बौंला गांव पर टीएचडीसी का कहर

संदीप आर्य

चमोली जिले के दुर्गापुर बौंला गांव के समीप    टीएचडीसी के द्वारा बनाए जा रहे टनल निर्माण में हो रहे विस्फोटों के कारण यह गांव भूस्खलन के चपेट में है ।भूस्खलन होने के कारण दुर्गापुर की निवासी मथुरा देवी का आवासीय मकान खतरे की जद में है । यह मकान कभी भी टूट सकता है । प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद भी ना तो अभी तक कोई अधिकारी मौके पर आया और ना तो टीएचडीसी द्वारा द्वारा कोई कार्यवाही की गई है । बता दे चमोली जिला भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील की श्रेणी में आता है। इस आवासीय मकान में मथुरा देवी के अलावा उनकी नातिन रहती है ।अधिक वर्षा होने के कारण कभी भी यह मकान टूट सकता है ,लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। अधिक वर्षा होने के कारण यह परिवार मकान टूटने के डर से रात भर सो नहीं पाताl और प्रशासन का आलम यह है कि जांच की बात तो कह रहा है लेकिन मौके पर जाने को कोई तैयार ही नहीं है । प्रशासन की इस अड़ियल रवैये से यह लगता है कि वह कोई अप्रिय घटना होने की इंतजार कर रहे हैं l भूस्खलन प्रभावित मथुरा देवी का कहना है कि उन्होंने टीएचडीसी द्वारा किए जा रहे विस्फोटों के बारे तमाम अधिकारियों को शिकायती पत्र दिया है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हमारा मकान कभी भी टूट सकता है ,लेकिन हमारी कोई सुध लेने वाला नहीं है lअगर कल के दिन कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगीl  ग्राम प्रधान का कहना है कि कंपनी द्वारा किए जा रहे विस्फोटों के कारण पूरा गांव प्रभावित हो रहा है मथुरा देवी का मकान तो कभी भी ध्वस्त हो सकता है लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है प्रकाश नेगी ग्राम प्रधान का कहना है कि शासन प्रशासन का कोई आदमी अभी तक गांव में सुध लेने नहीं आया।

इस बारे में जब SDM चमोली से बात की गई तो उनका कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में है और जल्द ही इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी