आज का पंचाग आपका राशि फल, संस्कारों से ही भगवान का साक्षात्कार होता है, शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी जिनसे इसरो, नासा और वर्ल्डबैंक भी परामर्श लेते हैं

​                         𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝

                    श्री हरिहरो 

                   विजयतेतराम

        *🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*

        🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓

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*गुरुवार, २८ जुलाई २०२२*

 

सूर्योदय: 🌄 ०५:३१

सूर्यास्त: 🌅 ०७:०९

चन्द्रोदय: 🌝 ❌️❌️❌️

चन्द्रास्त: 🌜१९:२१

अयन🌖दक्षिणायने(उत्तरगोलीय

ऋतु: ⛈️ वर्षा 

शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)

मास 👉 श्रावण 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 अमावस्या 

(२३:२४ से प्रतिपदा)

नक्षत्र👉पुनर्वसु(०७:०५से पुष्य

योग👉वज्र(१७:५७से सिद्धि

प्रथम करण 👉 चतुष्पाद 

(१०:१९ तक)

द्वितीय करण👉नाग(२३:२४ तक

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 कर्क 

चंद्र 🌟 कर्क 

मंगल🌟मेष(उदित,पश्चिम,मार्गी)

बुध🌟कर्क (अस्त, पूर्व, मार्गी)

गुरु🌟मीन (उदित, पूर्व, वक्री)

शुक्र🌟मिथुन (उदित, पूर्व, वक्री)

शनि🌟मकर (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:५१

अमृत काल 👉 २६:४० से २८:२६

गुरुपुष्य योग 👉 ०७:०५ से २९:३४

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 पूरे दिन

अमृतसिद्धि योग 👉 ०७:०५ से २९:३४

विजय मुहूर्त 👉 १४:४० से १५:३५

गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०० से १९:२४

सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:१३ से २०:१५

निशिता मुहूर्त 👉 २४:०३ से २४:४४

राहुकाल 👉 १४:०६ से १५:४८

राहुवास 👉 दक्षिण

यमगण्ड 👉 ०५:३३ से ०७:१६

होमाहुति 👉 केतु (०७:०५ से सूर्य)

दिशाशूल 👉 दक्षिण

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्रवास 👉 उत्तर

शिववास 👉 गौरी के साथ (२३:२४ से श्मशान में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – शुभ २ – रोग

३ – उद्वेग ४ – चर

५ – लाभ ६ – अमृत

७ – काल ८ – शुभ

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – अमृत २ – चर

३ – रोग ४ – काल

५ – लाभ ६ – उद्वेग

७ – शुभ ८ – अमृत

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (दही का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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गुरु पुष्य योग प्रातः ०७:०५ से २९:३४, गुरु वक्री २८:०५ से आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज ०७:०५ तक जन्मे शिशुओ का नाम 

पूनर्वसु नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (ही) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशु का नाम पुष्य नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (हू, हे, हो, डा) नामाक्षर सेरखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

कर्क – २८:४६ से ०७:०७

सिंह – ०७:०७ से ०९:२६

कन्या – ०९:२६ से ११:४४

तुला – ११:४४ से १४:०५

वृश्चिक – १४:०५ से १६:२४

धनु – १६:२४ से १८:२८

मकर – १८:२८ से २०:०९

कुम्भ – २०:०९ से २१:३५

मीन – २१:३५ से २२:५८

मेष – २२:५८ से २४:३२

वृषभ – २४:३२ से २६:२७

मिथुन – २६:२७ से २८:४२

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पञ्चक रहित मुहूर्त

मृत्यु पञ्चक – ०५:३३ से ०७:०५

अग्नि पञ्चक – ०७:०५ से ०७:०७

शुभ मुहूर्त – ०७:०७ से ०९:२६

रज पञ्चक – ०९:२६ से ११:४४

शुभ मुहूर्त – ११:४४ से १४:०५

चोर पञ्चक – १४:०५ से १६:२४

शुभ मुहूर्त – १६:२४ से १८:२८

रोग पञ्चक – १८:२८ से २०:०९

शुभ मुहूर्त – २०:०९ से २१:३५

मृत्यु पञ्चक – २१:३५ से २२:५८

रोग पञ्चक – २२:५८ से २३:२४

चोर पञ्चक – २३:२४ से २४:३२

शुभ मुहूर्त – २४:३२ से २६:२७

रोग पञ्चक – २६:२७ से २८:४२

शुभ मुहूर्त – २८:४२ से २९:३४

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन का पूर्वार्ध परिवार में कलह रहने के कारण अशान्त रहेगा इसका कारण भी आप ही रहेंगे। सेहत भी आज असामान्य रहने से कार्य क्षेत्र पर बेहतर अनुभव नहीं करेंगे। अधिकारी वर्ग भी छोटी छोटी बातों में कमियां निकालेंगे। धन लाभ के लिए आज चाटुकारिता का सहारा लेना पड़ सकता है। धार्मिक स्थानों पर दान पुण्य के अवसर मिलेंगे। स्त्री मित्रो से संबंधो में कड़वाहट आ सकती है। दिनचर्या असंयमित रहने के कारण शारीरिक शिथिलता अनुभव होगी। आज यात्रा लाभदायक तो रहेगी लेकिन शारीरिक रूप से कष्टकारी भी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज दिन में मध्यान से पहले का भाग आपको सभी क्षेत्रो से लाभ कराएगा परन्तु इसके लिए आलस्य की प्रवृति को त्यागना पड़ेगा। आवश्यक कार्यो को प्रातः ही पूरा करले इसके बाद दैनिक कार्यो के अतिरिक्त कार्यो में सफलता संदिग्ध रहेगी। आज यात्रा में चोटादि का भी भय है वाहन सावधानी से चलाएं। कार्य क्षेत्र से सामान्य से अधिक धन लाभ होगा लेकिन किसी पुराने धन अथवा कीमती वस्तु के डूबने की संभावना है। परिचित आज स्वार्थी व्यवहार करेंगे। संध्या बाद का समय थकान वाला लेकिन संतोषजनक रहेगा।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज दिन का आधा भाग लगभग विपरीत फलदायक ही रहेगा। सेहत सामान्य रहने पर भी मेहनत करने का मन नही करेगा आलस्य एवं शीघ्र थकावट भी अनुभव होगी। कार्य क्षेत्र पर आज आपके दयालु स्वाभाव के कारण प्रतिस्पर्धी हावी रहेंगे। लेन-देन का व्यवहार आज सोच समझ कर ही करें धन अटक सकता है बेहतर रहेगा आज इससे बचें। नौकरो से मीठा बोल कर कार्य निकाले अन्यथा नुकसान कर सकते है। परिवार में उग्र वातावरण आवश्यकता की पूर्ति समय पर करने पर ही शांत रहेगा अन्यथा गरमा गर्मी हो सकती है।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन का पहला भाग पहले की भांति ही आनंददायक रहेगा। मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे। कार्यो में थोड़े प्रयत्न से लाभ होगा। प्रियजनों से उपहार-भेंट मिलेगी। नौकरी पेशा जातको को दिन के उत्तरार्ध में काम का बोझ बढेगा। दोपहर के बाद का समय एक दम् विपरीत रहेगा। बनते कार्यो में विघ्न आएंगे। लाभ के अनुबंध निरस्त होने से हानि होगी। फिर भी आज आवश्यकता से अधिक धन लाभ किसी न किसी रूप में हो ही जायेगा चाहे फिर हाथ मे ज्यादा देर ना रुके खर्च अधिक रहेंगे। सेहत को लेकर कुछ समय समस्या हो सकती है। 

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज दिन के आरम्भ में परेशानियां यथावत बनी रहने से कोई राहत नहीं मिलेगी। मानसिक चिंताएं शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव दिखाएंगी। परिवार में स्त्री पक्ष से ग़लतफ़हमी के कारण झगड़ा हो सकता है। आज होने वाली निश्चित आय में व्यवधान आने से आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। दिन के दूसरे भाग में पारिवारिक वातावरण में शांति आएगी। साथ ही कही से अकस्मात धन मिलने से रुके कार्य पूर्ण कर सकेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी थोड़ी बिक्री होने से धन की आमद होगी। सेहत को जरूर संभालें।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन बड़े बुजुर्गों अथवा वरिष्ठ अधिकारियों के कृपा पात्र बनने से समाज में सम्मानजनक स्थिति बनाएंगे। जिद्दी व्यवहार से बचें अन्यथा लाभ की संभावनाएं हानि में बदल सकती है। अधिक लाभ के लिये संतोषी वृति से कार्य करते रहे धन लाभ की प्रबल संभावना है। मध्यान तक का समय थोड़ा उदासीनता वाला रहेगा इसके बाद का समय काफी व्यस्त रहने वाला है आज किसी को उधार धन ना दें साथ ही चोरी आदि का भय भी है सतर्क रहना होगा। परिजनों की आवश्यकताओं पर ध्यान दें।

सेहत कुछ समय के लिये विपरीत हो सकती है फिर भी चिंताजनक नही।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन अनर्गल प्रवृतियों में समय एवं धन नष्ट करेंगे। जिस लाभ के कार्य को आज करने का मन करेगा वह किसी अन्य के हाथ में जा सकता है। शारीरिक एवं मानसिक रूप से सामान्य रहेंगे। कार्य व्यवसाय में किसी जानकार के हस्तक्षेप से लाभदायक स्थिति बनेगी। आज जिस भी कार्य को हाथ मे लेंगे किसी न किसी कारण से उसमे विलंब हो सकता है।मध्यान के बाद सभी कार्य धीरे-धीरे पूर्ण होने से राहत मिलेगी। प्रेम-रोमांस में दूरियां आ सकती है। आज गिरने अथवा जलने से शारीरिक कष्ट हो सकता है सेहत का ध्यान रखना जरूरी है।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन प्रातः काल किसी आस पडोसी अथवा परिजन के मनमाने व्यवहार के चलते विवाद हो सकता है। गुस्से को नियंत्रित रखें अन्यथा विवाद ज्यादा गहरा सकता है। कार्य क्षेत्र पर आज उधारी वालो के कारण परेशानी होगी आवश्यकता के समय धन ना मिलने पर क्रोध आएगा। दोपहर से स्थिति आपके पक्ष में आने लगेगी जिससे उम्मीद नही उससे भी लाभ हो सकता है लेकिन स्वभाव में नरमी रखना बहुत जरूरी है। संध्या के समय अचानक कोई धार्मिक यात्रा अथवा मनोरंजन का कार्यक्रम बन सकता है। जिस पर खर्च भी होगा। स्त्री से सुख मिलेगा। सेहत उत्तम रहेगी।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आपका आज का दिन प्रतिकूल परिस्थिति वाला रहेगा। आज स्वयं अथवा घर के सदस्य की चिकित्सा पर अकस्मात अधिक खर्च होने से आर्थिक हालात असामान्य बनेंगे उधार भी लेना पड़ सकता है यथा संभव आज उधार ना लें। कार्य क्षेत्र पर आज कुछ समय के लिये दुसरो के ऊपर निर्भर रहना पड़ सकता है। अधिक भाग दौड़ रहने के कारण थकान एवं स्वाभाव में रूखापन आने से प्रेम संबंध बिगड़ सकते है। धन की आमद आज अकस्मात ही होगी इसलिये लापरवाही ना करें। पेट से निचले भाग में समस्या हो सकती है।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपके लाभ-हानि बराबर रहेगें। दिन के आरम्भ में मानसिक रूप से गंभीर रहेंगे लेकिन मध्यान बाद कार्यो के प्रति उदासीनता बरतने से लाभ से वंचित अथवा कम लाभ से संतोष करना पड़ सकता है। काम-धंधे की अपेक्षा आज धार्मिक गतिविधियों में अधिक समय देंगे। ज्योतिष, तन्त्र एवं अन्य पारलौकिक विज्ञानं को जानने एवं प्रयोग करने की अभिलाषा रहेगी। धन लाभ के लिए आज शारीरिक एवं दिमागी परिश्रम अधिक करना पड़ेगा परन्तु सफलता अवश्य मिलेगी। सीने अथवा पेट मे विकार होने की संभावना है।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज दिन का आधा भाग मानसिक रूप से परेशान कर सकता है। आपकी इच्छाओं की पूर्ति में विघ्न आने से आवेश से भरे रह सकते है। आज मन की भड़ास किसी निर्दोष पर उतारने से ग्लानि होगी। अधिकारियों से बात मनवाने के लिए बौद्धिक परिश्रम करना पड़ेगा। आवश्यकता के समय धन ना मिलने पर जरूरी कार्य अटक सकते है। सरकार सम्बंधित कार्य आज ना ही करे तो बेहतर रहेगा। यात्रा अथवा किसी आयोजन में बेमन से जाना पड सकता है। घर में धैर्य का परिचय दें। सेहत भी नरम गरम रहने की संभावना है।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन परिस्थितियां आपके बौद्धिक एवं शारीरिक श्रम के अनुरूप रहेंगी। कार्य क्षेत्र पर आज स्वयं के निर्णय में सफलता की संभावना अधिक रहेगी। सहयोगी आपसे कुछ अपेक्षाएं रखेंगे पूर्ण करने पर प्रसन्न भी रखेंगे। भागीदारी के कार्यो में हानि हो सकती है सोच समझ कर ही कोई निर्णय लें। भूमि भवन के क्रय-विक्रय से बचें हानि हो सकती है। घर अथवा बाहर धन अथवा किसी वस्तु को लेकर किसी से तीखी झड़प होने की संभावना है। आज धन की अपेक्षा संबंधो को अधिक महत्त्व दे भविष्य के लिए हितकर रहेगा। सेहत सामान्य रहेगी।

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✍️*अंधे को आसानी से हाथ पकड़ कर सही मार्ग पर ले जा सकते है , बीमार को दवाई से ठीक कर सकते है , लेकिन आँखे होकर भी जिन्हें सत्य नही दिखता है ऐसे अंधविश्वासी और जो सत्य असत्य के बीच का भेद नही कर सकते उन्हें , सत्य का दर्शन कराना बहुत ही कठिन होता है ।*

*➖कलियुग अधर्मी और पाखण्डी लोगों का युग है , अब हर धर्म में यहां मांसभक्षी भ्रष्टाचारी और ठगी करने वाले अनाचार अत्याचार से धन कमाने वालों का बोलबाला रहेगा। ज्यादातर लोग अध्यात्म और भगवान के नाम पर धर्म की मीठी-मीठी बाते बोलकर लूटने का काम ही करते है , जिन बातों में स्वार्थ छुपा होता है, ऐसी बाते या कथा ही ज्यादातर अंधविश्वासी लोगों को बताई जाती है ।*

*➖ऐसे लोगो से बचने के लिए , हर हिन्दू के घर में वेद पुराण गीता , रामायण , भागवत जी , और कुछ महत्वपूर्ण सनातन धर्म शास्त्रों का होना आवश्यक है है । और उन्हें नियम पूर्वक पढ़ना भी आवश्यक है , यदि ऐसा नही हुआ तो अनेक कबीलाई दुर्दांत पंथों की असुर प्रजाति भारत जैसे महान ऋषि परम्पराओं के देश में भी अपना उत्पात और अनाचार फैलाते रहेंगे यहां के सरल हृदय भोले भाले लोगो को दिग्भ्रमित करते रहेंगे, मूर्ति पूजा के विरूद्ध मन गढंत कहानी लिखने वालों के मनसूबों को भी समझना होगा। इसी भांति आर्य अनार्य की मनगढ़ंत थ्योरी भी इसलिए गढी गई ताकि विदेशी मुस्लिम आक्रांताओं और अंग्रेज लुटेरों को इससे डायल्यूट किया जा सके कि यहां पहले से ही बाहरी हैं अब ये भी आ गये तो कौन सी बड़ी बात है। सत्य ये है कि आर्य अनार्य कुछ नहीं थे सभी भारतीय सनातनी संस्कृति के अनुयायी थे और भारत में हाल के वर्षों तक आठ लाख से अधिक गुरुकुल थे जिनमें सभी को आचार व्यवहार और शास्त्र व शस्त्र निपुण बनाया जता था। यही नहीं मूर्ति पूजा सनातन धर्म संस्कृति का अभिन्न और शास्त्र सम्मत अंग है। २६ लाख वर्ष पूर्व भगवान राम ने भी मूर्ति पूजा की है। यहां तक कि यज्ञ संपन्न करने के लिए सीता माता की स्वर्ण मूर्ति बनाई थी। सतयुग में चक्रवर्ती राजा मांधाता सरस्वती की पूजा करते थे। लेकिन अंबेडकर और मार्क्स आदि को पूजने वाले मूर्ति पूजा का इसलिए विरोध करते हैं ताकि भारत का इस्लामीकरण का मार्ग प्रशस्त हो सके। हमने तो बस इतना ही स्मरण रखना है कि भारत भगवान विष्णु से चली आ रही महान ऋषि मुनियों और संत परम्परा का देश है।

*➖धर्म की जय हो , अधर्म का नाश हो,प्राणियों में सद्भावना बढ़े ,विश्व का कल्याण हो ।*

याद रखें कि संस्कार से भगवान का साक्षात्कार होता है 

*🦚जय श्री कृष्ण राधे राधे🦚*
*🌸ऊँ गं गणपतये नमः 🌸*
*🐁➖जय श्री गणेश➖ 🐁*

जानिए किस विटामिन की कमी का संकेत दे रहा है आपका शरीर
डॉक्टरों के मुताबिक कई बीमारियों की वजह विटामिनों की कमी ही होती है, ये हर वर्ग के लोगों को प्रभावित करती है, जानिए कौन सी विटामिन की कमी से कौन सा रोग होता है और कैसे उसे दूर भगाया जा सकता है। विटामिन भोजन के वे अवयव हैं, जिनकी सभी जीवों को थोड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। ये कार्बनिक यौगिक होते हैं। उस यौगिक को विटामिन कहा जाता है जो शरीर द्वारा पर्याप्त मात्रा में स्वयं उत्पन्न नहीं किया जा सकता बल्कि खाने के रूप में लेना आवश्यक हो। विटामिन ए, बी, सी, डी, ई, बी-कॉम्प्लेक्स आदि तत्वों की आवश्यकता होती है। शरीर में कौन से विटामिन की कमी से कौन सा रोग हो सकता है और इसके बचाव के लिए खान पान में क्या शामिल करना चाहिए

विटामिन- A
विटामिन ए दो फार्म में पाए जाते हैं, रेटिनॉल और कैरोटीन। विटामिन ए आंखों के लिए बहुत जरूरी होता है। यह विटामिन शरीर में अनेक अंगों जैसे त्वचा,बाल, नाखून, ग्रंथि, दांत, मसूड़ा और हड्डी को सामान्य रूप में बनाए रखने में मदद करता है। विटामिन ए की कमी से ज्यादातर आंखों की बीमारियां होती हैं, जैसे रतौंधी, आंख के सफेद हिस्से में धब्बे। यह रक्त में कैल्शियम का स्तर बनाए रखने में भी मदद करती है और हड्डियों को मजबूत करती है।
स्रोत
शरीर में विटामिन ए की कमी न होने के लिए चुकंदर, गाजर, पनीर, दूध, टमाटर, हरी सब्जियां, पीले रंग के फल खाने चाहिए। इसमें विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में इसकी पूर्ति करता है।
विटामिन- B
विटमिन बी हमारी कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन, डीएनए को बनाने और उनकी मरम्मत में सहायता करता है। इसके कई काम्पलेक्स होते हैं, बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी7 और बी12। यह बुद्धि, रीढ़ की हड्डी और नसों के कुछ तत्वों को बनाने में मदद करता है। लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण भी इसी से होता है। इसकी कमी से बेरी बेरी, त्वचा की बीमारियां, एनीमिया, मंदबुद्धि जैसी कई खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं। इसका आनुवंशिक कारण भी हो सकता है। आंतों एवं वजन घटाने की सर्जरी कराना भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है। शाकाहारी लोगों में इसकी कमी आम बात हो जाती है क्योंकि यह विटामिन ज्यादातर जानवरों में पाया जाता है।
स्रोत
विटामिन बी ज्यादातर मांसाहारी पदार्थों जैसे मछली, मीट, अंडा आदि में पाया जाता है। शाकाहारी लोग इसकी आपूर्ति दूध और इससे बनने वाले उत्पादों, जमीन के अंदर उगने वाली सब्जियों आलू, गाजर, मूली में आंशिक रूप से पाया जाता है।
विटामिन- C
विटामिन सी शरीर की मूलभूत रासायनिक क्रियाओं में यौगिकों का निर्माण और उन्हें सहयोग करता है। तंत्रिकाओं तक संदेश पहुंचाना या कोशिकाओं तक ऊर्जा प्रवाहित करना आदि। विटामिन सी मानव शरीर के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक है। यह एस्कॉर्बिक अम्ल होता है जो कि हर तरह के सिट्रस फल में जैसे, नींबू, संतरा, अमरूद, मौसमी आदि में पाया जाता है। विटामिन सी की कमी से स्कर्वी नामक रोग हो सकता है, जिसमें शरीर में थकान, मासंपेशियों की कमजोरी, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, मसूढ़ों से खून आना और टांगों में चकत्ते पड़ने जैसी दिक्कतें हो जाती हैं। विटामिन सी की कमी से शरीर छोटी छोटी बीमारियों से लड़ने की ताकत भी खो देता है, जिसका नतीजा बीमारियों के रूप में सामने आता है।
स्रोत
विटामिन सी खट्टे रसदार फल जैसे आंवला, नारंगी, नींबू, संतरा, बेर, कटहल, पुदीना, अंगूर, टमाटर, अमरूद, सेब, दूध, चुकंदर, चौलाई और पालक विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं। इसके अलावा दालों में भी विटामिन सी पाया जाता है। विटामिन के वसा में घुलनशील है, इसकी कमी से रक्त का थक्का जमना बंद हो जाता है। इसके स्त्रोत हरी सब्जियां, अंकुरित चने और फल हैं।
विटामिन- D
विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत सूर्य की किरणें हैं। जब हमारे शरीर की खुली त्वचा सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों के संपर्क में आती है तो ये किरणें त्वचा में अवशोषित होकर विटामिन डी का निर्माण करती हैं। अगर सप्ताह में दो बार दस से पंद्रह मिनट तक शरीर की खुली त्वचा पर सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणें पड़ती हैं तो शरीर की विटामिन डी की पूर्ति हो जाती है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, हाथ और पैर की हड्डियां टेढ़ी भी हो जाती हैं। मोटापा बढ़ने के साथ ही शरीर में विटामिन डी का स्तर कम होता जाता है, जो लोग मोटापे जैसी बीमारी से ग्रस्त है उन्हें विटामिन डी की कमी को पूरा करने के साथ-साथ मोटापे को भी कम करना चाहिए।
स्रोत
सूर्य विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत माना जाता है। इसके अलावा दूध और सोयाबीन में भी विटामिन डी पाया जाता है।
विटामिन E
विटामिन ई शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाए रखने, शरीर को एलर्जी से बचाए रखने की, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में प्रमुख भूमिका निभाता है।विटामिन ई वसा में घुलनशील विटामिन है। यह एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी कार्य करता है। इसके आठ रूप होते हैं। इसकी कमी से जनन शक्ति में कमी आ जाती है।
स्रोत
विटामिन ई सूखे, मेवे, बादाम और अखरोट, सूरजमुखी के बीज, हरी पत्तेदार सब्जियां, शकरकंद, सरसों में पासा जाता है। इसके अलावा विटामिन ई वनस्पति तेल, गेंहू, हरे साग, चना, जौ, खजूर, चावल के मांड़ में पाया जाता है।

साधु संतों को कम मत आँकना –

पुरी पीठाधीश्वर पूज्य #शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज के बारे में थोड़ा सा जान लीजिए उसी से उनकी विद्वत्ता का आंकलन कर सकते हैं।

ISRO ने अनेकों बार इन से सहायता ली है।

NASA ने भी अनेक बार परामर्श लिया है।

World bank ने भी अर्थव्यवस्था की उलझी हुई समस्या को सुलझाने के लिए सहायता माँगी जिसको वैदिक गणित की सहायता से कुछ मिनटों में ही हल कर दिया।

ऑक्सफोर्ड के गणितज्ञ भी सलाह लेते हैं।

कैम्ब्रिज के भी विद्वान मार्गदर्शन लेते हैं।

IIM, IIT, IISc भी गणितीय परामर्श के लिए सहायता लेते हैं।

200 ग्रन्थों की रचना जिनमे वैदिक गणित, विज्ञान, धर्म, संस्कृति आदि सहित अनेकों विषय शामिल हैं।

यह सिर्फ एक छोटा सा परिचय है

देश की सबसे बड़ी धर्मपीठ के पीठाधीश्वर और मूर्धन्य विद्वान का जब आदर नहीं होता,
उनको हाशिये पर दिखाया जाता या रखा जाता है तो मन बहुत दुःखी होता है।

आप पूज्यश्री की विद्वत्ता से सोचिए कि हमारे ऋषि महर्षि कितने विद्वान व वैज्ञानिक रहें होंगे।

हमें गर्व ही नही अपितु घमण्ड भी है अपनी सनातन ज्ञान व संत परम्परा पर❤️
शंकराचार्यस्वामी श्री निश्चलानंद जी जैसे महान व्यक्तित्व ,ज्ञानी सन्त को सह्रदय नमन वन्दन 🙏❤️
जय जय श्री राम
जय सनातन 🙏🙏