अन्तराष्ट्रीय योग दिवस पर देहरादून में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कुछ चित्र। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि आज सबको योग की आवश्यकता है। क्योंकि हमारी जीवन शैली आधुनातन होने के फेर में प्रकृति से दूर होती जा रही है।
हमें अपने जीवन दर्शन को पर्यावरण और वातावरण को प्रकृत्ति के साथ तादात्म्य बनाते हुए चलना है। मन और शरीर के आरोग्य के लिए योग को नित्य और नियमित करना चाहिए।भारत की राष्ट्रपति देहरादून में योग दिवस कार्यक्रम में हुई सम्मिलित, प्रधानमंत्री मोदी ने तीन लाख लोगों की उपस्थिति में योग दिवस पर किया प्रतिभाग कहा योग हमें वसुधैव कुटुम्बकम के भाव से जोड़ता है।PM मोदी ने विशाखापट्टनम में 3 लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिक के साथ योग किया। इस मौके पर PM मोदी ने कहा कि योग का मतलब होता है- जोड़ना। और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरी दुनिया को जोड़ा है। मोदी ने कहा कि आज जब दुनिया में अशांति, तनाव और अस्थिरता बढ़ रही है, तो योग शांति की दिशा दिखाता है ✍️हरीश मैखुरी
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सूर्य पश्चिम में अस्त होता है……
सूर्य जब भी पश्चिम में गया है, अस्त ही हुआ है !!
हमारे पास तो पहले से ही अमृत से भरे कलश थे…!
फिर हम वह अमृत फेंक कर उनमें कीचड़ भरने का काम क्यों कर रहे हैं…?
मातृनवमी थी,
तो Mother’s day क्यों लाया गया ?
कौमुदी महोत्सव था,
तो Valentine day क्यों लाया गया ?
*गुरुपूर्णिमा* थी,
तो Teacher’s day क्यों लाया गया ?
धन्वन्तरि जयन्ती थी,
तो Doctor’s day क्यों लाया गया ?
*विश्वकर्मा जयंती* थी,
तो Technology day क्यों लाया गया ?
*सन्तान सप्तमी* थी,
तो Children’s day क्यों लाया गया ?
*नवरात्रि* और *कन्या भोज* था,तो –
Daughter’s day क्यों लाया गया ?
*रक्षाबंधन* है तो Sister’s day क्यों ?
*भाईदूज* है तो Brother’s day क्यों ?
*आंवला नवमी, तुलसी विवाह* मनाने वाले हिंदुओं को Environment day की क्या आवश्यकता है ?
केवल इतना ही नहीं, *नारद जयन्ती* ब्रह्माण्डीय पत्रकारिता दिवस है…
*पितृपक्ष* ७ पीढ़ियों तक के पूर्वजों का पितृपर्व है…
*नवरात्रि* को स्त्री के नवरूपों के दिवस के रूप में स्मरण कीजिये…
*सनातन पर्वों को गर्व से मनाईये…
*पश्चिमी अंधानुकरण मत कीजिये…..
ध्यान रखें .. !!
“सूर्य जब भी पश्चिम में गया है तब अस्त ही हुआ है”
अपनी संस्कारी जड़ों की ओर लौटिये….
अपने सनातन मूल की ओर लौटिये…..
व्रत, पर्व, त्यौहारों को मनाइये !!!
अपनी संस्कृति और सभ्यता को जीवंत कीजिये…..
आप्रेशन सिंदूर के मिसाईल अटैकों से डर कर पाकिस्तान ने लगाई थी बचाओ बचाओ की गुहार, पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री इशाक डार ने एक टीवी को बताया कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर के जवाबी हमलों से पाकिस्तान पूरी तरह चौंक गया। डार ने खुलासा किया कि रात 2:30 बजे भारत ने नूर खान एयर बेस और रफीकी एयर बेस पर मिसाइल दागे। इसके तुरंत बाद सऊदी प्रिंस फैसल का कॉल आया। उन्होंने पूछा कि क्या वह भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात करके पाकिस्तान की सीजफायर की पेशकश पहुंचा सकते हैं। डार ने उन्हें इसकी इजाजत दी और प्रिंस ने जयशंकर तक संदेश पहुंचा दिया।
*’जब जनरल को शराब पिलाई जा रही होगी तब…’, शशि थरूर ने अमेरिका गए पाक आर्मी चीफ असीम मुनीर को ये क्या कह दिया?*
*उम्मीद है मुनीर को खाना खिलाते वक्त ओसामा बिन लादेन को नहीं भूला होगा अमेरिका, शशि थरूर का तंज*
*व्हाइट हाउस की प्रवक्ता बोलीं- आसिम मुनीर ने राष्ट्रपति को नोबेल देने की वकालत की इसलिए लंच पर बुलाया*
* नोबेल प्राइज के चक्कर में अमेरिका को नीचे गिरा रहे ट्रंप
* आसिम मुनीर का मानना है कि ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान युद्ध रुकवाने में अहम भूमिका निभाई और इसके लिए उन्हें नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जाना चाहिए।
* पाकिस्तान के आर्मी चीफ और फील्ड मार्शल आसिम मुनीर अमेरिका दौरे पर हैं।
* अमेरिकी राष्ट्रपति का लंच आसिम मुनीर को भारी पड़ सकता है.
* ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच विवादास्पद मुद्दों—जिसमें कश्मीर, सीमा पार आतंकवाद और सिंधु जल संधि पर व्यक्तिगत रूप से मध्यस्थता करने की पेशकश की.
* शाहबाज शरीफ को पाकिस्तानी सेना ने केवल कटोरा पकड़ने के लिए रखा है, बाकी सारी डील और मुलाकात आर्मी प्रमुख असीम मुनीर खुद ही कर लेते हैं.
*अमेरिका के राष्ट्रपति होने का मतलब है, वैश्विक मर्यादा से जुड़ा हुआ एक बहुत ही विशाल पद। वह सिर्फ करीब 35 करोड़ अमेरिकियों के ही प्रतिनिधि नहीं हैं,बल्कि दुनिया के सबसे ताकतवर देश के मुखिया होने के नाते उनकी नैतिक जिम्मेदारी का दायरा उससे भी कहीं ज्यादा हो जाता है।*
■ अपने दूसरे कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप अपनी नैतिक मर्यादा को कुछ ज्यादा ही तार-तार करने पर तुले हुए हैं और इस तरह से वह सिर्फ अपनी छवि की मिट्टी ही पलीद नहीं कर रहे हैं, बल्कि वे दुनिया को लोकतांत्रिक मर्यादाओं का पाठ पढ़ाने वाले अमेरिका की मूल आत्मा की हत्या करने पर भी तुले हुए हैं।
■ पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर को आधिकारिक मेहमान के तौर पर व्हाइट हाउस में लंच के लिए बुलाना, उनकी कूटनीतिक नासमझी और निर्लज्जता का ऐतिहासिक प्रमाण है।
■ असीम मुनीर को लंच पर बुलाकर ट्रंप ने पाकिस्तानी लोकतंत्र का ही अपमान नहीं किया है, सच्चाई तो यह है कि ऐसा करके उन्होंने अमेरिकी लोकतंत्र के आधार पर ही चोट कर दिया है।
■ ओसामा बिन लादेन ने 24 साल पहले न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को अपना निशाना बनाते हुए हाइजैक किए विमार बिल्डिंग में क्रैश कर दिए थे. इस हमले में करीब 3 हजार लोगों की मौत हुई थी.
■ दुनिया भले ही भुला दे। लेकिन, क्या अमेरिका इस बात को कभी भुला सकता है कि उसकी धरती पर हुए सबसे बड़े आतंकवादी हमले 9/11 के मास्टरमाइंड अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान ने ही वर्षों तक पनाह दे रखा था।
■ अगर पाकिस्तान को अमेरिका आज इतना प्यार करने लगा है तो उस वक्त यह प्रेम कहां चला गया था, जब लादेन को मारने के लिए पाकिस्तान में घुसने के दौरान उसने सबसे ज्यादा गोपनीयता पाकिस्तानी फौज से ही बरती थी। तब उसने पाकिस्तान पर ऐसा ही भरोसा क्यों नहीं दिखाया था?
■ असल में ट्रंप को यह मालूम है कि यह उनका आखिरी कार्यकाल है। अमेरिकी संविधान के हिसाब से भी उनकी सत्ता में दोबारा वापसी नहीं हो सकती। इसलिए, उन्हें लगता है कि उलूल-जुलूल हरकत करके वह दुनिया की नजरों में अपनी छवि चमका सकते हैं। वह ऑपरेशन सिंदूर के संघर्ष विराम के दिन से ही भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के दावे किए जा रहे हैं।
*जबकि, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें अच्छी तरह से समझा दिया है कि वह यह मंसूबा पालना बंद कर दें कि भारत इस मामले में किसी की मध्यस्थता कभी भी स्वीकार कर सकता है। अगर वह नोबेल पीस प्राइज लेने के लिए ऐसा सोच रहे हैं तो उन्हें भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के इतिहास को एक हजार बार पढ़ना पड़ेगा।*
यह प्रश्न ट्रंप को अब जीवन भर परेशान करता रहेगा….
क्यों कि G7 समिट में कनाडा गए मोदी जी को ट्रंप ने फोन किया और ट्रम्प ने उन्हें कनाडा से भारत वापसी में अमेरिका रुकते हुए जाने का न्यौता दिया…
लेकिन मोदीजी ने उसे अस्वीकार करते हुए क्वाड सम्मेलन में भारत आने का न्यौता देते हुए वहां मिलने का वादा किया जिसे ट्रंप ने तुरंत स्वीकार कर लिया।
फोन वार्ता में उन्होंने ट्रम्प को स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत कभी किसी की मध्यस्था स्वीकार नहीं करता और न ही करेगा…
यह कड़क संदेश न केवल ट्रम्प को बल्कि पूरे विश्व को संकेत था कि जो मोदी शांति और सद्भाव की इच्छा से बिना निमंत्रण अचानक पाकिस्तान में उतर सकते हैं, वही मोदी भारत की संप्रभुता पर प्रश्नचिन्ह लगाने का प्रयास करने वाले वैश्विक चौधरी अमेरिका तक का निमंत्रण ठुकरा भी सकते हैं।
निश्चित ही ट्रम्प समझ जाएगा कि यह नया भारत है। इसे अमेरिका से न डर लगता है न कभी लगेगा।
जिस तरह अमरीका पाकिस्तान को नचाता है… अमेरिका कभी भी भारत को उस तरह अपने इशारों पर नहीं नचा सकता…
संभव है कि ट्रम्प अगली बार मैंने युद्धविराम करवाया का ट्रम्पेट बजाने का दुस्साहस नहीं करेगा…
मोदी को ट्रम्प ने स्वयं अपने संबोधन में बहुत टफ निगोशिएटर कहा था। आज ट्रम्प को समझ आ गया होगा कि मोदीजी की रीढ़ उससे भी कहीं अधिक टफ है।
स्मरण रखिए Rahul Gandhi ने इसी घटना पर व्यंग कसा था कि ट्रम्प ने कहा Narendra सरेंडर और सरेंडर कर दिया, उम्मीद है कि राहुल को भरपूर तमाचा पड़ा है।
🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 21 जून 2025*
*⛅दिन – शनिवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2082*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – ग्रीष्म*
*⛅मास – आषाढ़*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – दशमी सुबह 07:18 तक, तत्पश्चात् एकादशी प्रातः 04:27 जून 22 तक, तत्पश्चात् द्वादशी*
*⛅नक्षत्र – अश्विनी शाम 07:50 तक तत्पश्चात् भरणी*
*⛅योग – अतिगण्ड रात्रि 08:29 तक तत्पश्चात् सुकर्मा*
*⛅राहुकाल – सुबह 09:18 से सुबह 11:00 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅सूर्योदय – 05:55*
*⛅सूर्यास्त – 07:28 (सूर्योदय एवं सूर्यास्त अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅दिशा शूल – पूर्व दिशा में*
*⛅ब्रह्ममुहूर्त – प्रातः 04:31 से प्रातः 05:13 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:14 से दोपहर 01:09*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:21 जून 22 से रात्रि 01:03 जून 22 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅व्रत पर्व विवरण – योगिनी एकादशी, अंतराष्ट्रीय योग दिवस*
*⛅विशेष – दशमी को कलंबी शाक त्याज्य है एवं एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)*
*🔹कर्णवेध संस्कार क्यों व कैसे ?🔹*
*🔸हिन्दू धर्म- संस्कारों में कर्णवेध (कान छेदना) संस्कार नौवाँ संस्कार है । बालकों व बालिकाओं की शारीरिक व्याधियों से रक्षा ही इस संस्कार का मूल उद्देश्य है ।*
*🔸’आयुर्वेद’ (सुश्रुत संहिता, चिकित्सा स्थान : १९.२४) के अनुसार कान छेदने से अंत्रवृद्धि (inguinal hernia) होने की सम्भावना नहीं रहती ।*
*🔸यह मान्यता है कि कर्ण-छेदन करने से सूर्य की किरणें कानों के उन छिद्रों से प्रवेश पाकर सामने बालक-बालिका को तेज-सम्पन्न बनाती हैं । बालक के पहले दायें कान में और बाद में बायें कान में छेद करें तथा बालिका के पहले बायें कान में फिर दायें कान में छेद करें । बालिका के बायें नथुने में भी छेद करके आभूषण पहनाने का विधान है ।*
*🔸मस्तिष्क के दोनों भागों को विद्युत के प्रभावों से प्रभावशाली बनाने के लिए नाक और कानों में सोना पहनना लाभकारी माना गया है ।*
*🌞🚩🚩 *” ll जय श्री राम ll “* 🚩🚩🌞*
*मुख्यमंत्री ने भराड़ीसैंण से दिया “हर घर योग, हर जन निरोग’’ का संदेश*
*मुख्यमंत्री ने राज्य में योग नीति का किया औपचारिक शुभारंभ*
*गैरसैंण की धरती से मुख्यमंत्री का उदघोष : उत्तराखंड को बनाएंगे योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी*
*गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की होगी स्थापना*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को भराड़ीसैंण, गैरसैंण स्थित विधानसभा परिसर में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण एवं 8 देशों के डेलिगेट्स के साथ योग किया। योग कार्यक्रम का शुभारंभ शंखनाद एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुआ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने योग नीति पर आधारित पुस्तिका का विमोचन करते हुए राज्य में योग नीति का औपचारिक शुभारंभ भी किया। उन्होंने “एक वृक्ष, योग के नाम” कार्यक्रम के अंतर्गत विधानसभा परिसर में सेब का पौधा भी लगाया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार शीघ्र ही प्रदेश में आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की स्थापना करेगी। उन्होंने कहा हम राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में दो नए नगर बसाने जा रहे हैं, जो योग, आयुर्वेद और अध्यात्म के केंद्र बनकर वैश्विक मानचित्र पर राज्य की विशेष पहचान स्थापित करेंगे। जिसमें सम्पूर्ण विश्व से वेलनेस के क्षेत्र में काम करने वाले बड़े ग्रुप्स, आध्यात्मिक गुरुओं, संस्थानों को यहाँ आमंत्रित किया जायेगा।
*सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र है भराड़ीसैंण*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी विदेशी मेहमानों के सान्निध्य ने इस आयोजन को वैश्विक पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा भराड़ीसैंण, गीष्मकालीन राजधानी होने के साथ समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र भी है। उन्होंने कहा 8 मित्र राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के साथ किया गया सामूहिक योगा- अभ्यास, देवभूमि उत्तराखंड को योग और अध्यात्म की वैश्विक राजधानी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।
*उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी बनाएगी योग नीति*
मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड देवभूमि के साथ योग और अध्यात्म की भूमि भी है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से राज्य सरकार ने देश की पहली योग नीति 2025 को राज्य में लागू किया है। योग नीति उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। जिसके तहत प्रदेश में योग एवं ध्यान केंद्र विकसित करने पर अधिकतम 20 लाख रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। प्रदेश में योग, ध्यान और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने हेतु 10 लाख रुपए तक के अनुदान का प्रावधान भी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार का संकल्प है कि 2030 तक राज्य में पाँच नए योग हब की स्थापना की जाए और मार्च 2026 तक राज्य के सभी आयुष हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में योग सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।
*योग करता है एकाग्रता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार*
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग हमारे मन, आत्मा और शरीर के बीच पूर्ण सामंजस्य स्थापित करता है। योग हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के साथ मानव जीवन को आंतरिक शांति, मानसिक संतुलन और आध्यात्मिक स्थिरता प्रदान करता है। योग के विभिन्न आसनों और प्राणायाम से शरीर और मन को तनाव से मुक्त कर सकते हैं। योग मन की एकाग्रता बढ़ाने के साथ जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है।
*योग ने किया विश्व को एक सूत्र में पिरोने का कार्य*
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा विश्व, योग को जीवन दर्शन के रूप में भी अपना रहा है। योग ने पूरे विश्व में जाति, भाषा, धर्म और भौगोलिक सीमाओं को पार कर मानव समाज को जोड़ने का काम किया है। योग वैश्विक एकता, समरसता और बंधुत्व का सेतु बनकर समस्त विश्व को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच और प्रेरणादायक नेतृत्व ने योग को ग्लोबल कनेक्टिविटी और मानवता की सेहत का मंत्र बनाकर विश्वपटल पर एक नई पहचान दिलाई है।
*पलायन की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है राज्य सरकार*
मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में रोजगार सृजन और पलायन की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार ने स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अधिक से अधिक साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य में स्ट्रैटेजिक एडवाइजरी कमेटी का भी गठन किया है। ये कमेटी प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नवाचार को बढ़ावा देने का कार्य करेगी। हम युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप पहाड़ में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में भी कार्य कर रहे हैं।
*विद्यार्थियों से मिलने उनके बीच पहुंचे मुख्यमंत्री*
भराड़ीसैंण में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होने से पहले मुख्यमंत्री विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों के बीच पहुंचे। उन्होंने लोगों से संवाद कर उनका हालचाल जाना और छात्रों से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर छात्रों में विशेष उत्साह और उमंग देखने को मिला । मुख्यमंत्री ने सभी को योग के महत्व से अवगत कराया और स्वस्थ जीवन के लिए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का संदेश दिया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, भारत में मैक्सिको के राजदूत श्री फेडेरिको सालास, मेक्सिको दूतावास में आर्थिक मामलों के प्रमुख श्री रिकार्डो डेनियल डेलगाडो, भारत में फिजी उच्चायोग के हाई कमिश्नर श्री जगन्नाथ सामी, भारत में नेपाल के राजदूत डॉ शंकर प्रसाद शर्मा, भारत में सूरिनाम के राजदूत श्री अरुणकोमर हार्डियन, भारत में मंगोलिया के राजदूत श्री डंबाजाविन गैंबोल्ड, भारत में लातविया दूतावास में डिप्टी हेड ऑफ मिशन श्री मार्क्स डीतॉन्स, भारत के श्रीलंका उच्चायोग के मिनिस्टर काउंसलर श्री लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके, रूसी दूतावास में प्रथम सचिव सुश्री क्रिस्टिना अनानीना एवं तृतीय सचिव सुश्री कैटरीना लज़ारेवा, विधायक श्री अनिल नौटियाल, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. विनय रुहेला, सचिव श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडे, सूचना महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।