आज का पंचाग आपका राशि फल, फैक्ट्री मेड दूध भारत के पशुओं और पशुपालकों को मिटाने का बड़ा षड्यंत्र, पाकिस्तान में महायोगी गोरखनाथ के प्राचीन मठ की खोज

𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝
श्री हरिहरो
विजयतेतराम

*🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*

🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓
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*शनिवार, २७ अगस्त २०२२*
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सूर्योदय: 🌄 ०६:०३
सूर्यास्त: 🌅 ०६:३२
चन्द्रोदय: 🌝 ❌️❌️❌️
चन्द्रास्त: 🌜१९:०७
अयन🌖दक्षिणायने(उत्तरगोलीय)
ऋतु: ❄️ शरद
शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)
मास 👉 भाद्रपद
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 अमावस्या
(१३:४६ से प्रतिपदा)
नक्षत्र 👉 मघा (२०:२६ से
पूर्वाफाल्गुनी)
योग👉शिव (२६:०७से सिद्ध
प्रथम करण👉नाग(१३:४६ तक)
द्वितीय करण 👉 किंस्तुघ्न
(२६:१८ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह
चंद्र 🌟 सिंह
मंगल🌟वृष(उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟कन्या(उदित,पश्चिम,मार्गी)
गुरु🌟मीन(उदित, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 कर्क (उदित, पूर्व)
शनि🌟मकर(उदित,पूर्व,वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५२ से १२:४४
अमृत काल 👉 १७:५१ से १९:३४
विजय मुहूर्त 👉 १४:२७ से १५:१९
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३३ से १८:५७
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:४६ से १९:५२
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५६ से २४:४१
राहुकाल 👉 ०९:०४ से १०:४१
राहुवास 👉 पूर्व
यमगण्ड 👉 १३:५५ से १५:३२
होमाहुति 👉 सूर्य
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 पाताल
चन्द्रवास 👉 पूर्व
शिववास 👉 गौरी के साथ (१३:४६ से श्मशान में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – काल २ – शुभ
३ – रोग ४ – उद्वेग
५ – चर ६ – लाभ
७ – अमृत ८ – काल
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – लाभ २ – उद्वेग
३ – शुभ ४ – अमृत
५ – चर ६ – रोग
७ – काल ८ – लाभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पूर्व-उत्तर (वाय विडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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देव कार्ये भाद्रपद शनैश्चरी अमावस्या, नक्त व्रत पूर्ण, लोहागर्ल यात्रा आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २०:२६ तक जन्मे शिशुओ का नाम
मघा नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (मी, मू, मे) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (मो, टा) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
सिंह – २९:०९ से ०७:२८
कन्या – ०७:२८ से ०९:४६
तुला – ०९:४६ से १२:०७
वृश्चिक – १२:०७ से १४:२६
धनु – १४:२६ से १६:३०
मकर – १६:३० से १८:११
कुम्भ – १८:११ से १९:३७
मीन – १९:३७ से २१:००
मेष – २१:०० से २२:३४
वृषभ – २२:३४ से २४:२९
मिथुन – २४:२९ से २६:४४
कर्क – २६:४४ से २९:०५
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:५१ से ०७:२८
रोग पञ्चक – ०७:२८ से ०९:४६
शुभ मुहूर्त – ०९:४६ से १२:०७
मृत्यु पञ्चक – १२:०७ से १३:४६
रोग पञ्चक – १३:४६ से १४:२६
शुभ मुहूर्त – १४:२६ से १६:३०
मृत्यु पञ्चक – १६:३० से १८:११
अग्नि पञ्चक – १८:११ से १९:३७
शुभ मुहूर्त – १९:३७ से २०:२६
रज पञ्चक – २०:२६ से २१:००
अग्नि पञ्चक – २१:०० से २२:३४
शुभ मुहूर्त – २२:३४ से २४:२९
रज पञ्चक – २४:२९ से २६:४४
शुभ मुहूर्त – २६:४४ से २९:०५
चोर पञ्चक – २९:०५ से २९:५१
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आज का राशिफल
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन परिस्थितियों में थोड़ा सुधार रहेगा। नौकरी व्यवसाय सम्बंधित कार्यो के प्रति अधिक गंभीर रहेंगे। अधूरे कार्यो को आज पहले पूर्ण करेंगे बाद में ही अन्य कार्य आरम्भ करेंगे। भावुकता आज अधिक रहेगी जिससे मामूली बातों को प्रतिष्ठा से जोड़ेने पर मन दुःख के प्रसंग बनेंगे। महिलाओं का मिजाज पल-पल में बदलेगा जिससे अन्य लोगो को समझने में परेशानी होगी। सामाजिक क्षेत्र पर भी आज महिलाओं की छवि गर्म मिजाज वाली बनेगी। धार्मिक यात्रा के प्रसंग बनेंगे परन्तु यथा संभव निरस्त करें। कही-सुनी बातों पर यकीन ना करें सम्मानित व्यक्तियों से सम्बन्ध ख़राब हो सकते है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपकी राशि से चतुर्थ चंद्र सम्बन्धो अथवा आर्थिक मामलो में अवश्य हानि कराएगा। प्रत्येक कार्यो को।करने से पहके भली भांति जांच परख लें। छोटी सी गलती भी बड़ी हानि करा सकती है। व्यवसायी वर्ग को नए कार्यानुबंध मिल सकते है इनसे भविष्य में लाभ भी निश्चित होगा। सरकारी कार्य अंतिम चरण में पहुच कर अटक जाएगे फिर भी प्रयास जारी रखें सफलता विलम्ब से ही सही अवश्य मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर किसी की दखलंदाजी के कारण वैर विरोध बढेगा। आज आप अपने काम से काम रखे बिना मांगे सलाह ना दें। सन्तानो के विषय में जानकारी रखें गृहस्थ में धैर्य से काम् लें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप आत्मनिर्भर होकर कोई भी कार्य नहीं कर पाएंगे अधिकांश कार्यो में किसी की सहायता की आवश्यकता पड़ेगी परन्तु कार्यो में मार्गदर्शन के बाद भी सफलता आज संदिग्ध ही रहेगी। स्वार्थी मनोवृति रहेगी जिस वजह से आलोचना भी हो सकती है। आज आप जैसा अपने लिए पसन्द करते है वैसा व्यवहार अन्य के साथ नहीं करेंगे। धन लाभ आज मुश्किल से ही होगा। पारिवारिक वातावरण से असंतोष रहेगा। परिजनों का व्यवहार अनापेक्षित रहने से मानसिक रूप से अशान्त रहेंगे। महिला वर्ग छोटी-छोटी बातों पर नाराजगी दिखाएंगी। सेहत में अकस्मात गिरावट आएगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपके अंदर परोपकार की भावना रहेगी। लेकिन सामजिक व्यवहारों के प्रति नीरसता दिखायेगे आस पास की घटनाओं को जानते हुए भी अनदेखा करेंगे यह मनोवृति मानसिक रूप से शांत रखेगी लेकिन व्यवहारिकता में कमी का कारण भी बन सकती है। व्यवसाय में आज आकस्मिक लाभ के योग भी बन रहे है परन्तु यहाँ भी लापरवाही के चलते आशानुकूल काम नहीं होगा नए कार्य मिलते मिलते निरस्त अथवा किसी अन्य व्यक्ति के हाथ में जा सकते है। गृहस्थ में आज अधिक आसक्ति रहेगी विपरीत लिंगीय के प्रति शीघ्र आकर्षित हो जाएंगे। महिलाओं से विवेकी व्यवहार करें।
आध्यत्म में निष्ठां होने पर भी रूचि कम ही रहेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आपका आज का दिन मिला जुला रहेगा। मन के विचार पल में बदलने से निर्णय लेने में परेशानी होगी अथवा निर्णय जल्दबाजी में लेने से गलत सिद्ध होंगे। सम्बन्धो को लेकर आज अत्यन्त भावुक रहेंगे पारिवारिक सदस्यों के प्रति आदर का भाव रखेंगे परन्तु आपके प्रति परिजनों की शंकालु वृति रहने से मन दुखी होगा। धार्मिक कार्यो में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे खर्च भी सीमा से अधिक करेंगे जिससे आर्थिक कठिनाइया उपस्थित होंगी। आज आपको घर की अपेक्षा सामाजिक कार्य अधिक प्रभावित करेंगे। कार्य व्यवसाय में दिन भर की मेहनत का फल विलम्ब से मिलेगा धन लाभ अवश्य होगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आपके लिये आज का दिन कष्ट वाला रहेगा। घरेलु कलह के कारण दिनचर्या अस्त-व्यस्त रहेगी। असंयमित खान पान के कारण सेहत खराब हो सकती है। वाणी में तीखापन कार्य क्षेत्र पर नुक्सान कराएगा पारिवारिक वातावरण भी व्यवहार शून्यता के कारण बिगडेगा। महिला वर्ग को आज प्रसन्न रखने का प्रयास करें अन्यथा घर में उथल-पुथल निश्चित है। नौकरी वाली महिलाएं अपने कार्य क्षेत्र से असंतुष्ट रहेंगी सहकर्मियो के अनैतिक कार्य के कारण विवाद रहेगा परन्तु विजय आपकी ही होगी। व्यवसायी लोग अधिक व्यस्तता के कारण लापरवाही से कार्य करेंगे लेकिन धन की आमद होने से आर्थिक रूप से निराश नहीं होंगे।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
सामाजिक दृष्टिकोण से आज का दिन मान-सम्मान दिलाने वाला रहेगा लेकिन अहम् की भावना भी अधिक रहेगी। आसपड़ोसी आज आपके किसी महत्त्वपूर्ण कार्य में सहयोगी भूमिका निभायेंगे। व्यवसायियो को व्यवसाय में प्रारंभिक निराशा के बाद आकस्मिक उछाल आने से धन की आमद निश्चित होगी। नौकरीपेशा जातक थकान के कारण आलस्य में रहेंगे अधिकारियो से सावधान रहें। परिवार में किसी रिश्तेदार की वजह से भ्रामक स्थिति बन सकती है गलतफहमियों को मिल बैठ कर दूर करें। संध्या का समय पूरे दिन की अपेक्षा शांत एवं लाभ दायक रहेगा। पुराने निवेश से भी लाभ की संभावना है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप अधिक व्यस्त रहेंगे व्यवसाय एवं घर के कार्य एक साथ आने से थोड़ी परेशानी रहेगी फिर भी तालमेल बैठा लेंगे। व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा के कारण बौद्धिक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा लेकिन परिणाम आपकी आशा के अनुरूप ही रहेगा। मध्यान के समय आकस्मिक धन प्राप्ति होगी। आज दिनचर्या में कुछ परिवर्तन भी करना पड़ेगा असुविधा होने पर भी सामाजिक संबंधों में निकटता आएगी। आज बुजुर्ग एवं समाज के सम्मानित व्यक्तियों की कृपा दृष्टि रहने से धन एवं सम्मान दोनों मिलेंगे। महिलाये धर्म-कर्म में अधिक रूचि लेंगी परन्तु खान-पान असंयमित रहने से पेट सम्बंधित शिकायत होगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आप धार्मिक गतिविधियों में अधिक सक्रियता दिखाएंगे तंत्र मंत्र एवं गुड़ विषयो के नए अनुभव मिलेंगे परिस्थितयां प्रतिकूल रहने के कारण इससे मानसिक शांति अवश्य मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर जल्दबाजी में कोई निर्णय ना लें अन्यथा हानि हो सकती है। आज आपको आवश्यकता पड़ने पर सहयोग नहीं मिल सकेगा जिससे कार्य अधूरे रह सकते है। घरेलु उलझने आज भी बनी रहेंगी महिलाये आर्थिक रूप से अन्य की तुलना में स्वयं को न्यून समझेंगी। पारिवारिक मतभेद में भी धन विशेष कारण रहेगा। आकस्मिक क्रोध आस-पास का वातावरण अशान्त बनायेगा। संताने मन मर्जी करेंगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपके सभी कार्य आशा के विपरीत रहने वाले है। स्वास्थ्य भी अचानक बिगड़ने से कार्य करने में असहजता होगी सेहत की अनदेखी करके कार्यो में लगे रहेंगे फिर भी आज लाभ पाने में विघ्न अधिक रहेंगे। व्यवसाय एवं घर में लोगो की बेवजह रोका-टोकी के कारण मन क्षुब्ध रहेगा। क्रोध भी स्वभावानुसार अधिक रहेगा परन्तु स्थिति को भांप कर नियंत्रण में रखेंगे। दोपहर के बाद के समय थोड़ा लाभ अवश्य होगा लेकिन खर्च अनियंत्रित होने पर बचत नहीं कर पाएंगे। किसी महिला के कारण सामाजिक क्षेत्र पर किरकिरी हो सकती है। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति करने में असहजता अनुभव करेंगे।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आप यात्रा की योजना बनाएंगे परन्तु अंत समय में निर्णय की स्थिति के कारण स्थगित करनी पड़ सकती है। नौकरी व्यवसाय में परिश्रम के बाद स्थित पूर्णतः आपके नियंत्रण में रहेगी। नए कार्य का आरम्भ भविष्य के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। विदेश सम्बंधित व्यवसाय में आकस्मिक वृद्वि के योग है इसमें निवेश अत्यन्त शुभ रहेगा। महिलाये भी पुरुषों को टक्कर देंगी कार्य क्षेत्र पर एक कदम आगे रहेंगी लेकिन गृहस्थ में तालमेल की कमी रह सकती है कार्य बोझ के कारण चिड़चिड़ा स्वभाव रहेगा। धर्म कर्म के प्रति अरुचि आएगी। महिलाओं के लिए आज मौन साधन उपयुक्त रहेगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपकी सोची योजनाएं असफल होने की संभावना है कार्यो में पहले सफलता मिलती नजर आएगी लेकिन अंत समय में कोई व्यवधान आएगा। धन सम्बंधित व्यवहारों में आज स्पष्टता रखें आज आर्थिक विषयो को लेकर किसी से विवाद ना हो ध्यान रहे। असंयमित दिनचर्या का सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। भोजन एवं आराम में लापरवाही न करें। सरकार विरोधी गतिविधियों के कारण मान हानि हो सकती है सावधानी बरतें। महिला वर्ग किसी कारण से क्रोधित रहेंगी परिवार में धन एवं सेहत सम्बंधित परेशानी बन सकती है। गूढ़ रहस्यों में ज्यादा ना पढ़ें मानसिक रूप से विचलित होने की सम्भवना है।
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1998 में सरसों के तेल की मिलावट का ड्रॉप्सी कांड हुआ था तब की स्थिति ये थी कि तब भारत मे पाम आयल का इम्पोर्ट होता था , थोड़ा बहुत सोयाआयल भी बाहर से आता था और उधर USA और ब्राजील आदि में सोयाबीन का बहुत बड़ा स्टॉक तीन साल से सड़ रहा था उत्तरी और पूर्वी भारत की जनसंख्या का बहुत बड़ा भाग सरसों का तेल प्रयोग करता था ऐसे समय मे दिल्ली से खबर आयी कि सरसों के मिलावटी तेल खाने से ड्रॉप्सी की बीमारी हो गयी , एक कि मृत्यु भी हो गयी और मिलावट का तत्व बताया गया आर्जीमोन (सत्यानासी , भटकटिइया) पूरे भारत मे सरसों का तेल प्रतिबंधित कर दिया गया व्यापारियों ने आंदोलन किया और जब सरसों के तेल से प्रतिबन्ध हटा तो साथ ही साथ मिलावट रोधी कानून में बदलाव भी हो गया जांच के दायरे से तेलों में से सीड के नाम की वजाय , तत्वों के रसायनिक नाम से जांच होना तय कर दिया गया मूल तेल में 30% दूसरे तेलों के मिलावट की छूट दे दी गयी —————————————- फिर क्या था 5500 के सरसों के तेल में 3000 के सोया आयल की मिलावट खुले आम होने लगी , तेल के कारोबारियों ने इतनी कमाई करी जितनी कि दस दस साल में नहीं कर पाए होंगे USA ब्राजील के सड़े सोयाबीन का पूरा स्टॉक तेल बन कर भारत में डंप हो गया और उस मिलावट के साथ ही सरसों के तेल का पारम्परिक पिराई कारोबार जो कि छोटी छोटी 1 से लेकर 6 एक्सपेलर मशीनों से चलता था बिल्कुल बर्वाद हो गया फिर एआज हालत ये है कि पूरी की पूरी एक पीड़ी सरसों के स्वाद से अपरचित है तो एक पीढ़ी सरसों के तेल के स्वाद को भूल चुकी है , जिस बीसवीं सदी के अंत तक जिस सोयाबीन के तेल को कोई सूंघने को भी तईयार नहीं होता था , आज वो भारत का प्रमुख खाद्य तेल बन चुका है —————————————– 👇 इस अखबारी कटिंग के आधार पर तो लम्पी वायरस भी ड्रॉप्सी कांड जैसा ही कोई षड्यंत्र मालूम पड़ रहा है जब गाय ही नहीं रहेंगीं तो कहां से आएगा दूध फिर तो ऐसे कृत्रिम दूध की शरणागत होना ही होना है मान कर चलिए कि अब आगे आगे गाय भैंस का दूध स्टेटस सिंबल बन कर रह जाना है सामान्यजन को तो फेक्ट्री मेड दूध ही पीना है।

 

पाकिस्तान में महायोगी गोरखनाथ के प्राचीन मठ की खोज

पाकिस्तान के पुरातत्व विभाग ने जिला झेलम के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र के कोहिस्तान नमक की एक दुर्गम चोटी पर उत्खनन द्वारा महायोगी गोरखनाथ के प्राचीन मठ के पुरावशेषों को खोज निकाला है। पाकिस्तान समाचारपत्रा डॉन के अनुसार पुरातत्व विभाग का दावा है कि ये पुरावशेष ई.पू. तीसरी-चौथी शताब्दी से संबंधित हैं। इन अवशेषों में कुछ शिलालेख भी मिले हैं जिनको अभी तक पाकिस्तानी पुरातत्ववेता पढ़ पाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं।

जिस जगह से ये पुरावशेष प्राप्त हुए हैं उसका नामक टीला जोगियां है। यहां पर अनेक गुफाएं, योगियों की समाधियां मौजूद हैं। इन भवनों पर लगे शिलालेख फारसी भाषा में हैं जिनके अनुसार इनका निर्माण मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में किया गया था। अकबर के बेटे जहांगीर ने भी अपनी आत्मकथा ‘तौजिक जहांगिरी’ में इस बात का उल्लेख किया है कि उसने टीला जोगियां में जाकर वहां पर रहने वाले अनेक योगियों के दर्शन किए थे और उनसे योग विद्या के बारे में विस्तृत चर्चा की थी। महाराजा रंजीत सिंह के शासनकाल में वहां पर एक गुरुद्वारे का भी निर्माण किया गया था जिसके बारे में कहा जाता है कि टीला जोगियां में गुरुनानक देव जी ने भी आकर योगियों से योग विद्या के बारे में कई दिनों तक धर्म चर्चा की थी। अहमद शाह अब्दाली के हमले के दौरान इन सारे क्षेत्र को ध्वस्त कर दिया गया था मगर महाराणा रंजीत सिंह के आदेश से वहां पर अनेक भवनों का पुनर्निर्माण किया गया।

अंग्रेज इंतिहासरकारों के अनुसार गुरु गोरखनाथ का जन्म 9वीं-10वीं इस्वी में हुआ था। मगर इस दावे को इसलिए विश्वसनीय नहीं माना जाता सकता क्योंकि 12वीं शताब्दी में लिखित फारसी के इतिहास तब्बाके नासिरी के अनुसार 1190 में बख्तिायार खिलजी ने गोरखपुर स्थित गोरख मठ पर हमला करके उसे लूटा था और उसे जला दिया था। तिब्बत के बौद्ध विद्वान तारानाथ के अनुसार गुरु गोरखनाथ का जन्म उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य के शासनकाल से 100 वर्ष पूर्व हुआ था और उन्होंने सम्राट विक्रमादित्य के बड़े भाई भृतहरि को दीक्षा देकर योगी बनाया था। नेपाल में गोरख जिला में एक गुफा मौजूद है जिसके बारे में कहा जाता है कि उस गुफा में गुरु गोरखनाथ ने कई वर्षों तक तप किया था। इस गुफा में एक शिलालेख है जो कि 335 ई.पू. का है। तांत्रिक ग्रंथों के अनुसार इस देश में 84 सिद्ध हुए थे और नाथ संप्रदाय के प्रवर्तक मत्स्येन्द्रनाथ उर्फ मीनपा थे। नाथ संप्रदाय की स्थापना हिंदू कर्मकांड और बौद्ध वज्रयान के प्रतिरोध के रूप में हुई थी। सबसे खास बात यह है कि 84 सिद्धों में से कोई भी उच्च जाति से संबंधित नहीं था। सभी का संबंध दलितों और आदिवासियों से था। खास बात यह है कि नाथ संप्रदाय के ग्रंथ गोरखवाणी के अनुसार नाथ संप्रदाय का जन्म ही वर्ण व्यवस्था और वैदिक कर्मकांड के खिलाफ हुआ था। यही कारण है कि नाथ संप्रदाय जनसाधारण में बहुत लोकप्रिय हुआ। नाथ संप्रदाय के अनुयायियों में सभी धर्मों के योगी शामिल होते हैं। आज भी पाकिस्तान में एक लाख से अधिक मुस्लिम योगी हैं जो कि अपना मुर्शिद-ए-आला (श्रेष्ठ गुरु) गोरखनाथ को मानते हैं। पाकिस्तानी ग्रामीण क्षेत्रों में ये योगी जड़ी बुटियों से विभिन्न रोगों का इलाज करते हैं। विभिन्न भाषाओं के समिश्रण से उत्पन्न साधुरी भाषा में वे भृतहरि, पूर्ण भगत और शालिवाहन लूना की लोकगाथाएं तुंबे और सारंगी पर गाते हैं।

लेखक : वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन शर्मा