आज का पंचाग आपका राशि फल, धारी देवी की हुईपुनर्प्रतिष्ठा, माघ मेला के अवसर पर जानिए प्रयागराज के प्रमुख मंदिरों को, गैस के दर्द को अनदेखा ना करें हृदय रोग भी हो सकता है ये उपचार और जांच अवश्य करायें

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नो वर्षों के उपरांत भगवती महांकाली धारी देवी की आज अपने मूल मंदिर में पुनर्प्रतिष्ठा हुई। #जय_मां_धारी_देवी #2013_की_दैवीय_आपदा के पश्चात,पूर्ण मंत्रो के उच्चारण के साथ मां धारी देवी अपने मूल स्थान पर विराजमान हो गई हैं।

माँ की कृपादृष्टि सदैव हम पर बनी रहे और सभी का जीवन सुख, शांति व समृद्धि से परिपूर्ण हो मैं ऐसी कामना करता हूँ। जय महांकाली जय जय गंगा माता।
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𝕝 🕉 𝕝𝕝
*श्री हरिहरो*
*विजयतेतराम*

*🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*
🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓

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*_रविवार, २९ जनवरी २०२३_*

सूर्योदय: 🌄 ०७:११
सूर्यास्त: 🌅 ०५:५४
चन्द्रोदय: 🌝 ११:५७
चन्द्रास्त: 🌜२५:५४
अयन🌖उत्तरायणे(दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🎄 शिशिर
शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)
मास 👉 माघ
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि👉अष्टमी(०९:०५से नवमी)
नक्षत्र👉भरणी(२०:२१से कृत्तिका
योग👉शुभ(११:०५ से शुक्ल)
प्रथम करण👉बव(०९:०५ तक)
द्वितीय करण 👉 बालव
(२१:३३ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मकर
चंद्र 🌟 वृष (२६:४६ से)
मंगल🌟वृष(उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟धनु(उदित,पूर्व,मार्गी)
गुरु🌟मीन(उदित,पूर्व,मार्गी)
शुक्र🌟कुम्भ(उदित,पश्चिम)
शनि🌟कुम्भ(उदित,पूर्व,मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०९ से १२:५१
अमृत काल 👉 १५:१८ से १६:५९
रवियोग 👉 २०:२१ से ३१:०९
विजय मुहूर्त 👉 १४:१७ से १५:००
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:४८ से १८:१५
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:५१ से १९:११
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०३ से २४:५६
राहुकाल 👉 १६:३१ से १७:५१
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:३० से १३:५०
दुर्मुहूर्त 👉 १६:२५ से १७:०८
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पाताल (०९:०५ से पृथ्वी)
चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण २६:४६ से)
शिववास 👉 श्मशान में (०९:०५ से गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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दक्षिण-पूर्व (पान का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २०:२१ तक जन्मे शिशुओ का नाम भरणी नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (लू, ले, लो) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम कृतिका नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार (अ, ई) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मकर – ३०:२० से ०८:०१
कुम्भ – ०८:०१ से ०९:२७
मीन – ०९:२७ से १०:५१
मेष – १०:५१ से १२:२५
वृषभ – १२:२५ से १४:१९
मिथुन – १४:१९ से १६:३४
कर्क – १६:३४ से १८:५६
सिंह – १८:५६ से २१:१५
कन्या – २१:१५ से २३:३३
तुला – २३:३३ से २५:५४
वृश्चिक – २५:५४ से २८:१३
धनु – २८:१३ से ३०:१६
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०७:०९ से ०८:०१
रज पञ्चक – ०८:०१ से ०९:०५
शुभ मुहूर्त – ०९:०५ से ०९:२७
चोर पञ्चक – ०९:२७ से १०:५१
रज पञ्चक – १०:५१ से १२:२५
शुभ मुहूर्त – १२:२५ से १४:१९
चोर पञ्चक – १४:१९ से १६:३४
शुभ मुहूर्त – १६:३४ से १८:५६
रोग पञ्चक – १८:५६ से २०:२१
शुभ मुहूर्त – २०:२१ से २१:१५
मृत्यु पञ्चक – २१:१५ से २३:३३
अग्नि पञ्चक – २३:३३ से २५:५४
शुभ मुहूर्त – २५:५४ से २८:१३
रज पञ्चक – २८:१३ से ३०:१६
शुभ मुहूर्त – ३०:१६ से ३१:०९
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आज का राशिफल
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो)
आज का दिन आपके लिए शुभ फलदायी रहेगा परन्तु अत्यंत खर्चीला भी रहेगा। आज कुछ दिन से चली आ रही गृहस्थ की समस्याओं से निजात मिलने से शारीरिक एवं मानसिक रूप से दृढ़ रहेंगे। लेकिन आपका स्पष्ट बोलना किसी को अखर सकता है। दोपहर बाद व्यापारियों को व्यवसाय में गति मिलने से आर्थिक लाभ होगा एवं व्यापार में उन्नति के अवसर भी मिलेंगे। व्यक्तिगत एवं पारिवारिक खर्च अधिक रहेंगे मनोकामना पूर्ति करने के बाद परिजनों से मतभेद सुलझेंगे। संध्या के बाद स्फूर्ति और प्रसन्नता का अभाव रहेगा फिर भी मनोरंजन के अवसरों का आनंद उठाएंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन विषम परिस्थितियों वाला रहेगा फिर भी आपका मन मौजी व्यवहार अन्य लोगो के लिये मुश्किलें बढ़ाएगा। अपनी कमियों को छुपाकर अन्य को उपदेश देना मान हानि कराएगा। आज कार्य के क्षेत्र पर अव्यवस्था की स्थिति रहने के कारण कर्मचारियों से तकरार होने की संभावना है नौकरी पेशा जातको से अधिकारी अप्रसन्न रहेंगे। अनावश्यक खर्च बढ़ने से आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। आज परिजनों के साथ समय बिताने से आगे के लिए मार्गदर्शन मिल सकता है। नशीली वस्तुओं के सेवन से बचे शरीर के साथ मान हानि भी हो सकती है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिए हर प्रकार से लाभदायी रहेगा। आज सेहत उत्तम रहने से प्रत्येक कार्य उत्साह के साथ करेंगे मध्यान के समय किसी कार्य मे असमंजस की स्थिति बनेगी लेकिन किसी विशेष व्यक्ति का सहयोग मिलने से शंका समाधान हो जाएगा। आप जिस काम में हाथ डालेंगे उसमे धन के साथ कुछ अतिरिक्त लाभ हो सकता है। कई दिनों से रुकी मनचाही यात्रा के अवसर मिलने रोमांचित होंगे। स्नेहीजनों से भेंट आनंद बढ़ाएगी। रुके हुए धन की उगाही करने के लिए भी उत्तम समय है। आज दिन रहते आवश्यक कार्य कर ले इसके बाद कोई ना कोई विघ्न आने लगेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपके लिए कार्य सिद्धि दायक रहेगा। आज आपको प्रत्येक कार्य भर जैसा लगेगा लेकिन एक बार आरम्भ करने पर इससे आशाजनक फल प्राप्त होगा। व्यवसायी वर्ग जिस कार्य को उलझन वाला समझेंगे उसी में मनोवांछित सफलता मिलने से मन हर्षित रहेगा। आज सांसारिक सुख सुविधाओं की वस्तुएं संकलित करने पर भी धन खर्च होगा। विवाहोत्सुकों के लिए योग्य साथी की तलाश पूरी हो सकती है। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति करने पर घर मे मान बड़ाई मिलेगी। आज किसी को बिना मांगे सलाह देना मुश्किल में डाल सकता है। सेहत लगभग ठीक ही रहेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपको लंबे समय तक याद रखने वाली स्मृतियां देकर जाएगा। आज दिनचर्या को व्यवस्थित बनाने पर भी मध्यान तक विलंब होगा इसके बाद जिस भी कार्यो को हाथ मे लेंगे उसे पूर्ण कर कुछ न कुछ लाभ अवश्य कमाएंगे। ठेकेदारी को छोड़कर अन्य किसी भी व्यापार में निवेश भविष्य के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। कार्य क्षेत्र में परिवर्तन करने का मन भी बनेगा लेकिन अभी इसके लिए उपयुक्त समय नही है। समाज के प्रतिष्ठित लोगो से लाभदायक सम्बन्ध बनेंगे। माध्यम बाद आर्थिक लाभ के लिए प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। संतान अथवा किसी अन्य व्यक्ति से पीड़ा मिल सकती है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए बीते दिनों की अपेक्षा राहत भरा रहेगा। कुछ दिनों से चल रही शारीरिक एवं पारिवारिक समस्या आज भी मध्यान तक यथावत बानी रहेगी जिससे दैनिक कार्यो पर विपरीत असर पड़ेगा लेकिन दोपहर के बाद धीरे धीरे इनका समाधान होने से संतोष अनुभव होगा। आज आप सामाजिक कार्य के प्रति रूचि दिखाएंगे लेकिन सामाजिक क्षेत्र पर आर्थिक लेनदेन से बचे धन नाश होने की संभावना है। कला एवं तकनीकी क्षेत्र से जुड़े जातको के लिए आज का दिन लाभदायी सिद्ध होगा। मित्रो रिश्तेदारों के ऊपर खर्च होगा। संतान की प्रगति से संतुष्टि होगी। यात्रा का मन बनेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। वैसे तो आज आप धर्म कर्म के प्रति निष्ठावान रहेंगे लाभ हानि का विवेक भी रहेगा लेकिन आज कम समय मे अधिक लाभ पाने के चक्कर में कई काम एक साथ हाथ में लेंगे कोई अनैतिक कार्य भी प्रलोभन में आकर कर सकते है आरम्भ में इससे लाभ होता दिखाई देगा लेकिन बाद में लाभ की जगह हानि ही होगी। मध्यान पश्चात दिन भर के परिश्रम का फल मिलता धन लाभ के रूप में नजर आएगा। आकस्मिक लाभ की सम्भवना है लेकिन उतनी ही जल्दी खर्च भी होगा। परिवार का वातावरण अनुकूल रहने से शांति मिलेगी। लंबी यात्रा की योजना बनेगी। ठंडी वस्तु के सेवन से बचे लंबे समय के रोग हो सकते है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिए थोड़ा उतार चढ़ाव से भरा रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में आपके सब कार्य व्यवहार कुशलता के बल पर सरलता से पूर्ण होंगे। मध्यान के आस पास सार्वजनिक क्षेत्र पर किसी पुराने विवाद को लेकर बदनामी होने का भय सताएगा लेकिन यहाँ किसी पुराने परिचित का सहयोग मिलने से उलझनों से मुक्ति मिलेगी। परंतु मध्यान के बाद स्थिति पुनः विपरीत होने से किसी पारिवारिक कारण से चिंता बढ़ेगी। पारिवारिक सदस्यों में झगड़ा अथवा कोई दुर्घटना होने की सम्भवना है। जिससे मन अशांत रहेगा। परिवार के बुजुर्गो के साथ समय बिताएं।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके लिए मध्यम फलदायी रहेगा। आज आप प्रत्येक कार्य को विचार कर ही करेंगे परन्तु फिर भी दिन के मध्यान तक प्रत्येक कार्य में विघ्न आएंगे। परिश्रम का यथोचित लाभ ना मिलने से मन में हताशा उत्पन्न होगी। खर्च बढ़-चढ़ कर रहेंगे हताशा आपकी वाणी की कटुता के कारण घर-बाहर का वातावरण अशान्त हो सकता है। आज दिखावटी व्यवहार एवं स्वभाव से बचे अन्यथा भविष्य के लाभ से वंचित रह सकते है। संध्या पश्चात स्थिति में सुधार होगा। कार्य में गति आने से धन की आमद होगी। परिजनों से सुलह के लिए आपको नम्र होना पड़ेगा। आरोग्य बना रहेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आपको आज का दिन भी धैर्य से बिताने की सलाह है। कार्य में असफलता अथवा किसी व्यक्ति विशेष के कारण आज आवेश से भरे रह सकते है विशेषकर कार्य क्षेत्र पर सहयोगियों का विपरीत व्यवहार परेशान करेगा। कार्य क्षेत्र पर आज अत्यधिक परिश्रम के बाद भी अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। घर मे भी स्वयं अथवा किसी परिजन के द्वारा हानि हो सकती है फिर भी आज वाणी एवं क्रोध को शांत रख दिन धैर्य से बिताए। यात्रा में चोटादि का भय है वाहन चालान अतिआवश्यक होने पर ही करें। सेहत के प्रति लापरवाही से बचें।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपको शुभ फल की प्राप्ति कराएगा। स्वभाव से आप मनमौजी ही रहेंगे फिर भी आज मध्यान बाद तक सभी से सम्बन्ध मधुर रहेंगे तथा किसी स्वजनं द्वारा लाभ भी हो सकता है। व्यापर नौकरी में भी मामूली उलझनों के बाद अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। लेकिन आज अधिकारी वर्ग से सतर्क रहना पड़ेगा।व्यवसायी वर्ग को संध्या तक रुक रुक कर लाभ होगा। आज किसी प्रिय व्यक्ति से भेंट आनंद देगी। मध्यान पश्चात परिजनों के साथ पर्यटन पर जा सकते है। संध्या के आस पास का समय विशेष खर्चीला सिद्ध होगा। यात्रा में हानि का डर है सतर्क रहें।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपको मिला-जुला फल देगा। प्रातः काल का समय किसी के पुराने मतभेद सुलझाने में व्यतीत होगा परंतु इसमे सफलता मध्यान के बाद ही मिलेगी। आज मध्यान के बाद ही अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य करना हितकर रहेगा। कार्य क्षेत्र पर आज प्रतिस्पर्धा अधिक रहेगी नौकरी पेशा लोगो को भी अपने काम निकालने के लिए किसी ना पसंद व्यक्ति की खुशामद करनी पड़ेगी। आज किसी ये आर्थिक लेन-देन ना करें अगर आवश्यक हो तो किसी को मध्यस्थ बना कर ही करें। संध्या के समय मित्र परिचितों के साथ भोजन पर्यटन पर जा सकते है। लोहे की वस्तुओं से सावधानी रखें।
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प्रयागराज माघ मेला के अवसर पर जानिए प्रयागराज के प्रमुख मंदिरों को।

नागवासुकी का प्रसिद्ध मंदिर गंगा जी के किनारे नागवासुकि मंदिर (प्रयाग) इलाहाबाद

उत्तरी छोर दारागंज मोहल्ले में स्थित है।

 नागवासुकी मंदिर में नाग देवता का अति प्राचीन मंदिर है। इसमें नाग के साथ नागिन की भी प्रतिमा है। बताया जाता है कि ये प्रतिमाएं दसवीं सदी की हैं।

इस मंदिर में नागवासुकि देव का पूजन होता है।

 नागवासुकि को शेषराज, सर्पनाथ, अनंत और सर्वाध्यक्ष कहा गया है। भगवान शंकर और विघ्नहरण गणेश इन्हें अपने गले में माला की तरह धारण करते हैं। पद्‌म पुराण में इन्हें संसार की उत्पत्ति, स्थिति और विनाश का कारण कहा गया है।

 

नमामि त्वां शाश्वतं शेष राजम्‌।विश्वोत्पत्ति स्थान संसार हेतुं॥

नागेशं त्वां सर्पनाश हयनन्तम्‌।सर्वाध्यक्षं वासुकिं त्वां नमामि॥

 

पुराण में कहा गया है कि गंगा स्वर्ग से गिरी तो वे पृथ्वी लोक से पाताल लोक में चली गईं। पाताल लोक में उनकी धार नागवासुकि के फन पर गिरी, इस स्थान पर भोगवती तीर्थ की सृष्टि हुई। नागवासुकि और शेष भगवान पाताल लोक से चल कर वेणीमाधव का दर्शन करने प्रयाग आए, तो भोगवती तीर्थ भी यहां आ गया।नागवासुकि के साथ भोगवती तीर्थ का वास माना जाता है।

 

नागवासुकि मंदिर से पूरब की तरफ गंगा के पश्चिम हिस्से में भोगवती तीर्थ माना जाता है। बरसात के दिनों में जब गंगा में बाढ़ होती है, तब इसका जल नागवासुकि मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंच जाता है।

 

श्रद्धालु तब भोगवती तीर्थ में स्नान करते हैं। पद्‌मपुराण के पातालखंड में कहा गया है कि पाताल क्षेत्र की उत्तरी सीमा नागवासुकिके पास समाप्त होती है। इस क्षेत्र में अनेक लोगों का निवास है।

 

इसी क्षेत्र में एक नागकुंड बताया गया है। इस नागकुंड में नहाकर नागवासुकि और शेषनाग की पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है और परिवार में किसी को सांप काटने का भय नहीं रहता। इस नागकुंड का अब पता नहीं चलता।

 

सभी प्रकार के कालसर्प के दोष यहां पूजन करवाने से दूर हो जाते है।

 

त्रिपिंडी श्राद्ध करवाने के लिए भी प्रसिद्ध स्थान है

 

सन्‌ सत्रह सौ उनचालीस में नागपुर के मराठा शासक रघुजी भोसले ने इलाहाबाद पर हमला करके जीत लिया। कहते हैं मराठा राजा को कुष्ठ रोग हो गया था। राज पंडित ने मानता मानी थी कि अगर राजा रोगमुक्त हो जाएगातो वे मंदिर का जीर्णोद्धार कराएंगे, राजा का रोग दूर हो गया।

 

 राजा के राज पंडित श्रीधर ने जीर्ण नागवासुकि मंदिर का फिर से निर्माण कराया। मंदिर के साथ ही पक्के घाट का निर्माण भी करा दिया। 

 

नागवासुकि मंदिर में शेषनाग और वासुकिनाग की मूर्तियां हैं। मंदिर में गणेश और पार्वती की भी प्रतिमा है। मंदिर के बाहर बाणों की शैय्या पर लेटे भीष्म पितामह की विशालकाय प्रतिमा है। माना जाता है कि यहां भीष्म को मां गंगा स्नान कराने आती थी। वैसे तो प्रतिदिन भक्तो का ताँता लगा रहता है दर्शन के लिए परंतु कुंभ, अर्द्धकुंभ, माघ मेले और नागपंचमी के दिन लाखों तीर्थयात्री इस मंदिर में दर्शन-पूजन करने आते हैं।

✍️पं वेद प्रकाश तिवारी ज्योतिष एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ

*🏵️ गुण मिले तो गुरू बनाओं, चित्र मिले तो चेला।*

*मन मिले तो मित्र बनाओं, वरना रहो अकेला।।*

*🏵️ अभी कई लोगों के मन में प्रश्न होता है कि सीने में होने वाला दर्द हार्ट अटैक का है या फिर गैस का? ऐसे कर सकते हैं पता।*

 

*अक्सर आपने सुना होगा कि जब भी किसी व्यक्ति के सीने में दर्द होता है, तो वो उसे गैस या एसिडिटी का मानकर इग्नोर कर देता है. कई केस हैं, जिनमें दर्द को एसिडिटी का मानकर इग्नोर कर दिया गया और कई बार इससे परिवारों वालों को भारी क्षति का सामना करना पड़ा.*

 

*गैस वाला दर्द?*

*जिसे आप गैस वाला दर्द कहते हैं, उस हार्टबर्न कहा जाता है. दरअसल, यह एसिडिटी या हाइपरएसिडिटी की वजह से होता है.* 

*लक्षण*

*इस दर्द में सीने में जलन होती है और डिसकम्फर्ट होता है. यह जलन सेंट्रल या अपर चेस्ट में होता है.*

*कारण*

 *एसिड का ज्यादा स्त्राव का होना*

*रिस्क फैक्टर्स*

 *स्पाइसी फूड, स्मोकिंग, ज्यादा चाय, कॉफी तम्बाकू या शराब का ज्यादा सेवन.*

*कैसे मिलेगा आराम*

 *पानी, ठंडा दूध, एंटीएसिड*

*इलाज*

 *किसी भी फिजिशियन से संपर्क करें और यह आपके साथ ऐसा बार-बार हो रहा है* *एंडोस्कॉपी जैसे टेस्ट करवाएं*

*हार्ट अटैक वाला दर्द?*

*हार्ट एक पंप की तरह काम करता है और शरीर में खून पंप करता है और खून आपके शरीर के हर अंग के लिएअति आवस्यक है।हार्ट को काम करने के लिए भी खून आदि की आवश्यकता होती है और ये काम कई धमनियां करती हैं. कई बार हार्ट की धमनियों में रुकावट की वजह से हार्ट की मांसपेशियों को पर्याप्त खून नहीं मिलता है, जिस वजह से एनजाइना या सीने में दर्द की शिकायत होती है*

*लक्षण*

 *यह दर्द सीने के बाईं तरफ होता है और सीने में डिस्कम्फर्ट होता है. इस वजह से बाएं कंधे और बांएं हाथ और*

 *बाजू में भी दर्द होता है.साथ ही मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है और काफी पसीने आने लगते हैं.*

*कारण (रिस्क फैक्टर्स)*

*स्मोकिंग, हाई ब्लड प्रेशर,* *डायबिटीज, ओवरवेट, गलत लाइफस्टाइल, तम्बाकू, शराब का ज्यादा सेवन.*

*कैसे मिलेगा आराम*

  *ऐसा कोई भी संकेत आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और देर बिल्कुल ना करें। सीने की जांच करवाएं और एंगियोप्लास्टी, बाईपास सर्जरी इसके इलाज हैं.क्योंकि हार्ट फैलियर आदि होने की संभावना है।*

भारत में हृदय रोगियो की संख्या बढ़ती ही जा रही है ।अनियमित दूषित खान पान और भागम भाग वाली जीवन चर्या कै कारण होने वाले इस रोग से सर्जन की भी चांदी हो रही है । किन्तु इस रोग और धन की बर्बादी से बचना भी आसान है यदि आप चाहे। इसके लिए श्रेष्ट है लौकी का जूस …

 

*जूस कैसे बनावे*

 

लम्बोत्तर लौकी (घिया) ले इसे अच्छी तरह धो पोंछ लें फिर हल्का हल्का छिलका उतार कर कद्दूकस कर लें, इसके बाद इसे सिलबट्टे या ग्राइंडर से पीस लें, पीसते समय इसमें ;5-7 तुलसी, 5-7 पुदिने की पत्तियां मिला लें, इस पिसे हुए पेस्ट को साफ कपडे से छान लें, ये रस 125 ग्राम होना चाहिए, इस रस में 125 ग्राम साफ पानी मिला कर 250 ग्राम बना लें, अब इसमें 5-7 पिसी काली मिर्च और एक ग्राम सेंधा नमक मिला लें, 

ये दवा की *एक मात्रा* तैयार हो गयी।

 

*सेवन विधि :*

हृदय रोगी को दिन में 3 बार सुबह दोपहर शाम भोजन के आधा घंटे बाद एक मात्रा लेनी है। पहले 3 -4 दिन इस दवा को पीने से पेट में कुछ गड़गड़ाहट होगी, पतले दस्त हो सकते हैं, उनसे घबराना नही है, 3 -4 दिनों में पेट के सभी विकार मल के साथ बाहर निकल कर पेट स्वस्थ हो जाएगा।

 

*इन रोगों में भी लाभकर है लोकी जूस*

अम्लीयता, कब्ज, भूख ना लगाना, एसिडिटी, खट्टी डकार, अनावश्यक मोटापा, रक्त अशुद्धि, किडनी की समस्याएं, मूत्र की जलन, आंतो की समस्या, बवासीर, मधुमेह, उच्च रक्त चाप, लिवर रोग इत्यादि

 

*इस उपचार को दो से तीन महीने आवश्यकता अनुसार लेने से हृदय रोगी ठीक हो जाते हैं, बाई पास सर्जरी की ज़रूरत नही रहती, ये अनुभूत उपचार है, कभी असफल नही होता।*

“ठंड में हार्ट अटैक से बचाव” …..

 

( डाइट,योग एवं लाइफ स्टाइल का संतुलन आवश्यक)

 

विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि सर्दियों के महीनों में दिल के दौरे और संबंधित मौतों की संख्या अधिक होती है।सर्दी का मौसम आपके दिल की सेहत को खतरे में डाल सकता है, खासकर अगर आपको दिल से संबंधित बीमारी है। यह कम तापमान, वायुदाब, हवा और आर्द्रता जैसे विभिन्न कारकों के परिणामस्वरूप हो सकता है।सर्दियों के दौरान,ठंड के कारण आपकी रक्त वाहिकाएं और कोरोनरी धमनियां सिकुड़ सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप रक्तचाप का ऊंचा स्तर और हृदय को ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है, जिससे अंततः दिल का दौरा पड़ सकता है।

 

स्वस्थ शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए आपके दिल को सर्दियों के दौरान अधिक मेहनत करनी पड़ती है। सर्दियों में हाइपोथर्मिया हो सकता है, यह एक ऐसी स्थिति है जब शरीर सामान्य से अधिक तेजी से गर्मी खो देता है, जिसके परिणामस्वरूप हृदय की मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।इसके अलावा, सर्दियों के दौरान भावनात्मक तनाव, जिसे सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर के रूप में भी जाना जाता है, तनाव हार्मोन के स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे आपके दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।

 

“हमेशा सीने में दर्द का मतलब हमेशा हार्ट अटैक नही होता है।”

 

सीने में दर्द अपच, मांसपेशियों में खिंचाव, पल्मोनरी एम्बोलिज्म (ऐसी स्थिति जिसमें रक्त के थक्के के कारण एक या अधिक धमनी अवरुद्ध हो जाती है), या एनजाइना (ऐसी स्थिति जिसके कारण आपके हृदय की मांसपेशियों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है) जैसी स्थितियों के कारण भी सीने में दर्द हो सकता है। 

 

अध्ययनों के अनुसार, ग्रामीण आबादी की तुलना में शहरी आबादी को दिल का दौरा पड़ने का अधिक खतरा होता है। इसके मुख्य कारण जीवन शैली, तनाव ,अस्वास्थ्यकर आहार (डाइट) और उच्च प्रदूषण स्तर है।दुनिया भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञ हमेशा सलाह देते हैं कि सर्दियों के महीनों में छाती में अनियमित परेशानी, तेज पसीना, गर्दन, हाथ, जबड़े और कंधों में दर्द या सांस लेने में तकलीफ को नजरअंदाज न करें – ये दिल के दौरे के कुछ प्रमुख लक्षण हैं। बुजुर्गों और मौजूदा समस्याओं वाले लोगों के लिए दिल पर तनाव को संभालना मुश्किल हो सकता है। बुजुर्गों को हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा, ठंड के महीनों में कोलेस्ट्रॉल के स्तर में काफी उतार-चढ़ाव होता है, जिससे बॉर्डरलाइन डायबिटीज वाले लोगों को हृदय संबंधी जोखिम अधिक होता है।

 

“सीनियर डायटिशियन प्रियंका जैन (डाइट & न्यूट्रिशन विशेषज्ञ )के अनुसार कुछ खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें आप इस सर्दी के मौसम में गर्म रहने के लिए अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं:

 

खजूर …. इसमें वसा की मात्रा बहुत कम होती है,वजन को प्रबंधित करने में आपकी मदद करती है – एक कारण जो आपके दिल को स्वस्थ रख सकता है। नियमित रूप से खजूर खाने से आपके शरीर को सर्दियों में गर्म रहने में मदद मिल सकती है।

 

बादाम और अखरोट … ठंड के महीनों में बादाम और अखरोट का नियमित सेवन एक सक्रिय तंत्रिका तंत्र, इंसुलिन के प्रति बेहतर संवेदनशीलता, स्वस्थ हृदय और शरीर को सुनिश्चित करता है। 

 

दलिया …. दलिया फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है और दिल और वजन घटाने के लिए अच्छा होता है।दिल से संबंधित किसी भी बीमारी से बचने के लिए अपने दैनिक आहार में एक कटोरी दलिया शामिल करना एक अच्छा सुझाव हैं।

 

ग्रीन टी….. पीने से न केवल आपका मेटाबॉलिज्म बूस्ट होगा बल्कि आपको अपने वजन को मैनेज करने में भी मदद मिलेगी, जिसका सीधा संबंध हृदय स्वास्थ्य से है। एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर, ग्रीन टी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करती है और सर्दी और खांसी जैसी सर्दी की बीमारियों को दूर रखती है।

 

हेल्थ टिप… ज्यादा खाना खाने से हमेशा आपके दिल पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। अंतराल पर छोटा, स्वस्थ और नियमित भोजन करें। 

 

कम तापमान तंत्रिका तंत्र को सक्रिय कर सकता है और रक्त वाहिकाओं के कसना का कारण बन सकता है जिसके परिणामस्वरूप हृदय गति, रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि होती है। यह सब सर्दियों के दौरान दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ा सकता है।ऐसी कमजोरियों वाले लोगों को आहार, व्यायाम और योग की मदद से अपने संपूर्ण स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा, जब तनाव कम करने की बात आती है, जो हृदय रोग के लिए एक बड़ा जोखिम कारक है, तो योग आसन, प्राणायाम और ध्यान बहुत मदद कर सकता है।

 

 योग तकनीकों के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य प्राप्त करने का वैज्ञानिक मार्ग है जो शरीर, मन और आत्मा के स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाता है। यदि आप योग शुरू करते हैं, और नियमित रूप से और अपने अभ्यास के अनुरूप बने रहते हैं, तो आप दिल के दौरे, मधुमेह आदि जैसी कई जीवन शैली की बीमारियों को रोक सकते हैं, योग तनाव और चिंता को कम करने के साथ आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है जो हृदय रोग की रोकथाम में सहायक है।मुद्रा, श्वास और ध्यान के माध्यम से, आप एक तनाव मुक्त जीवन प्राप्त कर सकते हैं। योग एक शांत और आसन शारीरिक व्यायाम हैं जो श्वास और आंतरिक और बाहरी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।हृदय स्वास्थ्य के लिए प्राणायाम और ध्यान से मन के उन उतार-चढ़ावों का अंत हो सकता है जो आपको घबराहट, तनाव और चिंता का कारण बनते हैं। किसी भी उम्र में अधिक शांतिपूर्ण और संतुलित आंतरिक स्थिति के लिए योग के लाभों का लाभ उठाना चाहिए।

 

सर्दियों में स्वस्थ रहने के तरीके ….

 

दिल को स्वस्थ रखने के लिए 5 टिप्स….

 

1.अत्यधिक शराब के सेवन या धूम्रपान से बचें।

 

2. गर्म रहें, खासकर अगर आपको दिल की समस्या है।

 

3. योग एवम व्यायाम न छोड़ें। (ठंडे तापमान में सुबह जल्दी बाहर निकलना जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए, अपने लिविंग रूम में इनडोर व्यायाम जैसे योग,सूक्ष्म व्यायाम सप्ताह में 4 से 5 दिन किए जा सकते है।)

 

4. अपने तनाव को कम करने के लिए रुचिनुसार कार्य को समय देने का प्रयास करें।

 

5. नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए जाएं।

 

सर्दियों के दौरान स्वस्थ जीवन शैली और आहार को बनाए रखना महत्वपूर्ण है। सेहतमंद खाएं, अच्छी नींद लें और इतना योग और व्यायाम करें कि न केवल सर्दियों में बल्कि पूरे साल आपका दिल स्वस्थ रहे।

*इन 3 अचूक उपायों से कभी नहीं होगा…* *आपका हार्टफेल और*

*न ही होगा उच्च रक्तचाप।*

 

अगर आप चाहते हैं कि आपको कभी भी हार्ट फेल ना हो, कभी भी ब्लड प्रेशर बढ़ने की दिक्कत ना आये तो आप नियमित रूप से इन तीन चीजो का सेवन करे।

 

*आइये जाने कौन सी हैं वो तीन चीजें, जो हैं हृदय के लिए अमृत समान…*

 

*(1). आंवला :*

आंवला आयुपर्यन्त खाते रहने से अचानक हृदयगति रुकने की संभावना नही रहती और न उच्च रक्तचाप का रोग होता है।

 

*(2). मोसम्मी/निम्बू :*

मोसम्बी के नित्य अथवा निम्बू के नियन्त्रित सेवन से भी हार्ट-फेल का भय नही रहता, क्योंकि इससे रक्तवाहिनियों में कोलेस्ट्रोल जमा नही होने पता।

 

*(3). लहसुन :*

दिल का दौरा पड़ते ही लहसुन की चार कलियों को तुरंत चबा लेने से ह्रदय फेल नही होगा। दौरा समाप्त हो जाने के बाद नित्य कुछ दिन तक लहसुन की दो कलियों दूध में उबालकर लें। नंगे पैर फिरने वालों को रक्तचाप की शिकायत प्राय: नही होती।

*श्री राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे ।* *सहस्रनाम तत्तुल्यं, रामनाम वरानने॥*

 *सुप्रभात, आपका जीवन मंगलमय हो*

✍️अशोक परमार 

*भंवरी,आष्टा ज्ञानदीप अग्निवंश परमार परिवार, मालवा क्षेत्र*