आज का पंचाग आपका राशि फल, मुंह में रामनाम हो तो जीवन में संसार सागर और अंत में भव सागर तर जाता है, किस्सा टीपू एक्सप्रेस ट्रेन का नाम परिवर्तित कर अब वोडेयार एक्सप्रेस करने के पीछे का इतिहास, ट्रेन पर वन्य जीवों का टकराने का क्रम तो पहले भी रहा है फिर भी चर्चा केलव वंदे भारत एक्सप्रेस की है

‼️‼️हनुमानजी समुद्र लाँघ गये। ‼️‼️

किसी ने तुलसीदास जी से कहा कि बड़े आश्चर्य की बात है कि हनुमानजी सौ योजन का समुद्र लाँघ गये ।

तुलसीदास जी बोले, आश्चर्य बिल्कुल नहीं।‼️

क्यों? 

हनुमानजी पार जाते हुए दिखाई दे रहे थे, लेकिन कमाल हनुमानजी का नहीं था।⭕️

फिर? 

कमाल तो उसका था जो दिखाई नहीं दे रहा था । कौन?

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।

जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं।।⭕️

 

श्री हनुमानजी समुद्र लाँघ गये ।

आश्चर्य नहीं है, क्यों ? 

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। अब लगता है, मुद्रिका मुख में थी, इसलिए हनुमान जी समुद्र लाँघ गये, तो आश्चर्य नहीं है।

तो हनुमानजी की महिमा नहीं है।

फिर किसकी महिमा है? मुद्रिका की।

लेकिन, तुलसीदास जी बोले, मुद्रिका की नहीं । फिर किसकी महिमा है? 

बोले, हनुमानजी ने मुद्रिका मुख में रखी।बुद्धिमताम् वरिष्ठम्, इतने ज्ञानी। 

मुद्रिका कोई मुख में रखने की चीज है?

श्री हनुमानजी से किसी ने कहा कि मुद्रिका मुख में क्यों रखे हो, यह कोई मुख में रखने की चीज है?

 हनुमानजी ने कहा, मुद्रिका तो मुख में रखने की चीज नहीं है, पर मुद्रिका में जो लिखा है, वह मुख में ही रखने की चीज है।

 

तब देखी मुद्रिका मनोहर ।

राम नाम अंकित अति सुंदर ।।

 

मुद्रिका में लिखा था राम नाम । 

तो हनुमानजी ने मुद्रिका मुख में रखी, अर्थात् राम नाम मुख में रखा तो पार हो गये कि नहीं?

 कितना बढ़िया उपदेश है? 

हनुमानजी ने राम नाम मुख में रखा तो सागर पार कर गये, अगर हम लोग राम नाम मुख में रखेंगे, तो क्या संसार सागर से पार नहीं चले जायेंगे। दृढ़ विश्वास चाहिये

जय श्री राम[10/10, 21:29] +91 6290 104 832: 🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻मंगलवार, ११ अक्टूबर २०२२🌻

 

सूर्योदय: 🌄 ०६:२०

सूर्यास्त: 🌅 ०५:५२

चन्द्रोदय: 🌝 १८:५०

चन्द्रास्त: 🌜०७:२९

अयन 🌖 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: ❄️ शरद 

शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)

मास 👉 कार्तिक 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 द्वितीया (२५:२९ से तृतीया)

नक्षत्र 👉 अश्विनी (१६:१७ से भरणी)

योग 👉 हर्षण (१५:१७ से वज्र)

प्रथम करण 👉 तैतिल (१३:२९ तक)

द्वितीय करण 👉 गर (२५:२९ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 कन्या 

चंद्र 🌟 मेष 

मंगल 🌟 वृष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 कन्या (उदित, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)

शुक्र 🌟 कन्या (अस्त, पूर्व)

शनि 🌟 मकर (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४० से १२:२७

अमृत काल 👉 ०९:०१ से १०:३८

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०६:१६ से १६:१७

अमृतसिद्धि योग 👉 ०६:१६ से १६:१७

विजय मुहूर्त 👉 १३:५९ से १४:४५

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:३९ से १८:०३

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:५१ से १९:०५

निशिता मुहूर्त 👉 २३:३९ से २४:२९

राहुकाल 👉 १४:५७ से १६:२४

राहुवास 👉 पश्चिम

यमगण्ड 👉 ०९:१० से १०:३६

होमाहुति 👉 चन्द्र 

दिशाशूल 👉 उत्तर

अग्निवास 👉 आकाश 

चन्द्र वास 👉 पूर्व

शिववास 👉 सभा में (२५:२९ से क्रीड़ा में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – रोग २ – उद्वेग

३ – चर ४ – लाभ

५ – अमृत ६ – काल

७ – शुभ ८ – रोग

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – काल २ – लाभ

३ – उद्वेग ४ – शुभ

५ – अमृत ६ – चर

७ – रोग ८ – काल

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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गुरु रामदास जयन्ती आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १६:१७ तक जन्मे शिशुओ का नाम 

अश्विनी नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (चो, ला) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम भरणी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (ली, लू, ले) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

कन्या – २८:३१ से ०६:४९

तुला – ०६:४९ से ०९:१०

वृश्चिक – ०९:१० से ११:२९

धनु – ११:२९ से १३:३३

मकर – १३:३३ से १५:१४

कुम्भ – १५:१४ से १६:४०

मीन – १६:४० से १८:०३

मेष – १८:०३ से १९:३७

वृषभ – १९:३७ से २१:३२

मिथुन – २१:३२ से २३:४७

कर्क – २३:४७ से २६:०८

सिंह – २६:०८ से २८:२७

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०६:१६ से ०६:४९

मृत्यु पञ्चक – ०६:४९ से ०९:१०

अग्नि पञ्चक – ०९:१० से ११:२९

शुभ मुहूर्त – ११:२९ से १३:३३

रज पञ्चक – १३:३३ से १५:१४

शुभ मुहूर्त – १५:१४ से १६:१७

चोर पञ्चक – १६:१७ से १६:४०

शुभ मुहूर्त – १६:४० से १८:०३

शुभ मुहूर्त – १८:०३ से १९:३७

चोर पञ्चक – १९:३७ से २१:३२

शुभ मुहूर्त – २१:३२ से २३:४७

रोग पञ्चक – २३:४७ से २५:२९

शुभ मुहूर्त – २५:२९ से २६:०८

मृत्यु पञ्चक – २६:०८ से २८:२७

अग्नि पञ्चक – २८:२७ से ३०:१७

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आज का राशिफल

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन का पूर्वार्ध पहले की भांति ही आनंददायक रहेगा। मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे। कार्यो में थोड़े प्रयत्न से लाभ होगा। प्रियजनों से उपहार-भेंट मिलेगी। नौकरी पेशा जातको को दिन के उत्तरार्ध में काम का बोझ बढेगा। दोपहर के बाद का समय परिश्रम साध्य रहेगा। लापरवाही करने पर बनते कार्यो में विघ्न आएंगे। लाभ के अनुबंध मिलने की संभावना है परन्तु किसी के टांग अड़ाने से दुविधा में पड़ेंगे। परिवार में आज समय से काम ना करने पर स्त्री-संतान से मतभेद हो सकता है। 

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन विषम परिस्थितियों वाला रहेगा। आज मन में भावुकता एवं क्रोध की अधिकता रहने से छोटी बात गंभीर विवाद का रूप ले सकती है। मध्यान पश्चात संतान और जीवनसाथी के स्वास्थ्य ख़राब हो सकता है। वाणी एवं व्यवहार संयमित रखें अन्यथा सम्मान में कमी आ सकती है। सरकारी कार्यो को संभवतः टाले निर्णय आपके विपरीत रहेंगे। धन लाभ की संभावनाएं आज कम ही है परन्तु जब भी होगा आकस्मिक ही होगा। विपरीत लिंगीय आकर्षण अधिक रहने से कार्यो से ध्यान भटकेगा।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आपके लिए उन्नति दायक रहेगा। कार्य क्षेत्र पर आज अधिकारियो का प्रोत्साहन मिलने से उन्नति के मार्ग खुलेंगे। व्यवसाय में लाभ पाने के लिए थोड़ा परिश्रम करना पड़ सकता है लेकिन इसका फल आश्चर्य में डालने वाला रहेगा। अनैतिक कार्यो में पड़ने से मान हानि के योग बनेंगे इससे दूर रहें। परिजनों से मधुर भावनात्मक सम्बन्ध रहेंगे घरेलू समस्याओ को महिलाये अपने बल पर सुलझा लेंगी। संध्या के समय शुभ समाचार मिलेंगे। उत्तम भोजन वाहन मनोरंजन पर्यटन से आनंद मिलेगा।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन भी आपको शुभ फल देने वाला है। आज आप अपने व्यवहार कुशलता से किसी का भी दिल जीत सकते हैं। सरकारी अथवा अचल संपत्ति के दस्तावेज करने के लिए आज का दिन शुभ है। व्यवसाय में निवेश भविष्य के लिए लाभदायक रहेगा। मित्र-परिजनों के साथ मनोरंजन के अवसर मिलेंगे महिला वर्ग घरेलु झगड़े का कारण बनेगी निवारण भी स्वयं ही करेंगी। आज आपके हाथ से किये गए शुभकर्म अति लाभदायक सिद्ध होंगे। मध्यान के समय मन चंचल रहेगा आवश्यक निर्णय इस अवधि में ना लें।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आध्यात्म एवं धार्मिक आस्था में वृद्धि करने वाला रहेगा। पुण्योदय होने से भाग्योन्नति के अवसर मिलेंगे। फिर भी आज आपके निर्णय सही दिशा ले रहे है या नहीं इसकी जांच अवश्य करलें। धार्मिक यात्रा देव दर्शन के योग है। घर में वैवाहिक कार्यो की रूप रेखा बनेगी। कार्य व्यवसाय पर भी दिन लाभ कराने वाला रहेगा। पुराने परिचितों से भेंट होगी। महिलाये आज कार्यो में विलंब करेंगी जिससे थोड़ी अव्यवस्था फैलेंगी। संतानो का स्वभाव चंचल रहेगा शान्ति के लिए

छोटी मोटी बातो की अनदेखी करें।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आपका आज का दिन प्रतिकूल परिस्थिति वाला रहेगा। आज घर सदस्य की चिकित्सा पर अधिक खर्च होने से आर्थिक हालात असामान्य बनेंगे उधार भी लेना पड़ सकता है यथा संभव आज उधार ना लें। कार्य क्षेत्र पर आज दुसरो के ऊपर निर्भर रहना पड़ सकता है। अधिक भाग दौड़ रहने के कारण थकान एवं स्वाभाव में रूखापन आने से प्रेम संबंध बिगड़ने की संभावना है। यात्रा में वाहन से चोट लग सकती है। जोखिम वाले कार्यो से दूर रहें आज परिवार की महिलाओं की बात ना मानने से बाद में पछतावा होगा।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन आपके लिये बीते कल की तुलना में थोड़ी राहत प्रदान करेगा। आज धन का खर्च आय की तुलना में अधिक रहेगा फिर भी मानसिक रूप से दिन भर प्रसन्न रहेंगे। घर में किसी अविवाहित के रिश्ते की बात आगे बढ़ेगी। कीमती वस्तुओ की खरीददारी पर खर्च होगा। कार्य क्षेत्र से आज सिमित धन लाभ होगा। अधिकांश कार्य आज सहयोगियों की सहायता लेकर ही करने पढ़ेंगे। शेयर एवं अन्य जोखिम वाले कार्य मे निवेश अवश्य लाभ देगा। महिलाये आज किसी का सहयोग करके आत्मसंतुष्टि अनुभव करेंगी।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन घर एवं बाहर के वातावरण में बदलाव लाने वाला रहेगा। सेहत थोड़ी नरम रहने से आलस्य रहेगा फिर भी आज आप घरेलु समस्याओं के समाधान के प्रति अधिक सतर्क रहेंगे। आज वाणी एवं व्यवहार में भी कल की अपेक्षा नरमी रहेगी। सरकारी कार्यो में पहले उलझन पड़ेगी लेकिन किसी अनुभवी के सहयोग से समाधान मिल जाएगा।कार्य क्षेत्र पर आज कुछ महत्त्वपूर्ण बदलाव कर सकते है इस पर खर्च भी होगा। संध्या के समय मनोरंजन के अवसर तलाशेंगे स्त्री सुख आवश्यकता पूर्ति करने पर ही मिलेगा।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन बीते दिनों की अपेक्षा सुख-शांति से बितायेंगे। आज आपके स्वाभाव में नरमी रहने से परिजनों के साथ चल रहे मतभेद सामान्य होंगे। कला एवं संगीत में आज विशेष रूचि रहेगी। कार्य क्षेत्र पर आज किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति का सहयोग मिलने से रुके कार्य पूर्ण होंगे। संतानों के ऊपर खर्च बढेगा महिलाये अस्त-व्यस्त गृहस्थी को संभालने में अधिक व्यस्त रहेंगी। नजदीकी रिश्तेदारो से शुभ समाचार मिलेगा। धन लाभ परिश्रम के बाद दोपहर बाद ही होगा।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज की दिनचर्या असंयमित रहेगी। आज के दिन का पूर्वार्ध परिवार में कलह रहने के कारण अशान्त रहेगा इसका कारण आप ही रहेंगे। सेहत भी असामान्य रहने से कार्य क्षेत्र पर बेहतर अनुभव नहीं करेंगे। धन लाभ के लिए आज चाटुकारिता का सहारा लेना पड़ सकता है। धार्मिक स्थानों पर दान पुण्य के अवसर मिलेंगे। स्त्री मित्रो से संबंदो में कड़वाहट आ सकती है बहसबाजी से बचें। व्यवहार में नरमी रखें भ्रामक बातो पर विश्वास ना करें लोग आपको उकसाने का काम करेंगे।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायक रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में कार्य क्षेत्र पर बेहतर वातावरण मिलने से धन लाभ होगा। इसके बाद का समय गलत निर्णय लेने से हानिकर रहेगा प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी। खर्च पर नियंत्रण नहीं रहने से आर्थिक समस्या बन सकती है। परिजनों का सहयोग बराबर मिलते रहने से मानसिक रूप से शान्ति रहेगी। महिलाओ की सेहत आज नरम रहने से घरेलू कार्य बिखरे रहेंगे ठंडे पदार्थो का सेव ना करें। मित्रो का भी साथ मिलेगा। 

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन भी आपके पक्ष में रहेगा। परन्तु सेहत में थोड़ा उतार चढ़ाव बना रहेगा। पुराने लटके कार्यो में गति आएगी। नई योजनाएं अधिक फलीभूत होंगी। सामाजिक कारणों से भी आज अधिक व्यस्त रह सकते है। सरकारी कार्य आज करना ठीक रहेगा निश्चित सफलता मिलेगी। संध्या के समय धन की आमद होने से आर्थिक स्थिति सुधरेगी। विरोधी आज शांत रहेंगे। महिलाये आज घरेलू कार्य मे ज्यादा व्यस्त रहेंगी। रिश्तेदारों के आने से चहल पहल बढ़ेगी ॥ —————————————————————————-

             🙏 राधे राधे 🙏

 (ट्रेन पर वन्य जीवों का टकराने का क्रम तो पहले भी रहा है फिर भी विरोधियों द्वारा चर्चा केलव वंदे भारत एक्सप्रेस की है इसी बीच केन्द्र सरकार ने टीपू एक्सप्रेस का नाम बदल कर वोडेयार एक्सप्रेस कर दिया 👌) –*#टीपू एक्सप्रेस ट्रेन का नाम बदलकर #वोडेयार एक्सप्रेस कर दिया गया है, पर क्यों ?* 

 

इतिहास जो जानना जरूरी है 👉 *#टीपूसुल्तान के पिता हैदरअली ने विश्वासघात करके #वोडेयार राजा से मैसूर की गद्दी हासिल की थी।*

वोडेयार राजवंश के लोग खुद को भगवान कृष्ण के वंशज मानते थे और उनका दावा था कि वो द्वारिका से आए थे। जिसने विजय नगर साम्राज्य के अधीन लम्बे समय तक मैसूर पर शासन किया था। 

 

विजयनगर साम्राज्य की समाप्ति के बाद वोडेयार हिन्दू राजाओं ने सीमा विस्तार किया। *इस दक्षिण भारतीय हिन्दू राजवंश ने ही मैसूर दशहरा की नींव रखी थी। वोडेयार राजाओं के समय मे मैसूर में स्ट्रीट लाइट्स का जाल बिछा था और मैसूर एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में ब्रिटिश इंडिया को टक्कर देता था।*

 

वोडेयार राजाओं के समय साल 1612 में मैसूर एक बड़े हिंदू साम्राज्य के रूप में उभरा। चिक्का कृष्णराज वोडेयार के समय मे तो इस हिन्दू साम्राज्य ने अपना स्वर्णिम युग देखा। *फिर राजा कृष्णराज से एक चूक हुई, “महान सम्राट टीपू सुल्तान” के अब्बू हैदर अली को अपनी सेना में एक सैनिक के रूप में भर्ती किया।*

 

 *_बाद में उसकी बहादुरी से खुश होकर उसे कमांडर इन चीफ भी बना दिया और राज्य की कई अहम जिम्मेदारियां उसे सौंप दी। इसी हैदर अली ने बाद में वोडेयार राजवंश से गद्दारी कर के मैसूर की सत्ता हथिया ली और सुल्तान बन बैठा। हमें इसी हैदर अली के महान बेटे टीपू सुल्तान के बारे में पढ़ाया जाता रहा है, लेकिन इस हिन्दू शाही राजवंश के बारे में शायद ही कोई उत्तर भारतीय जानता हो।_*

 

वोडेयार हिन्दू राजवंश के बारे में सम्भवतः इसलिए नहीं पढ़ाया गया क्योंकि महान इस्लामिक शहंशाहों और मुगल सम्राटों के चेहरों से नकाब उतरने का डर था और साथ ही विदेशी इस्लामी आक्रांताओं और मुगलों की फ़र्ज़ी महानता की कहानियां गढ़ने वाले हिन्दू घृणा में सने वामपंथी लेखकों के चेहरे से भी। 

 

टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलकर वोडेयार एक्सप्रेस करना हैदर अली की छाती पर पैर रखकर मैसूर की सत्ता वापस हासिल करने जैसा ही एहसास है। भारत की छाती और वोडेयार राजा की पीठ में छूरा मारने वाले कलंक को धुलने की शुरुआत हो चुकी है, देर से ही सही।

महाराजा मैसूर की जय हो।

 

साभार 🙏❤️🙏