आज का पंचाग आपका राशि फल, धर्म एवं पंथ का भेद, उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए रखें ये सामान और सावधानी, प्रमाणु प्रक्षेपास्त्र से भी अधिक तेज और शक्तिशाली होता है ब्राह्मऋषि का तेजबल, समूची दुनियां के लिए सीख है ब्रिटेन की वर्तमान डेमोग्राफी

*श्री हरिहरौ*
*विजयतेतराम*

*सुप्रभातम*
*आज का पञ्चाङ्ग*
*_मंगलवार, ०२ मई २०२३_*

सूर्योदय: 🌄 ०५:५२
सूर्यास्त: 🌅 ०६:५५
चन्द्रोदय: 🌝 १५:४५
चन्द्रास्त: 🌜२८:०७
अयन 🌖 उत्तरायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌡️ग्रीष्म
शक सम्वत:👉१९४५ (शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८० (पिंगल)
मास 👉 वैशाख
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 द्वादशी (२३:१७ से
त्रयोदशी)
नक्षत्र 👉 उत्तराफाल्गुनी
(१९:४१ से हस्त)
योग 👉 व्याघात (११:५० से
हर्षण)
प्रथम करण👉बव (१०:४८ तक
द्वितीय करण 👉 बालव
(२३:१७ तक)
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मेष
चंद्र 🌟 कन्या
मंगल 🌟 मिथुन
(उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध🌟मेष(अस्त,पश्चिम,मार्गी)
गुरु🌟मेष(उदित,पश्चिम,मार्गी)
शुक्र🌟मिथुन(उदित,पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४७ से १२:४१
अमृत काल 👉 ११:५६ से १३:४०
त्रिपुष्कर योग 👉 ०५:३३ से १९:४१
विजय मुहूर्त 👉 १४:२८ से १५:२१
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:५३ से १९:१५
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:५५ से १९:५८
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५२ से २४:३५
राहुकाल 👉 १५:३४ से १७:१४
राहुवास 👉 पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०८:५४ से १०:३४
होमाहुति 👉 शनि
दिशाशूल 👉 उत्तर
नक्षत्र शूल 👉 उत्तर (१९:४१ तक)
अग्निवास 👉 पृथ्वी (२३:१७ तक)
चन्द्र वास 👉 दक्षिण
शिववास 👉 कैलाश पर (२३:१७ से नन्दी पर)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – रोग २ – उद्वेग
३ – चर ४ – लाभ
५ – अमृत ६ – काल
७ – शुभ ८ – रोग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – काल २ – लाभ
३ – उद्वेग ४ – शुभ
५ – अमृत ६ – चर
७ – रोग ८ – काल
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (धनिया अथवा दलिए का सेवन कर यात्रा करें)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
परशुराम-रुक्मणि द्वादशी, शुक्र मिथुन में १३:४९ से, विवाह मुहूर्त वृष-कर्क लग्न (प्रातः ०६:३३ से दोपहर ०१:०२), गोधुलि (सायं ०६:१३ से सायं ०६:५१), वृश्चिक लग्न (सायं ०७:५३ से रात्रि १०:११), कुम्भ लग्न (रात्रि ०१:५९ से अतंरात्रि ०३:२९) तक आदि।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज १९:४१ तक जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (टो, प, पी) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम हस्त नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (पू, ष) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
उदय-लग्न मुहूर्त
मेष – २८:४५ से ०६:१९
वृषभ – ०६:१९ से ०८:१४
मिथुन – ०८:१४ से १०:२९
कर्क – १०:२९ से १२:५०
सिंह – १२:५० से १५:०९
कन्या – १५:०९ से १७:२७
तुला – १७:२७ से १९:४८
वृश्चिक – १९:४८ से २२:०७
धनु – २२:०७ से २४:११
मकर – २४:११ से २५:५२
कुम्भ – २५:५२ से २७:१८
मीन – २७:१८ से २८:४१
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
पञ्चक रहित मुहूर्त
मृत्यु पञ्चक – ०५:३३ से ०६:१९
अग्नि पञ्चक – ०६:१९ से ०८:१४
शुभ मुहूर्त – ०८:१४ से १०:२९
रज पञ्चक – १०:२९ से १२:५०
शुभ मुहूर्त – १२:५० से १५:०९
चोर पञ्चक – १५:०९ से १७:२७
शुभ मुहूर्त – १७:२७ से १९:४१
रोग पञ्चक – १९:४१ से १९:४८
शुभ मुहूर्त – १९:४८ से २२:०७
मृत्यु पञ्चक – २२:०७ से २३:१७
अग्नि पञ्चक – २३:१७ से २४:११
शुभ मुहूर्त – २४:११ से २५:५२
रज पञ्चक – २५:५२ से २७:१८
शुभ मुहूर्त – २७:१८ से २८:४१
शुभ मुहूर्त – २८:४१ से २९:३३
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिए मध्यम फलदायी आज आकस्मिक खर्च रहने से थोड़ी परेशानी होगी। स्वास्थ्य में विकार रहने से कार्य प्रभावित होंगे फिर भी देर-अबेर धन लाभ हो ही जायेगा। व्यवसाय में आज उधारी के व्यवहारों को लेकर असुविधा रहेगी। बिक्री तो होगी लेकिन उधार के कारण धन की आमद सीमित मात्रा में खर्च निकालने लायक ही रहेगी। नौकरी पेशा जातक किसी से भी व्यर्थ विवाद से बचें अथवा मानसिक अशांति के साथ सामाजिक प्रतिष्ठा की क्षति हो सकती है। आज किसी महिला के कारण आप पर लांक्षन भी लग सकता है सतर्क रहें। घर वालो की बात मान कर चलें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आप प्रत्येक कार्य को देखभाल कर ही करेंगे लेकिन फिर भी किसी भी कार्य मे आशाजनक परिणाम नही मिल पाएंगे। सार्वजनिक क्षेत्र पर आपके विचार अवश्य पसंद किए जाएंगे लेकिन लाभ दिलाने में कामयाब नही होंगे। आज आर्थक कमी अनुभव होगी इस वजह से भाग-दौड़ भी लगी रहेगी। संध्या के आस-पास जाकर कही से आवश्यकता पूर्ति लायक धन मिल जाएगा। आज धन को लेकर किसी से विवाद में ना पढ़ें। घर मे भी आर्थिक विषय को लेकर चिंता रहेगी। संतानो से शुभ समाचार मिलने से थोड़ी राहत मिलेगी। स्त्रीवर्ग का सहयोग घरेलू उलझनों को कम करेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आपका आज का दिन अशांत बीतेगा। घर हो या बाहर सब जगह अपनी आदत के कारण बैठे बिठाए झगड़ा मोल लेंगे। आज किसी के कार्य मे दखल ना दे नाही किसी को बिन मांगे सलाह से सम्मान हानि हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर सही दिशा में जा रहे काम से छेड़ छाड़ करने का परिणाम हानिकर रहेगा आज कार्यो को स्वाभाविक होने दें नए कार्य का आरंभ अथवा निवेश से बचे आवश्यक परिस्थितियों में किसी अन्य के नाम अथवा सहयोग से कर सकते है लाभ होगा। किसी पुराने विवाद के उभरने से घर का वातावरण खराब रहेगा। भाई-बंधुओ से नही बनेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपके लिये लाभदायक रहेगा। दिन के आरंभ में व्यवसाय से जुड़ी कोई अच्छी खबर मिलेगी। कार्यो में आज जल्दी जुट जाएंगे गंभीरता से कार्य करने का फल धन लाभ के रूप में शीघ्रता से मिलेगा। आज अधिनस्थों के कारण थोड़ी असहजता भी हो सकती है। मामूली बातो को अनदेखा करें छोटा मोटा नुकसान भी होने की संभावना है। विदेशी कार्य अथवा शेयर में निवेश लाभ देगा। नौकरी पेशा जातक भी समय पर कार्य पूर्ण कर सकेंगे अतिरिक्त आय के साधन भी बनेंगे परन्तु प्रलोभन नई मुसीबत में डाल सकता है सतर्क रहें। परिवार के बुजुर्ग आज घरेलू कार्यो में सहायता करेंगे महिलाओ का मन इधर उधर ज्यादा भटकेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आपके लिए आज का दिन सुख-शांति दायक रहेगा लेकिन अधूरे कार्यो को पूर्ण करने की जल्दी में दौड़-धूप लगी रहेगी। सरकारी क्षेत्र से राहत वाले समाचार मिलेंगे। समाज के प्रतिष्ठि व्यक्ति का सहयोग मिलने से किसी अतिमहत्त्वपूर्ण कार्य मे सफलता मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर व्यवस्था बनाने में थोड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी परन्तु शीघ्र ही इसका अनुकूल परिणाम भी व्यापार वृद्धि के रूप में मिलेगा। कई दिनों से टल रहे अनुबंद भी आज अचानक मिलने से प्रसन्नता होगी। परिजन भी आज घरेलू मामलों को आपके ऊपर विश्वाश कर छोड़ देंगे जिनको निपटाने में पत्नी सहयोगी बनेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपके दिमाग मे कोई खुरापात लगी रहेगी। बड़ी बड़ी योजनाए बनाएंगे लेकिन सहयोग एवं धन की कमी इनको करने की अनुमति नही देगी। काल्पनिक दुनिया की सैर करने के कारण दैनिक कार्य अस्त-व्यस्त रहेंगे। आज आपका किसी से किया वादा समय पर पूर्ण नही करने पर निंदा होगी। कार्य क्षेत्र पर आज आप जोखिम लेने से भी घबराएंगे जिस कारण सीमित साधनों से ही काम चलाना पड़ेगा। मध्यान पश्चात किसी के सहयोग से काम चलाऊ धन लाभ होने की संभावना है। परिजन आपकी भावनाओं को समझेंगे सामर्थ्य अनुसार सहयोग भी करेंगे।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आपका आज का दिन प्रतिकूल परिस्थितियों वाला रहेगा। पूर्व निर्धारित योजनाए विफल होने से निराश रहेंगे। आज किसी को धन देकर भी काम बनाना आसान नही होगा। सरकारी कार्य सिफारिश के बाद भी अधूरे रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर गलत मार्गदर्शन हानि कराएगा। मध्यान के बाद मनमानी स्वभाव आपसी संबंधों में खटास ला सकता है। सेहत का भी विशेष ध्यान रखें रोजगार की उठापटक में खाने पीने का भी होश नही रहेगा। उदर सम्बंधित व्याधि बढ़ने से शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित होंगे। किसी भी आकस्मिक हानि से बचने के लिए गुरु मंत्र का जाप करें।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपको धन के साथ ही मान-सम्मान की भी प्राप्ति होगी साथ ही आज आलोचको की संख्या में भी वृद्धि होगी परन्तु इससे घबराए नही आज आपके आगे आने का साहस कोई नही करेगा। फिर भी महिला वर्ग के कारण थोड़ी परेशानी हो सकती है। कार्य व्यवसाय में उन्नति रहेगी बिक्री बढ़ने से धन की आमद होगी। उधार दिए धन की उगाही अवश्य करें लाभ हो सकता है। परिवार में महिलाओं को छोड़ शेष सभी आपसे प्रसन्न रहेंगे। महिला वर्ग आज दिन भर किसी उधेड़-बुन में लगी रहगी जिससे इनकी मानसिक स्थिति समझपाना कठिन होगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन भी आपको सफलता के कई अवसर मिलेंगे परन्तु आज आपको भ्रम में डालने वाले प्रसंग भी साथ मिलते रहेंगे। जिन कार्यो में अनुभवियों की सलाह लेंगे उनमे ही सफलता मिल सकेगी मन मर्जी आज कही नही चलेगी। धन लाभ आज आकस्मिक ही होगा। विरोधी आपको हराने का हर संभव प्रयास करेंगे लेकिन सफल नही हो सकेंगे। अधिकारी वर्ग की कृपा दृष्टि रहने से आपकी गलतियों को भी अनदेखा करेंगे। व्यवसायी वर्ग को लाभ पाने के लिए मध्यान तक अधिक परिश्रम करना पड़ेगा तब जाकर संध्या के आसपास धन लाभ होगा। परिवार के बीच आज अहम की भावना ना लाएं अन्यथा हंसी खुशी का माहौल दुख में बदल सकता है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप आध्यात्मिक भाव से भरे रहेंगे। दिनचार्य में भी इसकी झलक देखने को मिलेगी। सार्वजनिक क्षेत्र पर भी आपकी छवि धार्मिक बनेगी परन्तु आज स्वभाव में दयालुता एवं भावुकता अधिक रहने से अन्य लोग इसका नाजायज फायदा भी उठाएंगे जिस कारण बाद में आपको परेशानी खड़ी होगी। कार्य व्यवसाय की गति मंद होने के कारण सीमित मात्रा में आय होगी फिर भी आज व्यर्थ के खर्च भी कम रहने से तालमेल बैठा लेंगे। सहकर्मीयो द्वारा आपकी चुगली अथवा मजाक बनाने पर हल्की फुल्की बहस होगी। पारिवारिक वातावरण शांत रहेगा महिलाये यात्रा की योजना बनाएंगी परन्तु अंतिम क्षण में निरस्त हो सकती है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आप अपने एवं परिजनों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें दवाओं के ऊपर खर्च बढ़ने की संभावना है। आकस्मिक यात्रा के प्रसंग उपस्थित होंगे अतिआवश्यक होने पर ही करें अन्यथा टालना ही हितकर रहेगा। कार्य व्यवसाय में परिश्रम के अनुसार ही फल मिलेगा लेकिन आज उपयुक्त समय नही दे पाने पर लाभ भी अल्प ही रहेगा। अपने कार्य छोड़कर पराये कामो में दिलचस्पी लेने की जगह अपने कार्यो पर ज्यादा ध्यान दें। दाम्पत्य जीवन मे आज नए मतभेद उभरने से संभालना मुश्किल होगा। स्त्री वर्ग शारीरिक रूप से असमर्थ होने के कारण गुस्से में रहेंगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिए शुभाशुभ फलदायी रहेगा।प्रशासन में कार्य होंगे। पूर्व दिशा शुभ है। करुणा बनाये रखें। रोष हानिकारक है। धर्म एवं पंथ का विभेद

‘धर्म’ है सत्य सनातन जो भगवान विष्णु से चली आ रही 38 नील वर्षों से ऋषि मुनियों द्वारा अनुभूत जन्य वैज्ञानिक शोध पर आधारित परम्परा है। जो वेद निहित काम क्रोध लोभ मोह भय और अर्थ को कैसे संयत नियत करना है ताकि धर्म का अनुसरण होता रहे इसके लिए सोलह संस्कारों से गोत्र प्रवर वर्णानुसार नियंत्रित किया जाता है। शैव वैष्णव ब्रह्मसूत्री शाक्त दशनामी अखाड़े नागा साधू आदि जो भी वेद शास्त्र अनुसार आचरण करते हैं ज्योतिष विज्ञान लग्न मुहूर्त चिंतामणि विचार सोलह संस्कार करते हैं यज्ञ हवन करते हैं इसी में हैं वे सब एक ही हैं। यह अड़तीस नील वर्षों की परम्परा है जीवन मरण के वधन से मुक्त हो कर प्राण तत्त्व को वापस भगवान विष्णुजी जी में ही समाहित करना इनका मुख्य उद्देश्य है। ये ठीक वैसा ही जैसे समुद्र से वास्प बन कर उड़ गया पानी की पुन:वर्षा जल के रूप में संस्कार रूपी नदियों के मार्ग से वापस समुद्र में मिल जाय। इनका केन्द्र समस्त चराचर जगत एवं ब्रहमांड है। चार वेद अठारह पुराण सताईस नक्षत्र ज्योतिष विज्ञान ब्राह्मण ग्रथ सिद्धांत कौमुदी रामायण भगवद्गीता आदि इनके प्रमुख वैज्ञानिक ग्रन्थ है। 

पंथ है – किसी सद्गुरु का अनुशरण महाजनो येन गत:स :पंथ : अर्थात् महान लोग जिस मार्ग का अनुशरण करते हैं वही पंथ अर्थात् मार्ग है यही इनका सिद्धांत होता है। इसमें वेद शास्त्र गोत्र प्रवर वर्णानुसार आचरण ज्योतिष यज्ञ हवन की अति वाध्यता नहीं है। इसमें अधिकतर सद्गुरू पंथी आते हैं जैन, बौद्ध, सिक्ख, आर्य समाजी यानी पंथ विशेष का अनुशरण करने वाले आते हैं। ये भी सनातन धर्म संस्कृति की ही शाखाएं हैं। ये अधिकतम छब्बीस सौ वर्षों की परम्परा है। इस इनका प्रमुख केन्द्र भारत वर्ष है। वेद शास्त्र इनके भी ग्रंथ हैं। 

कुछ यूरोपीय चरवाहे आदिम पद्धति के अनुचर हैं उन्हें ईसाई कहा गया है। ये वेद शास्त्र गोत्र प्रवर वर्ण सोलह संस्कार विहीन हैं। ये अधिकतम इक्कीस सो वर्ष की पुरानी पद्धति है इनका प्रमुख केन्द्र वैटिकन है। बाईबल नाम की एक पुस्तक इनकी पुस्तक हैं। 

कुछ हिंसक यवन अरैबिक आदिम पद्धति के अनुशरण समाज हैं इन्हें मूसाई कहा गया है। ये वेद शास्त्र गोत्र प्रवर और सोलह संस्कार विहीन हैं। ये अधिकतम चौदह सौ वर्ष पुरानी जीवन पद्धति है। इनका प्रमुख केन्द्र मक्का है। कुरआन इनकी पुस्तक है। 

अब तो भारतीय धर्म संस्कृति शास्त्र सम्मत जीवन पद्धति को षड्यंत्र पूर्वक समाप्त करने के लिए नये नये पंथ भी गढ़े गये हैं यथा निरंकारी राधा स्वामी ब्रह्मकुमारी राम रहीम आदि। इनका प्रमुख उद्देश्य है युगों से चली आ रही वैज्ञानिक जीवन पद्धति का विरोध एवं हिन्दुओं को वेद शास्त्र सोलह संस्कार वर्ण गोत्र प्रवर जैसी वैज्ञानिक परम्परा से विमुख और विरत करना और अपना अधकचरा एकांगी मत प्रख्यापित करना है। अक्सर ये सोलह संस्कार वेद शास्त्र यज्ञ हवन आदि रहित आचरण करते हैं। ये एक तरह की केवल पद्धति है लेकिन परम्परा नहीं।

*जय बद्री विशाल*

*जय जय केदारनाथ*

देवभूमि उतरांचल के चार धाम यात्रा के लिये जरूरी बात :-

1. यात्रा अपने पैरों से ही करे , 60साल से अधिक है तभी घोड़े या पालकी या हेलीकॉप्टर का उपयोग करे

2. -10℃ तक का स्लीपिंग बैग लेकर जरूर चले , कोई रजाई अधिक ठंड मे आपको उतना नही बचा पायेगी,जितना सीलीपींग बैग बचाएगा 

3. पहाड़ों का हर झरना ड्रिंकिंग वाटर होता है , उसी को पीये शरीर भी स्वस्थ रहेगा जेब भी , रास्ते मे जगह जगह देवभूमि के अमृतमय झरने है

3. कैंपिंग टैंट जरूर लेके जाये , 2kg भी वजन नही होता 2000 तक आ जाता है , कमरा ना मिलने की स्थिति मे उसे लगाकर सो सकते हो 

सरकार की पूरी ब्यवस्था है सभी धाम पर, वाशरूम सबके लिए उपलब्ध है , 

4. खाने के रेट का रोना रोने से बढ़िया है , जगह जगह भंडारा चलता है शर्माइए नहीं, कोई संकोच नहीं करें शुद्ध सात्विक भ

प्रसादी पाइए और व्यवस्थापकों का धन्यवाद कीजिए और सहयोग अवश्य कीजियेगा।

5.पोलीथीन वाले रेन कोट लेकर चले वजन मे हल्के ओर गर्मी भी नही लगेगी, जूते सेफ्टी वाले ही लेवें ज्यादा बढ़िया है , आपके बाटा वाटा का पूरा आटा निकल जायेगा , सेफ्टी शूज़ ज्यादा अच्छा रहता है

6. बैग मे दो टार्च लेकर जरूर चले , लाइट जाने पे सबसे ज्यादा काम आएगी , फ़ोन के भरोसे ना रहे ,

7.जैकेट लेकर जाना अनिवार्य है , चाहे जून मे जाओ ,

8. किसी भी मदद के लिए , पंडा समाज के किसी ब्यक्ति को ही पूछे या किसी पुलिस वाले को , वही आपको सही सलाह देंगे , सब वहाँ मदद के भाव से ही होते है ।

9. 50g नमक साथ लेकर चले , ज्यादा बरसात मे पांवों मे जोंक चिपकती है , जो सिर्फ नमक डालने से ही पैर छोड़ती है , जूते मे भी लगती है ।

10.ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगह से थोड़ा हट कर कमरा लेंगे तो सही रहेगा ।

11. यात्रा सुबह जल्दी करे , दिन के बाद मौसम कभी भी बिगड़ सकता है ।

12. ये सब फॉलो करेंगे तो कोई दिकत नही आएगी 

*जय देवभूमि उतरांचल*

#teamuttaranchaltourism३.

ब्राह्मतेज से कार्य कैसे होता है ?*

अणुबम से परमाणुबम अधिक शक्तिशाली होता है; क्योंकि वह अणु से अधिक सूक्ष्म होता है । अर्थात जो जितना अधिक सूक्ष्म है, वह उतना अधिक शक्तिशाली है । कोई भी कार्य विविध स्तरों पर कैसे होता है, इसका विचार करने पर ब्राह्मतेज का सामर्थ्य समझ में आएगा ।

*👉३ अ. पंचभौतिक (स्थूल, वैज्ञानिक स्तर)*

शत्रु कहां है, यह पंचज्ञानेन्द्रियों से पता चलता है । उदाहरण के लिए, वह दिखाई दे अथवा उसकी हलचल ज्ञात हो, तो उसे बन्दूक की गोली से मारा जा सकता है; परन्तु यदि वह चुपचाप कहीं छिप जाए, तो बन्दूकधारी उसे नहीं मार पाएगा । यहां मारने के लिए केवल स्थूल शस्त्र बंदूक का उपयोग किया गया है ।

*👉३ आ. पंचभौतिक (स्थूल) और मन्त्र (सूक्ष्म)* साथ-साथ

प्राचीनकाल में धनुष पर चढाया हुआ बाण मन्त्रोच्चारण के साथ छोडा जाता था । मन्त्रोच्चारण से उस बाण पर शत्रु का नाम सूक्ष्मरूप से अंकित हो जाता था और वह बाण, तीनों लोकों में कहीं भी छिपे हुए शत्रु को ढूंढकर मार डालता था ।

*👉३ इ. मन्त्र (सूक्ष्मतर)*

अगले चरण में बन्दूक, धनुष-बाण आदि स्थूल शस्त्रों के बिना केवल विशिष्ट मन्त्र से शत्रु को मारा जा सकता है ।

*👉३ ई. व्यक्त संकल्प (सूक्ष्मतम)*

अमुक कार्य हो जाए, इतना-सा विचार भी किसी गुरु अथवा सन्त के मन में आ जाए, तो वह कार्य हो जाता है । इससे अधिक उन्हें दूसरा कुछ नहीं करना पडता । इस कार के कार्य ७० प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर के (टिप्पणी १) सन्तों से ही होते हैं ।

(टिप्पणी १ – सर्वसाधारण व्यक्ति का आध्यात्मिक प्रस्तर २० तिशत होता है । मोक्षाप्राप्त व्यक्ति का आध्यात्मिक स्तर १०० प्रतिशत होता है ।)

*आगे::* ३ उ. अव्यक्त संकल्प (सूक्ष्मातिसूक्ष्म)

*सोर्स* :

🙏🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉️

*ब्रिटेन की वर्तमान स्थिति : समूची दुनियां के लिए सीख है ब्रिटेन की वर्तमान डेमोग्राफी ..*

*सिर्फ हिंदुओं के लिए नहीं बल्कि… दुनिया की बड़ी गैर मुस्लिम आबादी के लिए खतरा बन चुका है !!!*

यदि आपको भी *अपनी मातृभूमि और अपनी मूल संस्कृति को बचाना है तो इसे पढ़ना और समझना होगा…*

*बिना खून खराबे के पूरे ब्रिटेन पर कब्जा किया जा रहा है…।*

*मुस्लिम आक्रमण की निष्क्रियता के लिए कौन जिम्मेदार था?*

*लंदन के मेयर* … मुस्लिम

*बर्मिंघम मेयर* … मुस्लिम

*लीड्स मेयर* … मुस्लिम

*ब्लैकबर्न मेयर* … मुस्लिम

*शेफ़ील्ड मेयर* … मुस्लिम

*ऑक्सफोर्ड मेयर* … मुस्लिम

*ल्यूटन मेयर* … मुस्लिम

*ओल्डम मेयर* … मुस्लिम

*रॉकटेल मेयर* … मुस्लिम।

3,000 से अधिक मुस्लिम मस्जिदें बनाई जा चुकी हैं, बोरिस जॉनसन नहीं इनको हटाना था!

130 से अधिक मुस्लिम शरिया अदालतें हैं!

50 से अधिक मुस्लिम शरिया परिषद हैं !

*पूरे इंग्लैंड के क्षेत्र में जो कोई मुस्लिम राष्ट्र नहीं है पर बनाने का षड्यंत्र चल रहा है, क्योंकि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, सीरिया अब रहने लायक नहीं बचा जिसके लिए सीधे तौर पर कट्टर इस्लाम और कन्वर्जन ही जिम्मेदार है!*

अकेले लंदन में…

*मुस्लिम महिलाएं* … 78% काम नहीं कर रही हैं और मुफ्त लाभ/आवास में हैं।

*मुस्लिम पुरुष* … 63% काम नहीं करते हैं और मुफ्त लाभ/आवास में हैं।

*मुस्लिम परिवारों ने 6-8 बच्चों को मुफ्त सुविधाओं/आवास में स्थानांतरित करने की योजना बनाई है।*

अब ब्रिटेन के सभी स्कूल केवल हलाल मांस पेश करते हैं, यह लक्ष्य भी *6.6 करोड़ की आबादी में से महज 40 लाख मुसलमानों ने हासिल किया* है !

*अगला शिकार भारत हो सकता है, क्या कयामत के लिए तैयार हैं!?*

*विनाश क्यों?* यदि वास्तव में *आप जानना चाहते हैं कि विनाश कैसे होता है तो पढ़ते रहिये…*

*विश्व जनसंख्या सर्वेक्षणकर्ताओं ने 1948 से 2017 तक भारत के धार्मिक आंकड़ों की गणना की है* और *2041 तक इसी तर्ज पर अपेक्षित आंकड़े नीचे दिए गए हैं…*

*वर्ष – 1948*

*हिंदू: 88.2%*

*मुस्लिम: 6%*

*वर्ष 1951*

*हिंदू: 84.1%*

*मुस्लिम: 9.8%*

*वर्ष: 2011 (अनुमानित)*

*हिंदू: 79.8%*

*मुस्लिम: 15.0%*

*वर्ष: 2011 (आधिकारिक)*

*हिंदू: 73.2%*

*मुस्लिम: 22.6%*

*वर्ष 2017 (मूल)*

*हिंदू: 68.6%*

*मुस्लिम: 27.2%*

*वर्ष 2021 (अनुमानित)*

*हिंदू: 65.7%*

*मुस्लिम: 32.8%*

*वर्ष: 2031 (अनुमानित)*

*हिंदू: 60.4%*

*मुस्लिम: 38.1%*

इस तरह देखा जाए तो गैर मुस्लिम भारतीय जनता के पास केवल 2030 तक का समय है क्योंकि इस हिसाब से मुस्लिम जनसंख्या और कन्वर्जन बढ़ता रहा तो आम चुनावों में भारत को अपना पहला मुस्लिम प्रधान मंत्री मिलेगा।

*वर्ष 2037 (अनुमानित)*

*हिंदू: 55.0%*

*मुस्लिम: 43.6%*

*वर्ष: 2040 (अनुमानित)*

*हिंदू: 30.5%*

*मुस्लिम: 66.9%*

यानी यहां तक मुसलमानों का गजवा-ए-हिंद मिशन पूरा होगा।

*वर्ष: 2041 (अनुमानित)*

*हिंदू: 11.2%*

*मुसलमान: 84.5%*

*हलाल बकरा दाढ़ी भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए खतरे की वो घंटी है जिसे इग्नोर करने का अंजाम लंदन समेत दुनिया के कई देश भुगत रहे हैं और अब भारत की बारी है!?*

🙏🙏🙏🙏🕉️🙏🙏🙏🙏(साभार)