अलकनंदा एवं मंदाकिनी के संगम पर विशेष गंगा आरती के साथ तीन हजार दिए जलाए गए

*मकर संक्रांति पर दियों से रोशन हुई रूद्रनाथ की नगरी*

*अलकनंदा एवं मंदाकिनी के संगम पर विशेष गंगा आरती के साथ तीन हजार दिए जलाए गए*

*पर्यटन विकास बोर्ड की पहल पर जनपद भर से दिए जलाने पहुंचे लोग*

*जनपद के मंदिरों में चला विशेष स्वच्छता अभियान*

      मकर सक्रांति के पावन पर्व को जनपद में भी बड़े उल्लास के साथ मनाया गया। सुबह सूर्य देव की विशेष पूजा के साथ लोगों ने खिचड़ी खाकर सक्रांति की बधाई एक-दूसरे को दी। इस अवसर पर पर्यटन विकास बोर्ड की पहल पर अलकनंदा एवं मंदाकिनी के संगम पर विशेष भजन संध्या एवं गंगा आरती का आयोजन किया गया। वहीं संगम घाट पर पर्यटन विभाग की ओर से तीन हजार दिए जलाने का कार्यक्रम रखा गया था जिसमें जनपद भर के लोगों के प्रतिभाग कर दिए जलाए। दियों की रोशनी में संगम घाट से लेकर रूद्रनाथ मंदिर तक सब जगमग हो उठा।

  14 से 22 जनवरी तक प्रदेश भर में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के उपलक्ष में संचालित कार्यक्रमों के तहत जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में जनपद भर के मंदिरों में साफ सफाई एवं भजन गायन कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इसके तहत रुद्रप्रयाग संगम घाट पर भी स्वच्छता अभियान के साथी भव्य दीप उत्सव का आयोजन किया गया। 

      जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में पर्यटन विकास बोर्ड की ओर से संगम घाट पर मकर संक्रांति के अवसर पर विशेष गंगा आरती, भजन संध्या एवं दिए जलाने का कार्यक्रम किया जा रहा है। जिसमें जिला प्रशासन, जन प्रतिनिधियों एवं स्थानीय जनता का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। सोमवार को बेलनी पुल से महिला समूह भजन-र्कीतन करते हुए संगम घाट पर स्थिति मंदिर प्रांगण में पहुंचे जहां देर शाम तक ढोलक व हारमोनियम की धुन पर महिलाओं ने भजन गाए। जिसके बाद विशेष गंगा आरती एवं दिए जलाने का कार्यक्रम हुआ।

 

 *मंदिरों में चला विशेष स्वच्छता अभियान*

 

     उत्तरायणी के पर्व से देशभर में शुरू हुए स्वच्छ तीर्थ अभियान के तहत जनपद के मंदिर- मठों में सोमवार को विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया। जनपद के प्रमुख धार्मिक स्थलों कोटेश्वर मंदिर, कार्तिक स्वामी मंदिर, संगम घाट रुद्रप्रयाग, त्रियुगीनारायण, श्री ओंकारेश्वर मंदिर, सिद्धपीठ कालीमठ, मक्कूमठ मंदिर में स्वच्छता कार्यक्रम, दीप प्रज्ज्वलित, संध्या भजन-कीर्तन, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित किए गए।