आज का पंचाग आपका राशि फल, जानें रत्नों का शरीर और मन पर प्रभाव और कौन-सी राशि का रत्न किस अंगुली में कब धारण करें

क्रिलियोंन फोटोग्राफी से अब यह तथ्य सर्व विदित हो गया है कि ग्रहों के समान रंग शरीर से प्रवाहित होने वाले प्रभामण्डल अर्थात् आभामण्डल के भी होते हैं। उँगलियों के विश्लेषणात्मक गहन अध्ययन से पता चला है कि तर्जनी उँगली के अग्रभाग से नीलवर्ण प्रभा निरन्तर प्रवाहि हो रही है। इसी प्रकार मध्यमा से बैंगनी, अनामिका से रक्तवर्ण, कनिष्ठिका से हरितवर्ण प्रभा निरन्तर प्रवाहित हो रही है। शरीर में किसी भी वर्ण की न्यूनता अथवा अधिकता से ग्रह-नक्षत्रों द्वारा प्रवाहित प्राकृतिक विभिन्न वणरें में असन्तुलन स्थापित होने लगता है। तदनुसार शरीर नाना प्रकार से कष्ट भोगने लगता है। रंगों की क्षतिपूर्ति का एक विकल्प रत्न भी हैं। उँगलियों से प्रवाहित वर्णानुसार उन रंगों के ग्राह्य गुण सम्पन्न रत्नों को इसीलिए धारण करवाने का विज्ञान सम्मत प्रचलन है, तद्नुसार अधिकतम रंग शरीर द्वारा शोषित हों और उनका आकाशमण्डलीय ग्रह-नक्षत्रों के वर्णानुसार सन्तुलन अथवा सामंजस्य बना रह सके।

ग्रहो को और रत्नो को भी चार श्रेणी मे बांटा गया है

गुरु और शुक्र ब्राह्मण ग्रह

सूर्य मंगल क्षत्रिय

चंद्र वैश्य

बुध, शनि, राहु और केतु शूद्र

उनके रत्न भी क्रमशः इसी श्रेणी मे हैं

वर्ण रत्न

ब्राह्मण पुखराज, हीरा

क्षत्रिय मूंगा, माणिक्य

वैश्य मोती

शूद्र पन्ना, नीलम, गोमेंद तथा लहसुनिया

ज्योतिष अद्वैत का विज्ञान” में लिखा है कि समस्त ब्रह्माण्ड एक लयबद्धता में है। धरती के प्रत्येक कण-कण से अनवरत विकिरण होता रहता है। प्राकृतिक रूप से सृष्टि स्वयं ही अपना सन्तुलन बनाने में लगी है। इसमें बना असन्तुलन ही शरीर, समाज, देश, वनस्पति आदि में अराजकता उत्पन्न करने लगता है। ग्रह-नक्षत्र तथा मानव शरीर में भी एक सन्तुलन बना हुआ है। असन्तुलन की स्थिति में रत्न-उपरत्नादि भी एक अच्छा प्रभावशाली उपक्रम सिद्ध होता है। 

अमरीका के डॉ. ऑस्कर ने दो तरंगों के मध्य सन्तुलन का एक अच्छा प्रयास किया है। विभिन्न ग्रह तथा उनसे सम्बन्धित रत्नों की वेवलैंथ की उन्होंने गणना की । उन्होंने बताया कि विपरीत ग्रहों की वेवलैंथ सदैव ऋणात्मक होती है तथा रत्नों की धनात्मक। धन तथा ऋण में जब परस्पर सम्बन्ध बनता है तो उनका दुष्प्रभाव तटस्थ हो जाता है। निम्न सारणी में ग्रह तथा रत्नों की वेवलैंथ लिख रहा हूँ इससे शोध के विद्यार्थियों को आगे बढ़ने में सहायता मिलेगीज्योतिषीय दृष्टिकोण से सारे रत्न मानव शरीर के लिये प्रयोग भी नहीं किये जाते। उनका अन्यत्र उपयोग होता है। जैसे मूसा उपरत्न से खरल बनता है। सेलखड़ी से पाउडर आदि बनाया जाता है। जहरमोहरा साँप का विष उतारने के काम आता है। सुरमा से आँखों का अंजन बनाया जाता है। कुछ उपरत्नों से आयुर्वेद में भस्म, पिष्टी आदि बनाकर रोगोपचार में प्रयोग किए जाते हैं।

मणियाँ वस्तुतः रत्न ही हैं। संस्कृत में दुर्लभ, मूल्यवान आदि रत्नों को मणिसंज्ञक बना दिया गया है। यह रत्नों के ही नाम हैं। जैसे सूर्यकांत मणि माणिक्य का ही नाम है। तमोमणि गोमेद, पुष्प अर्थात् पीतमणि पुखराज आदि के नाम हैं।

रत्न कितने प्रकार के होते हैं ?

उ0 यह विवादास्पद प्रश्न है। अब तक के उपलब्ध आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि धरती को रत्नगर्भा कहा गया है। 2500 से भी अधिक अकार्बनिक रसायन उपलब्ध हैं। परन्तु इतनी बड़ी संख्या में से मात्र 16 ने ही रत्नों की श्रेणी पायी है। तथाकथित् 84 रत्न इनमें ही आते हैं। इन 84 रत्नों में से भी कुछ दुर्लभ अथवा काल्पनिक हैं। पता नहीं वह कभी अस्तित्व में आए भी अथवा नहीं, जैसे पारसमणि।

रत्न खनिज हैं।सुन्दरता के गुण के कारण यह अलंकरण में प्रयोग किये जाते हैं। कठोरता के गुण के कारण इनका मशीनी उपकरण में प्रयोग होता है। जीवन को प्रभावित करने के गुण के कारण एक बड़ा वर्ग इन्हें भाग्यशाली रत्नों के रूप में भी उपयोग करता है।

यह रंग सिद्धांत एवं ब्रह्माण्डीय ऊर्जा से जीवात्मा में न्यून हो रहे रंग तथा ऊर्जा में ब्रह्माण्ड से यह शोषित करके शरीर में समाहित करना तद्नुसार रंग और ऊर्जा में सामन्जस्य बनाना।

रत्न शरीर में हुई किसी रंग विशेष की क्षति को पूर्ण करते हैं। इसे एक उदाहरण से समझें। माना आप अपने सामने एक लैम्प रखकर कोई पुस्तक पढ़ रहे हैं। लैंप के उचित स्थान पर न होने के कारण उसका प्रकाश ठीक से पुस्तक पर नहीं पड़ेगा। फलस्वरूप आपको पढ़ने में कठिनाई आयेगी। पुस्तक तथा आप तो स्थिर अवस्था में हैं परन्तु लैम्प को सुविधानुसार प्रकाश पाने के लिए यदि खिसकाया जायेगा तो आपको पढ़ने में सुखद अनुभूति होगी। रत्न भी ठीक ऐसे ही प्रिज्म अथवा लैंस की तरह कार्य करते हैं। यह ब्रह्माण्डीय स्रोतों से वांछित रश्मियां एकत्र करके शरीर में प्रविष्ट करवाते हैं जिससे कि हमें सुखद अनुभूति होने लगती है।

किस ग्रह का रत्न कौन सी धातु कौन सी उँगली

1 सूर्य स्वर्ण, तांबा अनामिका

2 चन्द्र चाँदी कनिष्ठिका

3 मंगल स्वर्ण, तांबा अनामिका

4 बुध पारा, स्वर्ण, काँसा कनिष्ठिका

5 गुरु स्वर्ण अथवा चाँदी तर्जनी

6 शुक्र त्रिधातु कनिष्ठिका

7 शनि रांग, त्रिधातु, लोहा मध्यमा

लेखन – प्रियदर्शनी आचार्य।

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻सोमवार, १७ जनवरी २०२२🌻

 

सूर्योदय: 🌄 ०७:१५

सूर्यास्त: 🌅 ०५:४३

चन्द्रोदय: 🌝 १७:०१

चन्द्रास्त: 🌜❌❌❌

अयन 🌕 उत्तरायने (दक्षिणगोलीय

ऋतु: 🌫️ शिशिर

शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)

मास 👉 पौष

पक्ष 👉 शुक्ल

तिथि 👉 पूर्णिमा (२९:१७ तक)

नक्षत्र 👉पुनर्वसु (२८:३७ तक)

योग 👉वैधृति (१५:५३ तक)

प्रथम करण 👉 विष्टि (१६:२१ तक)

द्वितीय करण 👉 बव (२९:१७ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 मकर

चंद्र 🌟 कर्क (२२:०२ से)

मंगल 🌟 धनु (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 मकर (अस्त, पश्चिम, वक्री)

गुरु 🌟 कुंम्भ (उदय, पूर्व, मार्गी)

शुक्र 🌟 धनु (उदित, पूर्व, वक्री)

शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 वृष

केतु 🌟 वृश्चिक

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०६ से १२:४८

अमृत काल 👉 २५:५९ से २७:४४

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 २८:३७ से ३१:१३

विजय मुहूर्त 👉 १४:१२ से १४:५३

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:३० से १७:५४

निशिता मुहूर्त 👉 २४:०० से २४:५४

राहुकाल 👉 ०८:३२ से ०९:५०

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 ११:०९ से १२:२७

होमाहुति 👉 चन्द्र

दिशाशूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 पाताल (२९:१७ पृथ्वी)

भद्रावास 👉 स्वर्ग (१६:२१ तक)

चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर २२:०२ से)

शिववास 👉 श्मशान में (२९:१७ गौरी के साथ)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥

१ – अमृत २ – काल

३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर

७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥

१ – चर २ – रोग

३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ

७ – अमृत ८ – चर

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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श्री सत्यनारायण (पूर्णिमा) व्रत, श्रीशाकम्भरी जयन्ती, माघ स्नान आरम्भ, भूमि-भवन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ०९:५८ से ११:१७ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण

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आज २८:३७ तक जन्मे शिशुओ का नाम

पुनर्वसु नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (के, को, ह, ही) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम पुष्य नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमश: (हू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मकर – ३१:०७ से ०८:४८

कुम्भ – ०८:४८ से १०:१४

मीन – १०:१४ से ११:३७

मेष – ११:३७ से १३:११

वृषभ – १३:११ से १५:०६

मिथुन – १५:०६ से १७:२०

कर्क – १७:२० से १९:४२

सिंह – १९:४२ से २२:०१

कन्या – २२:०१ से २४:१९

तुला – २४:१९ से २६:४०

वृश्चिक – २६:४० से २८:५९

धनु – २८:५९ से ३१:०३

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०७:१३ से ०८:४८

रोग पञ्चक – ०८:४८ से १०:१४

शुभ मुहूर्त – १०:१४ से ११:३७

शुभ मुहूर्त – ११:३७ से १३:११

रोग पञ्चक – १३:११ से १५:०६

शुभ मुहूर्त – १५:०६ से १७:२०

मृत्यु पञ्चक – १७:२० से १९:४२

अग्नि पञ्चक – १९:४२ से २२:०१

शुभ मुहूर्त – २२:०१ से २४:१९

रज पञ्चक – २४:१९ से २६:४०

शुभ मुहूर्त – २६:४० से २८:३७

चोर पञ्चक – २८:३७ से २८:५९

शुभ मुहूर्त – २८:५९ से २९:१७

रोग पञ्चक – २९:१७ से ३१:०३

शुभ मुहूर्त – ३१:०३ से ३१:१३

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहेगा। पूर्व में किये परिश्रम का आज फल धन लाभ अथवा किसी न किसी रूप में अवश्यके मिलेगा। पुराने धन की उगाही के लिए आज का दिन शुभ है देनदारी को भी तुरंत निपटाने के प्रयास करें अथवा कहा सुनी हो सकती है। व्यवसाय में अतिरिक्त आय होने से आय के मार्ग बनेंगे लेकिन खर्च भी आज अनियंत्रित रहने के कारण बचत नही कर पाएंगे। सरकारी कार्यो में आज विलम्ब होगा इसलिये ज्यादा समय व्यर्थ ना करें। सगे संबंधियों के मांगलिक आयोजन में सम्मिलित होंगे। दिखावे की मानसिकता से बचे बाद में परेशानी होगी। सेहत अधिक थकान होने से नरम होगी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन का पहला हिस्सा आपके लिए उतार चढ़ाव वाला रहेगा। सेहत में थोड़ी नरमी रहेगी। रुके हुए काम पूर्ण करने में अधिक संघर्ष करना पड़ेगा सहयोग की कमी रहने से मामूली कार्य भी पहाड़ जैसा लगेगा फिर भी मेहनत से पीछे ना हटे मध्यान बाद से परिस्थिति अनुकूल बनने लगेगी लेकिन मन मे चंचलता भी आने से निर्णय लेने में परेशानी होगी फिर भी मानसिक रूप से राहत मिलेगी। धन का निवेश आज भूलकर भी ना करें लंबी यात्रा से बचे हानि हो सकती है। स्वभाव में नरमी आने से परिजनों से सम्बन्ध मधुर होंगे लेकिन प्रेम प्रसंगों से मान हानि होगी। उलझनों से स्वयं को दूर रख आज शांति से समय बिताए।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आधा भाग आपके लिए विषम फलदायी रहेगा। मध्यान तक का समय किसी कार्य को लेकर असमंजस में खराब होगा लेकिन आज आप जो भी निर्णय लेंगे निकट भविष्य में उसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा। कार्य क्षेत्र पर लाभ हानि की परवाह किये बिना ले देकर काम करेंगे। मध्यान बाद परिस्थिति बदलने से कार्यो में विलम्ब एवं असफलता मिलने से मानसिक चिंता के कारण परेशान रहेंगे सेहत में भी बदलाव आने से उत्साह घटेगा। खर्चे यथावत रहने से धन की कमी अनुभव होगी। छोटी यात्रा पर जा सकते है। आकस्मिक दुर्घटना अथवा बीमारी पर खर्च होगा। पारिवारिक वातावरण अशान्त रहेगा।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज दिन का आधा भाग आपके लिए विपरीत फलदायक रहेगा। आज मन दुविधा में रहने से निर्णय लेने की क्षमता न्यून रहेगी जिस कार्य को करने का प्रयास करें उसी में विलंब होगा आरम्भ होने के बाद भी सफलता संदिग्ध रहने के कारण उत्साह से काम नही कर पाएंगे। कार्य क्षेत्र एवं घर मे किसी न किसी बात पर तकरार की स्थिति बनेगी कुछ भी बोलने से पहले एक बार विचार अवश्य करें। किसी भी बड़े कार्य को करने से पहले अनुभवियों की सलाह लेना हितकर रहेगा। भावनाओ में बहकर अनुचित कार्य से बचे। मध्यान से बुद्धि विवेक विकसित होगा अपने व्यवहार की ग्लानि होने पर परिजनों से स्नेहपूर्ण सम्बन्ध बनेंगे। आध्यत्म का सहारा लें।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायक रहेगा। प्रातःकाल से ही किसी न किसी पारिवारिक अथवा सामाजिक कार्यो में व्यस्त रहने से कार्य क्षेत्र पर कम योगदान दे पाएंगे। नौकरी पेशा जातको को आज परिश्रम का उचित फल पाने के लिये अधिक मेहनत और नाराजगी का सामना करना पड़ेगा लेकिन पूर्व और आज मध्यान तक कि गई मेहनत का फल संध्या बाद से देखने को मिलेगा असंभव कार्य भी सम्भव होते प्रतीत होंगे। धन लाभ होने के साथ ही खर्च भी तुरंत हो जाएगा। मध्यान पश्चात मित्र-परिचितों के साथ मनोरंजन में समय व्यतीत करेंगे। व्यर्थ का धन खर्च अधिक होगा।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आपको शुभ फल प्रदान करने वाला रहेगा मध्यान तक किसी भी कार्य अथवा निर्णय लेने से पहले भविष्य में मिलने वाले परिणाम को देखकर ही कार्य करे सफलता की संभावना बढ़ेगी।दोपहर के बाद पूर्व में किये गए परिश्रम एवं प्रयास आज फलीभूत होंगे धन लाभ असमय होने से अधिक सतर्क रहना पड़ेगा। आकस्मिक यात्रा के कारण कार्य व्यवसाय में ठीक से समय नही दे पाएंगे फिर भी सहकर्मी एवं अधीनस्थों के सहयोग से काम चलता रहेगा। अधिकारी वर्ग आज मेहरबान रहेगा। अभीष्ट सिद्धि के योग है अतिआत्मविश्वाश से बचें। भावनाओ में बहकर सामर्थ्य से अधिक खर्च करेंगे बाद में पछताना ना पड़े इसका भी ध्यान रहे। सेहत संध्या बाद थोड़ी प्रतिकूल रहेगी।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन आपके लिए कई नए अवसर लाएगा लेकिन भाग्य भरोसे बैठने की स्थिति में परिणाम विपरीत भी हो सकते है मेहनत करने में आज कसर ना छोड़े बेरोजगारों को रोजगार की उम्मीद जगेगी व्यवसायी वर्ग को अतिरिक्त आय होने की संभावना अधिक है। किसी निकटस्थ के सहयोग से भाग्योदय होगा। नौकरी पेशा जातको को परिश्रम का उचित लाभ मिलेगा अधिकारी वर्ग आप के ऊपर विश्वास करेंगे। संध्या बाद उपहार सम्मान का लाभ मिलेगा मित्रों के साथ रमणीक स्थल पर घूमने का अवसर मिलेगा लेकिन आज बाहर की अपेक्षा घर मे थोड़ी खटपट रहने पर भी अधिक सुरक्षित अनुभव करेंगे। फिजूल खर्ची से बचें।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

बीते दिन की तुलना में आज का दिन राहत वाला रहेगा परन्तु स्वभाव में थोड़ी गरमी आज भी बनी रहेगी लोग आपसे बात करने में झिझकेंगे। सेहत के दृष्टिकोण से आज का दिन शुभ रहेगा बीमारियों से निजात मिलेगी लेकिन थोड़ा बहुत आलस्य बना रहेगा। कार्य क्षेत्र पर आज पूरा ध्यान देंगे थोड़े परिश्रम से नए अनुबंध मिल सकते है मध्यान के बाद जहां से उम्मीद नही होगी वहां से आकस्मिक लाभ होगा। महिला मित्र से सम्बन्ध प्रगाढ़ होंगे फिर भी मर्यादा बनाये रखें संध्या के बाद का समय रिश्तेदारी अथवा परिवारिक मांगलिक आयोजन में व्यस्त रहेंगे। वाहन चलाने में सावधानी बरतें चोटादि का भय है।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन भी आपके लिये शुभ रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र पर आज विविध क्षेत्रों से लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन लापरवाही के चलते सफलता कुछएक में ही मिल पाएगी। सामाजिक व्यवहारों के लिये दिनचार्य में बदलाव करना पड़ेगा मित्र परिचितों के आयोजनों में योगदान देंगे। नौकरी पेशा जातको को आज थोडा अधिक परिश्रम करना पड़ेगा इसका उचित लाभ भी मिलेगा लेकिन इंतजार के बाद ही। पारिवारिक आवश्यकताओ की पूर्ति पर खर्च करेंगे। थोड़ी नौक झोंक के बाद दाम्पत्य जीवन का सुख मिलेगा। छोटी यात्रा के योग भी है जो केवल खर्चीली ही रहेगी। कुछ समय के मानसिक तनाव को छोड़ सेहत ठीक रहेगी।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन आपको मिला-जुला फल प्रदान करेगा। दिन के आरम्भ में कई लाभ के अवसर आएंगे। परंतु अनिर्णय की स्थिति के कारण इनका समय पर लाभ नहीं ले पाएंगे। नौकरी अथवा स्थान परिवर्तन के भी योग है। आज कोई भी निर्णय जल्दबाजी में ना ले अन्यथा बाद में पछताना पड़ेगा। महिला वर्ग विशेष कर स्थिति को भापकर ही कुछ बोले बेतुकी बातो से आस पास का वातावरण खराब हो सकता है। नौकरी पेशाओ को आज भाग्य में कुछ कमी अनुभव होगी लापरवाही में कार्य करने पर अधिकारियो से बहस होगी। सरकारी कार्यो में विघ्न आएंगे आज ना ही करें। परिजनों का सहयोग केवल स्वार्थी के लिये ही मिलेगा। सेहत में कुछ न कुछ कमी लगी रहेगी।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आपको मिला जुला फल देगा। दिन के आरंभ से मध्यान तक स्वभाव को नरम रखे अन्यथा पूर्व में बनाये व्यवहार खराब हो सकते है। मध्यान तक सार्वजनिक व्यवहारों से लाभ के अवसर मिलेंगे कार्य क्षेत्र पर मेहनत के अनुसार लाभ मिलेगा धन लाभ आवश्यकता अनुसार होने पर भी संतोष नही होगा। दोपहर बाद आपकी आलसी प्रवृति के कारण किसी महत्त्वपूर्ण कार्य अनुबंध के आज हाथ आते आते निकलने की संभावना है। शारीरिक एवं मानसिक विकारों के कारण बेचैनी रहेगी। किसी मित्र का सहयोग मिलने से लाभ होगा। भविष्य के लिये आज निवेश करने से बचें।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायक रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में स्वभाव में जल्दबाजी रहने से कोई गलती होने की संभावना है धर्य से काम करें अन्यथा बाद में अपनी गलती का गुस्सा किसी और पर उतार कर अशांति फैलाएंगे। कार्य क्षेत्र पर जिस कार्य मे अधिक परिश्रम करेंगे उसकी जगह किसी अन्य मार्ग से धन लाभ होने पर अचंभित होंगे। मध्यान बाद का समय अशांति वाला रहेगा किसी पडोसी अथवा स्वजन से अहम् को लेकर टकराव की स्थिति बनेगी। कार्य स्थल पर भी उधारी वाले परेशान करेंगे किसी का आर्थिक सहयोग मिलने से समस्या कुछ कम होगी। बुजुर्गो का सहयोग मार्गदर्शन मिलेगा। शुभ आयोजनों में सम्मिलित होंगे।

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〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏