आज का पंचाग आपका राशि फल, सफला एकादशी आज, राम मंदिर के लिए मोदी की कृष्ण नीति, ब्रेकिंग उत्तराखंड अन्नंत काल तक राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित हो,

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🚩🌞 *सुप्रभातम्* 🌞🚩
📜««« *आज का पञ्चांग* »»»📜
कलियुगाब्द………………………5125
विक्रम संवत्……………………..2080
शक संवत्………………………..1945
मास………………………………..पौष
पक्ष……………………………….कृष्ण
तिथी………………………….एकादशी
रात्रि 12.41 पर्यंत पश्चात द्वादशी
रवि………………………….दक्षिणायन
सूर्योदय (इंदौर)……प्रातः 07.08.02 पर
सूर्यास्त…………..संध्या 05.57.09 पर
सूर्य राशि……………………………धनु
चन्द्र राशि………………………….तुला
गुरु राशि……………………………मेष
नक्षत्र…………………………..विशाखा
रात्रि 09.56 पर्यंत पश्चात अनुराधा
योग………………………………..शूल
रात्रि 04.47 पर्यंत पश्चात गंड
करण……………………………….बव
दोप 12.46 पर्यंत पश्चात बालव
ऋतु……………………..(सहस्य) हेमंत
दिन…………………………….रविवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
07 जनवरी सन 2023 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक………………………7
🔯 शुभ रंग…………………….नीला

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 12.11 से 12.54 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
संध्या 04.32 से 05.52 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*धनु*
05:37:37 07:49:53
*मकर*
07:49:53 09:30:29
*कुम्भ*
09:30:29 11:03:53
*मीन*
11:03:53 12:35:05
*मेष*
12:35:05 14:15:50
*वृषभ*
14:15:50 16:14:29
*मिथुन*
16:14:29 18:28:11
*कर्क*
18:28:11 20:44:21
*सिंह*
20:44:21 22:56:09
*कन्या*
22:56:09 25:06:49
*तुला*
25:06:49 27:21:27
*वृश्चिक*
27:21:27 29:37:37

🚦 *दिशाशूल :-*
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें ।

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 08.31 से 09.51 तक चंचल
प्रात: 09.51 से 11.11 तक लाभ
प्रात: 11.11 से 12.31 तक अमृत
दोप. 01.51 से 03.12 तक शुभ
सायं 05.52 से 07.32 तक शुभ
संध्या 07.32 से 09.12 तक अमृत
रात्रि 09.12 से 10.52 तक चंचल ।

📿 *आज का मंत्रः*
॥ ॐ रवये नम: ॥

 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (तृतीयोऽध्यायः – कर्मयोगः) -*
द्रव्ययज्ञास्तपोयज्ञा योगयज्ञास्तथापरे ।
स्वाध्यायज्ञानयज्ञाश्च यतयः संशितव्रताः॥४-२८॥
अर्थात :
कुछ मनुष्य द्रव्य से यज्ञ करने वाले हैं और कुछ तपस्या रूपी यज्ञ करने वाले हैं तथा दूसरे कितने ही योग रूपी यज्ञ करने वाले हैं । कुछ यत्नशील मनुष्य अहिंसादि व्रतों से युक्त स्वाध्याय रूपी ज्ञानयज्ञ करने वाले हैं॥28॥

🍃 *आरोग्यं सलाह :-*
*गुड़ खाने के फायदे -*

1. यदि आप पेट की समस्या से ग्रसित हैं तो आपके लिए गुड़ फायदेमंद है। यह पेट में बनने वाले गैस और पाचन क्रिया से जुड़ी समस्याओं में राहत देता है।

2. सर्दियों के मौसम में सर्दी जुकाम भी आम हो जाते हैं। ऐसे में गुड़ का सेवन सेहत के लिए बहुत ही जरूरी हो जाता है। गुड़ की तासीर गर्म होने के कारण यह सर्दी, जुकाम और खास तौर पर कफ से आपको राहत देने में मदद करता है। सर्दी होने पर आप इसका काढ़ा बनाकर पिएं।

3. कैल्शियम, फास्फोरस और जस्ते से भरपूर गुड़ आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है।

4. लगातार गुड़ के सेवन से हमें मैग्नीशियम मिलता है। यह हमें मांसपेशियों, नसों और रक्त वाहिकाओं के थकान से राहत दिलाता है।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी व सट्टे से दूर रहें। आंखों का ख्याल रखें। अज्ञात भय सताएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कानूनी अड़चन आ सकती है। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन प्राप्त हो सकता है। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी सहयोग करेंगे। घर के सदस्यों के स्वास्थ्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी।

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। बेवजह कहासुनी हो सकती है। कानूनी अड़चन दूर होगी।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल होंगे। किसी अपने के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। अज्ञात भय रहेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा।

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। बेवजह कहासुनी हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। धैर्य रखें। शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पराक्रम बढ़ेगा। लंब समय से रुके कार्य सहज रूप से पूर्ण होंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। शेयर मार्केट में सफलता मिलेगी। शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधन जुटेंगे। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शुभ समय।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
बड़ों की सलाह मानें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें। लाभ होगा। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग परेशानी का कारण रह सकता है। दूसरों के कार्य में दखल न दें। मानसिक बेचैनी रहेगी।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कुबुद्धि हावी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। मित्रों से संबंध सुधरेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
आय में निश्चितता रहेगी। कोई बड़ी समस्या आ सकती है। धैर्य रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी अप‍रिचित पर अतिविश्वास न करें। विवाद से क्लेश होगा। दूसरों के उकसाने में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
कार्यप्रणाली में सुधार होगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद न करें। चोट व रोग से परेशानी संभव है। आराम तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। यश बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। नई योजना बनेगी जिसका तत्काल लाभ नहीं मिलेगा।

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। शारीरिक कष्ट संभव है तथा तनाव रहेंगे। सुख के साधन प्राप्त होंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।

☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

राम मंदिर के लिए #मोदी_की_कृष्ण_नीति 

अयोध्या एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर कर देने से कुछ व्याकुल भारत घायल हो गए हैं। बहुत ज़्यादा घायल। इन सब का कहना है कि एयरपोर्ट का नाम अगर राम के नाम से बदल कर कुछ करना ही था तो तुलसीदास करना था। महर्षि वाल्मीकि के नाम क्यों किया ? महर्षि वाल्मीकि क्या तुलसीदास से बड़े हैं ? महर्षि वाल्मीकि का अयोध्या से क्या संबंध है? इन घायलों का बड़ा दुःख यह है कि यह निर्णय राजनीतिक है। वोट के लिए किया गया है। दलित वोट के लिए किया गया है। 

यह बात भी निर्विवाद रुप से सही है। इस से बिलकुल ऐतराज नहीं है। लेकिन इन व्याकुल भारत टाइप घायलों को कोई बताने वाला नहीं है कि अगर महर्षि वाल्मीकि न होते तो तुलसीदास कहां होते ? कहां होते रामायण के अन्य रचनाकार भी। महर्षि वाल्मीकि रामायण के बीज हैं। बाक़ी सब वृक्ष। बीज है तो वृक्ष है। निर्मम सच यह भी है कि राम मंदिर सिर्फ़ पूजा-पाठ के लिए नहीं बन रहा। राजनीति और इस से जुड़ा वोट भी एक बड़ा फैक्टर है। तो क्या इस बिना पर राम मंदिर बनना ही नहीं चाहिए ? 

तो क्या राम मंदिर बनना ही नहीं चाहिए , यह भी राजनीति नहीं है ? 

सब से ज़्यादा खलबली तो कुछ कुंठित लेखकों , कवियों में मची हुई है। उन्हें लगता है कि उन के प्रतिरोध की रोजी-रोटी , मोदी ने उन से छीन ली है। अब वह कैसे जिएंगे , प्रतिरोध के बिना। अयोध्या में रहने वाले एक कवि तो अपनी एक टिप्पणी में अपनी व्यथा कहते हुए अपना दुःख लिख गए हैं : हमारा हौसला देखिए कि हम अयोध्या में हैं। गोया अयोध्या में नहीं , नरक में रह रहे हों। सोचिए कि विकसित अयोध्या में रहने में अगर तकलीफ है तो भारत में भी रहने की तकलीफ कल होगी ही। यह तो कुछ वैसे ही है जैसे एक लेखक 2014 में चुनाव के पहले कह गए कि मोदी अगर प्रधान मंत्री बन गया तो मैं देश छोड़ दूंगा। अलग बात है , मोदी प्रधान मंत्री बने और वह देश में रहे हैं पूरी बेशर्मी से। 

सच तो यह है कि राम को जब वनवास हुआ था , त्रेता में तो वह भी राजनीति थी। बाबर ने मंदिर ढहा कर मस्जिद बनवाई , वह भी आक्रमणकारी राजनीति थी। बाबरी ढांचा गिराया गया , वह भी राजनीति थी। राम मंदिर बन रहा है , यह भी राजनीति है। राम मंदिर का विरोध भी राजनीति है। दूषित राजनीति। दिक़्क़त यह है कि मोदी विरोध अब राम मंदिर का विरोध के रुप में उपस्थित है। मोदी की यही बड़ी ताकत है। मोदी विरोध , कभी भारत विरोध , कभी राम मंदिर विरोध में उपस्थित कर मोदी को ताक़तवर बनाने का सबब बना गया है। इन घायल मूर्खों को यह अभी तक समझ ही नहीं आ रहा। 

तब जब कि मोदी ने राम मंदिर के लिए राम की नीति का नहीं , कृष्ण की नीति का उपयोग किया है। क्यों कि मोदी को मालूम था कि राम राज के लिए कृष्ण नीति के बिना कुछ होने वाला नहीं। इतना कि कुछ साल बाद जब मोदी भारत की सत्ता से हटेगा तब तक भारत की जनता की आदत कृष्ण नीति में तब्दील हो चुकी होगी। आंखें , पूरी तरह खुल चुकी होगी। फिर इन घायल व्याकुल भारत लोगों का क्या होगा ? एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि और उज्ज्वला गैस की दस करोड़वीं लाभार्थी अयोध्या की मीरा माझी के घर पहुंचना भी राजनीति का ही हिस्सा है। वोटबैंक की बाजीगरी का ही हिस्सा है। मोटर साइकिल बनाने , बढ़ई का काम करने , धान रोपने जैसी प्रायोजित फ़ोटोग्राफ़ी से यह राजनीति नहीं होती। मोहब्बत की दुकान का साइन बोर्ड लगा कर , नफ़रत का सामान बेचने की क़वायद से राजनीति नहीं होती। 

राजनीति तो अब राम या कृष्ण नीति से ही होगी भारत में। ज़्यादा से ज़्यादा चाणक्य नीति से। बाबर या औरंगज़ेब की नीति से हरगिज़ नहीं। मुंह में राम , बगल में छुरी से नहीं। महर्षि वाल्मीकि और मीरा माझी राजनीति की पुरानी सीढ़ी है। प्राथमिकता देखिए और प्रयाग के कुंभ मेले में कभी स्वछ्कारों के चरण धोने का दृश्य याद कीजिए। ग़रीब सुदामा के चरण धो कर ही , कृष्ण , कृष्ण होते हैं। कृष्ण ऐसे ही जीतते हैं। और राम वाया केवट और शबरी। केवट नदी पार करवाता है , शबरी जूठे लेकिन मीठे बेर खिलाती है। इस बेर को उज्ज्वला की लाभार्थी मीरा की मीठी चाय में अगर नहीं देख पाए तो आप बहुत अभागे हैं।(साभार दयानंद पांडे)

*आदरणीय नरेंद्रमोदी जी के नाम खुला पत्र !!!*

आदरणीय मोदीजी,

4 में से 3 राज्यों के चुनाव परिणाम में बीजेपी को विजय मिली हैं।

*हार्दिक बधाई स्वीकार करें।*

अब अगला चुनाव 2024 का सबसे बड़ा चुनाव होगा। पिछले 10 वर्षों से देश की जनता, जिसमें हिन्दू समाज ने ही बीजेपी को चुना हैं। *बहुमत से चुनी गई सरकार ने अनेक कार्य किये हैं परन्तु हिन्दू समाज के हितों में अनेक कार्य अभी नहीं हुए हैं।* जिनका होना अति आवश्यक हैं। क्यूंकि *यह हिन्दुओं के जन्म मरण का प्रश्न हैं।* ये कार्य हैं-

आप सभी सरकार के सदस्यों को मिलकर सोचना और करना चाहिए। 

1. *राम मंदिर ट्रस्ट के अंतर्गत राम मंदिर* बन रहा हैं। जिसका उदघाटन 2024 में होगा। मंदिर निर्माण में 1000 करोड़ रुपया लगना था। हिन्दुओं ने दिल खोलकर 4000 करोड़ रुपया दान किया। राम मंदिर ट्रस्ट के श्री चम्पत राय जी का कहना है कि मंदिर इतना मजबूत बनाया जा रहा हैं कि अगले 1000 वर्ष तक यह नहीं टूटेगा। आपने मंदिर की सुरक्षा पर ध्यान दिया हैं परन्तु *यह मंदिर दोबारा से मस्जिद न बनें, उसके लिए क्या तैयारी हैं?* हिन्दू समाज के अभिन्न सदस्य विभिन्न कारणों से दिनों दिन विधर्मी बन रहे हैं। उनकी *घर वापसी या परावर्तन या शुद्धि के लिए हमारा क्या प्रयास हैं?* 3000 करोड़ की बैंक में रखी राशि और भविष्य में राम मंदिर पर चढ़ने वाले दान से वृहद् स्तर पर योजना बनाकर *हिन्दुओं की घर वापसी करवाई जाये।* निर्धन हिन्दुओं को कला कौशल और शिक्षा देकर सबल बनाया जाएँ। तभी तक यह सुनिश्चित होगा कि भविष्य में भी राम मंदिर कभी मस्जिद नहीं बनेगा अन्यथा गैर हिन्दुओं की जनसँख्या बढ़ने और उनका शासन आने पर सबसे पहले मंदिर को मस्जिद में बदल दिया जायेगा। भविष्य में गैर बीजेपी सरकार आते ही राम मंदिर का अधिग्रहण कर इस दान से प्राप्त धन को मस्जिदों और चर्चों को अनुदान में बाँट देगी। इसे रोकने का क्या प्रावधान हैं?

2. *ईसाई धर्मान्तरण पर रोक* कब लगेगी? यह किसी से छुपा नहीं हैं की ईसाई समाज लालच, धन,प्रलोभन से हिन्दुओं को पतित करता हैं। विदेश से धन एवं स्थानीय धन से संख्या में हिन्दुओं को पतित किया जा रहा हैं। इस पर रोक कब लगेगी? जितने हिन्दू घटेंगे उतना देश विभाजन की ओर जायेगा। धर्मान्तरण का अर्थ हैं राष्ट्रांतरण। 

3. *लव जिहाद पर रोक* कब लगेगी। बॉलीवुड के कारण हमारे घरों की बच्चियों को बहका फुसलाकर पतित किया जा रहा हैं। जिनकी कोख से शिवाजी और प्रताप पैदा होने थे। उनकी कोख से गौरी और गजनी पैदा होंगे। इस सुनियोजित षड़यंत्र पर कब रोक लगेगी?

4. *सेक्युलर के नाम पर अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण* किया गया। इसी नीति के चलते मौलवियों को मासिक भत्ता दिया जा रहा हैं। बीजेपी के अंतर्गत जिन प्रदेश सरकारों में यह भत्ता दिया जा रहा हैं जैसे की हरियाणा। वहां भत्ता बंद करने की बजाय उसे बढ़ा दिया गया हैं। क्या मंदिरों , गुरुकुलों, संस्कृत विद्यालयों , गुरुद्वारों के पंडितों, शास्त्रियों, आचार्यों , ग्रंथियों को ऐसे भत्ता दिया जाता हैं? नहीं / तो फिर यह तुष्टिकरण क्यों?

5. *खाने पीने से लेकर दैनिक उपभोक्ता के समान पर हलाल सर्टिफिकेट* के नाम पर अरबों रुपये के गोरखधंधे पर पूरे देश में लगाम कब लगेगी? यह आपकी नाक के नीचे पिछले 10 वर्षों से हो रहा हैं। यह अंधेरगर्दी नहीं तो क्या हैं?

6. *बांग्लादेशी-रोहिंग्या अवैध शरणार्थियों को देश से कब निकाला लाएगा?* यह हमारे देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए कितना बड़ा खतरा हैं? यह आपसे बेहतर कौन जानता हैं। फिर भी पिछले 10 वर्षों में क्या ठोस कार्यवाही हुई हैं। यह खतरा हमारे सर पर मंडरा रहा हैं। पर हमारी इसे रोकने के लिए क्या तैयारी हैं। 

*यहाँ मे एक ध्यान ओर आकर्षित करना चाहूंगा कि पिछले 10-15 शालो मे हमारे यहाँ बहुत बडी संख्या में बाहरी रोहिगया मुसलमानों के आधा कार्ड ( फर्जी ) बने हैं । उनकी भी शक्ति से जाँच हो । बाहरी मुसलमानों को वापस भगाया जाय । स्वस्थ हिन्दूस्तान के लिए अत्यंत आवश्यक हे ।* 🙏🏻🙏🏻

7. *वक्फ बोर्ड का काला कानून 2005* में लागु हुआ। जिसके अंतर्गत वक्फ बोर्ड किसी भी सम्पति पर अपना हाथ रख दे। उसकी हो जाएगी। जो उसका मालिकाना हक़ लिए हुए व्यक्ति अथवा संस्था हैं। वह अब संकट में हैं। ऐसा प्रावधान आपने पिछले 10 वर्षों में निरस्त क्यों नहीं किया? यह सरासर प्रॉपर्टी माफिया नहीं तो क्या हैं?

8. *जनसंख्या नियंत्रण कानून।* आपने लाल किले से यह घोषणा की थी कि जनसंख्या नियंत्रण कानून को पारित किया जायेगा। हमारे देश के संसाधन सीमित हैं। इसलिए उनके बेहतर प्रयोग और विभाजन के लिए जनसँख्या भी सीमित होनी चाहिए। जब तक यह कानून नहीं बनेगा। तब तक हिन्दुओं के अस्तित्व को सदा के लिए खतरा बना रहेगा। 

9. *गौरक्षा कानून।* 10 वर्षोंसे आप सत्ता में हैं यह कानून अभी तक नहीं बना हैं। हिन्दुओं की पूज्य गौ माता को आप कब तक कसाइयों से कटते देखते रहेंगे? 

10. *पाठयक्रम का भारतीयकरण।* हमारा पाठयक्रम पूर्ण रूप से विदेशी हैं। इसके भारतीयकरण की आवश्यकता हैं। 10 वर्ष बहुत समय होता हैं। आप इसका भारतीयकरण नहीं करेंगे तो आने वाली पीढ़ियां देशभक्त और धार्मिक नहीं बनेगी। 

 *हम आशा करते हैं कि आप इन जवलंत मुद्दों पर ध्यान देकर उन्हें अतिशीघ्र कार्यान्वित करेंगे।*

धन्यवाद 

आपको वोट देने वाले राष्ट्रभक्त, जागरूक हिन्दू मतदाता

🚩एक्टर रणदीप हुड्डा ने पुणे की येरवाड़ा जेल से स्वतंत्रवीर सावरकर मुक्ति शताब्दी यात्रा निकाली क्यों कि आज ही के दिन 100 वर्ष पहले 1924 में 13 वर्ष की जेल की सजा काटने के बाद वीर सावरकर को जेल से मुक्ति मिली थी 🍂नमन 🙏