आज का पंचाग आपका राशि फल, मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी बोले प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में चारधाम यात्रा के नये कीर्तिमान लायेंगे बड़ा परिवर्तन, सूरजकुंड चितन शिविर में मुख्यमंत्री की पहल पर हजारों पूर्व सैनिक होंगे सीमावर्ती क्षेत्रों में नियत, सत्यभामा द्वारा नरकासुर वध, वंदे मातरम एक्सप्रेस और विपक्ष की भूमिका

𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝
श्री हरिहरो
विजयतेतराम

*🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*

🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓
*◕◕◕◕◕◕◕◕⊰⧱⊱◕◕◕◕◕◕◕◕*

*शुक्रवार, २८ अक्टूबर २०२२*
*~_________________________~*
सूर्योदय: 🌄 ०६:३०
सूर्यास्त: 🌅 ०५:३६
चन्द्रोदय: 🌝 ०९:२४
चन्द्रास्त: 🌜१९:४४
अयन 🌖 दक्षिणायने
(दक्षिणगोलीय)
ऋतु: ❄️ शरद
शक सम्वत:👉१९४४(शुभकृत
विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)
मास 👉 कार्तिक
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि👉तृतीया(१०:३३
से चतुर्थी)
नक्षत्र 👉 अनुराधा (१०:४२
से ज्येष्ठा)
योग 👉 शोभन (२५:३० से
अतिगण्ड)
प्रथम करण👉गर(१०:३३ तक)
द्वितीय करण 👉 वणिज
(२१:२४ तक)
*~_________________________~*
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 तुला
चंद्र 🌟 वृश्चिक
मंगल🌟मिथुन
(उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟तुला(अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु🌟मीन (उदित, पूर्व, वक्री)
शुक्र🌟 तुला
(अस्त,पूर्व)
शनि 🌟 मकर
(उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
~*_______________________________*~
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
~*_______________________________*~
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३८ से १२:२३
अमृत काल 👉 २४:५३ से २६:२३
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०६:२७ से १०:४२
रवियोग 👉 १०:४२ से ३०:२८
विजय मुहूर्त 👉 १३:५१ से १४:३६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२२ से १७:४६
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:३३ से १८:५१
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३५ से २४:२७
राहुकाल 👉 १०:३७ से १२:००
राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व
यमगण्ड 👉 १४:४७ से १६:१०
होमाहुति 👉 सूर्य – १०:४२ तक
दिशाशूल 👉 पश्चिम
नक्षत्र शूल 👉 पूर्व (१०:४२ से)
अग्निवास 👉 पाताल (१०:३३ से पृथ्वी)
भद्रावास 👉 स्वर्ग (२१:२४ से)
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 सभा में (१०:३३ से क्रीड़ा में)
~*_______________________________*~
☄चौघड़िया विचार☄
~*_______________________________*~
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – चर २ – लाभ
३ – अमृत ४ – काल
५ – शुभ ६ – रोग
७ – उद्वेग ८ – चर
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – रोग २ – काल
३ – लाभ ४ – उद्वेग
५ – शुभ ६ – अमृत
७ – चर ८ – रोग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
~*_______________________________*~
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पश्चिम (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)
~*_______________________________*~
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
~*_______________________________*~
विनायक चतुर्थी, छठी पर्व (बिहार) प्रथम दिवस नहाय खाय आरम्भ, गृह प्रवेश मुहूर्त प्रातः ०६:३८ से प्रातः १०:४७ तक आदि।
~*_______________________________*~
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
~*_______________________________*~
आज १०:१२ तक जन्मे शिशुओ का नाम
अनुराधा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (ने) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (नो, या, यी, यू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
~*_______________________________*~
उदय-लग्न मुहूर्त
तुला – २९:४२ से ०८:०३
वृश्चिक – ०८:०३ से १०:२२
धनु – १०:२२ से १२:२६
मकर – १२:२६ से १४:०७
कुम्भ – १४:०७ से १५:३३
मीन – १५:३३ से १६:५६
मेष – १६:५६ से १८:३०
वृषभ – १८:३० से २०:२५
मिथुन – २०:२५ से २२:४०
कर्क – २२:४० से २५:०२
सिंह – २५:०२ से २७:२०
कन्या – २७:२० से २९:३८
*_______________________________*
पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक – ०६:२७ से ०८:०३
शुभ मुहूर्त – ०८:०३ से १०:२२
रोग पञ्चक – १०:२२ से १०:३३
शुभ मुहूर्त – १०:३३ से १०:४२
मृत्यु पञ्चक – १०:४२ से १२:२६
अग्नि पञ्चक – १२:२६ से १४:०७
शुभ मुहूर्त – १४:०७ से १५:३३
रज पञ्चक – १५:३३ से १६:५६
अग्नि पञ्चक – १६:५६ से १८:३०
शुभ मुहूर्त – १८:३० से २०:२५
रज पञ्चक – २०:२५ से २२:४०
शुभ मुहूर्त – २२:४० से २५:०२
चोर पञ्चक – २५:०२ से २७:२०
शुभ मुहूर्त – २७:२० से २९:३८
रोग पञ्चक – २९:३८ से ३०:२८
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
_______________________________
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन भी सुख शांति की कमी रहेगी। आज आप जिस भी कार्य को करेंगे उसमे भाग दौड़ अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक करनी पड़ेगी। सेहत में उतारचढ़ाव बना रहेगा। स्नायु तंत्र कमजोर रहने से विविध समस्या उपजेगी। काम धंधा आज लाभ की अपेक्षा हानि ही अधिक करायेगा। धन को लेकर मन विचलित रहेगा। आज आप अपने जीवनी की समीक्षा भी करेंगे जिससे मन हीनभावना से ग्रस्त रहेगा। व्यावसायिक अथवा अन्य पारिवारिक-धार्मिक कारणों से यात्रा के योग बनेंगे अगर संभव हो तो यात्रा आज ना ही करें वाहन से चोटादि का भय है। सेहत अचानक खराब हो सकती है। चक्कर-वमन अथवा अन्य पेट मस्तिष्क संबंधित समस्या खड़ी होगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन भी आपके लिए शुभफलदायी रहेगा। पूरानी रुकी योजना आज सिरे चढ़ने से राहत मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर आज प्रतिस्पर्धा कम रहने से इसका लाभ उठायेंगे आज का दिन आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करेगा। व्यापार विस्तार की योजना सफल रहेगी। नौकरी पेशा जातक अधिकारी वर्ग से आसानी से काम निकाल सकेंगे। सामाजिक क्षेत्र हो या पारिवारिक अथवा अन्य सभी जगह आपकी जय होगी। अपरिचित भी आपसे संपर्क बनाने को उत्सुक रहेंगे। महिलाओं का स्वभाव अधिक नखरे वाला रहेगा इस वजह से हास्य की पात्र भी बनेंगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिए सुख-समृद्धि दायक रहेगा। आज आप जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे आरम्भ में लाभ-हानि को लेकर भ्रम पैदा होगा परन्तु शीघ्र ही स्थिति स्पष्ट होने लगेगी। आज लाभ कमाने के लिए आपको जोखिम लेना ही पड़ेगा इसका परिणाम आपके पक्ष में ही रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़ी महिलाओ को पदोन्नति के साथ प्रोत्साहन के रूप में आर्थिक सहायता भी मिल सकती है। सामाजिक कार्यो में रुचि ना होने पर भी सम्मिलित होना पड़ेगा मान-सम्मान बढेगा। परिजनों का मार्गदर्शन आज प्रत्येक क्षेत्र पर काम आएगा। प्रेम प्रसंगों में निकटता रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपकी वैचारिक स्थिति प्रखर रहेगी सार्वजनिक कार्यो में सम्मानित होंगे आपकी छवि भी बुद्धिमानो जैसी बनेगी। परन्तु आर्थिक रूप से इसका लाभ नही ले पाएंगे। कार्य व्यवसाय मंदा रहने से उदासीनता आएगी। आज आपका मन भी एक जगह केंद्रित नही रहेगा। धैर्य से कार्य करते रहें संध्या तक संतोषजक लाभ अवश्य मिलेगा पारिवार में भी आपके विचारो की प्रशंसा होगी लेकिन केवल व्यवहार मात्र के लिए ही। आर्थिक विषयो को लेकर किसी से विवाद ना करें धन डूबने की आशंका है। गृहस्थ में प्रेम स्नेह तो मिलेगा परन्तु स्वार्थ सिद्धि की भावना भी अधिक रहेगी। महिलाये अधिक बोलने की समस्या से ग्रस्त रहेंगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपको धैर्य से बिताने की सलाह है। आज आप निरंतर मिल रही असफलता अथवा कलह-क्लेश के वातावरण से क्षुब्ध होकर अनुचित कदम उठा सकते है जिसका स्वयं एवं पारिवारिक प्रतिष्ठा पर गलत प्रभाव पड़ेगा। परिजनों की असंतोषी प्रवृति के कारण घरेलू वातावरण आज लगभग अशांत ही रहेगा। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी अथवा अन्य लोगो के आश्रित रहना पड़ेगा फिर भी जरूरत के अनुसार लाभ अवश्य हो जायेगा। किसी भी महत्त्वपूर्ण निर्णय को लेने से पहले एक बार लाभ हानि की समीक्षा अवश्य करें।महिलाये आज व्यवहार संयमित रखें मान हानि की संभावना है। आडम्बर के ऊपर खर्च होगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपको धन लाभ के योग बन रहे है लेकिन आज आपके बनते कार्यो में टांग अड़ाने वालो का भी सामना करना पड़ेगा। व्यवसायी वर्ग आज निवेश का जोखिम ले सकते है अवश्य लाभ होगा। शेयर सट्टे आदि कार्यो में धन दुगुना होकर मिलेगा। परिवार में सुख के साधनों की वृद्धि होगी इसपर खर्च भी अधिक रहेगा। आध्यत्म अथवा साधना क्षेत्र से जुड़े जातको को साधना में सिद्धि की दिव्य अनुभूति होगी। नौकरी पेशा लोगो का आज काम के समय भी मन इधर उधर ज्यादा भटकेगा। मन में चल रही कामना अतिशीघ्र पूर्ण होने के योग है। ध्यान रहे आज किसी भी कार्य में आलस्य किया तो आगे अवसर नहीं मिल सकेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपका संतोषी स्वभाव आपको बेवजह की उलझनों से दूर रखेगा फिर भी आज किसी के दबाव में आकर आपको कोई अप्रिय कार्य करना पड़ेगा मन में इसका पश्चाताप भी रहेगा। आमदनी आज स्थिर रहेगी संचित कोष से खर्च चलाने पड़ेंगे। मित्र परिचितों के साथ संध्या के समय मौज शौक पूरे करेंगे परन्तु रंग में भंग पड़ने वाली स्थिति बन सकती है सतर्क रहें। विपरीत लिंगीय वर्ग से आकर्षण बढेगा। प्रेम प्रसंगों में नजदिकी आएगी। संताने जिद पर अड़ेंगी जिससे घर मे अशांति फैलेगी। असंयमित दिनचार्य के कारण स्वास्थ्य प्रतिकूल होने की संभावना है। बुजुर्गो की चिंता रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपको मिला जुला फल देगा। मन आज मनोरंजन की ओर अधिक आकर्षित रहेगा इसपर फिजूल खर्ची करने से पीछे नही हटेंगे। कार्य व्यवसाय से आर्थिक लाभ पाने के लिये ज्यादा परिश्रम करना पड़ेगा। स्वास्थ्य में कमी रहेगी कमजोरी अथवा पेट संबंधित व्याधि परेशान करेगी। घर एवं व्यवसाय में तालमेल बैठाने के कारण दुविधा में रहेंगे। एक कार्य को करने के चक्कर मे अन्य आयवश्यक कार्य अधूरे रहेंगे। सरकारी अथवा किसी भी प्रकार के जमीन-जायदाद संबंधित कार्य मे उलझने पड़ेंगी यथा संभव आज टालें। आध्यात्मिक गतिविधियों में भाग लेने से थोड़ी मानसिक शांति मिलेगी। धन के व्यवहारों में जबरदस्ती ना करें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज भी परिस्थितियां आपकी आशाओ के अनुकूल रहेंगी। लेकिन आज आपका सनकी स्वभाव कुछ ना कुछ हानि भी करायेगा। धन संबंधित कार्य आपकी व्यवहार शून्यता के कारण उलझेंगे परन्तु शीघ्र ही किसी के सहयोग मिलने से सुलझ जाएंगे। कार्य व्यवसाय से प्रारंभिक परिश्रम के बाद दोपहर के समय से धन की आमद शुरू हो जाएगी जो संध्या तक रुक रुक कर चलती रहेगी। मितव्ययी रहने के कारण खर्च भी हिसाब से करेंगे। महिलाये किसी मनोकामना पूर्ति से उत्साहित होंगी। महिला वर्ग से कोई भी काम निकालना आसान रहेगा मना नही कर सकेंगी। दाम्पत्य सुख में भी वृद्धि होगी। पर्यटन की योजना बनेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आपका ध्यान मनोरंजन पर अधिक रहेगा आज आपकी मानसिकता भी कम परिश्रम से अधिक लाभ पाने की रहेगी।इसके कारण कार्यो पर उचित ध्यान नही दे पाएंगे परन्तु फिर भी आकस्मिक लाभ के योग बन रहे है। दौड़ धूप अधिक रहने से शारीरिक शिथिलता बनेगी। मध्यान के बाद किसी अभीष्ट सिद्धि के योग बन रहे है आलस्य ना करें अन्यथा लाभ से वंचित रह सकते है। प्रियजनों के साथ आनंद के क्षण बिताने का समय मिलेगा। घर मे स्थिति सामान्य रहेगी। आज आर्थिक मामलों के प्रति बेपरवाह भी रहेंगे। आवश्यक कार्य संध्या से पहले करले इसके बाद विविध हानि के योग बनने लगेंगे।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज अधूरे कार्यो को पूर्ण करने का दिन है अगर आज आलस्य किया तो बाद में पछताना पड़ेगा। सभी प्रकार के कागजी अथवा सरकारी कार्य अधिकारी वर्ग की मेहरबानी से निर्विघ्न पूर्ण होंगे। कार्य व्यवसाय से भी आशानुकूल लाभ मिल सकेगा। आज आपका मन लंबी यात्रा की योजना बनाएगा शीघ्र ही इसके फलीभूत होने की सम्भवना है। चल- अचल संपत्ति से लाभ होगा। प्रतिस्पर्धी आज आपके आगे ज्यादा देर नही टिक पाएंगे। हृदय में आज कोमलता अधिक रहेगी परोपकार के लिए प्रेरित होंगे। महिलाओ का जिद्दी स्वभाव कुछ समय के लिये घर पर अशांति कर सकता है। फिर भी पिछले कुछ दिनों की तुलना में आज शान्ति अनुभव करेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आप लापरवाह अधिक रहेंगे फिर भी लाभ आज किसी ना किसी रूप में अवश्य हो जाएगा। कार्य व्यवसाय में अव्यवस्था सुधारने में मध्यान तक व्यस्त रहेंगे सहकर्मीयो की मनमानी व्यवहार के कारण क्रोध आएगा फिर भी स्थिति बिगड़ने नही देंगे। आर्थिक रूप से दिन शुभ रहेगा परन्तु हाथ खुला होने से ज्यादा देर टिकेगा नही। उधारी के व्यवहार ज्यादा ना बढ़ाएं अन्यथा उलझने बढ़ेंगी। सामाजिक व्यवहार दिखावा मात्र ही रहेंगे। परिवार में सुख शान्ति की अनुभूति होगी लेकिन महिला वर्ग का स्वभाव अचानक बदल सकता है सतर्क रहें। घर मे शान्ती बनाये रखने के लिए परिजनों की आवश्यकता पूर्ति करनी पड़ेगी।
____________________________

*केदारनाथ और यमनोत्री में घोड़ा-खच्चर, हेली और डंडी-कंडी से 211 करोड़ का व्यवसाय *

*केदारनाथ में घोड़ा-खच्चर से हुआ 101.34 करोड़ का व्यवसाय *

*यमुनोत्री धाम में घोड़े खच्चरों से हुआ 21 करोड़ का व्यवसाय *

*यात्राकाल में GMVN की भी ₹50 करोड़ के आसपास आय का अनुमान*

*प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में चारधाम यात्रा से नए उत्तराखण्ड के नए युग का आरंभ हो चुका है- मुख्यमंत्री*

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा अपने आख़िरी पड़ाव पर है। बाबा केदार के कपाट गुरुवार 27 अक्टूबर को विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए, इसके अलावा यमनोत्री के कपाट भी विधिविधान से बंद कर दिए गए। इधर सरकार के प्रयासों से कोरोना काल के बाद चार धाम यात्रा की रौनक़ पुनः पटरी पर लौटती हुई नज़र आई। चारधाम यात्रा ने इस वर्ष तमाम रिकॉर्ड तोड़ कर नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इस बार केदारनाथ और यमुनोत्री यात्रा में सिर्फ़ घोड़ा खच्चरों, हेली टिकट और डंडी कंडी के यात्रा भाड़े से लगभग 211 करोड़ के आस- पास कारोबार हुआ है।

*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के सफल संचालन को लेकर ख़ुशी जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के कथनानुसार आने वाला दशक उत्तराखण्ड है उसकी शुरूआत आज से ही हो चुकी है। इस बार की चार धाम यात्रा बहुत उत्साह वर्धक रही है।प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिला है।प्रधानमंत्री जी द्वारा धार्मिक स्थलों पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को स्थानीय उत्पादों को ख़रीद पर पाँच प्रतिशत खर्च करने के लिए अपील की गई है।आने वाले समय में हम स्थानीय उत्पादों के बिक्री की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। मानस खंड कारीडोर के मास्टर प्लान का काम भी शीघ्र प्रारम्भ किया जाएगा।हमारी सरकार का उद्देश्य समस्त पौराणिक मंदिरों को संवारने का है और उसको पर्यटन से जोड़ना है।
उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों व कुशल यात्रा प्रबंधन की बदौलत 46 लाख यात्रियों ने इस वर्ष चार धाम यात्रा की। पिछले दो दशक में यह सबसे अधिक आँकड़ा है वहीं श्री केदारनाथ धाम की अकेले बात की जाए तो यहाँ 15 लाख 36 हजार * तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को भी यात्रा साकार करती है। चारधाम यात्रा प्रदेश की आर्थिकी की लाईफ लाईन है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश की सांस्कृतिक विरासत को पुनर्स्थापित किया है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप केदारनाथ व बदरीनाथ धाम का पुनर्विकास किया जा रहा है।

*केदारनाथ में हुआ ₹190 करोड़ से अधिक का कारोबार*

इस वर्ष केदारनाथ यात्रा स्थानीय व्यवसाइयों के लिहाज़ से भी काफ़ी बेहतर रही। सिर्फ़ यात्रा के टिकट, घोड़ा खच्चरों और हेली और डंडी कंडी के यात्रा भाड़े की बात करें तो लगभग 190 करोड़ के आस- पास यह कारोबार हुआ है। केदारनाथ धाम इस बार घोड़े खच्चर व्यवसाइयों ने क़रीब 1 अरब 9 करोड़ 28 लाख रुपए का रिकॉर्ड कारोबार किया। जिससे सरकार को भी 8 करोड रुपए से ज्यादा का राजस्व प्राप्त हुआ। यात्रा सुगम बनाने को लेकर प्रशासन ने 4302 घोड़ा मालिकों के 8664 घोड़े खच्चर पंजीकृत किए थे इस सीजन में 5.34 लाख तीर्थयात्रियों ने घोड़े खच्चरों की सवारी कर केदारनाथ धाम तक यात्रा की। वही डंडी-कंडी वालों ने 86 लाख रुपए की कमाई की और हेली कंपनियों ने 75 करोड़ 40 लाख रुपए का कारोबार किया। इधर सीतापुर और सोनप्रयाग पार्किंग से लगभग 75 लाख का राजस्व सरकार को प्राप्त हुआ।

*यमुनोत्री में घोड़े खच्चरों वालों का हुआ 21 करोड़ का कारोबार*

इधर यमुनोत्री में घोड़े खच्चरों वालों का लगभग 21 करोड़ का कारोबार इस साल हुआ है। यमनोत्री धाम में लगभग 2900 घोड़े खच्चर पंजीकृत हैं , ज़िला पंचायत के अनुसार इस साल यात्रा काल में 21 करोड़ 75 लाख का कारोबार हुआ है। यह आँकड़ा भी रिकॉर्ड तोड़ है।

*GMVN की अनुमानित आय भी ₹50 करोड़ के क़रीब*

इसके अलावा चारधाम यात्रा में यात्रा मार्ग के सभी होटल / होमस्टे, लाज और धर्मशालाएं भी पिछले छः माह तक बुक रही। पिछले सालों तक GMVN जहां आर्थिक नुक़सान झेल रहा था इस साल अगस्त तक 40 करोड़ की आय कर चुका है। GMVN के प्रबंध निदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि यह आँकड़ा 50 करोड़ के क़रीब जाने का अनुमान है। इसके अलावा चारधाम यात्रा से जुड़े टैक्सी व्यवसायों ने भी पिछले सालों की औसत आय से तीन गुना अधिक का कारोबार किया है।

*प्रधानमंत्री ने यात्रा खर्चे का 5% स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने का आह्वान किया*

प्रधानमंत्री ने बीते 21 अक्टूबर को बदरीनाथ धाम स्थित माणा गाँव में वोकल फॉर लोकल का जिक्र करते हुए देशवासियों से आग्रह किया कि जहां भी जाएं एक संकल्प करें कि यात्रा पर जितना भी खर्च करते हैं उसका कम से कम 5 प्रतिशत वहां के स्थानीय उत्पाद खरीदने पर खर्च करें। इन सारे क्षेत्रों में इतनी रोजी रोटी मिल जायेगी, आप कल्पना भी नही कर सकते। ऐसे में अब भविष्य को देखते हुए चारधाम यात्रा में स्थानीय उत्पादों को भी बड़ा मार्केट मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।

*इस मायने में भी खास रही यात्रा*

गौरीकुण्ड-केदारनाथ व गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहित्य रोपवे परियोजनाओं का भी प्रधानमंत्री ने शिलान्यास किया था। इनके बनने से श्रद्धालुओं की घंटों की यात्रा मिनटों में पूरी होगी।
 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को हरियाणा के सूरजकुंड में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित राज्यों के गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य कठिन एवं दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों से युक्त राज्य है, जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय सीमाएँ उत्तर में तिब्बत चीन एवं पूर्व में नेपाल के साथ जुड़ी हुई हैं। इस प्रकार राष्ट्रीय सुरक्षा में राज्य का सामरिक दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है।
उन्होंने कहा कि हमारे राज्य द्वारा कानून व्यवस्था के सुचारू रूप से संचालन हेतु संविधान के अनुच्छेद 44 जो कि समान नागरिक संहिता लागू किये जाने से सम्बन्धित है, की भावना का सम्मान करते हुये राज्य में समान नागरिक संहिता लागू किये जाने हेतु गठित विशेषज्ञ समिति वर्तमान में एक विस्तृत रिपोर्ट बनाने का कार्य कर रही है। विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट आने के उपरान्त राज्य में समान नागरिक संहिता लागू होने से राज्य में सभी धर्मों व सम्प्रदायों के निवासी लाभान्वित होंगे। तथा सभी धर्मों को मानने वाली महिलाओं की स्थिति में गुणात्मक सुधार होगा ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के समक्ष सीमावर्ती क्षेत्रों से राज्य के नागरिकों द्वारा किया जाने वाला पलायन अत्यन्त चुनौतीपूर्ण रहा है, जिसे रोकने हेतु विगत 5 व 6 वर्षों में प्रभावित क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी क्रम में जनपद पिथौरागढ़, उत्तरकाशी एवं चमोली में 13 सड़कों का लगभग 600 कि०मी० निर्माण कार्य गतिमान है, जिसमें से 04 सड़कों का लगभग 150 कि०मी० निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जनपद पिथौरागढ़ में नेपाल सीमा से लगे छारछुम नामक स्थान पर मैंने हाल ही में एक पुल का शिलान्यास किया, जिसके पूर्ण होने पर सामारिक रूप से महत्वपूर्ण इस सीमान्त क्षेत्र के नागरिकों का आवागमन सहज एवं सुगम हो सकेगा। हाल ही में बद्रीनाथ में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में गांवों की महत्ता को रेखांकित करते हुये सीमान्त गांव माणा को देश के अंतिम गांव की जगह प्रथम गांव की संज्ञा दी है। जिसके लिये प्रधानमंत्री जी ने भी अपनी संस्तुति दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमान्त गांव देश के प्रथम प्रहरी है और इनका समुचित विकास करना हमारा कर्तव्य है। राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा बनाये रखने हेतु राज्य सरकार द्वारा इन क्षेत्रों से हो रहे स्थानीय निवासियों के पलायन को रोकने और उन्हें यहीं पर चिकित्सा स्वास्थ्य, पेयजल, शिक्षा एवं रोजगार इत्यादि की सुविधा प्रदान किये जाने के प्रयास शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर किये जा रहें है। प्रधानमंत्री जी द्वारा जगायी गयी अलख के क्रम में राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों के स्थानीय युवाओं को एन०सी०सी० से जोड़े जाने का अभियान गतिमान है। इसी प्रकार सीमाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों के 10 हजार सेवानिवृत्त सैनिकों, अर्द्धसैनिकों एवं युवाओं को सीमा सुरक्षा के सम्बन्ध में प्रशिक्षित कर उन्हें राज्य के सीमान्त जिलों में तैनात किये जाने हेतु हम “हिम प्रहरी” योजना पर काम कर रहे है, जिसमें 05 करोड़ रूपये प्रतिमाह का सहयोग केन्द्र सरकार से अपेक्षित है।

उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा की दृष्टि से राज्य सरकार द्वारा राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन सम्बन्धी गतिविधियों में वृद्धि हेतु इनर लाईन प्रतिबन्धों पर छूट प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में हमने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमा सुरक्षा के साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा राज्य की आन्तरिक सुरक्षा से सम्बन्धित चुनौतियों का भी दृढ़ता से सामना कर उन पर प्रभावी नियन्त्रण स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। देश के कई महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील केन्द्रीय प्रतिष्ठान तथा कार्यालय राज्य में स्थित है, जिनकी सुरक्षा का प्राथमिक दायित्व राज्य सरकार पर है। इसी प्रकार राज्य में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों तथा चारधाम यात्रा एवं कांवड यात्रा में आने वाले करोड़ो तीर्थ यात्रियों की सुरक्षित यात्रा का दायित्व भी राज्य सरकार पर ही है, जिसका निवर्हन हम पूरी क्षमता के साथ कर रहे हैं। जिसके फलस्वरूप इस वर्ष हम 4 करोड़ शिवभक्तों को कांवड़ यात्रा व अभी तक करीब 45 लाख श्रद्धालुओं को सफलतापूर्वक चारधार यात्रा कराने में सफल हुये हैं। इन कार्यों हेतु आवश्यक सहयोग की भी हमें केन्द्र सरकार से निरन्तर आवश्यकता रहेगी।

उन्होंने कहा कि आन्तरिक सुरक्षा के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा विभिन्न संगठनों की अवैध गतिविधियों, पर कड़ी नजर रखते हुये उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। इसी प्रकार राज्य सरकार द्वारा राज्य में धार्मिक उन्माद एवं कट्टरपन्थी गतिविधियों को हतोत्साहित करने के क्रम में राज्य में अतिवामपन्थी एवं माओवादी गतिविधियों को भी प्रभावी ढंग से नियन्त्रित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य कठिन एवं दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों से युक्त पर्वतीय राज्य है, जिसमें अतिवृष्टि, बाढ़, भू-स्खलन एवं वाहन दुर्घटनाओं का निरन्तर सामना करना पड़ता है। वर्ष 2013 में श्री केदारनाथ आपदा के उपरान्त राज्य में एस०डी०आर०एफ० का गठन किया गया, जिसके द्वारा राज्य में आपदा से पीडित व्यक्तियों के साथ-साथ वन विभाग के साथ समन्वय एवं सहयोग स्थापित करते हुये वनाग्नि से मानव, पशु एवं वन सम्पदा की रक्षा हेतु प्रभावी भूमिका निभाई जा रही है। बेहतर आपदा प्रबन्धन के दृष्टिगत राज्य में आपदा प्रबन्धन शोध संस्थान की नितान्त आवश्यकता है, जिससे न केवल उत्तराखण्ड राज्य अपितु आपदा से पीड़ित अन्य राज्य भी लाभान्वित होंगे। राज्य में आपदा एवं वनाग्नि की घटनाओं के दौरान परिस्थिति पर नियन्त्रण स्थापित किये जाने हेतु हवाई सेवायें केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान की जाती है, ऐसे में यदि आपदा में त्वरित कार्यवाही हेतु एक हेलीकॉप्टर केन्द्र सरकार द्वारा एस०डी०आर०एफ० को उपलब्ध करा दिया जाता है तो यह आपदा के नियन्त्रण में अति सहायक सिद्ध होगा।

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में अपराध अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम है, जिसकी पुष्टि एन०सी०आर०बी० के आंकड़ों ने भी की है। हम भविष्य में भी इस विशिष्ट उपलब्धि को कायम रखने हेतु प्रयासरत रहेंगे।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य में सरलीकरण, समाधान, निस्तारिकरण एवं संतुष्टि के मंत्र को अपनाकर Smart Policing के माध्यम से कानून व्यवस्था के प्रभावी नियंत्रण का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में E-FIR की व्यवस्था प्रारम्भ की जा चुकी है। • इसी प्रकार जनसामान्य के सेवार्थ राज्य की पुलिस द्वारा लांच किये गये विभिन्न Apps को “उत्तराखण्ड पुलिस एप के रूप में एकीकृत किया गया है ।हमने भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए एक विजिलेंस हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जो हमारे भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को पुष्ट करता है। एक पहाड़ी राज्य होने के कारण उत्तराखण्ड में बहुत से गांवों में आज भी राजस्व पुलिस ही नियमित पुलिस के कार्यों को देखती रही है। हाल ही में राज्य के कतिपय राजस्व पुलिस क्षेत्रों में आपराधिक गतिविधियों में वृद्धि का संज्ञान लेते हुये राजस्व पुलिस का क्षेत्राधिकार चरणबद्ध रूप से नियमित पुलिस को दिये जाने के संबंध में हमारी सरकार द्वारा निर्णय लिया जा चुका है, जिससे राज्य में अपराधों पर ओर अधिक प्रभावी नियंत्रण स्थापित होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में बालिकाओं एवं महिलाओं की सुरक्षा के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है और इसे अपनी शीर्ष प्राथमिकता पर रखते हुये अपराधियों के विरूद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही कर रही है। इसी क्रम में कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने के उद्देश्य से एप बनाया जाना प्रस्तावित है, जिसमें पंजीकरण के उपरान्त महिलाओं को प्रभावी सुरक्षा दी जा सकेगी।

उन्होंने कहा कि राज्य को वर्ष 2025 तक नशामुक्त राज्य बनाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस हेतु राज्य, जनपद एवं थाना स्तर पर ए०एन०टी०एफ० का गठन किया गया है, जिसके द्वारा मादक पदार्थों के नियन्त्रण हेतु प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। कानून व्यवस्था के नियन्त्रण हेतु राज्य के समक्ष उपस्थित चुनौतियों का सामना किये जाने के लिये पुलिस बल का आधुनिकीकरण किया जाना नितान्त आवश्यक है, इस हेतु राज्य के पुलिस बल को अत्याधुनिक हथियारों के एवं उपकरणों से सुसज्जित किया जाना है। वर्तमान में उत्तराखण्ड पुलिस में 18 प्रतिशत आवासीय भवन उपलब्ध है और इसी क्रम में नये थानों, पुलिस चौकियों एवं पुलिस कार्मिकों हेतु आवासीय भवनों का निर्माण कार्य किया जाना अपरिहार्य है क्योंकि इस कार्य को सम्पादित किये जाने हेतु राज्य सरकार को विशेष अनुदान के रूप में एकमुश्त 750 करोड़ रूपये की अविलम्ब आवश्यकता है और हमें आशा है कि इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार द्वारा हमारी सहायता अवश्य की जायेगी ।

अदभुत,

नरकासुर वध के लिए गए श्रीकृष्ण और उनकी पत्नी सत्यभामा का यह चित्र है। नरकासुर के छोड़े अस्त्र को भेदकर दूसरा वार करने के लिए तैयार सत्यभामा के भावों को देखकर लगता है यह वार निर्णायक होगा। सत्यभामा दिखने में जितनी सुंदर है युद्धकला में उतनी ही निपुण भी है।

और जरा श्रीकृष्ण को तो देखिए, नीचे गरुड़ पर बैठे है। बाण छोड़ने के बाद झटका लगने से सत्यभामा का संतुलन न बिगड़े इसलिए अपने पैर से सत्यभामा का पिछला पैर अडा रखा है।

श्रीकृष्ण के हाथ में विश्व का सबसे अचूक मारक अस्त्र सुदर्शन चक्र है। किंतु जब पत्नी युद्ध कर रही है, कृष्ण स्वयं आड़ लेकर बैठे है और पत्नी के युद्ध कौशल को देखकर श्रीकृष्ण बलिहारी है, उसे कौतुक से देख रहे है।

सनातन के इतर विश्व के किसी पंथ, संप्रदाय, विचारधारा में नारीवाद के ऐसे मुक्त विचार का उदाहरण नहीं मिलता जहाँ स्त्री पुरुष स्वतंत्र भी है और परस्पर पूरक भी! जहाँ नारी व्यक्तित्व भी है, व्यक्ति भी! जहाँ पुरुष स्त्री की स्वतंत्रता से विस्मित भी है और उसका आधार भी! कितना सुंदर विचार! कैसा अद्भुत दर्शन! कैसा अद्वैत! कितना अद्भुत आध्यत्म!

अद्भुत!!

कितना कुछ है है हमारे धर्म में, संस्कृति में जिसपर हम गर्व कर सकें। बस विषैले नरेटिव्स से परे सत्य देखने समझने की नजर और इच्छा होनी चाहिए!

#सनातनहमारीपहचान
#गर्व_है 🚩

स्वास्तिक बनाते समय, कभी भी इसकी लाइन एक दूसरे के ऊपर से नहीं बनायी जाती है ! अर्थात स्वास्तिक बनाते समय, सीधी लाइन के ऊपर से आड़ी लाइन को पूरी तरह से पार (क्रॉस) नहीं किया जाता है! क्योंकि मध्य में ब्रम्ह का वास होता है, इसीलए आड़ी लाइन को , सीधी लाइन से दाएं और बाएं, दोनो हिस्सो में जोड़ा जाता है!

स्वास्तिक बनाते समय उसकी सभी 4 लाइन भी कभी पूर्णतय सीधी नहीं बनाई जाती है ,बल्कि चारों सिरों को हल्का तिरछा घुमावदार बनाया जाता है..!
जय श्री राम!🚩🙏

*📙 श्रीमद् वाल्मीकि रामायणम्*

*🔥 बालकाण्ड: 🔥*

*॥ षट्पञ्चाशः सर्गः (सर्ग ५६) ॥* 

*तदप्यस्त्रं महाघोरं ब्राह्मं ब्राह्मेण तेजसा।* 

*वसिष्ठो ग्रसते सर्वं ब्रह्मदण्डेन राघव॥१६॥* 

*⚜️ भावार्थ :* राघव! वसिष्ठ जी ने अपने ब्रह्म तेज के प्रभाव से उस महा भयंकर ब्रह्मास्त्र को भी ब्रह्मदण्ड के द्वारा ही शान्त कर दिया॥१६॥ 

*ब्रह्मास्त्रं ग्रसमानस्य वसिष्ठस्य महात्मनः।* 

*त्रैलोक्यमोहनं रौद्रं रूपमासीत् सुदारुणम्॥१७॥* 

*⚜️ भावार्थ :* उस ब्रह्मास्त्र को शान्त करते समय महात्मा वसिष्ठ का वह रौद्ररूप तीनों लोकों को मोह में डालने वाला और अत्यन्त भयंकर जान पड़ता था॥१७॥

*📚 आओ वेद पढ़ें*

*📙 ऋग्वेद* 

 *मंडल – प्रथम , सूक्त – ८६ ,* 

 *मंत्र – ०४ , ०५ , ०६ ; देवता – मरुद्गण* 

 

*अस्य वीरस्य बर्हिषि सुतः सोमो दिविष्टिषु।* 

*उक्थं मदश्च शस्यते॥०४॥*

 

*⚜ भावार्थ :* यजनीय दिवसों में यज्ञों में वीर मरुद्गणों के लिए सोम निचोड़ा जाता है एवं उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए स्तोत्र पढ़े जाते हैं॥०४॥

 

*अस्य श्रोषन्तवा भुवो विश्वा यश्चर्षणीरभि।* 

*सूरं चित्सस्रुषीरिषः॥०५॥*

 

*⚜ भावार्थ :* समस्त शत्रुओं को पराजित करने वाले मरुद्गण यजमान की स्तुति सुनें एवं स्तोता को अन्न प्राप्त हो ॥०५॥

 

*पूर्वीभिर्हि ददाशिम शरद्भिर्मरुतो वयम् अवोभिश्चर्षणीनाम् ॥०६॥*

 

*⚜ भावार्थ :* हे मरुद्गण ! हम तुमसे अनेक वर्षों से रक्षित हैं एवं तुम्हें हव्य देते हैं॥०६॥

 

_*👇 👇 ऐसे ही महत्वपूर्ण संदेश पाने हेतु प्रशासक समिति के टेलीग्राम चैनल के लिंक पर क्लिक कर चैनल को सब्सक्राइब अवश्य करें 🙏*_

_*⚜️अहिंसा परमोधर्मः धर्म हिंसातथैव च। ⚜️*_

*👉 अहिंसा मनुष्य का परम धर्म है, और धर्म की रक्षा के लिए हिंसा करना उससे भी श्रेष्ठ है..!!*

*🤺 जब जब धर्म (सत्य) पर संकट आये तब तब तुम शस्त्र उठाना ⚔️*

    *🚩जय श्री राम 🏹* 

🙏🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉️

*वंदे मातरम एक्सप्रेस और विपक्ष*

आज से कोई 6 साल पुरानी बात है, 2016 की

रेलवे के एक बड़े अधिकारी थे, बहुत बड़े वाले

पेशे से इंजीनियर थे

उनके रिटायरमेंट में सिर्फ दो साल बचे थे

आमतौर पे रिटायरमेंट के नज़दीक जब अंतिम पोस्टिंग
का समय आता है तो कर्मचारी से उसकी पसंद पूछ ली
जाती है

पसंद की जगह अंतिम पोस्टिंग इसलिये दी जाती है ताकि
कर्मचारी अपने अंतिम दो साल में पसंद की जगह घर
मकान इत्यादि बनवा ले और रिटायर हो के सेटल हो
जाये व आराम से रह सके पर उस अधिकारी ने अपनी
अंतिम पोस्टिंग मांग ली ICF चेन्नई में

ICF बोले तो Integral Coach Factory मने रेल के
डिब्बे बनाने वाला कारखाना

चेयरमैन रेलवे बोर्ड ने उनसे पूछा कि क्या इरादा है ?

वो इंजीनियर बोला अपने देश की अपनी खुद की सेमी
हाई स्पीड ट्रेन बनाने का इरादा है

ये वो दौर था जब देश मे 180Km प्रति घंटा दौड़ने वाले
Spanish Talgo कंपनी के रेल डिब्बों का ट्रायल चल
रहा था

ट्रायल सफल था पर वो कंपनी 10 डिब्बों के लगभग
250 करोड़ रु मांग रही थी और तकनीक स्थानांतरण
का करार भी नही कर रही थी

ऐसे में उस इंजीनियर ने ये संकल्प लिया कि वो अपने ही
देश मे स्वदेशी तकनीक से Talgo से बेहतर ट्रेन बना
लेगा उसके आधे से भी कम दाम में

चेयरमैन रेलवे बोर्ड ने पूछा Are You Sure, We Can
Do It ?
Yes Sir

कितना पैसा चाहिये R&D के लिये ?
सिर्फ 100 करोड़ रु सर

रेलवे ने उनको ICF में पोस्टिंग और 100 करोड़ रु दे
दिया

उस अधिकारी ने आनन फानन में रेलवे इंजीनियर्स की
एक टीम खड़ी की औऱ सभी काम मे जुट गए

दो साल के अथक परिश्रम से जो नायाब प्रॉडक्ट तैयार
हुआ उसे हम ट्रेन 18 बोले तो वन्दे भारत रेक के नाम से
जानते हैं

और जानते हैं 16 डब्बे की इस ट्रेन 18 की लागत
कितनी आई ?

सिर्फ 97 करोड़ जबकि Talgo सिर्फ 10 डिब्बों के
250 करोड़ माँग रही थी

ट्रेन 18 भारतीय रेल के गौरवशाली इतिहास का सबसे
नायाब हीरा है

इसकी विशेषता ये है कि इसे खींचने के लिए किसी इंजन
की ज़रूरत नही पड़ती क्योंकि इसका हर डिब्बा खुद ही
सेल्फ प्रोपेल्ड है, बोले तो हर डिब्बे में मोटर लगी है

दो साल में तैयार हुए पहले रैक को वन्दे भारत ट्रेन के
नाम से वाराणसी नई दिल्ली के बीच चलाया गया

रेलवे कर्मचारियों की उस टीम को इस शानदार उपलब्धि
के लिये क्या इनाम मिलना चाहिये था ?

उस अधिकारी को पद्म सम्मान ? पद्मश्री ?

15 Feb 2019 को जब प्रधानमंत्री मोदी जी ने ट्रेन 18
के पहले रैक को वन्दे भारत के रूप में वाराणसी के लिये
हरी झंडी दिखा के रवाना किया तो उस भव्य कार्यक्रम में
ट्रेन 18 के निर्माताओं को बुलाया ही नही जा सका, उल्टे
पूरी टीम के ऊपर नये CRB को विजिलेंस की जांच
बैठानी पड़ी

क्योकिं विपक्ष मे बैठे लोग इस उपलब्धि को, नये भारत
कि नई तस्वीर को पचा ही नहीं पा रहे थे और लगातार
आरोप लगाते रहे कि ट्रेन 18 के कल पुर्जे खरीदने में
टेंडर प्रक्रिया का पालन न हुआ

ICF ने अगले दो साल यानी 2020 तक ट्रेन 18 के 100
रैक बनाने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई थी पर नई ट्रेन
बनाना तो दूर पूरी टीम ही विजिलेंस जांच में उलझ कर
रह गयी

सभी अधिकारियों, इंजीनियरों को ICF से दूर अलग
अलग स्थान पे भेजना पड़ गया

देशद्रोही ताकते, विपक्ष अपने इरादो मे काफी हद तक
कामयाब हो गया, केवल अच्छे लोगो कि चुप्पी के कारण
हमेशा देशभक्तो का बलिदान हुवा है।

साल भर वो जांच चली पर कुछ नही निकला

कोई भ्रष्टाचार था ही नही सो निकलता क्या ?

कहां तो दो साल में 100 रैक बनने वाले थे, 1 भी न बना,
जांच और R&D के नाम पे तीन साल बर्बाद हुए वो अलग

अंततः 2022 में उसी ICF ने उसी तकनीक से 4 रैक
बनाये जिन्हें अब दिल्ली ऊना और बंगलुरू मैसूर और
मुम्बई अहमदाबाद रुट पे चलाया जा रहा है

उस होनहार इंजीनियर का नाम था सुधांशु मनी साहब

2018 में ही रिटायर हो गये

इस देश में ट्रेन 18 जैसी विलक्षण उपलब्धि के लिये
उनके हाथ केवल इतनी उपलब्धि आई कि आज भी हम
मे से अधिकांश आज से पहले उनका नाम तक नही सुने।

 

पिछले दिनों जब वन्दे भारत भैंस से टकरा गई और
उसका अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया तो जिनके द्वारा
कभी सुई तक नही बनाया गया उन देशद्रोहियों द्वारा ट्रेन
के डिज़ाइन की अनर्गल आलोचना होने लगी, तब
सुधांशु सर का दर्द छलक आया और उन्होंने एक लेख
लिख उसके डिजाइन की खूबियां बताईं

मनी साहब सेवानिवृत्त होकर आजकल लखनऊ में रहते
हैं।

अब भी चुप्पी साधे रहेंगे या मनी साहब के सम्मान मे
पोस्ट को शेयर कर सबकी वाल तक पहुचाएंगे ??