बदरीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष 18 नवंबर शाम 3 बजकर 33 मिनट शीतकाल हेतु होंगे बंद, चारधाम पहुंचने वाले यात्रियों का आंकड़ा 50 लाख पार, दशहरा पर्व पर मुख्यमंत्री धामी ने दी शुभकामनाएं दशहरा पूजा का महात्म्य और पूजा विधि, भारत के उद्योगपतियों का विरोध किसके इशारे पर!

दशहरा (विजयदशमी,आयुध-पूजा) विशेष

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आश्विन (क्वार) मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को विजय दशमी या दशहरे के नाम से मनाया जाता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसीलिये इस दशमी को विजयादशमी के नाम से जाना जाता है। दशहरा वर्ष की तीन अत्यन्त शुभ तिथियों में से एक है, अन्य दो हैं चैत्र शुक्ल की एवं कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा। इस वर्ष यह शुभ पर्व 24 अक्टूबर मंगलवार के दिन मनाया जाएगा।

इसी दिन लोग नया कार्य प्रारम्भ करते हैं, शस्त्र-पूजा की जाती है। प्राचीन काल में राजा लोग इस दिन विजय की प्रार्थना कर रण-यात्रा के लिए प्रस्थान करते थे। इस दिन जगह-जगह मेले लगते हैं। रामलीला का आयोजन होता है। रावण का विशाल पुतला बनाकर उसे जलाया जाता है। दशहरा अथवा विजयदशमी भगवान राम की विजय के रूप में मनाया जाए अथवा दुर्गा पूजा के रूप में, दोनों ही रूपों में यह शक्ति-पूजा का पर्व है, शस्त्र पूजन की तिथि है। हर्ष और उल्लास तथा विजय का पर्व है। भारतीय संस्कृति वीरता की पूजक है, शौर्य की उपासक है। व्यक्ति और समाज के रक्त में वीरता प्रकट हो इसलिए दशहरे का उत्सव रखा गया है। दशहरा का पर्व दस प्रकार के पापों- काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी के परित्याग की सद्प्रेरणा प्रदान करता है।

दशहरा आयुध पूजन एवं अन्य शुभ मुहूर्त

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देवी अपराजिता और शमी

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विजयादशमी के दिन आपको पूजा के लिए विजय मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।

इस अवधि में आपको देवी अपराजिता और शमी वृक्ष की पूजा करनी चाहिए।

दशहरा: शस्त्र पूजा मुहूर्त

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दशहरा के दिन शस्त्र पूजा के लिए विजय मुहूर्त उत्तम माना जाता है। इस मुहूर्त में किए गए कार्य में सफलता अवश्य प्राप्त होती है। विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजा के लिए विजय मुहूर्त दोपहर 01:15 बजे से दोपहर 03:30 बजे तक है। इस समय में आपको अपने शस्त्रों की पूजा करनी चाहिए।

शस्त्र पूजन विधि एवं मंत्र

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सायंकाल में नित्यकर्म से निवृत्त होकर 

सभी प्रकार के अस्त्र-शस्त्रादि को एकत्र करके हाथ में जलपुष्पादि के साथ अपना नाम, गोत्रादि के साथ संकल्प करें, यथा-”ममक्षेमारोग्य आदि सिद्धयर्थं यात्रायांविजय सिद्धयर्थं गणपतिमातृका श्रीराम, शिवशक्ति व सूर्यादि देवता अपराजिता शमीपूजन-अस्त्र-शस्त्रादि पूजनानि करिष्ये।’ 

पुष्पाक्षत लेकर स्वऽस्तिवाचन, गणेश पूजन तथा शक्ति-मंत्र, खड्ग-मंत्र एवं अग्नि यंत्र-मंत्र से पुष्पाक्षत एवं तिलक लगाकर सत्कार पूजन करने के पश्चात् अपराजिता पूजन, भगवान राम, शिव, शक्ति (दुर्गा), गणेश तथा सूर्यादि देवताओं का पूजन करके आयुध-अस्त्र-शस्त्रों (हथियारों) की पूजा इस प्रकार करें- 

शक्ति मंत्र: शक्तिस्त्वं सर्वदेवानां गुहस्य च विशेषत:। 

शक्ति रूपेण देवि त्वं रक्षां कुरु नमोऽस्तुते॥ 

अग्नि यंत्र-मंत्र: अग्निशस्त्र नमोऽस्तुदूरत: शत्रुनाशन। 

शत्रून्दहहि शीघ्रं त्वं शिवं मे कुरु सर्वदा॥

खड्ग मंत्र: इयं येन धृताक्षोणी हतश्च महिषासुर:। 

ममदेहं सदा रक्ष खड्गाय नमोऽस्तुते॥

सभी प्रकार के अस्तशस्त्रो को तिलक लगाकर पुष्प अर्पण कर देवी अपराजिता की आरती करनी चाहिये।

संध्या रावण दहन पूजा का मुहूर्त – शाम 5 बजकर 47 से 07:17 तक।

दशमी तिथि प्रारम्भ 👉 अक्टूबर 23 को सायं 05:44 बजे से।

दशमी तिथि समाप्त 👉 अक्टूबर 24 को 03:14 बजे।

दशहरे का महत्त्व

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भारत कृषि प्रधान देश है इसलिए जब किसान अपने खेत में सुनहरी फसल उगाकर अनाज रूपी संपत्ति घर लाता है तो उसके उल्लास और उमंग का पारावार नहीं रहता। इस प्रसन्नता के अवसर पर वह भगवान की कृपा को मानता है और उसे प्रकट करने के लिए वह उसका पूजन करता है। समस्त भारतवर्ष में यह पर्व विभिन्न प्रदेशों में विभिन्न प्रकार से मनाया जाता है। महाराष्ट्र में इस अवसर पर सिलंगण के नाम से सामाजिक महोत्सव के रूप में भी इसको मनाया जाता है। सायंकाल के समय पर सभी ग्रामीणजन सुंदर-सुंदर नव वस्त्रों से सुसज्जित होकर गाँव की सीमा पार कर शमी वृक्ष के पत्तों के रूप में ‘स्वर्ण’ लूटकर अपने ग्राम में वापस आते हैं। फिर उस स्वर्ण का परस्पर आदान-प्रदान किया जाता है।

विजय पर्व के रूप में दशहरा

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दशहरे का उत्सव शक्ति और शक्ति का समन्वय बताने वाला उत्सव है। नवरात्रि के नौ दिन जगदम्बा की उपासना करके शक्तिशाली बना हुआ मनुष्य विजय प्राप्ति के लिए तत्पर रहता है। इस दृष्टि से दशहरे अर्थात विजय के लिए प्रस्थान का उत्सव का उत्सव आवश्यक भी है।

भारतीय संस्कृति सदा से ही वीरता व शौर्य की समर्थक रही है। प्रत्येक व्यक्ति और समाज के रुधिर में वीरता का प्रादुर्भाव हो कारण से ही दशहरे का उत्सव मनाया जाता है। यदि कभी युद्ध अनिवार्य ही हो तब शत्रु के आक्रमण की प्रतीक्षा ना कर उस पर हमला कर उसका पराभव करना ही कुशल राजनीति है। भगवान राम के समय से यह दिन विजय प्रस्थान का प्रतीक निश्चित है। भगवान राम ने रावण से युद्ध हेतु इसी दिन प्रस्थान किया था। मराठा रत्न शिवाजी ने भी औरंगजेब के विरुद्ध इसी दिन प्रस्थान करके हिन्दू धर्म का रक्षण किया था। भारतीय इतिहास में अनेक उदाहरण हैं जब हिन्दू राजा इस दिन विजय-प्रस्थान करते थे।

इस पर्व को भगवती के ‘विजया’ नाम पर भी ‘विजयादशमी’ कहते हैं। इस दिन भगवान रामचंद्र चौदह वर्ष का वनवास भोगकर तथा रावण का वध कर अयोध्या पहुँचे थे। इसलिए भी इस पर्व को ‘विजयादशमी’ कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि आश्विन शुक्ल दशमी को तारा उदय होने के समय ‘विजय’ नामक मुहूर्त होता है। यह काल सर्वकार्य सिद्धिदायक होता है। इसलिए भी इसे विजयादशमी कहते हैं।

ऐसा माना गया है कि शत्रु पर विजय पाने के लिए इसी समय प्रस्थान करना चाहिए। इस दिन श्रवण नक्षत्र का योग और भी अधिक शुभ माना गया है। युद्ध करने का प्रसंग न होने पर भी इस काल में राजाओं (महत्त्वपूर्ण पदों पर पदासीन लोग) को सीमा का उल्लंघन करना चाहिए। दुर्योधन ने पांडवों को जुए में पराजित करके बारह वर्ष के वनवास के साथ तेरहवें वर्ष में अज्ञातवास की शर्त दी थी। तेरहवें वर्ष यदि उनका पता लग जाता तो उन्हें पुनः बारह वर्ष का वनवास भोगना पड़ता। इसी अज्ञातवास में अर्जुन ने अपना धनुष एक शमी वृक्ष पर रखा था तथा स्वयं वृहन्नला वेश में राजा विराट के यहँ नौकरी कर ली थी। जब गोरक्षा के लिए विराट के पुत्र धृष्टद्युम्न ने अर्जुन को अपने साथ लिया, तब अर्जुन ने शमी वृक्ष पर से अपने हथियार उठाकर शत्रुओं पर विजय प्राप्त की थी। विजयादशमी के दिन भगवान रामचंद्रजी के लंका पर चढ़ाई करने के लिए प्रस्थान करते समय शमी वृक्ष ने भगवान की विजय का उद्घोष किया था। विजयकाल में शमी पूजन इसीलिए होता है।

 

दशहरे पर करने के कुछ विशेष उपाय

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👉 दशहरे के द‌िन नीलकंठ पक्षी का दर्शन बहुत ही शुभ होता है। माना जाता है क‌ि इस द‌िन यह पक्षी द‌िखे तो आने वाला साल खुशहाल होता है।

👉 दशहरा के द‌िन शमी के वृक्ष की पूजा करें। अगर संभव हो तो इस द‌िन अपने घर में शमी के पेड़ लगाएं और न‌ियम‌ित दीप द‌िखाएं। मान्यता है क‌ि दशहरा के द‌िन कुबेर ने राजा रघु को स्वर्ण मुद्राएं देने के ल‌िए शमी के पत्तों को सोने का बना द‌िया था। तभी से शमी को सोना देने वाला पेड़ माना जाता है।

👉 रावण दहन के बाद बची हुई लकड़‌ियां म‌िल जाए तो उसे घर में लाकर कहीं सुरक्ष‌ित रख दें। इससे नकारात्मक शक्‍त‌ियों का घर में प्रवेश नहीं होता है।

👉 दशहरे के द‌िन लाल रंग के नए कपड़े या रुमाल से मां दुर्गा के चरणों को पोंछ कर इन्‍हें त‌िजोरी या अलमारी में रख दें। इससे घर में बरकत बनी रहती है।

🌼🌼आप सभीको विजय दशमी की हार्दिक शुभकामनाये🌼🌼औ

*आस्था ने बनाया नया कीर्तिमान*

*चार धाम यात्रा: टूटे पूर्व के सभी रिकॉर्ड*

बदरीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष 18 नवंबर शाम 3 बजकर 33 मिनट शीतकाल हेतु बंद होंगे। ज्योतिषाचार्य वेद पार्टी वेद पाठी ब्राह्मणों और बद्रीनाथ के धर्म अधिकारी श्री थपलियाल जी की उपस्थिति में यह मुहूर्त एवं तिथि निकाली गयी। 

इस वर्ष चारधाम पहुंचने वाले यात्रियों का आंकड़ा 50 लाख पार होने से पूर्व के सभी रिकॉर्ड टूट गए, चारधाम यात्रा में हर साल श्रद्धालुओं की बढ़ोतरी आल वेदर रोड की सफलता और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल प्रबंधन को दर्शाता है। आगामी दिसम्बर माह में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से पहले ये आंकड़े पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशको को खूब आकर्षित कर रहे है।

चार धाम यात्रा के पिछले 3 वर्षों में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि क्रमशः दर्ज की गई है –

2021 5.18 लाख (कोविड से बाधित)

2022 46.27 लाख 

2023 50.12लाख (16 अक्टूबर तक )

27 दिसंबर 2016 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑल वेदर रोड की आधारशिला रखकर उत्तराखंड में बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य चार धाम : यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए हर मौसम में कनेक्टिविटी बढ़ाना है।

यह परियोजना तीर्थयात्रियों को परिवहन में सुरक्षित और सुगम यात्रा प्रदान करेगी, जिससे वे मौसम की स्थिति या प्राकृतिक बाधाओं से बाधित हुए बिना अपनी यात्रा सुगमता से कर सकेंगे। इस बारहमासी सड़क परियोजना का कार्य पूरा होने से क्षेत्र और क्षेत्रवासियों को बेहद लाभ मिलेगा, जिसके सकारात्मक परिणाम वर्तमान में दिखने लगे है। यह क्षेत्र में व्यापार को सुविधाजनक तथा पर्यटन को और भी बढ़ावा दे रहा है, जो अंततः उत्तराखंड के आर्थिक विकास को मजबूती देगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए थे, जिसमें चारों धामों में श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण से लेकर दर्शन तक की अलग-अलग व्यवस्था शामिल है। यात्रा के लिए अधिक संख्या में उन्नत एम्बुलेंस उपलब्ध करना और डॉक्टरों की एक विशेष टीम का गठन जिसके कारण श्रद्धांलुओं के लिए यात्रा बेहद सुविधाजनक रही। इसी क्रम में चार धाम तीर्थ स्थलों पर 50 हेल्थ ATM भी स्थापित किए गए जो तीर्थयात्रियों को टेली-मेडिसिन सेवाएं प्रदान कर रहा है।

डबल इंजन सरकार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार चारधाम यात्रा को और अधिक सुगम और सफल बनाने हेतु लगातार कार्य कर रही है, जिसके परिणाम स्वरुप ये आकड़े आने वाले वर्षों में अनेक नये कीर्तिमान स्थापित करेंगे

।Perfect Analysis

*अमेरिका पिछले 100 सालों से सुपरपावर है* ।। *उनको चुनौती देने वाले हर देश को उन्होंने तोड दिया है , बरबाद कर दिया,,*

*जापान ने चुनौती दी तो खतम कर दिया,, USSR ने चुनौती दी तो 17 टुकड़े कर दिए,,*

*इराक ने सर उठाया तो बरबाद कर दिया*

*आजकल चाईना की बारी है ।*

*पिछले 100 सालों से दुनिया के टॉप टेन उद्योगपतियों में अमेरिका के उद्योगपतियों का दबदबा रहा है,, टॉप 10 मे से 8,,9 सिर्फ अमेरिकी उद्योगपति ही होते हैं दूर दूर तक कोई नहीं,,,*

*चीन के “जेक मा” ने तीसरा स्थान हासिल किया तो उनके खिलाफ “”लॉबिंग” शुरु हुई ओर उनको भागना पडा,,*

*अमेरिका की ताकत उनका उद्योग है वो टेक्नोलॉजी और बिजनेस के दमपर पूरी दुनिया को अपने काबू में रखता है,,*

*अगर कोई भी देश अथवा उद्योगपति उनको टक्कर या चुनोती देगा तो वो अरबों रुपये खर्च कर के उनको बर्बाद कर देगा,,,*

*पिछले पांच सालों मे भारतीय उद्योगपति “अडानी ” उंची उडान भर रहा था,,, पिछले साल वो दुनिया का दूसरा सबसे बडा उद्योगपति बन चुका था,, अगर यही रफ्तार रहती तो 2024 में दुनिया का सबसे बडा उद्योगपति बन जाता,, दुनिया भारत की तरफ देखती,,*

*भारत “मेक इन इंडिया” का अभियान चला रहा है,, भारत बहुत बडा बाजार है ,, अगर भारत आनेवाले 20 वर्षो मे आत्मनिर्भर बन जाता है* *तो ,,अमेरिका,,युरोप,,चीन,,,*

*अरब वल्ड को भारी नुकसान उठाना पडेगा,, डालर $ के मुकाबले भारतीय रुपया मजबूत होता जाएगा,,,*

*भारत में भी लॉबिंग शुरू हो चुकी है ,,, हर देश मे ” पप्पूओं ” की कमी नहीं होती,,,* *मीडिया को खरीदा जा सकता है ,,,*

*Youtube,,Facebook ,,Google ,,,*

*Twitter ये सारे प्लेटफार्म अमेरिका के हैं वो जब चाहे,, किसी के भी खिलाफ अभियान चला सकता है,,*

*भारत में मूर्खों,,पप्पुओं,,जयचंदों,, गद्दारों की कमी नहीं है,,*

*चीन में ये सब आसान नही है,, वहाँ लोकतंत्र नही है,, वहाँ*

*प्रोपेगंडा,,झूठ फैलाना आसान नहीं है,,, चीन खुद भारत को आगे बढने से रोक रहा है ।।*

*आनेवाले समय मे “भारत” के लिए चुनौतियां ज्यादा हैं,,*

*अफगानिस्तान में रशिया के खिलाफ “तालिबान” जैसे संगठनों को खड़ा करने मे अमेरिका ने अरबों,, खरबों डालर खर्च किया था,,*

*भारत को अस्थिर करना तो और भी आसान है,, यहां देशद्रोही और गद्दारों की कमी नहीं है,, यहां के कुछ नेताओं के बयान देखो वो खुल्लम खुल्ला विदेशी एजंटो की तरह काम कर रहे हैं,,, जज बिकते है,,मीडिया बिकती है,,नेता बिकाऊ है ,,*

*जबतक भारत की जनता* *””समझदार”” चालाक नहीं बनती तब तक भारत “सुपरपावर”” नहीं बन सकता,,*

*भारत बहुत बड़ा बाजार है कोई भी देश नहीं चाहेगा* *”भारत आत्मनिर्भर” बने इसलिए एसी बातें करने वाली सरकारों को गिराना चाहते हैं,,* *विदेशी ताकतें चाहती हैं कि भारत में “मिक्स” ( खिचडी) सरकार बने ,,, जिनको हर वक्त सरकार गिरने का डर हो,,*

*भ्रष्टाचार वाली सरकार रहेगी तो अपने हिसाब से नीति,, नियम और कानून बना सकते हैं,, भारत में बिजनेस,,जरुरी शर्तो पर व्यापार करना आसान होगा,,*

*पिछले दस सालों से भारत मे स्थिर और मजबूत सरकार है ,,*

*परेशानी हो रही है ,, खुद के उद्योगपतियों को मजबूत बना रही है,, इनके पर कतरने पड़ेंगे, कोई भी देश की ताकत होती है उनके “”उद्योगपति” जो अपने देश के हुन्नर और चीजों की विदेशों में मार्केटिंग करता है,,* *सरकार का काम है उनके हितों की रक्षा करना,,,*

*अगर आज “”अडानी,,अंबानी,,टाटा,,महिन्द्रा,, दुनिया को चुनौती दे रहे हैं तो उनकी बरबादी का जश्न मनाने वाले अपने देश के ये गद्दार क्या विदेशी एजेंट नहीं है,,??*

*इनको पहचानो ये वही जयचन्द है ।।*

*ये जयचंद इतने जहरीले आस्तीन के साँप है कि इन्हें हर भारत विरोधी बात में खुशी मिलती है. देश की तरक्की से संबंधित कोई भी आकड़ा या रिपोर्ट ये मानने को तैयार नहीं हैं पर अगर देश के विरुद्ध इन्हें कहीं भी कुछ दिख जाए तो ये खुशी से पागल हो जाते हैं.*

*मीडिया तो मजबूर है,, बिकाऊ है,,वो इन गद्दार ने नेताओं से सवाल नहीं पूछेगी,,*

*सच्चाई सामने नहीं लाएगी,,*

*लेकिन हम मजबूर नहीं है,,*

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*यह संदेश फॉरवर्ड करने का अनुरोध करने से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा हम भी देश तोड़ने के अभियान को हरा सकते हैं, शिकस्त दे सकते हैं।*

*मेहनत तो हमें करनी ही पड़ेगी क्योंकि देश हमारा है, प्रधानमंत्री हमारा है, और इस देश से जुड़ा वर्तमान और भविष्य दोनों हमारा और हमारी पीढ़ियों का है ।*

सऊदी क्राउन प्रिंस esports का मजा ले रहे हैं ..इजरायल गाजा पर उन्होंने एक शब्द नहीं बोला 

लेकिन इधर भारत के मुसलमान सेव गाजा, सेव पुरी, सेव रगड़ा सेव उसल सेव मिसल कर रहे हैं

उनके एक मंत्री ने जरूर बोला कि इसराइल को अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने का हक है 

जो असली हैं वह सच्चाई समझते हैं

 कल सऊदी अरब के एक मंत्री से जब पूछा गया कि इसराइल और हमास युद्ध में सऊदी अरब की क्या भूमिका होगी ??

तब उन्होंने बहुत खुलकर बोला सऊदी अरब इस मामले में कुछ नहीं करेगा क्योंकि हमास ने जो दरिंदगी की है वह इस्लाम जायज नहीं ठहरा सकता

 सऊदी अरब के मंत्री ने भारत का उदाहरण देकर कहा कि भारत बिना किसी हिंसक हमले के आजाद हुआ और खुद गाजा पट्टी जो इजरायल के कब्जे में 3 दशकों तक थी उसे बातचीत और शांति के द्वारा ही यासिर अराफात ने आजाद करवाया और महिलाओं को बंधक बनाना बुजुर्गों को बंधक बनाना महिलाओं के साथ बलात्कार करना उनके शवों का नग्न परेड निकालना महिलाओं के शवो के साथ बलात्कार करना यह सब देखकर एक मुसलमान होने के कारण मैं बेहद शर्मिंदा हूं और मैं किसी भी सूरत में हमास ने जो किया उसे जायज नहीं ठहरता 

और आगे उन्होंने कहा कि पूरी इस्लामी जगत को यह सोचना चाहिए कि यह युद्ध इसराइल ने शुरू नहीं किया हमास की दरिंदगी ने युद्ध को शुरू किया 

और यदि हमास को इसराइल से लड़ना था तो वह इजरायल के मिलिट्री ठिकानों पर हमला करता पार्टी मना रहे लड़कियों को मारना आम लोगों के घरों में घुसकर बलात्कार करना बच्चों का कत्ल करना यह युद्ध के नियम में नहीं आता इसीलिए सऊदी अरब इस मामले में एकदम तटस्थ रहेगा 

इसके पहले सऊदी अरब के इंटेलिजेंस चीफ ने भी ठीक यही बात बोली थी 

यूएई के शासक अल मकतूम ने भी ठीक यही बात बोली और कहा कि हमास की दरिंदगी ने एक मुसलमान होने के नाते मुझे शर्मिंदा कर दिया और अब इसराइल जो कुछ कर रहा है वह उसका हक है मैं इजरायल के हमले की निंदा इसलिए नहीं कर सकता क्योंकि हमास ने हमें इस लायक नहीं छोड़ा कि हम इजरायल के हमले की निंदा करें

 बहरीन में भी यही बात बोली जॉर्डन के किंग ने भी यही बात बोली 

लेकिन जो इन अरबियों की तलवार देखकर सलवार खोलकर कलमा पढ़े हैं उनकी बातें सुनिए.. पाकिस्तान और भारत के मुसलमान कह रहे हैं इसराइल आतंकवादी देश है ब्ला ब्ला ब्ला पाकिस्तान में तो लोगों ने अपनी सेना को ट्रोल करते हुए कहा कि तुम्हारे पास परमाणु बम है लड़ाकू विमान है क्यों नहीं इसराइल पर गिरा देते आप भारत के मुसलमान और मुस्लिम सांसदों का ट्विटर हैंडल देख लीजिए

इसीलिए सदैव कहा जाता है नक्कालों सेे सावधान