आज का पंचाग आपका राशि फल, शारदीय नवरात्रि का सातवां दिवस कालरात्रि पूजन, कन्या पूजन और नवदुर्गा महात्म्य, शौर्य के लिए अशोकचक्र देते हैं अशोक चक्र झंडे पर लगाते हैं नोट पर छापते हैं तब भी सम्राट अशोक मौर्य की जयन्ती नहीं मनाते न राजकीय अवकाश घोषित करते, इस्त्राइल के यहूदियों ने अपने धर्म को बाहरी लोगों के लिए बंद रखा.. क्योंकि उनका धर्म ही उनकी “नस्ल” है.. आप केवल जन्म से यहूदी हो सकते हैं.. यहूदी धर्म कभी भीड़ का धर्म नहीं रहा.. और इन्होंने अपनी “सोच दूषित” नहीं की

‌‌   *༺𝕝𝕝 卐 𝕝𝕝༻​​*
*श्री हरिहरौ**विजयतेतराम**सुप्रभातम*

*आज का पञ्चाङ्ग*
*_शनिवार, २१ अक्टूबर २०२३_*
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सूर्योदय: 🌄 ०६:३३
सूर्यास्त: 🌅 ०५:५०
चन्द्रोदय: 🌝 १२:४५
चन्द्रास्त: 🌜२२:५१
अयन 🌖 दक्षिणायणे
(दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🏔️ शरद
शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८० (पिंगल)
मास 👉 आश्विन
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 सप्तमी (२१:५३
से अष्टमी)
नक्षत्र 👉 पूर्वाषाढ (१९:५४
से उत्तराषाढ)
योग👉सुकर्मा(२४:३७ से धृति)
प्रथम करण👉गर(१०:४२ तक)
द्वितीय करण 👉 वणिज
(२१:५३ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 तुला
चंद्र 🌟 मकर (२५:३८ से)
मंगल🌟तुला(अस्त,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟तुला (अस्त, पूर्व, वक्री)
गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)
शुक्र🌟सिंह(उदित,पश्चिम,मार्गी)
शनि 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३९ से १२:२४
अमृत काल 👉 १५:१५ से १६:४८
त्रिपुष्कर योग 👉 १९:५४ से २१:५३
विजय मुहूर्त 👉 १३:५४ से १४:३९
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:४० से १८:०६
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:४० से १८:५६
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३६ से २४:२७
राहुकाल 👉 ०९:१२ से १०:३७
राहुवास 👉 पूर्व
यमगण्ड 👉 १३:२६ से १४:५१
दुर्मुहूर्त 👉 ०६:२२ से ०७:०८
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 पृथ्वी
भद्रावास 👉 पाताल (२१:५३ से पूर्ण)
चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण २५:३८ से)
शिववास 👉 भोजन में
(२१:५३ सर श्मशान में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – काल २ – शुभ
३ – रोग ४ – उद्वेग
५ – चर ६ – लाभ
७ – अमृत ८ – काल
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – लाभ २ – उद्वेग
३ – शुभ ४ – अमृत
५ – चर ६ – रोग
७ – काल ८ – लाभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (वाय विन्डिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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सरस्वती महालक्ष्मी पूजन, भद्रकाली अवतार प्राक्टयोत्सव, विवाह मुहूर्त वृष मिथुन लग्न (सायं ०७:५३ से रात्रि ०९:५५) तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १९:५४ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (धा, फा, ढा) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराषाढ नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (भे, भो) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
तुला – ३०:११ से ०८:३२
वृश्चिक – ०८:३२ से १०:५१
धनु – १०:५१ से १२:५५
मकर – १२:५५ से १४:३६
कुम्भ – १४:३६ से १६:०२
मीन – १६:०२ से १७:२५
मेष – १७:२५ से १८:५९
वृषभ – १८:५९ से २०:५४
मिथुन – २०:५४ से २३:०९
कर्क – २३:०९ से २५:३०
सिंह – २५:३० से २७:४९
कन्या – २७:४९ से ३०:०७
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०६:२२ से ०८:३२
चोर पञ्चक – ०८:३२ से १०:५१
शुभ मुहूर्त – १०:५१ से १२:५५
रोग पञ्चक – १२:५५ से १४:३६
शुभ मुहूर्त – १४:३६ से १६:०२
मृत्यु पञ्चक – १६:०२ से १७:२५
रोग पञ्चक – १७:२५ से १८:५९
शुभ मुहूर्त – १८:५९ से १९:५४
मृत्यु पञ्चक – १९:५४ से २०:५४
अग्नि पञ्चक – २०:५४ से २१:५३
शुभ मुहूर्त – २१:५३ से २३:०९
रज पञ्चक – २३:०९ से २५:३०
शुभ मुहूर्त – २५:३० से २७:४९
चोर पञ्चक – २७:४९ से ३०:०७
शुभ मुहूर्त – ३०:०७ से ३०:२३

आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। कुछ दिनों से चल रही कठिन परिस्थिति धीरे धीरे अनुकूल होने लगेगी। स्वभाव में आज भी भावुकता अधिक रहेगी दिमाग की जगह दिल की सुनना पसंद करेंगे इस वजह से किसी की कही बात मन को चुभ सकती है। आज कार्य क्षेत्र को नई दिशा मिलने से लाभ की संभावनाएं बढ़ेंगी लेकिन धन लाभ के केवल आश्वाशन ही मिलेंगे। व्यापार विस्तार में निवेश के लिए आज का दिन अत्यन्त शुभ रहेगा। सहकर्मियों का सहयोग मिलने से अधूरे कार्य समय पर पूर्ण होंगे। परिवार में उल्लास का वातावरण बनेगा। शारीरिक कमजोरी अनुभव करेंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। दिन के पहले भाग में सेहत सम्बंधित परेशानियां रहने से बैचनी एवं मानसिक नकारात्मकता हावी रहेगी। आज संध्या तक बिना सोचे कोई कार्य ना करे अन्यथा धन एवं मान हानि हो सकती है। नए कार्य आज आरंभ एवं व्यापार विस्तार की योजना को भी फिलहाल स्थगित करना ही बेहतर है। किसी भी कार्य मे जोखिम लेने पर बाद में पश्चाताप होगा। नजदीकी रिश्तेदार से अशुभ समाचार मिल सकता है। संध्या पश्चात स्थिति में सुधार आने लगेगा। खान-पान में आज विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिए शुभफलदायी रहेगा। आज सेहत सामान्य रहेगी। आज नौकरी व्यवसाय में भी आशानुकूल सफलता मिलने से आर्थिक समस्याएं सुलझेंगी धन लाभ के लिये मध्यान तक इंतजार करना पड़ेगा लेकिन होगा अवश्य। सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी छवि सुधरेगी किसी के विवाद की मध्यस्थता अथवा जमानत भी लेनी पड़ सकती है। सरकारी कार्य या जमीन सम्बंधित कार्य मध्यान के बाद अथवा आने वाले कल करना लाभदायक रहेगा सफलता की संभावना बढ़ेगी। आज व्यर्थ की यात्रा में धन खर्च होगा। परिजनों का सहयोग मिलेगा। सेहत आज ठीक रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन वृद्धिकारक रहेगा आज घर अथवा बाहर किसी को प्रसन्न रखने के लिये अनचाहे खर्च करने पड़ेंगे लेकिन इनसे मानसिक शांति ही मिलेगी। व्यवसायियों के लिए दिन अनुकूल रहेगा। आज एक साथ कई कार्यो को सफलता पूर्वक पूर्ण कर पाएंगे। स्थाई सम्पति एवं सरकारी कार्यो में भी सफलता मिल सकती है इसके लिये पहले खर्च करना पड़ेगा। प्रोपर्टी में निवेश के लिए योजना बना रहे है तो कुछ समय के लिए टाल दें। परिवार की आवश्यक वस्तुओं पर खर्च होगा। सेहत छोटे मोटे विकारों कक छोड़ सामान्य रहेगी। परिजनों का सुख उत्तम रहेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहेगा। आज आप धर्म कर्म में आस्था तो रहेगी लेकिन कार्यो की अधिकता रहने पर ज्यादा समय नही दे पाएंगे फिर भी आज छोटे मोटे दान पुण्य कर मानसिक शांति प्राप्त करेंगे। आज आप व्यर्थ के झंझट से बचना ही बेहतर समझेंगे। कार्य सखेत्र पर भी आसानी से जितना मिल जाये उसी में संतोष कर लेंगे लेकिन महिलाओं को मानसिकता इसके विपरीत रहेगी। थोड़ी प्राप्ति होने पर ज्यादा की लालसा बढ़ेगी। धन की आमद आशा से कम लेकिन कामचलाऊ हो जाएगी। कोर्ट-कचहरी के कार्य आज करना बेहतर रहेगा। अन्य दायित्वों वाले कार्य आज ना करें। परिवार का वातावरण शांत रहेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन का उत्तरार्ध आपके लिए शुभ फलदायी रहेगा। दिन के प्रथम भाग में आज भी छूट पुट गरमा गरमी का सामना करना पड़ेगा किसी महत्त्वपूर्ण कार्य को लेकर अनिर्णय की स्थिति बनी रहेगी। जिससे कार्यो के पूर्ण होने में संशय रहेगा। आर्थिक मामलों को लेकर किसी से तकरार होने की संभावना है संध्या तक वाणी और वर्तन पर संयम रखने से परिजन एवं अन्य लोगों के साथ मनमुटाव टाल सकेंगे। मध्यान के बाद आध्यत्म में रूचि बढ़ेगी लेकिन इसके लिये समय नही दे पाएंगे। रुके कार्य गति पकड़ेंगे। संतान का सहयोग मिलेगा। सेहत नरम होने पर भी अनदेखी करेंगे।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन भी आपके लिए लाभदायी रहेगा। आज अपने समस्त आर्थिक संबहित एवं अन्य कार्य संध्या से पहले पूर्ण करने का प्रयास करें सफलता की संभावना शतप्रतिशत रहेगी इसके बाद कोई दुखद घटना होने से मानसिक स्थिति बदलने पर अवरोध आएंगे। आज व्यवसायिक क्षेत्र पर आशानुकूल उन्नति से संतुष्टि मिलेगी। शेयर- सट्टे में निवेश से धन लाभ की संभावनाएं है। आज किसी को उधार धन ना दे अन्यथा वसूली में परेशानी आएगी। विपरीत लिंगीय से प्रेम बढ़ेगा। आज किसी बात को लेकर कुछ समय के लिये आक्रोश में आ सकते है। सेहत का ध्यान रखे सर्दी-कफ हो सकता है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपको मिला-जुला फल प्रदान करेगा। आज धन जमा करने की कितनी भी कोशिश करें खर्च लगे रहने से लाभ-खर्च बराबर रहेंगे फिर भी आज अन्य दिनों की तुलना में व्यापार की स्थिति संतोषजनक रहेगी। आज किसी का कार्यो में बिना मांगे सलाह ना दे अन्यथा अपमानजनक स्थिति भी बन सकती है। कला प्रेमियों को आज प्रतिभा प्रदर्शन के सुअवसर मिलेंगे। परिवार में किसी शुभ आयोजन के लिए यात्रा भी हो सकती है।
परिजनों से किसी बात पर मतभेद होने की भी संभावना है। सेहत को लेकर आशंकित रहेंगे फिर भी कार्य भर के चलते अनदेखा करना पड़ेगा। आर्थिक लेनदेन के कार्य आज ना करें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके लिए मध्यम फलदायी रहेगा। आज दिन के मध्यान तक मनोरनजन के अवसर कम ही गवाएंगे। परिजनों के साथ आज आपके सम्बन्ध अत्यंत भावनात्मक रहेंगे। छोटी-छोटी बातों को प्रतिष्ठा पर ना लें। अन्यथा झगड़ा होते देर नही लगेगी। मध्यान के आस पास किसी बहुप्रतीक्षित कार्य के पूर्ण होने से मन प्रसन्न रहेगा। महत्त्वपूर्ण कार्यो को आज संध्या से पूर्व करना हितकर रहेगा इसके बाद स्थिति सामान्य ही रहेगी लेकिन लाभ की संभावनाएं पहले से कम हो जाएंगी। आर्थिक लाभ आज भी आशाजनक हो ही जायेगा। सेहत गलत खान पान के कारण खराब हो सकती है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आप के लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। आज परिवार की किसी स्त्री अथवा बुजुर्ग की सेहत बिगड़ने से दौड़-धुप करनी पड़ेगी। कार्य क्षेत्र पर आज अधिक समय नहीं दे पाएंगे वैसे भी आज ज्यादा लाभ की आशा ना रखें धन की आमद थोड़ी बहुत होगी लेकिन आज किसी न किसी रूप में हानि होने से लाभ मायने नही रखेगा। आज परिवार में किसी से व्यर्थ विवाद भी हो सकता है संध्या तक का समय शांति से बिताये इसके बाद स्थिति में सुधार आने लगेगा। संध्या के समय अत्यधिक थकान रहेगी। संतान को लेकर भी चिंतित रहेंगे। कष्टप्रद यात्रा हो सकती है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिये लाभदायी रहेगा। व्यवसायियों को आज विभिन क्षेत्र से आर्थिक लाभ की संभावना है लेकिन इसके लिये आज अधिक सतर्क रहना पड़ेगा कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अन्य दिनों की तुलना में अधिक रहेगी। नौकरी पेशा जातको को परिश्रम का यथोचित फल मिलेगा। कई दिनों से रुके व्यापार विस्तार के प्रयास आज सफल होंगे। किसी श्रेष्ठ व्यक्ति की सलाह से नई योजना बनाएंगे। कुछ समय को छोड़ पारिवारिक वातावरण शांत रहेगा। आज रक्तचाप सम्बंधित परेशानी भी हो सकती है सेहत का ध्यान रखे। संध्या बाद से परिस्थितियां कलहकारी बनने लगेंगी आवश्यक कार्य समय रहते पूर्ण करें।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिये कार्य सफलता वाला रहेगा। वैसे तो आप आज व्यवहारिक ही रहेंगे लेकिन अपने हित साधने के लिये दंड भेद की नीति भी अपना सकते है।जिससे बनते कार्य कुछ समय के लिये उलझ भी सकते है। फिर भी आज व्यवसायियो को कार्य क्षेत्र में अनुकूल वातावरण मिलने से प्रत्येक कार्य सरलता से संपन्न होंगे। नौकरी वाले जातको पर उच्चाधिकारी मेहरबान रहने से कार्य के प्रति उत्साह बढ़ेगा। किसी प्रियजन से आकस्मिक भेंट आनंद देगी। परिवार में आज किसी व्यक्ति विशेष के कारण मतभेद की स्थिति बनेगी। पत्नी से उग्र चर्चा से बचे। जुखाम अथवा पेट संबंधित व्याधि हो सकती है।
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🌹कन्यापूजन🌹
कन्या पूजन से सभी तरह के वास्तु दोष,विघ्न, भय और शत्रुओं का नाश होता है।
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⚱️ *नवरात्रि में कन्या पूजन में ध्यान रखे कि कन्याओ की उम्र दो वर्ष से कम और दस वर्ष से ज्यादा भी न हो ।

⚱️ *शास्त्रों के अनुसार दो वर्ष की कन्या को कुमारी कहा गया है । कुमारी के पूजन से सभी तरह के दुखों और दरिद्रता का नाश होता है ।

⚱️ *तीन वर्ष की कन्या को त्रिमूर्ति माना गया है । त्रिमूर्ति के पूजन से धन लाभ होता है ।
⚱️ *चार वर्ष की कन्या को कल्याणी कहते है । कल्याणी के पूजन poojan से जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है ।
⚱️ *पांच वर्ष की कन्या kanya को रोहिणी कहा गया है । माँ के रोहणी स्वरूप की पूजा करने से जातक के घर परिवार से सभी रोग दूर होते है।
⚱️ *छः वर्ष की कन्या kanya को काली कहते है । माँ के इस स्वरूप की पूजा करने से ज्ञान, बुद्धि, यश और सभी क्षेत्रों में विजय की प्राप्ति होती है
⚱️ *सात वर्ष की कन्या को चंडिका कहते है । माँ चण्डिका के इस स्वरूप की पूजा करने से धन, सुख और सभी तरह की ऐश्वर्यों की प्राप्ति होती है ।

⚱️ *आठ वर्ष की कन्या को शाम्भवी कहते है । शाम्भवी की पूजा करने से युद्ध, न्यायलय में विजय और यश की प्राप्ति होती है ।
⚱️ *नौ वर्ष की कन्या को दुर्गा का स्वरूप मानते है । माँ के इस स्वरूप की अर्चना करने से समस्त विघ्न बाधाएं दूर होती है, शत्रुओं का नाश होता है और कठिन से कठिन कार्यों में भी सफलता प्राप्त होती है ।
⚱️ *दस वर्ष की कन्या को सुभद्रा स्वरूपा माना गया हैं। माँ के इस स्वरूप की आराधना करने से सभी मनवाँछित फलों की प्राप्ति होती है और सभी प्रकार के सुख प्राप्त होते है ।
⚱️ *इसीलिए नवरात्र के इन नौ दिनों तक प्रतिदिन इन देवी स्वरुप कन्याओं को अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य से भेंट देना अति शुभ माना जाता है। इन दिनों इन नन्ही देवियों को फूल, श्रंगार सामग्री, मीठे फल (जैसे केले, सेब,नारियल आदि), मिठाई, खीर , हलवा, कपड़े, रुमाल,रिबन, खिलौने, मेहंदी आदि उपहार में देकर मां दुर्गा की अवश्य ही कृपा प्राप्त की जा सकती है ।

⚱️ *इन उपरोक्त रीतियों के अनुसार माता की पूजा अर्चना करने से देवी मां प्रसन्न होकर हमें सुख, सौभाग्य,यश, कीर्ति, धन और अतुल वैभव का वरदान देती है।

🕉🔱🕉🔱✍️ ज्योतिष आचार्य पांडुरंगराव शास्त्री* 

 हमारे शास्त्र कहते हैं स्त्री द्वारा किया गया पुण्य ( ससुराल  ओर मायके) २कुलो को सम्मानित कर्ता है जबकि पुरुष द्वारा किया गया पुण्य मात्र उसके कुल का उद्धार करता है
निम्न रूपों में हम माता की 9 दिन पूजा करते हैं
भागवत में कहा गया है कि भगवान जिस रूप में जिस कार्य को करते हैं उनका वही नाम पड़ जाता है 
नवदुर्गा – एक स्त्री के पूरे जीवनचक्र का बिम्ब है नवदुर्गा के नौ स्वरूप !
1. जन्म ग्रहण करती हुई कन्या #शैलपुत्री”* स्वरूप है !
2. कौमार्य अवस्था तक * #ब्रह्मचारिणी “* का रूप है !
3. विवाह से पूर्व तक चंद्रमा के समान निर्मल होने से वह *#चंद्रघंटा ” समान है !
4. नए जीव को जन्म देने के लिए गर्भ धारण करने पर वह #कूष्मांडा”* स्वरूप है !
5. संतान को जन्म देने के बाद वही स्त्री
#स्कन्दमाता”* हो जाती है !
6. संयम व साधना को धारण करने वाली स्त्री
#कात्यायनी ” रूप है !
7. अपने संकल्प से पति की अकाल मृत्यु को भी जीत लेने से वह #कालरात्रि जैसी है !
8. संसार (कुटुंब ही उसके लिए संसार है) का उपकार करने से #महागौरी ” हो जाती है !
9 धरती को छोड़कर स्वर्ग प्रयाण करने से पहले संसार मे अपनी संतान को सिद्धि (समस्त सुख-संपदा) का आशीर्वाद देने वाली #सिद्धिदात्री ” हो जाती है !
हर स्त्री अपने आप मे कहीं न कही माँ जगदम्बे का प्रतिबिंब है।
जय जय माँ जय सनातन
*“सम्राट अशोक” की जन्म-जयंती हमारे देश में क्यों नहीं मनाई जाती ??*
बहुत सोचने पर भी, “उत्तर” नहीं मिलता! आप भी इन “प्रश्नों” पर विचार करें…..!🤔🤔🤔
*सम्राट अशोक*
*पिताजी का नाम – बिन्दुसार गुप्त*
*माताजी का नाम – सुभद्राणी*
जिस “सम्राट” के नाम के साथ संसार भर के इतिहासकार *“महान”* शब्द लगाते हैं 
जिस -“सम्राट” का राज चिन्ह *”अशोक चक्र”* भारतीय अपने ध्वज में लगाते है l
जिस “सम्राट” का राज चिन्ह *”चारमुखी शेर”* को भारतीय *”राष्ट्रीय प्रतीक”* मानकर सरकार चलाते हैं l और *”सत्यमेव जयते”* को अपनाया है l
जिस देश में सेना का सबसे बड़ा युद्ध सम्मान, सम्राट अशोक के नाम पर, *”अशोक चक्र”* दिया जाता है l
जिस सम्राट से पहले या बाद में कभी कोई ऐसा राजा या सम्राट नहीं हुआ”…जिसने *”अखंड भारत”* (आज का नेपाल, बांग्लादेश, पूरा भारत, पाकिस्तान, और अफगानिस्तान) जितने बड़े भूभाग पर एक-छत्र राज किया हो l
सम्राट अशोक के ही, समय में *”२३ विश्वविद्यालयों”* की स्थापना की गई l जिसमें *तक्षशिला, नालन्दा, विक्रमशिला, कंधार,* आदि विश्वविद्यालय प्रमुख थे l इन्हीं विश्वविद्यालयों में विदेश से छात्र उच्च शिक्षा पाने भारत आया करते थे।
जिस -“सम्राट” के शासन काल को विश्व के बुद्धिजीवी और इतिहासकार, भारतीय इतिहास का सबसे *”स्वर्णिम काल”* मानते हैं।
जिस “सम्राट” के शासन काल में भारत  *”विश्व गुरु”* था l *”सोने की चिड़िया”* थाl *जनता खुशहाल और भेदभाव-रहित थी l*
*जिस सम्राट के शासन काल में, सबसे प्रख्यात महामार्ग “ग्रेड ट्रंक रोड” जैसे कई हाईवे बने l२,००० किलोमीटर लंबी पूरी “सडक” पर दोनों ओर पेड़ लगाये गए l “सरायें” बनायीं गईं..l* 
*मानव तो मानव..,पशुओं के लिए भी, प्रथम बार “चिकित्सा घर” (हॉस्पिटल) खोले गए l पशुओं को मारना बंद करा दिया गया l*
ऐसे *”महान सम्राट अशोक”* जिनकी  जयंती उनके अपने देश भारत में क्यों नहीं मनायी जाती ?? न ही कोई छुट्टी घोषित की गई है ?
दुख: है कि, जहां नागरिकों को और देश ये जयंती मनानी चाहिए…वो अपना इतिहास ही भुला बैठे हैं, और जो जानते हैं, वो ना जाने क्यों मनाना नहीं चाहते??
*”जो जीता वही चंद्रगुप्त”* ना होकर, *”जो जीता वही सिकन्दर”* कैसे हो गया??
जबकि ये बात सभी जानते हैं, कि सिकन्दर की सेना ने चन्द्रगुप्त मौर्य के प्रभाव को देखते हुए ही लड़ने से मना कर दिया था, उसका बहुत ही बुरी तरह से मनोबल टूट गया था और सिकंदर को “वापस लौटना” पड़ा था।
*आइए हम सब मिलकर  इस “ऐतिहासिक भूल” को सुधार करने की शपथ लें।🙏🏻*
*कम से कम पांच ग्रुप मैं जरूर भेजे*
*कुछ लोग नही भेजेंगे*
*लेकिन मुझे यकीन है आप जरूर भेजेंगे*👍🏻
*🚩🙏🏻🚩 || साभार || 🚩🙏🏻🚩*
चार हज़ार (4000) साल से यहूदी स्वयं को “खुदा द्वारा चुनी हुई नस्ल” मानते हैं.. और चुने लोग कभी “भीड़” की शक्ल में नहीं होते हैं..
इसीलिए यहूदियों ने अपने धर्म को बाहरी लोगों के लिए बंद रखा.. क्योंकि उनका धर्म ही उनकी “नस्ल” है.. आप सिर्फ़ जन्म से यहूदी हो सकते हैं.. यहूदी धर्म कभी भीड़ का धर्म नहीं रहा.. और इन्होंने अपनी “सोच दूषित” नहीं की
यहूदियों के भीतर ये आत्मविश्वास कहां से आया, ये बताना तो संभव नहीं है मगर स्वयं को सौभाग्यपूर्ण और उन्नत नस्ल बताने का ये दावा उनका कभी “झूठा” साबित नहीं हुआ है.. 200 से अधिक विज्ञान का नोबेल जीतने वाली ये मुट्ठी भर लोगों की कौम उन्नत सोच और बेहतर नस्ल का दावा ऐसे ही नहीं करती है.. 
गूगल से लेकर फेसबुक तक बनाने वाले यहूदी अगर आज न होते तो शायद दुनिया वैसी न होती जैसी अभी है.. 
यहूदी वैज्ञानिक आइंस्टीन की वजह से ही आज के एटम बॉम से लेकर राकेट और सुदूर अंतरिक्ष का सफर हमारे लिए संभव हो पाया है.. इसलिए जो कौम आपको इतनी ऊंचाई तक पहुंचा सकती है वो हिंसक क्रूर और बेवकूफ़ नस्लों को  काबू में करने का हुनर भी जानती है
आतंकवाद से दुनिया अभी तक जिस तरह से निपट रही थी वो नाकाफ़ी था.. इसलिए प्रकृति किसी न किसी को खड़ा ही करेगी जो अगुवाई करेगा और तमाम नस्लों को आजादी दिलाएगा.. 
यहूदियों से बेहतर इस से और कोई नहीं लड़ पाएगा.. 
हमास जो कर रहा है वो भी ज़रूरी है क्योंकि वो ये अगर नहीं करेगा तो सारी दुनिया ऐसे ही सोती रहेगी और ये “नासूर” समूची पृथ्वी को लील लेगा.. हमास यहूदियों और बाकी लोगों को भड़काए, ये ज़रूरी है.. क्योंकि अब “फाइनल काउंटडाउन” का समय है
प्रकृति ने एक मुट्ठी बराबर देश को ऐसे नहीं “बेलगाम” नस्लों के पास जगह दी है.. प्रकृति के नियम बड़े “क्रूर” हैं