट संबंधित शिकायत हो सकती है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपको मौन रहकर बिताने की सलाह है। किसी को भी बिना मांगे सलाह भूल कर भी ना दें अन्यथा लेने के देने पड़ सकते है। घर का माहौल छोटी सी बात पर उग्र होगा खास कर पति-पत्नी के बीच झगड़ा होने के प्रबल योग है संतान अथवा अन्य अनैतिक कार्य इसका कारण बनेंगे। कार्य क्षेत्र पर जिस कार्य से लाभ की उम्मीद लगाएंगे उसी में हानि होगिनिस्के विपरीत जहां से कोई उम्मीद नही रहेगी वहां से खर्च चलाना पड़ेगा। संताने मनमानी करेंगी नजर बनाए रखें सार्वजनिक क्षेत्र पर सम्मान हानि भी हो सकती है। धन लाभ किसी न किसी रूप में अवश्य होगा लेकिन झंझटो के बाद ही। रक्त पित्त संबंधित शिकायत हो सकती है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन अनिर्णय की स्थित किसी भी कार्य को समय पर होने से रोकेगी। मेहनत करने के पक्ष में आज बिल्कुल नही रहेंगे इसके विपरीत महात्त्वकांक्षाये सामर्थ्य से अधिक रहेंगी। आलस्य प्रमाद में कार्यो को आगे के लिये टालेंगे बाद में सर पर आने पर जो भी निर्णय लेंगे अधिकांश तह जल्दबाजी में ही होंगे जिससे कोई न कोई भूल होगी। काम धंधा सामान्य रहने पर भी अपनी ही गलतियों के कारण जिस लाभ के अधिकारी है उससे वंचित रह जाएंगे। अविवाहितों को योग्य साथी मिलेगा लेकिन यहाँ भी असमंजस की स्थित के कारण बात बिगड़ ना जाये इसके लिये आज निर्णय ना ले तो ही बेहतर रहेगा। धन हाथ मे नही रुकेगा। सेहत के ऊपर खर्च होगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप व्यवहारिकता में संतोष का प्रदर्शन करेंगे लेकिन अंदर ही अंदर उथल पुथल लगी रहेगी। कार्य व्यवसाय में भागदौड़ करने पर भी लाभ की जगह खर्च ही बढ़ेंगे आज धन लाभ केवल धैर्य धारण करने पर ही हो सकेगा जल्दबाजी में लिया निर्णय कोई नई मुसीबत ना खड़ी कर दे इसके लिये बाद में मिलने वाले परिणामो को ध्यान में रख कर ही कोई भी कार्य करें। अनैतिक कार्यो में मन जल्दी से भटकेगा आरम्भ में इसमें आनंद आएगा लेकिन बाद में परिणाम नेष्ट मिलेंगे। पिता अथवा पैतृक संबंधित कार्यो में नुकसान होने की संभावना है देखभाल कर ही करें। भाई बहनों से ईर्ष्या युक्त संबंध रहेंगे। शरीर मे तेज अथवा शक्ति की कमी अनुभव करेंगे।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज आपका व्यक्तित्त्व निखरा हुआ रहेगा लेकिन स्वभाव में जिद और अकड़ रहने के कारण कोई भी आपसे अपने मन की बात बोलने से कतरायेगा। दिन के आरंभ में आलस्य रहेगा फिर भी मन ही मन नौकरी व्यवसाय संबंधित तिकडम लगी रहेगी। कार्य व्यवसाय में पुरानी योजनाओ से धन लाभ होगा लेकिन भाग्य पक्ष कमजोर होने के कारण कुछ ना कुछ कमी अनुभव करेंगे आज नए कार्य अनुबंध भी मिलने की सम्भवना है। धन धार्मिक अथवा परोपकार के कार्यो पर खर्च होगा। घर परिवार में वातावरण असामान्य रहेगा पत्नी की उम्मीदों का हनन करना महंगा पड़ सकता है। माता से भी संबंध में चंचलता आएगी। मूत्राशय संबंधित समस्या रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपकी सोच के एकदम विपरीत रहेगा सोचेंगे कुछ होगा उसका उल्टा ही। मानसिक रूप से भी अंदर ही अंदर से जले भुने रहेंगे आवश्यकता होने पर भी अहम के कारण किसी की सहायता अथवा सलाह लेना पसंद नही करेंगे। लाभ की संभावनाए बनेगी अवश्य लेकिन आर्थिक हानि के डर से जोखिम नही लेंगे फलस्वरूप खर्च निकालने के लिये भी अन्य लोगो का मुह ताकना पड़ेगा। शत्रुओ पर पकड़ बनी रहेगी आपके आगे कोई सर नही उठायेगा फिर भी इसे अनदेखा न करें आपके संपर्क को लोभ देकर अपने पक्ष में कर सकते है सतर्क रहें वरना बाद में पछताना पड़ेगा। सेहत और गृहस्थ दोनो में उतार चढ़ाव लगे रहेंगे।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपका मन इधर उधर की बातों में अधिक रहेगा। एक काम करते हुए भी दिमाग अन्य जगह रहने पर कुछ त्रुटि होने की संभावना है। कार्य व्यवसाय से जितनी आशा लगाकर रहेगें उतना लाभ नही मिल पायेगा। धन की आमद होते होते किसी स्वजन परिचित की गलती से आगे के लिये टलेगी। नौकरी पेशा लोग सहकर्मियों के ऊपर अधिक निर्भर रहेंगे जाना बूझ कर अपना काम अन्य के ऊपर सरकाएँगे। भाई बंधुओ से आपसी तालमेल की कमी रहेगी आपके विचारों के उलट कार्य करने पर बहस भी हो सकती है लेकिन संतान सहयोगी बनने पर राहत मिलेगी। आरोग्य में कमी अनुभव करेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिये सफलता दयाक तो रहेगा लेकिन आज आप अपनी ही किसी गलती से परेशानी को न्योता देंगे। दिन के आरंभ में जिस भी कार्य की रूप रेखा बनाएंगे मध्यान बाद तक ले देकर उसे पूरा कर ही लेंगे। व्यवसाय में जटिल समस्याए किसी वरिष्ठ व्यक्ति के परामर्श से सुलझेंगी। धन की आमद निश्चित होगी इसमे थोड़ा विलंब होने पर निराश ना हो। माता अथवा चल संपत्ति संबंधित सुखों में कमी देखने को मिलेगी। शत्रु पक्ष से कहासुनी भी हो सकती है मामला गंभीर होने की जगह तुरंत शांत भी हो जाएगा। परिवार में भाई बहनों को छोड़ अन्य सभी से विचार मेल नही खाएंगे। सेहत लगभग सामान्य ही रहेगी।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏

सही दिशा में लगाएं भगवान का चित्र ……….

पं वेद प्रकाश तिवारी ज्योतिष एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ
9919242815 निशुल्क परामर्श उपलब्ध

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में छोटे-छोटे बदलाव करके आप अद्भुत मानसिक शांति महसुस कर सकते है। घर में देवी-देवताओं की तस्वीर तो सभी लगाते है। देवताओं की सही दिशा में सही तस्वीर लगाकर कोई भी अपना जीवन सुख-समृद्धि से पूर्ण बना सकता हैं तो आइये जानते है वास्तु के अनुसार घर में कौन से भगवान की तस्वीर घर की किस दिशा में लगाने से शुभ फल मिलता है।

1– राधाकृष्ण की तस्वीर बेडरूम में लगाना शुभ है।

2- रामायण, महाभारत के युद्ध के दृश्य नहीं लगाने चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार इन चित्रों से घर के सदस्यों को मानसिक तनाव झेलना पड़ सकता है और इनका आपस में तालमेल नहीं रहता।

3- हनुमानजी की तस्वीर हमेशा दक्षिण दिशा की ओर देखती हुई लगाएं।

4– स्वस्तिक, कमल के फुल, गुलदस्ते के चित्र को व खिलौने घर में रखना बहुत शुभ माना जाता है।

5- भगवान शंकर, कुबेरदेव, गंधर्वदेव की तस्वीर उत्तर दिशा में लगाएं।

6– महालक्ष्मी, मां दुर्गा, मां सरस्वती के चित्र लगाने के लिए उत्तर दिशा है।

7- महालक्ष्मी की बैठे स्वरूप वाली तस्वीर शुभ रहती है।

8– मां दुर्गा के चित्र में शेर का मुंह खुला नहीं होना चाहिए।

मैंने कभी पढ़ा था

*”पौथी पढ़ पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय,*
*ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय।। “*

बहुत अथक प्रयास के बाद अब पता लगा ये *ढा़ई अक्षर* क्या है-
✍️✍️
*ढा़ई अक्षर* के ब्रह्मा और *ढा़ई अक्षर* की *सृष्टि।*
*ढाई अक्षर* के *विष्णु* और ढाई अक्षर की *लक्ष्मी।*
*ढाई अक्षर* के *कृष्ण* और
*ढाई अक्षर* की *दुर्गा* और *ढाई अक्षर* की *शक्ति।*
*ढाई अक्षर* की *श्रद्धा* और *ढाई अक्षर* की *भक्ति।*
*ढाई अक्षर* का *त्याग* और *ढाई अक्षर* का *ध्यान।*
*ढाई अक्षर* की *तुष्टि* और *ढाई अक्षर* की *इच्छा।*
*ढाई अक्षर* का *धर्म* और *ढाई अक्षर* का *कर्म।*
*ढाई अक्षर* का *भाग्य* और *ढाई अक्षर* की *व्यथा।*
*ढाई अक्षर* का *ग्रन्थ* और *ढाई अक्षर* का *सन्त।*
*ढाई अक्षर* का *शब्द* और *ढाई अक्षर* का *अर्थ।*
*ढाई अक्षर* का *सत्य* और *ढाई अक्षर* की *मिथ्या।*
*ढाई अक्षर* की *श्रुति* और *ढाई अक्षर* की *ध्वनि।*
*ढाई अक्षर* की *अग्नि* और *ढाई अक्षर* का *कुण्ड।*
*ढाई अक्षर* का *मन्त्र* और *ढाई अक्षर* का *यन्त्र।*
*ढाई अक्षर* की *श्वांस* और *ढाई अक्षर* के *प्राण।*
*ढाई अक्षर* का *जन्म* और *ढाई अक्षर* की *मृत्यु।*
*ढाई अक्षर* की *अस्थि* और *ढाई अक्षर* की *अर्थी।*
*ढाई अक्षर* का *प्यार* और *ढाई अक्षर* का *युद्ध।*
*ढाई अक्षर* का *मित्र* और *ढाई अक्षर* का *शत्रु।*
*ढाई अक्षर* का *प्रेम* और *ढाई अक्षर* की *घृणा।*
*जन्म* से लेकर *मृत्यु* तक हम बंधे हैं *ढाई अक्षर* में।
हैं *ढाई अक्षर* ही *वक़्त* में और *ढाई अक्षर* ही *अन्त* में।
समझ न पाया कोई भी है रहस्य क्या *ढाई अक्षर*🌹 जय श्री राम 🙏🏼🙏🏼

राजस्थान की शौर्य गाथा

शूरवीर हिंदूओ के 11 महान सत्य

1. चित्तौड़ के जयमाल मेड़तिया ने एक ही झटके में हाथी का सिर काट डाला था ।

2. करौली के जादोन राजा अपने सिंहासन पर बैठते वक़्त अपने दोनो हाथ जिन्दा शेरों पर रखते थे ।

3. जोधपुर के जसवंत सिंह के 12 साल के पुत्र पृथ्वी सिंह ने हाथोँसे औरंगजेब के खूंखार भूखे जंगली शेर का जबड़ा फाड़ डाला था ।

4. राणा सांगा के शरीर पर युद्धोंके छोटे-बड़े 80 घाव थे। युद्धों में घायल होने के कारण उनके एक हाथ नहीं था, एक पैर नही था, एक आँख नहीं थी। उन्होंने अपने जीवन-काल में 100 से भी अधिक युद्ध लड़े थे ।

5. एक राजपूत वीर जुंझार जो मुगलों से लड़ते वक्त शीश कटने के बाद भी घंटे तक लड़ते रहे आज उनका सिर बाड़मेर में है, जहाँ छोटा मंदिर हैं और धड़ पाकिस्तान में है।

6. रायमलोत कल्ला का धड़, शीश कटने के बाद लड़ता-लड़ता घोड़े पर पत्नी रानी के पास पहुंच गया था तब रानी ने गंगाजल के छींटे डाले तब धड़ शांत हुआ।

7. चित्तौड़ में अकबर से हुए युद्ध में जयमाल राठौड़ पैर जख्मी होने की वजह से कल्ला जी के कंधे पर बैठ कर युद्ध लड़े थे। ये देखकर सभी युद्ध-रत साथियों को चतुर्भुज भगवान की याद आ गयी थी, जंग में दोनों के सर काटने के बाद भी धड़ लड़ते रहे और राजपूतों की फौज ने दुश्मन को मार गिराया। अंत में अकबर ने उनकी वीरता से प्रभावित हो कर जयमाल और कल्ला जी की मूर्तियाँ आगरा के किले में लगवायी थी।

8. राजस्थान पाली में आउवा के ठाकुर खुशाल सिंह 1877 में अजमेर जा कर अंग्रेज अफसर का सर काट कर ले आये थे और उसका सर अपने किले के बाहर लटकाया था, तब से आज दिन तक उनकी याद में मेला लगता है।

9. महाराणा प्रताप के भाले का वजन सवा मन (लगभग 50 किलो ) था, कवच का वजन 80 किलो था। कवच, भाला, ढाल और हाथ में तलवार का वजन मिलाये तो लगभग 200 किलो था। उन्होंने तलवार के एक ही वार से बख्तावर खलजी को टोपे, कवच, घोड़े सहित एक ही झटके में काट दिया था।

10. सलूम्बर के नवविवाहित रावत रतन सिंह चुण्डावत जी ने युद्ध जाते समय मोह-वश अपनी पत्नी हाड़ा रानी की कोई निशानी मांगी तो रानी ने सोचा ठाकुर युद्ध में मेरे मोह के कारण नही लड़ेंगे तब रानी ने निशानी के तौर पर अपना सर काट के दे दिया था। अपनी पत्नी का कटा शीश गले में लटका कर मुग़ल सेना के साथ भयंकर युद्ध किया और वीरता पूर्वक लड़ते हुए अपनी मातृ भूमि के लिए शहीद हो गये थे।

11. हल्दी घाटी की लड़ाई में मेवाड़ से 20000 सैनिक थे और अकबर की ओर से 85000 सैनिक थे। फिर भी अकबर की मुगल सेना पर राजपूत भारी पड़े थे।

धन्य थे वो हिन्दुस्तान के वीर

हमें अपने हिंदू होने पर गर्व है

॥॥ जय श्री राम ॥॥