आज का पंचाग आपका राशि फल, 1945 में लिखी गई पुस्तक जिसका नाम “पाकिस्तान और दि पार्टीशन ऑफ इंडिया” में भीमराव अंबेडकर ने जो लिखा है वो न केवल कॉंग्रेस की सैक्युलर नीति से पृथक है बल्कि बाद में वर्तमान भारत के सांप्रदायिक यथार्थ को वर्णित करती है

🚩🌞 *सुप्रभातम्* 🌞

            📜««« *आज का पञ्चांग* »»»📜

कलियुगाब्द……………………5125

विक्रम संवत्…………………..2080

शक संवत्……………………..1945

मास…………………………..आषाढ़

पक्ष……………………………..कृष्ण

तिथी…………………………….षष्ठी

दोप 04.24 पर्यंत पश्चात सप्तमी

रवि…………………………उत्तरायण

सूर्योदय…………प्रातः 05.41.47 पर

सूर्यास्त…………संध्या 07.11.06 पर

सूर्य राशि……………………….वृषभ

चन्द्र राशि……………………….मकर

गुरु राशि………………………….मेष

नक्षत्र…………………………..धनिष्ठा

संध्या 05.04 पर्यंत पश्चात शतभिषा

योग……………………………..वैधृति

दोप 03.39 पर्यंत पश्चात विष्कुम्भ

करण……………………………वणिज

दोप 04.24 पर्यंत पश्चात विष्टि

ऋतु………………………(शुचि) ग्रीष्म

*दिन………………………..शुक्रवार*

 

*🇮🇳 राष्ट्रीय सौर ज्येष्ठ, दिनांक १९*

*( शुक्रमास ) !*

 

*🇬🇧 आंग्ल मतानुसार दिनांक*

*०९ जून सन् २०२३ ईस्वी !*

 

☸ शुभ अंक…………………..9

🔯 शुभ रंग……………आसमानी

 

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*

दोप 11.59 से 12.52 बजे तक ।

 

👁‍🗨 *राहुकाल (अशुभ) :-*

प्रात: 10.45 से 12.25 तक । 

 

🚦 *दिशाशूल :-*

पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें। 

 

🌞 *उदय लग्न तालिका -*

*वृषभ*  

04:11:48 06:10:17

*मिथुन* 

06:10:17 08:23:58

*कर्क*  

08:23:58 10:40:08

*सिंह*  

10:40:08 12:51:57

*कन्या*  

12:51:57 15:02:37

*तुला*  

15:02:37 17:17:14

*वृश्चिक* 

17:17:14 19:33:24

*धनु* 

19:33:24 21:39:01

*मकर*  

21:39:01 23:26:09

*कुम्भ*  

23:26:09 24:59:41

*मीन*  

24:59:41 26:30:54

*मेष*  

26:30:54 28:11:48   

 

✡ *चौघडिया :-*

प्रात: 07.24 से 09.04 तक लाभ

प्रात: 09.04 से 10.44 तक अमृत

दोप. 12.25 से 02.05 तक शुभ

सायं 05.25 से 07.05 तक चंचल

रात्रि 09.45 से 11.05 तक लाभ । 

 

📿 *आज का मंत्रः*

|| ॐ गोविन्दाय नम: ||

 

📢 *सुभाषितानि :-*

*श्रीमद्भगवतगीता (द्वितीयोऽध्यायः – सांख्ययोगो) -*

 श्रीभगवानुवाच –

कुतस्त्वा कश्मलमिदं विषमे समुपस्थितम्‌।

अनार्यजुष्टमस्वर्ग्य म्‌ कीर्तिकरमर्जुन॥२॥

अर्थात :

श्रीभगवान बोले- हे अर्जुन! तुम्हें इस असमय में यह शोक किस प्रकार हो रहा है? क्योंकि न यह श्रेष्ठ पुरुषों द्वारा आचरित है, न स्वर्ग देने वाला है और न यश देने वाला ही है॥2॥ 

 

🍃 *आरोग्यं :-*

मधुमेह के घरेलू नुस्खे :-

 

1. डायबिटीज में चीनी वाले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए |

2. इस रोग में धीरे-धीरे पैदल चलना तथा सुबह-२ सैर अवश्य करनी चाहिए ।

3. जामुन के ४ हरे और नरम पत्ते खूब बारीक़ कर ६० ग्राम पानी में रगड़ कर छान लें और सुबह १० दिन तक लगातार पिए ।

4. डायबिटीज के शुरुवात में जामुन के ४ पत्ते प्रातः और शाम को चबाकर खाने से तीसरे दिन से ही लाभ होने लगेगा |

5. डायबिटीज में करेले के रस का सेवन करना भी एक घरेलू नुस्खा है 

 

. ⚜ *आज का राशिफल* ⚜

 

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*

*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*

भौतिक विकास के कार्यों को बल मिलेगा। फालतू खर्च होगा। भागीदारी के प्रस्ताव आएंगे। दिनचर्या नियमित रहेगी। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम न लें। झंझटों में न पड़ें। आय में कमी होगी।

 

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*

*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*

धनार्जन होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। प्रमाद न करें। व्यापार-व्यवसाय में इच्छित लाभ की संभावना है। भाइयों की मदद मिलेगी। संपत्ति के लेनदेन में सावधानी रखें।

 

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*

*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*

जोखिम व जमानत के कार्य न करें। लक्ष्य को ध्यान में रखकर प्रयत्न करें, सफलता मिलेगी। शुभ कार्यों में संलग्न होने से सुयश एवं सम्मान प्राप्त हो सकेगा। व्यापारिक निर्णय लेने में देर नहीं करें। संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। बेरोजगारी दूर होगी। धन की आवक बनी रहेगी।

 

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*

*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*

संतान के कार्यों पर नजर रखें। पूंजी निवेश बढ़ेगा। प्रचार-प्रसार से दूर रहें। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। आपके व्यवहार एवं कार्यकुशलता से अधिकारी वर्ग से सहयोग मिलेगा।

 

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*

*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*

प्रतिष्ठा बढ़ेगी। शत्रु शांत रहेंगे। धनार्जन होगा। आज विशेष लाभ होने की संभावना है। मेहनत का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। बुद्धि एवं मनोबल से सुख-संपन्नता बढ़ेगी। व्यापार में कार्य का विस्तार होगा। सगे-संबंधी मिलेंगे।

 

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*

*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*

मान बढ़ेगा। मेहमानों का आवागमन होगा। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। जोखिम के कार्यों से दूर रहें। पराक्रम में वृद्धि होगी। परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा। अभिष्ट कार्य की सिद्धि के योग हैं। उलझनों से मुक्ति मिलेगी।

 

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*

*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*

यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल लाभ देंगे। भेंट आदि की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य होने से प्रसन्नता रहेगी। व्यापार में उन्नति के योग हैं। संतान की ओर से सुखद स्थिति बनेगी। प्रयास की मात्रा के अनुसार लाभ की अधिकता रहेगी। अपनी वस्तुएँ संभालकर रखें।

 

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*

*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*

अजनबी व्यक्ति पर विश्वास न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। उदर विकार के योग के कारण खान-पान पर संयम रखें। विवादों से दूर रहना चाहिए। आर्थिक प्रगति में रुकावट आ सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखें। अप्रत्याशित बड़े खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है, जोखिम न लें।

 

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*

*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*

कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। परिवार की समस्याओं की चिंता रहेगी। समय की अनुकूलता का लाभ अधिकाधिक लेना चाहिए। नवीन उपलब्धियों की प्राप्ति संभव है। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नई योजना बनेगी। नए अनुबंध होंगे। लाभ के अवसर बढ़ेंगे।

 

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*

*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*

रुके कार्य बनेंगे। जोखिम न लें। वाणी पर नियंत्रण रखना होगा। व्यवहार कुशलता एवं सहनशीलता के बल पर आने वाली बाधाओं का समाधान हो सकेगा। खानपान पर नियंत्रण रखें। नए अनुबंधों का लाभ मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। पूछ-परख रहेगी।

 

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*

*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*

धनार्जन होगा। प्रमाद न करें। संतान के कार्यों से समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। नेतृत्व गुण की प्रधानता के कारण प्रशासन व नेतृत्व संबंधी कार्य सफल होंगे। शत्रुओं से सावधान रहें। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी।

 

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*

*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*

प्रतिष्ठित व्यक्तियों से भेंट होगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। दूसरों की जमानत न लें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। पारिवारिक जीवन में तनाव हो सकता है। व्यापार में नई योजनाओं से लाभ के योग हैं। स्थायी संपत्ति क्रय करने के योग बनेंगे।

 

   *🚩 🎪 ‼️ 🕉️ महालक्ष्म्यै नमः ‼️ 🎪 🚩*

 

*☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ☯*

 

                       *‼️ शुभम भवतु ‼️*

                      *‼️ जयतु भारती ‼️*

    🚩🇮🇳‼️ *भारत माता की जय* ‼️🇮🇳🚩

                                   1945 में भीमराव अंबेडकर ने एक पुस्तक लिखी जिसका नाम है “पाकिस्तान और दि पार्टीशन ऑफ इंडिया” इसमें भीमराव अंबेडकर ने जो लिखा है वो न केवल कॉंग्रेस की सैक्युलर नीति से एकदम पृथक था बल्कि वर्तमान भारत के सांप्रदायिक यथार्थ का पूर्वानुमान सिध्द हुई। 

उन्होने लिखा था कि “भले ही भारत किसी मुस्लिम शासन के अधीन न हो परंतु भारत के मुसलमान इस देश को ‘दार-उल-हर्ब’ मानते हैं ना कि ‘दार-उल-इस्लाम’। दारुल इस्लाम का मतलब होता है इस्लाम का घर और दारुल हर्ब का मतलब होता है युद्ध का घर। 

ध्यान रहे कि जो लोग हिंदुस्तान के धार्मिक सौहार्द को बिगड़ने का आरोप संघ या भाजपा पर लगाते हैं, उनकी जनकारी के लिए दुहरा दूँ कि ये किताब 1945 में लिखी गई थी।   

पुस्तक के पेज नंबर 298 पर डॉक्टर #अंबेडकर लिखते है… ध्यान दीजिये, ये कितनी भयानक बात है। 

“इस्लाम मानता है कि जेहाद उनका हक है। भारत के मुसलमान सिर्फ #जेहाद की घोषणा ही नहीं कर सकते बल्कि उसकी सफलता के लिए विदेशी इस्लामिक ताकतों की सहायता भी ले सकते हैं और यदि भारत विरोधी विदेशी इस्लामिक ताक़तें भारत में #जिहाद की घोषणा करें तो उनकी सहायता भी कर सकते हैं। 

उन्होने लिखा कि भारत के मुसलमान कभी भी अपने देश के लिए ईमानदार साबित नहीं हो सकते। 

इस पुस्तक में बाबा साहब ने लिखा है कि 

“इस्लाम एक बंद खिड़की की तरह है जो मुसलमानो और गैर मुसलमानो में भेद पैदा करता है। पेज नं 337 पर लिखा है कि मुसलमान जिस मानवता दयालुता और भाईचारे की बात करते हैं उसका मतलब सिर्फ मुसलमानों का मुसलमानो से भाई चारा है। मुसलमानो के भाईचारे का फायदा केवल उन लोगों को मिलता है जो मुस्लिम हैं। गैर मुस्लिम और भारत में तो विशेष तौर पर हिंदुओं के लिए इस्लाम में केवल घृणा और शत्रुता ही भारी हुई है। 

पुस्तक के इसी पन्ने पर ये भी लिखा हुआ है कि “मुसलमानों की वफादारी कभी उस देश के लिए नहीं होती जहां वे रहते हैं बल्कि अपने मजहब के लिए होती है जिसका वे पालन करते हैं।”

बाबा साहब की इस पुस्तक का बेहद महत्वपूर्ण भाग भी सुनिए। उन्होने लिखा है कि 

“इस्लाम एक सच्चे मुसलमान को भारत को अपनी मातृभूमि और हिंदुओं को अपना निकट संबंधी मनाने की इजाजत नहीं देता।” 

अब …. बरसों पहले लिखी बाबा साहब #भीमराव_अंबेडकर की इस पुस्तक के बयानों पर मैं किसी और समीक्षा की आवश्यकता नहीं समझता। बस इसे आज के संदर्भ में देखने की जरूरत है।

आज संपर्क क्रांति के दौर में दुनिया सिमटकर छोटी हो गई है। पूरी दुनिया के लोग आसानी से एक दूसरे से जुड़ जाते हैं। 1945 में यानी आज से 77 साल पहले लिखी पुस्तक के शब्द आज एक भयानक सच बनाकर हमारे सामने खड़े हैं। 

भारत का मुसलमान कहीं न कहीं सहायता के लिए भारत की सरकार और संविधान की बजाय दुनियां के 57 इस्लामिक देशों की ओर देख रहा है। उन्हे इस्लाम के अपमान की दुहाई देकर उन से सहायता मांग रहा है और दुनियाँ के 180 करोड़ मुसलमान आज भारत के भीतरी मामलों में दखल देने के लिए उद्यत है। वे एक टैलीवीजन पर हुई सामान्य बहस के बहाने भारत को आर्थिक और सामरिक रूप से दराने और घेरने का प्रयास कर रहे हैं।

किन्तु ये एक बानगी मात्र है। आगे इस से भी दुरूह स्थिति के लिए भारत को तैयार रहना चाहिए।

              (साभार https://t.me/Hindunarii)