आज का पंचाग आपका राशि फल, कथा – भगवान श्री कृष्ण शत्रुता रखने वाले जरासंध को बार बार क्यों छोड़ देते थे!

.।। *ॐ* ।।
🚩 🌞 *सुप्रभातम्* 🌞 🚩
📜««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5125
विक्रम संवत्……………………2080
शक संवत्………………………1945
रवि…………………………दक्षिणायन
मास……………………………….पौष
पक्ष………………………………कृष्ण
तिथी……………………………द्वादशी
रात्रि 11.53 पर्यंत पश्चात त्रयोदशी
सूर्योदय………….प्रातः 07.09.11 पर
सूर्यास्त………….संध्या 05.58.22 पर
सूर्य राशि…………………………..धनु
चन्द्र राशि……………………….वृश्चिक
गुरु राशि……………………………मेष
नक्षत्र………………………….अनुराधा
रात्रि 09.51 पर्यंत पश्चात ज्येष्ठा
योग………………………………..गंड
रात्रि 02.48 पर्यंत पश्चात वृद्धि
करण……………………………कौलव
दोप 12.24 पर्यंत पश्चात तैतिल
ऋतु……………………..(सहस्य) हेमंत
दिन……………………………सोमवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
08 जनवरी सन 2024 ईस्वी ।

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 12.11 से 12.54 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
प्रात: 08.32 से 09.52 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*धनु*
05:33:40 07:50:11
*मकर*
07:50:11 09:26:35
*कुम्भ*
09:26:35 10:59:56
*मीन*
10:59:56 12:31:09
*मेष*
12:31:09 14:11:53
*वृषभ*
14:11:53 16:10:32
*मिथुन*
16:10:32 18:24:14
*कर्क*
18:24:14 20:40:24
*सिंह*
20:40:24 22:52:13
*कन्या*
22:52:13 25:02:52
*तुला*
25:02:52 27:17:30
*वृश्चिक*
27:17:30 29:33:40

🚦 *दिशाशूल :-*
पूर्व दिशा- यदि आवश्यक हो तो दर्पण देखकर यात्रा प्रारंभ करें ।

☸ शुभ अंक…………………8
🔯 शुभ रंग………………सफ़ेद

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 07.11 से 08.31 तक अमृत
प्रात: 09.52 से 11.12 तक शुभ
दोप. 01.52 से 03.12 तक चंचल
अप. 03.12 से 04.32 तक लाभ
सायं 04.32 से 05.52 तक अमृत
सायं 05.52 से 07.32 तक चंचल
रात्रि 10.52 से 12.32 तक लाभ |

📿 *आज का मंत्र :-*
॥ ॐ नीलकंठाय नमः ॥

📢 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (चतुर्थोऽध्यायः – ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः) -*
अपाने जुह्वति प्राणं प्राणेऽपानं तथापरे।
प्राणापानगती रुद्ध्वा प्राणायामपरायणाः॥४-२९॥
अर्थात :
कुछ योगी अपान वायु में प्राण वायु का हवन करते हैं और दूसरे प्राण वायु में अपान वायु का हवन करते हैं । कुछ अन्य प्राणायाम परायण योगी प्राण और अपान की गति को रोककर॥29॥

🍃 *आरोग्यं :-*
*रूखी त्वचा का इलाज -*

स्नान से पहले सरसों के तेल को हल्का गुनगुना कर शरीर का मालिश. वैसे सरसों का तेल नहाने के बाद भी लगाया जाता रहा है. सरसों का तेल प्रयोग में नहीं लाने वाले जैतून यानी ऑलिव ऑयल के प्रयोग का विकल्प अपना सकते हैं.
ठंड हवायें बालों से भी प्राकृतिक तेल कम कर देती है, इसलिये सप्ताह में तीन से चार बार बालों में तेल लगायें. ग्लिस्रिन युक्त गुलाब जल के इस्तेमाल से त्वचा कोमल बनती है. सोने से पहले हाथ, पैर, चेहर पर कोल्ड क्रीम या म्वॉयश्चरायजर लगायें.
रूखापन दूर करने के लिये नारियल का हल्का गर्म तेल भी लगाया जा सकता है. नहाने के लिए ग्लिस्रिन युक्त साबुन का प्रयोग करें. हल्के गुनगुने या सामान्य पानी से नहाने को प्राथमिकता दी जा सकती है |

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
रुके कार्यों में गति आएगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। मनोरंजक यात्रा हो सकती है। मित्रों के साथ अच्‍छा समय व्यतीत होगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। झंझटों में न पड़ें।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
विवेक का प्रयोग करें। आय बनी रहेगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। कार्य करते समय लापरवाही न करें। बनते कामों में बाधा हो सकती है। विवाद से बचें। काम में मन नहीं लगेगा।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। घर-परिवार में प्रसन्नता रहेगी। बाहर जाने का मन बनेगा। भाइयों से मतभेद दूर होंगे। घर-परिवार की चिंता रहेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
भूमि व भवन संबंधी बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेगा। बड़ा काम करने का मन बनेगा। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्रोध रहेगा।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
यात्रा मनोरंजक रहेगी। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। मनपसंद भोजन की प्राप्ति संभव है। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। पारिवारिक सदस्यों तथा मित्रों के साथ आनंदायक समय व्यतीत होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा।

💁‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
धैर्य रखें, समय सुधरेगा। बुरी सूचना मिल सकती है। मेहनत अधिक होगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। आय में कमी रहेगी। नकारात्मकता बढ़ेगी। विवाद से क्लेश होगा। जल्दबाजी में कोई महत्वपूर्ण निर्णय न लें। अनावश्यक परेशानी खड़ी हो सकती है। दूसरों की बातों में न आएं।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से सहयोग प्राप्त होगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थदर्शन हो सकते हैं। विवेक का प्रयोग करें, लाभ होगा। मित्रों के साथ अच्‍छा समय बीतेगा। विरोध होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। झंझटों में न पड़ें। जल्दबाजी से हानि होगी। आलस्य हावी रहेगा।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आय में वृद्धि होगी। बिगड़े काम बनेंगे। प्रसन्नता रहेगी। मित्रों के साथ अच्‍छा समय व्यतीत होगा। मनोरंजक यात्रा की योजना बनेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। व्यस्तता के चलते स्वास्‍थ्य बिगड़ सकता है, ध्यान रखें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रमाद न करें।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। योजना फलीभूत होगी। घर-परिवार के साथ आराम तथा मनोरंजन के साथ समय व्यतीत होगा। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। विरोध होगा। काम करते समय लापरवाही न करें। चोट लग सकती है। थकान तथा कमजोरी महसूस होगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
सेहत को प्रा‍थमिकता दें। लेन-देन में जल्दबाजी से हानि होगी। अनावश्यक जोखिम न लें। किसी भी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। महत्वपूर्ण निर्णय लेने का समय नहीं है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। भ्रम की स्थिति बन सकती है। बुद्धि का प्रयोग करें। कोई नया बड़ा काम करने की योजना बनेगी। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। लाभ में वृद्धि होगी। समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। हर कार्य बेहतर होगा।

🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
व्यावसायिक साझेदार पूर्ण सहयोग करेंगे। कोई नया उपक्रम प्रारंभ करने का मन बनेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। सेहत का ध्यान रखें। वरिष्ठजनों की सलाह काम आएगी। नए मित्र बनेंगे। आय बनी रहेगी।

☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

राम मंदिर बन गया ये सनातन का ही कार्य है। आरंभ से ही भारतीय जनता पार्टी का नारा था मंदिर वहीं बनायेंगे। अब मंदिर बन चुका है और प्राण प्रतिष्ठा की घड़ी भी आ गयी है। जिसे कतिपय शंकराचार्य पचा नहीं पा रहे हैं । हमारा मानना है कि शंकरचार्य तो तब भी थे जब राम मंदिर तोड़ कर लुटेरे बाबर ने मस्जिद बनाई। शंकरचार्य तब भी थे जब भगवान टैंट में थे। शंकराचार्य ही लड़ लेते केस किसने मना किया। शंकराचार्यों के पास अब भी अवसर है लडो़ न काशी और मथुरा की मुक्ति की लड़ाई कौन मना कर रहा है! म्लेच्छ आक्रांताओं ने भारत में हिन्दूओं के २८००० मंदिर लूटे तोड़े और विद्रुप किए हैं इनमें से कुछ का निर्माण अपने हाथ में लो तो सही। वर्तमान में कतिपय शंकराचार्यों ने राम मंदिर के विरूद्ध जिस प्रकार असहयोगात्मक दृष्टिकोण रखा है, वो अप्रत्याशित है। वास्तव में सैक्युलरिज्म के पथानुगामियों को तो शंकरचार्य पद पर रहना भी नहीं चाहिए। बल्कि उन्हें परामर्श है कि प्रकारांतर छद्म युद्ध की बजाय ये सीधे चुनाव में ही उतरें। तो कम से कम लोग धर्मगुरु के बहाने झांसे में तो नहीं रहेंगे। तीनों के गुरू सैक्युलरिज्म के अनुचर रहे ये तो जग जाहिर है ही लेकिन वर्धक्य के चलते एक विद्वान शंकराचार्य जी को भी पता नहीं क्या हो गया!, एक वीडियो देख रहा था जिसमें मोदी योगी के पतन की बात कह रहे थे। हम कह सकते हैं कि पहले भी बहुत से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री रहे उनमें से कितने अयोध्या गये? और राम मंदिर का बीड़ा उठाया! उन्हें तो रोजा इफ़्तार से ही सरोकार रहा। मोदी और योगी ने अनेक प्रतिरोधों के उपरांत भी राम मंदिर का बीड़ा उठाया उनकी जिजीविषा के कारण ही चंपत राय जैसे अनेक मनीषियों और मूर्धन्य शिल्पियों के परिश्रम से राम मंदिर मूर्त रूप ले सका है। 

 शंकराचार्यों को तो गुरुकुल खोलना चाहिए, गो शाला खोलें। सनातन धर्म संस्कृति की चर्चा करें भगवद्ग कथा करें लोगों को संस्कारों और धर्म की शिक्षा दें, इसाई और कसाई बन चुके भारतीयों की घर वापसी करायें। भारत की सरकारें धर्माचरण करें इसकी प्रेरणा दें। कम से कम जो राम मंदिर बना रहे हैं उनका तो सहयोग करें। न कि इस शुभ घड़ी का प्रकारांतर से विरोध❗️✍️हरीश मैखुरी 

*कंस की मृत्यु के पश्चात उसका ससुर जरासन्ध बहुत ही क्रोधित था ओर उसने श्रीकृष्ण व बलरामजी को मारने हेतु मथुरा पर 17 बार आक्रमण किया…प्रत्येक पराजय के बाद वह अपने विचारों का समर्थंन करने वाले तमाम राजाओं से सम्पर्क करता और उनसे महागठबंधन बनाता और मथुरा पर हमला करता और श्री कृष्ण पूरी सेना को मार देते, मात्र जरासन्ध को ही छोड़ देते…यह सब देख बड़े भैया श्री बलराम जी बहुत क्रोधित हुये और श्री कृष्ण से कहा…”बार-बार जरासन्ध हारने के बाद पृथ्वी के कोनों कोनों से दुष्टों के साथ महागठबंधन कर हम पर आक्रमण कर रहा है और तुम पूरी सेना को मार देते हो किन्तु असली खुराफात करने वाले को ही छोड़ दे रहे हो.??” तब हंसते हुए श्री कृष्ण ने बलराम जी को समझाया “हे भ्राता श्री, मैं जरासन्ध को बार बार जानबूझकर इसलिए छोड़ देता हूँ कि ये जरासन्ध पूरी पृथ्वी के दुष्टों के साथ महागठबंधन करता है और मेरे पास लाता है और मैं बहुत ही आसानी से एक ही जगह रहकर धरती के सभी दुष्टों को मार देता हूँ नहीं तो मुझे इन दुष्टों को मारने के लिए पूरी पृथ्वी का चक्कर लगाना पड़ता, और बिल में से खोज-खोज कर निकाल निकाल कर मारना पड़ता और बहुत कष्ट झेलना पड़ता दुष्टदलन का मेरा यह कार्य जरासन्ध ने बहुत आसान कर दिया है:”*..

*”जब सभी दुष्टों को मार लूंगा तो सबसे आखिरी में इसे भी खत्म कर ही दूंगा ” चिन्ता न करो भ्राता श्री…*

*कृपया इस कथा को किसी ठगबंधन से जोड़कर बिल्कुल न देखें.. .लिखा जिस ने भी बड़ा अद्भुत लिखा है।*आप यह बात नोट कर लीजिए….*

*22 जनवरी के बाद भारत की सत्ता की बागडोर मोदी के हाथ में नहीं अपितु भारत के राजा श्रीराम के हाथ में समझो।*

*और*

*राजधानी होगी “अयोध्या” मोदी तो केवल उनकी खड़ाऊँ रखकर दिल्ली से उनके*

*【प्रधान.. {सेवक/मंत्री}】 के रूप में कार्य सम्हालेंगे।*

*अब दुनियाँ की कोई भी ताकत भारत को विश्व शक्ति बनने से रोक नहीं सकती।*

*अब अधर्मियों, आतताइयों, और सनातन द्रोहियों की लाशें नोचने को प्रतीक रूप में गिद्ध प्रकट हो चुके हैं।*

*महान लोग महान शक्तियाँ और प्रकृति कभी भी बिना संकेत दिए काम नहीं करती।*

*और* 

*अगर आपको मेरी इस बात का प्रमाण चाहिए तो इंतजार कीजिए…*

*राजा राम के अयोध्या में विराजते ही भारत को धरती की गोद से बहुत बड़ा स्वर्ण भंडार, तेल भंडार, यूरेनियम, लिथियम, प्लूटोनियम आदि दुर्लभ भंडार मिलने वाले हैं। बहुत से कन्वर्टेड हिन्दू अपने आप ही अपने मूल धर्म में वापसी करेंगे।*

*विपक्षी पार्टियों में बहुत बड़ी फूट पड़ने वाली है।*

*भ्रष्टाचारियों, अधर्मियों, देशद्रोहियों के खिलाफ सबूत स्वयं विदेशों से चलकर आएंगे।*

*आप यह सब बहुत जल्दी होते हुए पाएंगे।*

*अंकशास्त्र के भी हिसाब से यह वर्ष शनि का है और शनिदेव न्याय और दण्ड के देवता हैं।*

*मई 2024 के बाद आप सरकार की गति देखिएगा।*

*🚩🙏जय सियाराम🙏🚩*