आज का पंचाग आपका राशि फल, काशी का मणिकर्णिकाघाट जहां मृत्यु का भय सदा के लिए उत्सव में बदल जाता है, मंगलानन्द डबराल जैसे किसानों से आशा जगती है उत्तराखंड की पर्वतीय किसानी बचने की

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻मंगलवार, ७ सितंबर २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:०५
सूर्यास्त: 🌅 ०६:३१
चन्द्रोदय: 🌝 ❌❌❌
चन्द्रास्त: 🌜१९:०५
अयन 🌕 दक्षिणायने (उत्तरगोलीय)
ऋतु: ❄️ शरद
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 भाद्रपद
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 अमावस्या (०६:२१ तक)
नक्षत्र 👉 पूर्वाफाल्गुनी (१७:०५ तक)
योग 👉 साध्य (२६:२२ तक)
प्रथम करण 👉 नाग (०६:२१ तक)
द्वितीय करण 👉 किंस्तुघ्न (१७:३२ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह
चंद्र 🌟 कन्या (२२:४९ से)
मंगल 🌟 कन्या (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 तुला (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४९ से १२:४०
अमृत काल 👉 १०:५४ से १२:२७
त्रिपुष्कर योग 👉 २८:३७ से २९:५७
विजय मुहूर्त 👉 १४:२० से १५:११
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:२० से १८:४४
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५२ से २४:३८
राहुकाल 👉 १५:२३ से १६:५८
राहुवास 👉 पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०९:०६ से १०:४०
होमाहुति 👉 सूर्य
दिशाशूल 👉 उत्तर
नक्षत्र शूल 👉 उत्तर (१७:०५ से)
अग्निवास 👉 पाताल
चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण २२:५० से)
शिववास 👉 गौरी के साथ (०६:२१ से श्मशान में, २८:३७ से गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – रोग २ – उद्वेग
३ – चर ४ – लाभ
५ – अमृत ६ – काल
७ – शुभ ८ – रोग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – काल २ – लाभ
३ – उद्वेग ४ – शुभ
५ – अमृत ६ – चर
७ – रोग ८ – काल
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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दक्षिण-पूर्व (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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भाद्रपद कुशोत्पाटिनी (पिठौरी) अमावस्या, लोहागर्ल यात्रा, सतीपूजा (अग्रवंश) आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १७:०५ तक जन्मे शिशुओ का नाम
पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (टा, टी, टू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमश (टे, टो, प) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
सिंह २८:२५ से ०६:४४
कन्या – ०६:४४ से ०९:०२
तुला – ०९:०२ से ११:२३
वृश्चिक – ११:२३ से १३:४२
धनु – १३:४२ से १५:४६
मकर – १५:४६ से १७:२७
कुम्भ – १७:२७ से १८:५३
मीन – १८:५३ से २०:१६
मेष – २०:१६ से २१:५०
वृषभ – २१:५० से २३:४५
मिथुन – २३:४५ से २५:५९
कर्क – २५:५९ से २८:२१
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रज पञ्चक – ०५:५७ से ०६:२१
अग्नि पञ्चक – ०६:२१ से ०६:४४
शुभ मुहूर्त – ०६:४४ से ०९:०२
रज पञ्चक – ०९:०२ से ११:२३
शुभ मुहूर्त – ११:२३ से १३:४२
चोर पञ्चक – १३:४२ से १५:४६
शुभ मुहूर्त – १५:४६ से १७:०५
रोग पञ्चक – १७:०५ से १७:२७
शुभ मुहूर्त – १७:२७ से १८:५३
मृत्यु पञ्चक – १८:५३ से २०:१६
रोग पञ्चक – २०:१६ से २१:५०
शुभ मुहूर्त – २१:५० से २३:४५
मृत्यु पञ्चक – २३:४५ से २५:५९
अग्नि पञ्चक – २५:५९ से २८:२१
शुभ मुहूर्त – २८:२१ से २८:३७
शुभ मुहूर्त – २८:३७ से २९:५७
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप अपनी बुद्धि बल से ही सफलता पा सकते है। लेकिन आपकी मानसिकता बैठे बिठाये लाभ पाने की रहेगी इस वजह से मेहनत वाले कार्यो की अनदेखी करेंगे। अहम की भावना भी आज कुछ ज्यादा ही रहेगी किसी की बात को धैर्य से सुनने की जगह तुरंत प्रतिउत्तर देने से माहौल खराब होगा। नौकरी या व्यवसाय दोनो जगह श्रेष्ठ दिखाने की होड़ लगेगी इसका परिणाम शून्य ही रहेगा। सरकारी अथवा व्यवसाय संबंधित कागजी कार्यवाही के लिये भागदौड़ करनी पड़ सकती है। धन लाभ रुक रुक कर होने से कार्य क्षेत्र पर अधिक ध्यान देना होगा। परिवार में रिश्तेदारो का आगमन हो सकता है। शारीरिक रूप से चुस्त रहेंगे। परिश्रम का उचित फल मुश्किल से ही मिलेगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन अशांति से भरा रहेगा। दिन के आरंभ में ही किसी परिजन अथवा आस-पड़ोसी से कलह होने की संभावना है यहां गलती आपकी ही रहेगी लेकिन ना मानने के कारण विवाद बढेगा। कार्य क्षेत्र पर घर का गुस्सा उतारे पर सहकर्मियों से भी मतभेद होगा बाद में इसका पश्चाताप भी करेंगे लेकिन अवसर निकलने के बाद ही। धन लाभ किसी की खुशामद के बाद ही सम्भव है। मध्यान के बाद का समय चुनौती से भरा रहेगा। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा बढ़ने से मन में उच्चाटन आएगा। कार्यो को छोड़ आराम करने का मन करेगा। घरेलु कार्यो में लापरवाही के कारण झगडे होने की संभावना है। सेहत में भी गिरावट अनुभव करेंगे। संताने जिद पर अड़ेंगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन धन लाभ दिलाने वाला रहेगा। लेकिन आज आप किसी अन्य की बातों में आकर हाथ आये लाभ से वंचित भी रह सकते है। कार्य क्षेत्र पर किसी अनुभवी की सलाह से ही आर्थिक आयोजन करें सफलता की संभावनाए बढ़ेंगी। विदेशी वस्तुओ के व्यवसाय में आज निवेश से बचें। नौकरी वाले लोगो को कम मेहनत करनी पड़ेगी। आज आप योजनाबद्ध तरीके से कार्य करेंगे जिससे सफलता की संभावना भी शत प्रतिशत रहेगी। विरोधी आपके आगे विफल रहेंगे। बेरोजगारों को रोजगार मिलने की संभावना है परंतु मन चाहा रोजगार पाने के लिए थोड़ा और समय लगेगा। मित्र-परिजनों के साथ हास्य-परिहास के वातावरण मिलने से मानसिक शांति मिलेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपको मिला जुला फल देगा। काम काज को लेकर दिन के आरंभ से मन मे कोई गुप्त चिंता रहेगी जिसका निराकरण मध्यान बाद ही सम्भव होगा। व्यवसायी वर्ग आज प्रत्येक कार्य संकोच के साथ करेंगे निवेश करने में झिझकेंगे लेकिन आज निवेश करने का फल दुगुना होकर आने वाले समय मे अवश्य ही मिलेगा। शारीरिक रूप से आज चुस्त अनुभव करेंगे अपने कार्यो के साथ ही सामाजिक कार्यो के प्रति भी गंभीर रहेंगे। अधूरे कार्य पूर्ण करके ही आज दम लेंगे। मध्यान बाद धन लाभ होने से मन इच्छित कार्य पूर्ण करेंगे। खरीददारी करने का मन बनेगा। सहकर्मियों के भरोसे ना रहें। गृहस्थ में थोड़ी गरमा-गरमी रहने पर भी हालात सामान्य ही रहेंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज प्रातःकाल से ही मन पर चंचलता हावी रहेगी लेकिन आज बीते दिनों की अपेक्षा मानसिक रूप से हल्कापन अनुभव करेंगे। सेहत सामान्य रहेगी। आरम्भ में लापरवाही दिखाएंगे लेकिन जिम्मेदारी बढ़ने पर कार्यो को गंभीर होकर करेंगे जिससे सफलता की संभावनाएं बढ़ेंगी। अधिकांश कार्य समय से पहले पूर्ण कर लेंगे। व्यवसाय के लिए आज अनुकूल परिस्थितियां बनेगी जिससे लाभ की संभावनाएं बढ़ेंगी। नौकरी वाले लोग आज अधिकारी वर्ग से विशेष प्रयोजन सिद्ध कर पाएंगे। सरकारी कार्य भी थोड़े बौद्धिक श्रम से बना लेंगे। परिजनों के साथ संबंधों में निकटता आएगी। मित्र परिचितों से संबंधो में मधुरता आएगी। छोटी-छोटी बातों को अनदेखा करना ही बेहतर रहेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपको पहले जैसी सुविधा नही मिलेगी प्रत्येक कार्य मे विघ्न बाधाए आएंगी पूर्व में बनाई योजनाए आज किसी कमी के कारण अधूरी रह सकती है। कार्य क्षेत्र पर छोटी सी चूंक से बड़ा नुकसान होने की संभावना है। आर्थिक हानि होने की सम्भवना है। स्वास्थ्य भी विपरीत रहने से कार्यो के प्रति उत्साहहीनता रहेगी। कार्य क्षेत्र पर आर्थिक कारणों से किसी से झड़प हो सकती है। परिचित आवश्यकता पड़ने पर टालमटोल करेंगे। व्यवहार को संतुलित बनाये रखें अन्यथा भविष्य में होंने वाले लाभ से भी वंचित रहना पड़ेगा। परिवार में आपके कारण विवाद हो सकता है। वाणी अथवा व्यवहार से किसी को ठेस ना पहुंचे इसका ध्यान रखें। आज किसी अन्य के काम हाथ मे ना लें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आकस्मिक लाभ वाला है लेकिन आज आपका ध्यान मौज मस्ती में अधिक रहेगा। कार्य क्षेत्र पर आज पिछले कुछ दिनों से चल रही सुस्ती टूटेगी। मध्यान तक लाभ के लिये इंतजार करना पड़ेगा लेकिन इसके बाद व्यस्तता बढ़ने पर बैठने का समय नही मिलेगा। नौकरी पेशा भी आज मध्यान तक अधिक व्यस्त रहेंगे जल्दबाजी में कार्य करने पर गलती होने की संभावना अधिक है विशेष कर कागजी काम देखभाल कर ही करे बड़ी चूक होने के आसार है। मध्यान बाद का समय बाहर घूमने मनोरंजन में बीतेगा उत्तम भोजन पर्यटन का आनंद लेंगे घर मे आज खर्च करने के बाद ही शांति का अनुभव होगा। संध्या बाद स्वास्थ्य में नरमी आएगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आशाजनक लाभ दिलाएगा किसी पुराने कार्य के पूर्ण होने पर उत्साह से भरे रहेंगे। स्वभाव भी परोपकारी रहने से किसी के कार्य को मना नही करेंगे कार्य व्यवसाय से मध्यान बाद आकस्मिक धन लाभ होगा आज प्रयास करने पर डूबे धन की प्राप्ति भी हो सकती है। व्यवसायियों का ध्यान मध्यान तक कार्य पर केंद्रित रहेगा इसका लाभ शीघ्र देखने को मिलेगा इसके बाद मन मनोरंजन की ओर भटकेगा फिर भी लाभ के स्त्रोत्र यथावत बने रहेंगे। खर्च भी कम रहने से आर्थिक बचत कर पाएंगे। सरकारी कार्य में कोई नई उलझन पड़ेगी आज ना ही करें। घर में शांति बनी रहेगी। महिला मित्रो से गलत फहमी होगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन लाभप्रद रहेगा लेकिन आज आपको भ्रम में डालने वाली परिस्थितियों से बुद्धि विवेक द्वारा स्वयं ही विजय पानी होगी। काम-धंधा आरम्भ में आशा से कम रहेगा अव्यवस्था भी रहेगी मध्यान बाद अचानक तेजी आने से संभलने का अवसर नही मिलेगा फिर भी संध्या तक आशानुकूल धन लाभ होने से प्रसन्न रहेंगे। नौकरी पेशा जातक अधिक कार्यभार के कारण थकान अनुभव करेंगे। निराशा में सरकारी विरोधी कार्य से बचे सरकार संबंधित कार्यो में भी आज प्रयास करने पर गति आएगी। स्वास्थ्य में उतार चढ़ाव आएगा लेकिन इसका दैनिक कार्यो पर असर नहीं पड़ेगा। घर में शांति रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन उतारचढ़ाव वाला रहेगा। जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे पहले सेहत बाधा डालेगी बाद में आर्थिक अथवा अन्य पारिवारिक उलझनों के चलते बीच मे ही छोड़ना पड़ेगा। स्वास्थ्य को लेकर आज विशेष सतर्क रहें असंयमित दिनचार्य के कारण कमजोरी एवं मासपेशी संबंधित तकलीफ हो सकती है। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन केवल संभावनाओ पर आधारित रहेगा। धन लाभ की आशाये जागेगी लेकिन अंत समय पर ढीली पड़ जाएगी खर्च आज संचित कोष से ही करना पड़ेगा। परिजन किसी वादे के अंत समय पर टालने से क्रोधित रहेंगे। संध्या बाद मानसिक रूप से विचिलत रहेंगे। मित्र रिश्तेदारों के व्यवहार आज अनअपेक्षित ही रहेगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आप अपनी महत्त्वकांक्षाओ की पूर्ति कर सकेंगे। दिन का पहला भाग आनंद से व्यतीत करेंगे सुख के लगभग सभी साधन उपलब्ध होंगे। कार्य क्षेत्र से धन के साथ सम्मान की भी प्राप्ति होगी। व्यापार में विस्तार करने की योजना गति पकड़ेगी निकट भविष्य में आय के नए मार्ग खुलेंगे। परिजनों की इच्छा पूर्ती होने से संबंधो में मधुरता बढ़ेगी। आज आपका मधुर व्यवहार सामाजिक क्षेत्र पर भी प्रसिद्धि दिलाएगा। धन लाभ के प्रबल योग है परंतु जल्दबाजी में गलत जगह निवेश भी हो सकता है। परिजन-मित्रो के साथ उत्तम भोजन वाहन सुख मिलेगा। संध्या का समय प्रेम-प्यार के लिए भी यादगार रहेगा। सुखोपभोग के खर्च लगे रहेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन वृद्धिकारक रहेगा। आज प्रातः काल से ही मन मे धन प्राप्ति की तिकड़म लगी रहेगी धन कमाने का रास्ता गलत हो या सही इसका आपके ऊपर कोई फर्क नही पड़ेगा। मध्यान तक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा इसके बाद अचानक ही मेहनत फलीभूत होगी धन लाभ एक से अधिक साधनों से होगा। आप में स्वार्थ सिद्धि की भावना प्रबल रहेगी। कार्य क्षेत्र अथवा पारिवार में अपना काम बनाने के लिए दिखावे का गुस्सा करेंगे। वाणी में मिठास रहने से कार्य शीघ्र बन भी जाएंगे। विद्यार्थ एवं नौकरी पेशा जातक बेहतर प्रदर्शन करने पर सम्मान के पात्र बनेंगे। समाज के वरिष्ठ व्यक्तियों से भेंट आनंदित करेगी।
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〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏

मान्यता है कि काशी की मणिकर्णिका घाट पर भगवान शिव ने देवी सती के शव की दाहक्रिया की थी। तबसे वह महाशमशान है, जहाँ चिता की अग्नि कभी नहीं बुझती। एक चिता के बुझने से पूर्व ही दूसरी चिता में आग लगा दी जाती है। वह मृत्यु की लौ है जो कभी नहीं बुझती, जीवन की हर ज्योति अंततः उसी लौ में समाहित हो जाती है। शिव संहार के देवता हैं न, तो इसीलिए मणिकर्णिका की ज्योति शिव की ज्योति जैसी ही है, जिसमें अंततः सभी को समाहित हो ही जाना है। इसी मणिकर्णिका के महाश्मशान में शिव होली खेलते हैं।

शमशान में होली खेलने का अर्थ समझते हैं? मनुष्य सबसे अधिक मृत्यु से भयभीत होता है। उसके हर भय का अंतिम कारण अपनी या अपनों की मृत्यु ही होती है। श्मशान में होली खेलने का अर्थ है उस भय से मुक्ति पा लेना।

शिव किसी शरीर मात्र का नाम नहीं है, शिव वैराग्य की उस चरम अवस्था का नाम है जब व्यक्ति मृत्यु की पीड़ा,भय या अवसाद से मुक्त हो जाता है। शिव होने का अर्थ है वैराग्य की उस ऊँचाई पर पहुँच जाना जब किसी की मृत्यु कष्ट न दे, बल्कि उसे भी जीवन का एक आवश्यक हिस्सा मान कर उसे पर्व की तरह खुशी खुशी मनाया जाय। शिव जब शरीर में भभूत लपेट कर नाच उठते हैं, तो समस्त भौतिक गुणों-अवगुणों से मुक्त दिखते हैं। यही शिवत्व है।

शिव जब अपने कंधे पर देवी सती का शव ले कर नाच रहे थे, तब वे मोह के चरम पर थे। वे शिव थे, फिर भी शव के मोह में बंध गए थे। मोह बड़ा प्रबल होता है, किसी को नहीं छोड़ता। सामान्य जन भी विपरीत परिस्थितियों में, या अपनों की मृत्यु के समय यूँ ही शव के मोह में तड़पते हैं। शिव शिव थे, वे रुके तो उसी प्रिय पत्नी की चिता भष्म से होली खेल कर युगों युगों के लिए वैरागी हो गए। मोह के चरम पर ही वैराग्य उभरता है न। पर मनुष्य इस मोह से नहीं निकल पाता, वह एक मोह से छूटता है तो दूसरे के फंदे में फंस जाता है। शायद यही मोह मनुष्य को शिवत्व प्राप्त नहीं होने देता।

कहते हैं काशी शिव के त्रिशूल पर टिकी है। शिव की अपनी नगरी है काशी, कैलाश के बाद उन्हें सबसे अधिक काशी ही प्रिय है। शायद इसी कारण काशी एक अलग प्रकार की वैरागी ठसक के साथ जीती है। मणिकर्णिकाघाट, हरिश्चंदघाट, युगों युगों से गङ्गा के इस पावन तट पर मुक्ति की आशा ले कर देश विदेश से आने वाले लोग वस्तुतः शिव की अखण्ड ज्योति में समाहित होने ही आते हैं। घटघट में वही हैं।

ऐसे बागवान ही बचाएंगे अब पर्वतीय किसानी 
✍️शुशील बहुगुणा की कलम से
पिछले कुछ दिनों की छुट्टियां उत्तराखंड में बाग़ बगीचों के अध्ययन में बिताईं। कई कृषि विज्ञानियों से भी मिला। काफी कुछ नया सीखा और जाना। अन्त में ये विचार और पुष्ट हुआ कि उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्यों को अपनी सर्वाधिक शक्ति और संसाधन बाग़वानी पर ही लगानी होगी। उसे केंद्र में रखना होगा। खेती यहां के छोटे काश्तकारों के लिए मुफ़ीद नहीं है जबकि बाग़वानी उनकी किस्मत बदल सकती है। लेकिन लोगों को अब सरकार के भरोसे बैठने के बजाय खुद पहल करनी होगी। ऐसी ही एक शानदार शख़्सियत से शुक्रवार शाम चम्बा के पास कनाताल में मिलने का सौभाग्य मिला। खेतों में काम छोड़ उन्होंने हमसे मिलने का समय निकाला। उनके हाथों में लगी मिट्टी बता रही थी अपनी मिट्टी से उनका लगाव। ये हैं मंगलानंद डबराल – 80 साल के बुज़ुर्ग जिन्होंने बाग़वानी के क्षेत्र में जो रोशनी दिखाई है उस पर हमारे ग्रामीण युवकों को चलना ही चाहिए, सीखना ही चाहिए। मंगलानंदजी ने कीवी फ्रूट की फसल बड़ी ही कामयाबी के साथ उगायी है ( ख़ास बात कीवी के फल को बंदर नहीं खाता क्योंकि ये बहुत खट्टा होता है। तोड़ने के बाद पकता है केले की तरह) यही नहीं कीवी, आड़ू, पुलम, खुबानी, सेब, अखरोट और कई सब्ज़ियों के साथ कई नए और शानदार प्रयोग किये हैं। 20 साल पहले वो खाड़ी देशों में नौकरी छोड़ घर लौटे और फिर खेती में ही रम गए। आज उत्तराखंड में बागवानी के क्षेत्र में उनका अलग काम और नाम है। अपने बेटों के साथ वो अपना ये काम और आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बाग़वानी के साथ डिब्बाबंद अचार, चटनी और जूस का काम भी काफी आगे बढ़ा दिया है। उनकी कामयाबी इस बात की मिसाल है कि अगर थोड़ी मेहनत और ज़्यादा दिमाग़ लगाया जाए तो 20 से 50 हज़ार रु महीना आमदनी के लिए तो गांव छोड़ने की बिलकुल ज़रूरत नहीं पड़ेगी। और अगर चकबंदी हो जाये तो ये कोशिश और भी सार्थक साबित होगी। बाग़वानी पलायन रोकने का भी एक अचूक उपाय साबित होगा। उत्तराखंड के कुछ युवाओं ने इस दिशा में पहल भी की है लेकिन इस पहल को क्रांति में बदलने के लिए हजारों युवकों को अपने खेतों में उतरना होगा। अगर सहकारी प्रयास किये जायें तो और बेहतर। हमारे पास मंगलानंद डबराल जैसे  नायक हैं।