राजधानी दून होगी ‘ठेली-मुक्त’

निगम के अनुसार राजधानी दून में 2700 ठेलियां लगती हैं. इनमें से 1200 को लाइसेंस जारी किया गया है लेकिन 150 ठेलियां अवैध हैं. शहर में कुल 27 वेंडर्स जोन बनाए जाने हैं जिनमें 2700 वेंडर्स को जगह मिलेगी। देहरादून में रास्तों में खड़ी होने वाली विभिन्न तरह की ठेलियां अगले महीने से दिखनी बंद हो सकती हैं. नगर निगम का दावा है कि एक महीने के अंदर शहर में सारे वेंडर्स जोन तैयार कर लिए जाएंगे।
सबसे पहला वेंडर्स जोन लालपुल पर एक हफ्ते में बनकर तैयार हो जाएगा। इन वेंडर्स जोन में ठेलियां खड़ी करने के लिए पक्का फर्श होगा, पीने के पानी की सुविधा होगी, बिजली होगी, वाहन खड़े करने के लिए पार्किंग होगी और शौचालय होगा। एक वेंडर्स जोन को तैयार करने की लागत 7 लाख रुपये आनी है। कुल 27 वेंडर्स जोन के लिए दो करोड़ रुपये का बजट है। निगम ने ठेलियों से ली जाने वाली फीस भी तय कर ली है। वेंडर्स जोन में दो तरह की ठेलियां लगाई जाएंगी। स्थिर ठेलियों से निगम 1,000 रुपये सालाना और चलती-फिरती ठेलियों से 600 रुपए सालाना लेगा. दोनों तरह की ठेलियों के लिए अलग- अलग पर्चियां वेंडर डालेंगे।
वेंडर्स जोन्स में सुविधाएं और ठेलियां खड़ी करने के लिए वसूला जाने वाला शुल्क एक अलग खाते में जाएगा. इसके लिए एक टाउन वेंडिंग कमेटी गठित की जाएगी और उसके नाम से बैंक खाता खोला जाएगा. इसी खाते में वेंडर्स जोन से मिलने वाला राजस्व जमा किया जाएगा कमेटी ही वेंडर्स जोन का रखरखाव करेगी। एक वेंडर जोन का वेंडर दूसरे वेंडर जोन में न जा सके इस पर भी खास निगरानी रखी जाएगी. नगर निगम हर हर वेंडर को आईडेंटिटी कार्ड देगा. इसके अलावा ठेलियों पर भी विशेष रंग की पट्टी लगाई जाएगी ताकि उनकी पहचान की जा सके।