बिगब्रेकिंग : उत्तराखंड महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य भाजपा में सम्मलित, डाॅ0 हरकसिंह रावत की भाजपा से छुट्टी

✍️हरीश मैखुरी

उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद जिस तरह राजनीतिक उठापटक का दौर चल रहा। उससे उत्तराखंड का कितना नुकसान होगा इसकी परवाह किए बिना नेता जहां अपना लाभ देख रहे हैं वहीं का रूख कर रहे हैं। आज उत्तराखंड महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्या ने कांग्रेस पार्टी को बाय -बाय कह दिया है। उन्होंने भाजपा प्रदेश कार्यालय पर महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष एवं नैनीताल की पूर्व विधायक वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री सरिता आर्य जी का भाजपा ने परिवार में सम्मिलित होने पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया 

    महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष रेखा बोहरा जी व प्रदेश महामंत्री वंदना गुप्ता  ने विधिवत भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। आज देहरादून में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की उपस्थिति में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। यहाँ बताते चलें कि सरिता आर्या ने नैनीताल विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के टिकट को लेकर दावेदारी की थी, जिसको लेकर पार्टी ने उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। वह महिलाओं के कांग्रेस पार्टी में प्रतिनिधित्व एवं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के बेटी हूँ लड़ सकती हूँ के आह्वान को उत्तराखंड की महिलाओं के लिए भी मांग रही थी, लेकिन पार्टी में उनकी मांग मानी नहीं जिससे नैनीताल की पूर्व विधायक रहीं व महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्या  कांग्रेस में संजीव आर्या की वापसी के बाद से ही असहजता अनुभव कर रही थी। कई मंचों पर विरोध करने के बाद भी कांग्रेस पार्टी उनको मना नहीं पायी जिसके बाद आज उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। अब देखते हैं भाजपा में उनका ऊंट किस करवट बैठता है। लेकिन सरिता आर्य के जाने से कांग्रेस को गहरा आघात लगा है और कांग्रेस ने सरिता की छ साल के लिए कांग्रेस से छुट्टी कर दी है।

भाजपा में सदस्यता देते हुए मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने कहा कि “मैं नैनीताल की पूर्व विधायक और लोकप्रिय नेता श्रीमती सरिता आर्या जी का भाजपा परिवार में स्वागत करता हूं। उन्होंने भाजपा की नीतियों और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi जी की कार्यशैली पर विश्वास जताते हुए, विकासवाद में आस्था जताई है। 

कांग्रेस पार्टी में ना तो महिलाओं का सम्मान किया जाता है, ना कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलता है और ना ही ये दल जनता का सम्मान करता है। उत्तराखंड को कांग्रेस से ना तो कोई आस है और ना ही इस पर विश्वास। 

उत्तराखंड को चाहिए केवल भाजपा और विकास।”

इधर भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री डाॅ हरकसिंह रावत बीती रात कांग्रेस की ओर फरक गये हैं, हरीश रावत की ओर से भी सशर्त हरी झंडी मिल चुकी है। हरक सिंह रावत पौड़ी जनपद की लैंसडाउन विधानसभा सीट से अपनी बहू अनुकृति गुसाईं के लिए टिकट मांग रहे थे लेकिन भाजपा ने एक परिवार एक टिकट के नियम के आधार पर इस बात के लिए उन्हें मना कर दिया जिसके बाद सूत्र बता रहे है कि उन्होंने फिर से कांग्रेस में जाने का मन बना लिया है।
कांग्रेस हरक सिंह रावत को डोईवाला से उम्मीदवार बना सकती है और बहू अनुकृति को भी लैंसडाउन से टिकट की भी बात लगभग तय मानी जा रही है। इस कारण उत्तराखंड की राजनीति में एकबार फिर बड़ा उलटफेर हो सकता है। राजनीति के धुरंधर कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत एक बार फिर से बीजेपी का साथ छोड़ते हुए नजर आ सकते हैं। सूत्र बता रहे हैं कि सोमवार को कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं  बताया जा रहा है कि यदि प्रीतम की चली तो हरकसिंह रावत आज दिल्ली में कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं। डाॅ हरकसिंह रावत की बार बार दल बदलने से भाजपा असहज थी इसलिए उनकी भाजपा और मंत्रीमंडल से भी विदाई कर दी गई है उन्हें छ साल के लिए भाजपा से हटा दिया।