आज का पंचाग आपका राशि फल, जीवनोपयोगी अति महत्वपूर्ण देव मंत्र जिन्हें प्रत्येक सनातन धर्म संस्कृति के व्यक्ति युवा शक्ति और बाल्यों को कंठस्थ होना चाहिए इनसे जीवन में संकट नहीं रहते

𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝
श्री हरिहरो
विजयतेतराम

*🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*

🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓
*◕◕◕◕◕◕◕◕⊰⧱⊱◕◕◕◕◕◕◕◕*

*रविवार, २६ जून २०२२*

सूर्योदय: 🌄 ०५:३०
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१४
चन्द्रोदय: 🌝 २७:३६
चन्द्रास्त: 🌜१७:११
अयन🌕दक्षिणायने(उत्तरगोलीय)
ऋतु: ⛈️ वर्षा
शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)
मास 👉 आषाढ
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 त्रयोदशी (२७:२५
से चतुर्दशी)
नक्षत्र 👉 कृत्तिका (१३:०६
से रोहिणी)
योग👉धृती(०५:५५ से शूल)
प्रथम करण👉गर(१४:१६ तक)
द्वितीय करण 👉 वणिज
(२७:२५ तक)
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मिथुन
चंद्र 🌟 वृष
मंगल🌟मेष(उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟वृष (उदित, पूर्व, मार्गी)
गुरु🌟मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र🌟वृष (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि🌟कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
〰〰〰〰〰〰〰
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५२ से १२:४८
अमृत काल 👉 १०:२६ से १२:१३
विजय मुहूर्त 👉 १४:४० से १५:३७
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०८ से १९:३२
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:२२ से २०:२२
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०० से २४:४०
राहुकाल 👉 १७:३६ से १९:२२
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:२० से १४:०५
होमाहुति 👉 केतु
दिशाशूल 👉 पश्चिम
नक्षत्र शूल 👉 पश्चिम १३:०६ से
अग्निवास 👉 पाताल (२७:२५ से पृथ्वी)
भद्रावास 👉 स्वर्ग २७:२५ से
चन्द्रवास 👉 दक्षिण
शिववास 👉 भोजन में (२७:२५ से श्मशान में)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (पान का सेवन कर यात्रा करें)
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️〰️〰️〰️
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
प्रदोष व्रत, मंगल मेष मे २९:३७ से आदि व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त प्रातः ०७:२० से दोपहर १२:३० तक।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
आज १३:०६ तक जन्मे शिशुओ का नाम
कृतिका नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (उ, ए) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशु का नाम रोहिणी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (ओ, वा, वी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
उदय-लग्न मुहूर्त
मिथुन – २८:३६ से ०६:५१
कर्क – ०६:५१ से ०९:१३
सिंह – ०९:१३ से ११:३२
कन्या – ११:३२ से १३:५०
तुला – १३:५० से १६:११
वृश्चिक – १६:११ से १८:३०
धनु – १८:३० से २०:३४
मकर – २०:३४ से २२:१५
कुम्भ – २२:१५ से २३:४१
मीन – २३:४१ से २५:०४
मेष – २५:०४ से २६:३८
वृषभ – २६:३८ से २८:३३
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
पञ्चक रहित मुहूर्त
रोग पञ्चक – ०५:१७ से ०६:५१
शुभ मुहूर्त – ०६:५१ से ०९:१३
मृत्यु पञ्चक – ०९:१३ से ११:३२
अग्नि पञ्चक – ११:३२ से १३:०६
शुभ मुहूर्त – १३:०६ से १३:५०
रज पञ्चक – १३:५० से १६:११
शुभ मुहूर्त – १६:११ से १८:३०
चोर पञ्चक – १८:३० से २०:३४
शुभ मुहूर्त – २०:३४ से २२:१५
रोग पञ्चक – २२:१५ से २३:४१
शुभ मुहूर्त – २३:४१ से २५:०४
शुभ मुहूर्त – २५:०४ से २६:३८
रोग पञ्चक – २६:३८ से २७:२५
शुभ मुहूर्त – २७:२५ से २८:३३
मृत्यु पञ्चक – २८:३३ से २९:१८
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज दिन भर आपके ऊपर चंचलता हावी रहेगी। परिजनों की किसी भी बात को गंभीर ना लेकर मजाक में उड़ा देंगे इससे घर का माहौल खराब होगा। घरेलू कार्यो में भी टालमटोल करने का प्रयास करेंगे बाद में मन मारकर करना ही पड़ेगा। काम धंदे में ज्यादा ध्यान नही देंगे फलस्वरूप आय भी सीमित ही आवश्यकता अनुसार रहेगी। मध्यान बाद का समय पर्यटन मनोरंजन में व्यतीत करेंगे महिलाये किसी मनोकामना पूर्ति को लेकर उत्साही रहेंगी लेकिन आज पूर्ण होने में संदेह रहेगा। व्यवसायी वर्ग किसी नई योजना को लेकर मानसिक परेशानी में रहेंगे अभी इसपर कार्य आरंभ ना करें अन्यथा अधूरा रह जायेगा। सेहत थोड़ी नरम रहेगी।
आज का दिन आपके लिये संतोषजनक रहेगा। आज आप जल्दी से किसी कार्य को करने के मूड में नही रहेंगे प्रातः काल से ही आराम से काम करने के चक्कर मे दिनचार्य धीमी चलेगी। परिजनों के टोकने पर ही कार्य के प्रति गंभीरता आएगी। काम-धंधा बीते कल की अपेक्षा कम रहेगा आवश्यक कार्य लेदेकर पूर्ण कर लेंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से आज दिन आय की तुलना में खर्चीला अधिक रहेगा। ना चाहकर भी परिजनों की प्रसन्नता के लिये खर्च करना पड़ेगा। पुराने मित्रों से भेंट याद ताजा करेगी। मध्यान बाद कही से कोई अप्रिय समाचार मिलेने से थोड़ी अफरा तफरी का माहौल बन सकता है। परिवार के बुजुर्ग आपसे मन की बात करेंगे इसकी अनदेखी ना करें अन्यथा बाद पछताना पड़ेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपका अधिकांश समय दुविधा में बीतेगा। कार्य क्षेत्र और गृहस्त में तालमेल बैठाने में असफल रहेंगे एक काम करने के लिए किसी अन्य काम के बिगड़ने का डर सताएगा। व्यवसाय की व्यस्तता के चलते परिजनों की कामना पूर्ति करने में असमर्थ रहेंगे घरेलू कलह का कारण भी आज यही रहेगा। भाई बंधुओ को आपकी मदद की आवश्यकता पड़ेगा अथवा आपको इनसे लेनी पड़ सकती है इसमे भी कुछ ना कुछ विघ्न आएंगे। आज आपका कोई भी कार्य बिना भाग-दौड़ के पूर्ण नही हो सकेगा। व्यवसाय स्थल पर प्रतिस्पर्धियों का बोलबाला अधिक रहने से अपनी योजना को विराम देना पड़ेगा। निवेश से बचें हानि के योग है। सेहत का साथ भी कम ही रहेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज दिन का अधिकांश भाग सोच विचार में ही व्यर्थ होगा। आपके मन मे योजनाए तो कई लगी रहेंगी लेकिन आलस्य अधिक रहने से किसी भी योजना को साकार रूप नही दे सकेंगे। मध्यान के समय कार्य क्षेत्र पर सहयोगियो की कमी रहेगी ज्यादा काम ना बढ़ाये कम में ही संतोष करें अन्यथा बेवजह की मुसीबत बनेगी। धन लाभ कम फिर भी खर्च लायक हो जाएगा। सामाजिक कार्यो में भी रुचि लेंगे इस के कारण अपने कार्यो में भी बदलाव करना पड़ेगा समाज मे आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी लेकिन समूह में कम बोले अन्यथा परिणाम उल्टे भी हो सकते है। पारिवारिक वातावरण में स्वार्थसिद्धि की भावना अधिक रहेगी। मौसम जनित बीमारी हो सकती है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपका मानसिक संतुलन बराबर नही रहेगा दो कामो को एक साथ करने के प्रयास में गलती होने की संभावना है। धार्मिक कार्यो में रुचि तो रहेगी लेकिन मन कही और ही भटकने से पूजा पाठ का उद्देश्य सफल नही हो सकेगा। व्यावसायिक गतिविधयां किसी अन्य के कारण धीमी रहेंगी। कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय तो रहेगा लेकिन सहयोग की कमी रहने से अकेले विजय नही पा सकेंगे कम लाभ से ही संतोष करना पड़ेगा। गृहस्थ में किसी ना किसी से रूठना मनना लगा रहेगा संध्या के समय खर्च करने के बाद ही स्थिति सामान्य हो पाएगी। धार्मिक स्थल की यात्रा भी हो सकती है। सेहत मध्यान बाद अकस्मात खराब होगी पहके से ही सतर्क रहें भोजन संबंधित नियमो का पालन करें।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपका मतलबी व्यवहार किसी ना किसी से मतभेद बढ़ायेगा। दिन के आरंभ में कार्यो के प्रति लापरवाही दिखाएंगे एकदम सर पर आने पर ही करेंगे। आध्यात्मिक पक्ष आज प्रबल रहेगा परोपकार की भावना भी प्रबल रहेगी धार्मिक क्षेत्र की यात्रा दान पुण्य के अवसर मिलेंगे। स्वभाव में दिखावा अधिक रहेगा सार्वजिनक कार्यो में प्रतिस्पर्धा के कारण सहयोग करेंगे। काम-धंदे में आमदनी होगी पर उधारी वाले व्यवहारों में ही चली जायेगी। मध्यान बाद का समय अधिक खर्चीला रहेगा मनोरंजन के लिए आंख बंद कर खर्च करेंगे। परिजन आपकी किसी बुरी आदत से परेशान होंगे। भाई बंधुओ से तकरार होने की संभावना है धैर्य का परिचय दें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन प्रातः काल से ही स्वास्थ्य संबंधित समस्या लगी रहेगी खराब स्वास्थ्य के कारण जल्दी से किसी कार्य का मन नही बनेगा लेकिन सामाजिक व्यवहारों के लिए समय निकालना ही पड़ेगा। कार्य व्यवसाय में अन्य लोगो के ऊपर आश्रित रहना पड़ेगा। धन की आमद आवश्यकता से कुछ कम रहेगी फिर भी कोई कार्य धन के कारण रुकेगा नही। आज अकस्मात खर्च ज्यादा परेशान करेंगे व्यर्थ के खर्चो पर नियंत्रण की आवश्यकता है। नौकरी करने वाले कामना पूर्ति ना होने पर अधिकारियों से नाराज रहेंगे जानकर काम खराब भी कर सकते है। मध्यान के बाद धार्मिक भावनाओं का उदय होगा लेकिन पूजा पाठ केवल स्वार्थ के लिए ही करेंगे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपका स्वभाव अत्यंत आलसी रहेगा परन्तु फिर भी जिस भी कार्य को करेंगे उसमे सफलता अवश्य ही मिलेगी। घरेलू कार्यो के साथ ही व्यावसायिक कार्य भी एकसाथ करने में थोड़ी दुविधा बनेगी लेकिन बुजुर्गो का सहयोग मिलने से इससे निजात पा लेंगे। कार्य-व्यवसाय में आज किसी बहुप्रतीक्षित योजना के परिणाम को लेकर बेचैन रहेंगे धर्य से काम लें जल्दबाजी में कोई गलत निर्णय लेने से बचें विजय आपकी ही होगी। धन की आमद को लेकर दिन के आरंभ में आशंकित रहेंगे लेकिन मध्यान बाद अकस्मात मिलने से स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। आपके पीछे से चुगली करने वाले लोग हानि पहुचा सकते है सतर्क रहें। सेहत में थोड़ा उतार-चढ़ाव लगा रहेगा मनोरंजन के अवसर मिलेंगे।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन भी प्रसन्नता दायक रहेगा। घर मे धन धान्य की वृद्धि होगी। सुख सुविधा पर आज अधिक खर्च करेंगे। लेकिन आज आप ज्यादा मेहनत करने की अपेक्षा बैठ कर काम करना पसंद करेंगे इससे लाभ तो होगा लेकिन कुछ लोगो की नाराजगी भी सहनी पड़ेगी। पारिवारिक दायित्व बेहतर रूप से निभाने पर बड़े बुजुर्गों के प्रशंशा पात्र बनेंगे। नौकरी पेशाओ को आकस्मिक काम आने से परेशानी होगी लेकिन अधिकारी वर्ग को प्रसन्न कर अपनी बात मनवा सकेंगे। मध्यान बाद का समय मित्र परिचितों के साथ आनंद से व्यतीत करेंगे लेकिन स्वभाव में थोड़ा अहम रहने से रंग में भंग पड़ सकता है। लोग मन मे आलोचना करेंगे व्यवहार खराब होने के डर से दर्शाएंगे नही। संध्या के समय किसी समाचार से बेचैनी रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आपका अभिमानी स्वभाव कुछ ना कुछ गड़बड़ ही कराएगा। स्वयं को अन्य लोगो की तुलना में अधिक बुद्धिमान समझना आपसी संबंधों में खटास लाएगा। लोग स्वार्थवश आपकी खुशामद करेंगे लेकिन पीठ पीछे बुराई करने से नही चूकेंगे। कार्य व्यसाय को लेकर मध्यान तक व्यस्त रहेंगे मेहनत की तुलना में आज लाभ कम ही रहेगा ऊपर से आकस्मिक खर्च लगे रहने से धन संबंधित परेशानियां उभरेंगी। दोपहर बाद का समय काम से अवकाश लेकर बाहर घूमने में बीतेगा स्नेहीजन का सानिध्य मिलेगा लेकिन व्यवहार में उदासीनता बनी रहेगी। परिवार के बड़ो के साथ कुछ समय अवश्य बिताये इससे आपसी गलतफहमियां दूर होंगी कुछ नया सीखने को मिलेगा। सेहत ठीक रहेगी फिर भी मेहनत से दूर भागेंगे।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपको विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। पारिवारिक कलह मामूली बात से आरम्भ होकर गंभीर रूप ले सकती है इससे बचने के लिये आज घर मे कम ही समय बिताये। कार्य व्यवसाय में भी आज चाहकर भी मन की योजनाये पूरी नही कर सकेंगें। धन को लेकर भी किसी से कहासुनी सो सकती है। मानसिक दबाव आज कुछ ज्यादा ही रहेगा कोई अनैतिक कदम उठाने से बचे बुजुर्गो के सानिध्य में रहे अथवा आध्यात्म से जुड़े मानसिक रूप से काफी राहत मिलेगी। आर्थक दृष्टिकोण से दिन ठीक ही रहेगा फिर भी आज कुछ ना कुछ कमी अवश्य बनी रहेगी। संध्या का समय दिन की अपेक्षा शान्ति से बीतेगा। सेहत स्वयं की गलती से खराब होगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिए यादगार रहेगा। दिन के आरंभ में थोड़ी सुस्ती रहेगी इसके बाद मस्ती के मूड में रहेंगे परिवार का वातावरण भी आज सहयोगी रहेगा जिससे मन की इच्छा पूर्ण करने में आसानी रहेगी। काम-धंदे के प्रति मध्यान के समय गंभीरता आएगी धन लाभ के लिए ज्यादा मशक्कत नही करनी पड़ेगी सहज रूप से हो जाएगा। मध्यान बाद का समय आनंद मनोरंजन में बीतेगा बाहर घूमने के प्रसंग बनेंगे। उत्तम भोजन वाहन उपहार सम्मान मिलने से अतिउत्साहित रहेंगे लेकिन संध्या बाद थोड़ी सतर्कता बरते आपकी किसी पुरानी गलती उजागर होने पर घर मे कलह हो सकती है। सेहत लगभग सामान्य ही रहेगी।

(गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर चमोली उत्तराखंड भारत)

_संस्कृत ही विश्व की सर्वश्रेष्ठ भाषा है इसे अवश्य सीखें_*

*_प्रतिदिन स्मरण योग्य शुभ सुंदर मंत्र। संग्रह_*

*_🔹प्रात: कर-दर्शनम्🔹_*
_कराग्रे वसते लक्ष्मी_
_करमध्ये सरस्वती।_
_करमूले तू गोविन्दः_
_प्रभाते करदर्शनम्॥_

*_🔸पृथ्वी क्षमा प्रार्थना🔸_*
_समुद्र वसने देवी_
_पर्वत स्तन मंडिते।_
_विष्णु पत्नी नमस्तुभ्यं_
_पाद स्पर्शं क्षमश्वमेव॥_

*_🔺त्रिदेव सह नवग्रह स्मरण🔺_*

_ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी_
_भानु: शशी भूमिसुतो बुधश्च।_
_गुरुश्च शुक्र: शनिराहुकेतव: कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्॥_

*_♥️ स्नान मन्त्र ♥️_*

_गंगे च यमुने चैव_
_गोदावरी सरस्वती।_
_नर्मदे सिन्धु कावेरी_
_जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु॥_

*_🌞 सूर्यनमस्कार🌞_*
_ॐ_
_सूर्य आत्माजगतस्तस्य_
_उषश्च आदित्यस्य नमस्कारं_
_ये कुर्वन्ति दिने दिने।_
_दीर्घमायुर्बलं वीर्यं व्याधि_
_शोक विनाशनम्_
_सूर्य पादोदकं तीर्थ जठरे धारयाम्यहम्॥_

_ॐ मित्राय नम:_
_ॐ रवये नम:_
_ॐ सूर्याय नम:_
_ॐ भानवे नम:_
_ॐ खगाय नम:_
_ॐ पूष्णे नम:_
_ॐ हिरण्यगर्भाय नम:_
_ॐ मरीचये नम:_
_ॐ आदित्याय नम:_
_ॐ सवित्रे नम:_
_ॐ अर्काय नम:_
_ॐ भास्कराय नम:_
_ॐ श्री सवितृरे_
_ॐ श्री सूर्यनारायणाय नम:_

_आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीदमम् भास्कर।_
_दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तु ते॥_

*_🔥दीप दर्शन🔥_*

_शुभं करोति कल्याणम्_
_आरोग्यम् धनसंपदा।_
_शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोऽस्तु ते॥_

_दीपो ज्योति परं ब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दनः।_
_दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोऽस्तु ते॥_

*_🌷 गणपति स्तोत्र 🌷_*

_गणपति: विघ्नराजो लम्बतुन्ड़ो गजानन:।_
_द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदंतो गणाधिप:॥_
_विनायक: चारूकर्ण: पशुपालो भवात्मज:।_
_द्वादश एतानि नामानि प्रात: उत्थाय य: पठेत्॥_
_विश्वम तस्य भवेद् वश्यम् न च विघ्नम् भवेत् क्वचित्।_

_विघ्नेश्वराय वरदाय शुभप्रियाय।_
_लम्बोदराय विकटाय गजाननाय॥_
_नागाननाय श्रुतियज्ञ विभूषिताय।_
_गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥_

_शुक्लाम्बरधरं देवं शशिवर्णं चतुर्भुजं।_
_प्रसन्नवदनं ध्यायेत्_
_सर्वविघ्नोपशान्तये॥_

*_⚡आदिशक्ति वंदना ⚡_*

_सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।_
_शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥_

*_🔴 शिव स्तुति 🔴_*

_कर्पूर गौरम करुणावतारं_
_संसार सारं भुजगेन्द्र हारं।_
_सदा वसंतं हृदयार विन्दे_
_भवं भवानी सहितं नमामि॥_

*_🔵 विष्णु स्तुति 🔵_*

_शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं_
_विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्।_
_लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्_
_वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥_

*_⚫ श्री कृष्ण स्तुति ⚫_*

_कस्तुरी तिलकम ललाटपटले, वक्षस्थले कौस्तुभम।_
_नासाग्रे वरमौक्तिकम करतले, वेणु करे कंकणम॥_
_सर्वांगे हरिचन्दनम सुललितम, कंठे च मुक्तावलि।_
_गोपस्त्री परिवेश्तिथो विजयते, गोपाल चूडामणी॥_

_मूकं करोति वाचालं पंगुं लंघयते गिरिम्‌।_
_यत्कृपा तमहं वन्दे परमानन्द माधवम्‌॥_

*_⚪ श्रीराम वंदना ⚪_*

_लोकाभिरामं रणरंगधीरं राजीवनेत्रं रघुवंशनाथम्।_
_कारुण्यरूपं करुणाकरं तं श्रीरामचन्द्रं शरणं प्रपद्ये॥_

*_♦️श्रीरामाष्टक♦️_*

_हे रामा पुरुषोत्तमा नरहरे नारायणा केशवा।_
_गोविन्दा गरुड़ध्वजा गुणनिधे दामोदरा माधवा॥_
_हे कृष्ण कमलापते यदुपते सीतापते श्रीपते।_
_बैकुण्ठाधिपते चराचरपते लक्ष्मीपते पाहिमाम्॥_

*_🔱 एक श्लोकी रामायण 🔱_*
_आदौ रामतपोवनादि गमनं_
_हत्वा मृगं कांचनम्।_
_वैदेही हरणं जटायु मरणं_
_सुग्रीवसम्भाषणम्॥_
_बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं लंकापुरीदाहनम्।_
_पश्चाद्रावण कुम्भकर्णहननं एतद्घि श्री रामायणम्॥_

*_🍁सरस्वती वंदना🍁_*

_या कुन्देन्दुतुषारहारधवला_
_या शुभ्रवस्त्रावृता।_
_या वींणावरदण्डमण्डितकरा_
_या श्वेतपदमासना ॥_
_या ब्रह्माच्युत शङ्कर _प्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।_
_सा माम पातु सरस्वती भगवती_
_निःशेषजाड्याऽपहा॥_

*_🔔हनुमान वंदना🔔_*

_अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम्‌।_
_दनुजवनकृषानुम् ज्ञानिनांग्रगणयम्‌।_
_सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्‌।_
_रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥_

_मनोजवं मारुततुल्यवेगम_
_जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं।_
_वातात्मजं वानरयूथमुख्यं_
_श्रीरामदूतं शरणम् प्रपद्ये॥_

*_🌹 स्वस्ति-वाचन 🌹_*

_ॐ स्वस्ति न इंद्रो वृद्धश्रवाः_
_स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः।_
_स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्ट्टनेमिः_
_स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु॥_

*_❄ शांति पाठ ❄_*

_ऊँ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्‌ पूर्णमुदच्यते।_
_पूर्णस्य पूर्णमादाय_ _पूर्णमेवावशिष्यते॥_

_ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्ष (गुँ) शान्ति:,_
_पृथिवी शान्तिराप: शान्ति: रोषधय: शान्ति:।_
_वनस्पतय: शान्ति: विश्वे देवा: शान्तिः ब्रह्म शान्ति:_
_सर्व (गुँ ) शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि॥_

_॥ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥_

🌅🌿🍁🌻🔔🚩
_निवेदन_
🙏👇
_बहुत ही सुंदर संग्रह_
_इसे हर हिन्दू को अपने ‘Saver’ में डाले या प्रिंट आउट ले ।_
_ऐसा संग्रह सरलता से नही मिलता ।_
_एक प्रति परिवार के बच्चों को भी दें!_

🙏 जय श्री राम 🙏