*༺𝕝𝕝 ॐ 𝕝𝕝༻*
*|| जय श्री राधे ||*
*🌺 महर्षि पाराशर पंचांग 🌺*
*🙏अथ पंचांगम् 🙏*
*दिनांक :𝀈*
*04/06/2023, रविवार*
पूर्णिमा, शुक्ल पक्ष,
ज्येष्ठ
▬▬▬▬▬⁂⧱⁂▬▬▬▬▬
(समाप्ति काल)
तिथि——पूर्णिमा 09:10:40 तक
पक्ष————————-शुक्ल
नक्षत्र————ज्येष्ठा 27:21:51
योग————–सिद्ध 11:57:13
करण————–बव 09:10:40
करण———–बालव 19:57:19
वार————————रविवार
माह————————–ज्येष्ठ
चन्द्र राशि——-वृश्चिक 27:21:51
चन्द्र राशि———————-धनु
सूर्य राशि——————–वृषभ
रितु————————–ग्रीष्म
आयन——————-उत्तरायण
संवत्सर——————शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————–पिंगल
विक्रम संवत—————-2080
गुजराती संवत———-2079
शक संवत—————–1945
वृन्दावन
सूर्योदय—————-05:24:56
सूर्यास्त—————-19:10:14
दिन काल————- 13:45:17
रात्री काल————–10:14:35
चंद्रास्त—————- 05:44:09
चंद्रोदय————— 19:42:32
लग्न—-वृषभ 18°58′ , 48°58′
सूर्य नक्षत्र—————– रोहिणी
चन्द्र नक्षत्र—————— ज्येष्ठा
नक्षत्र पाया—————— ताम्र
*🚩💮शुभा$शुभ मुहूर्त💮🚩*
राहू काल 17:27 – 19:10 अशुभ
यम घंटा 12:18 – 14:01 अशुभ
गुली काल 15:44 – 17:27 अशुभ
अभिजित 11:50 – 12:45 शुभ
दूर मुहूर्त 17:20 – 18:15 अशुभ
वर्ज्यम 10:17 – 11:47 अशुभ
🚩गंड मूल अहोरात्र अशुभ
*💮दिशा शूल ज्ञान———-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩💮पद, चरण💮🚩*
नो—- ज्येष्ठा 10:39:34
या—- ज्येष्ठा 16:15:06
यी—-ज्येष्ठा 21:49:09
यू—- ज्येष्ठा 27:21:51
*🚩💮ग्रह गोचर💮🚩*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=वृषभ 18 : 30 रोहिणी , 3 वी
चन्द्र=वृश्चिक 16:16 , ज्येष्ठा, 1 लो
बुध =मेष 25°: 34′ भरणी’ , 4 लो
शुक्र=कर्क 04°05, पुष्य ‘ 1 हु
मंगल=कर्क 13°30 ‘ पुष्य ‘ 3 डा
गुरु=मेष 09°30 ‘ अश्विनी , 3 चो
शनि=कुम्भ 12°13 ‘ शतभिषा ,2 सा
राहू=(व) मेष 07°56 अश्विनी , 3 चो
केतु=(व) तुला 07°56 स्वाति , 1 रू
💮चोघडिया, दिन
उद्वेग 05:25 – 07:08 अशुभ
चर 07:08 – 08:51 शुभ
लाभ 08:51 – 10:34 शुभ
अमृत 10:34 – 12:18 शुभ
काल 12:18 – 14:01 अशुभ
शुभ 14:01 – 15:44 शुभ
रोग 15:44 – 17:27 अशुभ
उद्वेग 17:27 – 19:10 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
शुभ 19:10 – 20:27 शुभ
अमृत 20:27 – 21:44 शुभ
चर 21:44 – 23:01 शुभ
रोग 23:01 – 24:18* अशुभ
काल 24:18* – 25:34* अशुभ
लाभ 25:34* – 26:51* शुभ
उद्वेग 26:51* – 28:08* अशुभ
शुभ 28:08* – 29:25* शुभ
💮होरा, दिन
सूर्य 05:25 – 06:34
शुक्र 06:34 – 07:42
बुध 07:42 – 08:51
चन्द्र 08:51 – 10:00
शनि 10:00 – 11:09
बृहस्पति 11:09 – 12:18
मंगल 12:18 – 13:26
सूर्य 13:26 – 14:35
शुक्र 14:35 – 15:44
बुध 15:44 – 16:53
चन्द्र 16:53 – 18:01
शनि 18:01 – 19:10
🚩होरा, रात
बृहस्पति 19:10 – 20:01
मंगल 20:01 – 20:53
सूर्य 20:53 – 21:44
शुक्र 21:44 – 22:35
बुध 22:35 – 23:26
चन्द्र 23:26 – 24:18
शनि 24:18* – 25:09
बृहस्पति 25:09* – 25:59
मंगल 25:59* – 26:51
सूर्य 26:51* – 27:42
शुक्र 27:42* – 28:34
बुध 28:34* – 29:25
*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
वृषभ > 03:32 से 05:28 तक
मिथुन > 05:28 से 07:32 तक
कर्क > 07:32 से 10:00 तक
सिंह > 10:00 से 13:14 तक
कन्या > 13:14 से 15:30 तक
तुला > 15:30 से 16:40 तक
वृश्चिक > 16:40 से 18:54 तक
धनु > 18:54 से 20:56 तक
मकर > 20:56 से 22:44 तक
कुम्भ > 22:44 से 00:34 तक
मीन > 00:34 से 01:52 तक
मेष > 01:52 से 03:18 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 1 + 1 = 17 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*🚩💮ग्रह मुख आहुति ज्ञान💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
चन्द्र ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
15 + 15 + 5 = 35 ÷ 7 = 0 शेष
शमशान वास = मृत्यु कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩विशेष जानकारी🚩💮*
* पूर्णिमा
*🚩💮शुभ विचार💮🚩*
निःस्पृहो नाधिकारी स्यान्नाकामो मण्डनप्रियः ।
नाऽविदग्धः प्रियंब्रूयात् स्पष्टवक्ता न वञ्चकः ।।
।। चा o नी o।।
वह व्यक्ति जिसके हाथ स्वच्छ है कार्यालय में काम नहीं करना चाहता. जिस ने अपनी कामना को ख़तम कर दिया है, वह शारीरिक शृंगार नहीं करता, जो आधा पढ़ा हुआ व्यक्ति है वो मीठे बोल बोल नहीं सकता. जो सीधी बात करता है वह धोका नहीं दे सकता.
*🚩💮सुभाषितानि💮🚩*
गीता -: आत्मसंयमयोग अo-06
अथवा योगिनामेव कुले भवति धीमताम् ।,
एतद्धि दुर्लभतरं लोके जन्म यदीदृशम् ॥,
अथवा वैराग्यवान पुरुष उन लोकों में न जाकर ज्ञानवान योगियों के ही कुल में जन्म लेता है, परन्तु इस प्रकार का जो यह जन्म है, सो संसार में निःसंदेह अत्यन्त दुर्लभ है॥,42॥,
*💮🚩दैनिक राशिफल🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार में लाभ होगा। निवेश शुभ रहेगा। संतान पक्ष से आरोग्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। हानि संभव है। भाइयों का साथ मिलेगा।
🐂वृष
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। परिवार व मित्रों के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। शारीरिक कष्ट संभव है, सावधान रहें। निवेश शुभ रहेगा। तीर्थयात्रा की योजना बन सकती है।
👫मिथुन
व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। बजट बिगड़ेगा। दूर से शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। किसी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। भागदौड़ रहेगी। बोलचाल में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। पुराना रोग उभर सकता है। व्यापार में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। जोखिम न उठाएं।
🦀कर्क
लाभ में वृद्धि होगी। पारिवारिक प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यय होगा। मित्रों से मेलजोल बढ़ेगा। नए संपर्क बन सकते हैं। धनार्जन होगा। कष्ट, भय, चिंता व तनाव का वातावरण बन सकता है। जीवनसाथी पर अधिक मेहरबान होंगे। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूलता रहेगी।
🐅सिंह
तरक्की के अवसर प्राप्त होंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। आय में वृद्धि होगी। मित्रों के साथ बाहर जाने की योजना बनेगी। रोजगार प्राप्ति के योग हैं। परिवार व स्नेहीजनों के साथ विवाद हो सकता है। शत्रुता में वृद्धि होगी। अज्ञात भय रहेगा। थकान महसूस होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।
🙍♀️कन्या
यात्रा सफल रहेगी। शारीरिक कष्ट हो सकता है। बेचैनी रहेगी। नई योजना बनेगी। लोगों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। काफी समय से अटके काम पूरे होने के योग हैं। भरपूर प्रयास करें। आय में मनोनुकूल वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा।
⚖️तुला
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है। पुराना रोग बाधा का कारण बन सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब हो सकता है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। व्ययसाय लाभप्रद रहेगा। कार्य पर ध्यान दें।
🦂वृश्चिक
कोई राजकीय बाधा हो सकती है। जल्दबाजी में कोई भी गलत कार्य न करें। विवाद से बचें। काफी समय से अटका हुआ पैसा मिलने का योग है, प्रयास करें। यात्रा लाभदायक रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। वस्तुएं संभालकर रखें।
🏹धनु
किसी की बातों में न आएं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। अचानक लाभ के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार में वृद्धि से संतुष्टि रहेगी। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। उत्साह से काम कर पाएंगे।
🐊मकर
परिवार की आवश्यकताओं के लिए भागदौड़ तथा व्यय की अधिकता रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में विशेष सावधानी की आवश्यकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। कार्य की गति धीमी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। निवेश करने का समय नहीं है। नौकरी में मातहतों से अनबन हो सकती है, धैर्य रखें।
🍯कुंभ
जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शारीरिक कष्ट संभव है। व्यवसाय धीमा चलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी की नाराजी झेलनी पड़ सकती है। परिवार में मनमुटाव हो सकता है। सुख के साधनों पर व्यय सोच-समझकर करें। निवेश करने से बचें। व्यापार ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा।
🐟मीन
किसी अपरिचित की बातों में न आएं। धनहानि हो सकती है। थोड़े प्रयास से ही काम सफल रहेंगे। मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
सनातन धर्म में मजारों को पूजनें का कोई संदेश नही,क्योंकि तब मजारें थी ही नहीं, ना सनातन के अतिरिक्त कोई पंथ, मजहब या मत थे। हिन्दू समाज मजारों पर जाना, अगरबत्ती लगाना और पूजना पूर्णता बंद करे।क्योंकि मजार में देवता नहीं मुर्द ररहते हैं। आप कभी श्मशान से मुर्दे का प्रसाद घर लाते हैं जब कि वे मुर्दे आपके अपने ही होते हैं। तो फिर म्लेच्छ मुर्दे का प्रसाद घर लाओगे तो सकारात्मक ऊर्जा कहां से आयेगी!
मजार नहीं माता पिता की सेवा करें वे ही आपके देवता हैं ।
अब तो बहुत से देशों और प्रांतों की सरकार भी मजार जिहाद को जान चुकी है निरंतर मजारों पर बुलडोजर चला कर उन्हें मिट्टी में मिलाया जा रहा है।
*प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाएं, जानिए क्या खाएं?*
1. फलों में संतरा, सीताफल, सेब, मौसंबी, अमरूद, आलूबुखारा, शकरकंद, आंवला और केले का नियमित सेवन करें।
2. हल्दी का दूध, नारियल पानी और दूध के साथ शहद से आपकी इम्युनिटी मजबूत होगी।
3. मसालों में लौंग, अदरक, काली मिर्च, दालचीनी, लहसन और आजवाइन असरकारी हैं। रोगों से बचने की ताकत देते हैं।
4. अखरोट, बादाम, खूबानी, खजूर, मूंगफली और किशमिश का उचित मात्रा में सेवन करने से भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
5. हरी पत्तेदार सब्जी,शिमला मिर्च,सहजन,पत्तागोभी,मशरूम, मूली,टमाटर और राजमा रोज खाएं।
6. ज्वार, बाजरा, दही, गुड़, जौ और चना खाने से भी इम्युनिटी बढ़ती है।
7. बीमार होने पर डॉक्टर की सलाह से गिलोय, तुलसी,च्यवनप्राश,अश्वगंधा, सफेद मूसली और मुलेठी के फायदे जानकर उनका प्रयोग भी करें।
*बहुत भयानक आहट सुनाई दे रही है देश में…?*
👉पूरे देश में सभी रेलवे लाइनों के दोनों ओर बांग्लादेशी जिहादी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं ने झुग्गियां बना ली हैं।
👉हर स्टेशन पर सौ मीटर के अंदर मस्जिद-मजार ज़रूर मिल जाएगी। एक ही झटके में और एक ही कॉल पर पूरे भारत का रेलवे नेटवर्क जाम कर देने की स्थिति में वे आ चुके हैं!
👉सभी स्टेशनों, प्लेटफॉर्म्स, रेलवे लाइनों के आस पास बनी अवैध मजारों में संदिग्ध किस्म के लोग दिन रात मंडराते रहते हैं और रेकी करते रहते हैं…?
👉उनकी गठरियों में क्या सामान बिना टिकट देश भर में फैलाया जा रहा है, कोई चेक नहीं करता।
मज़ारों-मस्जिदों में किस तरह के गोदाम और काम चल रहे हैं, इससे प्रशासन आँखें बंद किये है…बता दें कि यह भीषण रेल दुर्घटना शुक्रवार को हुई है।
परिवार का मुखिया बन ये शख्स तब भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा था आज भी खड़ा है।
ये शख्स सिर्फ शिकायत नही करता बल्कि खुद जाकर खड़ा होता है।
ओड़िशा ट्रेन हादसे ने दिल दहला दिया है… क्या बीत रही होगी इस वक्त उन सब परिवारों पर जिन्होंने किसी अपने को खो दिया है… जीवन कितना अनिश्चित है न…. हम सब अपने अपने कामों में लगे हैं… किसी सफर पर हैं.. अपनों के साथ हैं…किसी आयोजन में व्यस्त हैं… और अचानक….. कब क्या हो जाए कोई नहीं जान पाता…. लेकिन इस दुर्घटना के पीछे किसकी लापरवाही है… कौन ज़िम्मेदार है… ये भी तय करना ज़रूरी है…. और सबसे ज़रूरी है कि हम सब ऐसे हालात में संवेदनशील रहें… और पीड़ित परिवारों का साथ देने की कोशिश करें…🙏
*स्वतंत्र भारत का पहला तुष्टीकरण―*
1947 में जवाहर लाल नेहरू ने *अपने मंत्रिमंडल के सहयोगी शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम को इफ्तार पार्टी दी थी* तस्वीर में राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद भी नजर आ रहे है *दूसरे कई मंत्री है* जिसमें वीके कृष्ण मैनन भी है।
*लेकिन इस तस्वीर में आपको सरदार वल्लभ भाई पटेल नजर नहीं आएंगे* क्योंकि उन्होंने यह कह कर इस सरकारी इफ्तार पार्टी का विरोध किया कहा की जब कुछ ही महीने पहले हमने होली और दिवाली पर हिंदुओं को कोई पार्टी नहीं दी *तो फिर यह गलत परंपरा शुरू करना देश के लिए खतरनाक है*।
जवाहर लाल के इस तुष्टीकरण को *लाल बहादुर शास्त्री ने रोक दिया था* लेकिन फिर से इंदिरा गांधी ने शुरू कर दिया *उसके बाद यह बदस्तूर चलता रहा फिर “नरेंद्र मोदी ने इस तुष्टीकरण को” रोका !!!!!!!!!*