उत्तराखंड में राजनीतिक गरिमा के मानदंड थे निरंतर 8 बार विधायक रहे हरबंस कपूर, उनका निधन अपूरणीय क्षति – मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी, उत्तराखंड भर से श्रध्दांजलि का क्रम जारी

 ✍️हरीश मैखुरी
देहरादून 13 दिसंबर: 8 बार भारतीय जनता पार्टी से विधायक रहे हरबंस कपूर को breakinguttarakhand.com संस्थान की ओर से भावभीनी श्रद्धांजली ।
कल देर शाम तक हरबंस कपूर पार्टी संगठन और अपने राजनीतिक दायित्व निभाने वाले हरबंस कपूर कल रात बिना किसी तकलीफ के सोये वे काफी स्वस्थ थे लेकिन जब सुबह अपने नियत समय पर नहीं जगे तब परिजनों को आशंका हुई तो जगाने का प्रयास किया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी, तब तक हरबंस कपूर जी परलोक गमन कर गये थे।
       उत्तर प्रदेश में अक्टूबर 1995 में मायावती सरकार के पतन के बाद एक वर्ष तक राष्ट्रपति शासन रहा । फिर सितंबर-अक्टूबर 1996 में विधानसभा चुनाव हुए।
चुनाव कर्मी रहे एक महानुभाव ने उनके निधन पर श्रध्दांजलि देते हुए लिखा ” मेरी चुनाव ड्यूटी तब देहरादून विधानसभा के अंतर्गत तिलक रोड स्थित ‘महावीर जैन कन्या पाठशाला’ में थी। सुबह जब मतदान शुरू हुआ तो एक लड़की मतदान करने आई, उसने मतदान पत्र व शुभिन्नक चिन्ह लिया और भीतर पोलिंग टेबल पर जाने की बजाय वहीं खुले में ही पोलिंग ऑफिसर की मेज के ऊपर मतदान पत्र पर अपने मत की मुहर लगा दी । मैंने उसे इस बाबत टोका तो कहने लगी ‘मैं हरबंस कपूर साहब की बेटी हूं और ओवियस्ली मैं वोट अपने पापा को ही दूंगी। मतदान वह कर चुकी तो मैंने इतना ही कहा कि आपने मतदान की गोपनीयता भंग की है। आइंदा ध्यान रखिए।
 
कुछ देर बाद हरबंस कपूर साहब स्वयं मतदान करने आए और जब वह मतपत्र ले चुके तो मैंने कह ही   दिया ‘सर, आप भी यहीं खुले में अपना मतदान कर दीजिए।’ वह चौंके- क्या बात हो गई? तो मैंने उनकी बेटी के मतदान करने के बाबत बताया । उन्होंने अपनी बेटी की ओर से माफी मांगी और कहने लगे- ‘किसी को भी लोकतंत्र का मजाक नहीं बनाना चाहिए। सभी जानते हैं कि मैंने मतदान किसको करना है पर फिर भी निर्वाचन के नियमों का सम्मान जरूरी है।’
कहकर वह अपना मत पत्र लेकर पुलिंग टेबल की ओर बढ़ गए। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे”

 बेदाग चरित्र बेलाग और स्पष्ट बातें हरबंस कपूर की लोकप्रियता को उंचाईयों तक पंहुचा गया राजनीतिक जीवन में ऐसे उदाहरण कम हैं।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कैंट देहरादून के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री हरबंस कपूर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने श्री हरबंस कपूर जी के आवास पर जाकर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शोकाकुल परिजनों को ढाढस बंधाया और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री हरबंस कपूर जी राजनैतिक मूल्यों को आत्मसात करते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा मुखर रहे। लगातार 8 बार विधानसभा का चुनाव जीतना उनकी लोकप्रियता को साबित करता है। मुख्यमंत्री ने उनके परिजनों, समर्थकों और शुभचिंतकों को इस दुःख की घड़ी में धैर्य प्रदान करने की कामना की है उत्तराखंड विधानसभा भवन में बीजेपी के वरिष्ठ विधायक एवं विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष हरबंस कपूर के निधन पर शोक सभा आयोजित की गई| उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल सहित विधानसभा के कार्मिकों द्वारा हरबंस कपूर के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई|वहीं 2 मिनट का मौन रखकर कपूर साहब की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई|

विधानसभा परिसर में आयोजित शोक सभा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष एवं विधानसभा के अधिकारियों द्वारा हरबंस कपूर के विधानसभा अध्यक्ष के कार्यकाल से जुड़े संस्मरण भी साझा किए गए|
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि कपूर साहब से उनके बहुत पुराने पारिवारिक संबंध थे, उन्होंने हमेशा एक मार्गदर्शक एवं बड़े भाई की भांति उनका साथ दिया| श्री अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखंड की राजनीति का एक वट वृक्ष जैसा व्यक्तित्व हमारे बीच नहीं रहा, उनका जाना राज्य, संगठन एवं जनता के लिए अपूरणीय क्षति है

      श्री अग्रवाल ने कहा कि विधान सभा अध्यक्ष के रूप में उनका मार्गदर्शन और संयम अनुकरणीय और उदाहरणीय था। वर्ष 2007-12 में विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में कपूर साहब ने अपनी अमिट छाप छोड़ी, श्री अग्रवाल ने कहा कि उनके पद चिन्हों पर ही चलकर वो विधान सभा का संचालन कर रहे हैं| श्री अग्रवाल ने उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी सांत्वना व्यक्त की|
इस अवसर पर विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल ने कहा कि कपूर साहब विधानसभा अध्यक्ष के पद पर रहते हुए बहुत ही शालीन एवं सहजता से विधानसभा के कर्मीको का ख्याल रखते थे, विधानसभा सत्रों में सदन संचालन के दौरान पक्ष एवं विपक्ष को साथ लेकर चलते थे| विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए उनके कार्यकाल को विधानसभा के कार्मिक कभी भी भुला नहीं पाएंगे. 
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर के निधन पर संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत काबीना मंत्री सुबोध उनियाल पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूरी, सांसद अनिल बलूनी, शिक्षा मंत्री अरबिन्द पांडे, बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष, हरबंस कपूर के अभिन्न साथी रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता पंडित विनोद शर्मा, थराली की विधायक मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, पूर्व काबीना मंत्री राजेन्द्र भंडारी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, कांग्रेस नेता ओमप्रकाश सती बब्बन, भाजपा मीडिया टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा, टीका प्रसाद मैखुरी आदि जनप्रतिनिधियों और गणमान्य व्यक्तियों सहित उत्तराखंड भर से श्रध्दांजलि का क्रम जारी है ।

अंतिम संस्कार के अवसर पर प्रभारी सचिव मुकेश सिंगल, उप सचिव नरेंद्र रावत, उपसचिव चंद्र मोहन गोस्वामी, प्रमुख निजी सचिव अजय अग्रवाल, उपसचिव हेम पंत, व्यवस्था अधिकारी दीपचंद, राजेश उनियाल, रवि बिष्ट, कपिल धोनी, सुंदर लाल, अर्जुन साही, मार्शल लक्ष्मण रावत, बंदना हरिव्यासी, पूरन सिंह राणा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे|
देहरादून के लक्खी बाग श्मशान घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ भाजपा के वरिष्ठ विधायक हरबंस कपूर को दी गई अंतिम विदाई|विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने नम आंखों से दी भावभीनी श्रद्धांजलि।