कांग्रेस की दूसरी सूचि जारी, हरीश रावत को रामनगर के आम पसंद तो हरक सिंह की मनौती भी हुई पूरी

✍️हरीश मैखुरी

कांग्रेस की बहु प्रतीक्षित दूसरी सूचि कल जारी की गई। इस सूची में हरीश रावत को रामनगर से टिकट दिया गया है समझा जा सकता है जिस तरह हरीश रावत उत्तराखंड के गढवाल और कुमायूं में समान रूप से लोकप्रिय हैं और यहां हर घर में उनकी राजनीतिक और निजी पैठ है उसी को देखते हुए हरीश रावत ने इस समय दुसान की रामनगर सीट का चयन किया। जबकि हरक सिंह रावत की भी मनौती पूरी हो गई है उनकी बहू अनुकृति गुसाईं को लैंसडाउन से टिकट दिया गया है। टिकट वितरण के संदर्भ में उत्तराखंड कांग्रेस काफी पीछे चल रही है। इससे प्रत्याशियों को प्रचार प्रसार में भी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। टिकट वितरण में देरी के पीछे का कारण हरीश रावत धड़े और पीतम धडे़ में आपसी खींचतान के साथ ही चुनावों में जिताऊ और पार्टी में टिकाऊ प्रत्याशियों की आवश्यकता भी प्रमुख माना जाता है। 

माना जाता है कि कांग्रेस में हरीश रावत और प्रीतम सिंह अपने अपने अधिकतम प्रत्याशियों को टिकट दिलाना चाहते हैं, यही कारण है कि कांग्रे संसदीय बोर्ड को टिकट वितरण में समय लग रहा है। 

    उत्तराखंड में रामनगर अपनी मीठी लीची और रसीले आमों उत्पादन के लिए जाना जाता है। यदि हरीश रावत ने रामनगर सीट से अपने लिए टिकट मांगा तो सोच समझ कर ही मांगा होगा। फिर भी गैरसैंण स्थाई राजधानी के विषय पर मुखरित रहे हरीश रावत रामनगर से यह चिंतन-मनन रामनगर से भी जारी रखेंगे ऐसी जनाकांक्षा बनी हुई है। 

बता दें कि अभी रामनगर में भी हरीश रावत की राह बहुत आसान नहीं दिख रही एक समय हरीश रावत के करीबी रहे रणजीत रावत ने भी रामनगर सीट पर कांग्रेस पार्टी के टिकट के लिए आवेदन किया था। लेकिन पार्टी ने इस सीट पर हरीश रावत को प्रत्याशी बनाया है। अब रणजीत रावत का कहना है कि मुझे उम्मीद थी की पार्टी मुझे रामनगर विधानसभा सीट से टिकट देगी और मुझे आश्वस्त भी किया गया था लेकिन अंतिम सूचि में मेरा टिकट काट कर कांग्रेस पार्टी ने हरीश रावत को मैदान में उतारा है। रणजीत रावत ने कहा कि वे अपने संमर्थकों के संग विचार विमर्श करेंगे और उसके बाद निर्णय लेंगे कि वे पार्टी में रहेंगे या इस सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। ज्ञातव्य है कि कांग्रेस ने अभी तक सल्ट विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित नहीं किया है और कांग्रेस पार्टी चाहती है कि रणजीत रावत को सल्ट विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया जाए, जहां से पहले भी विधायक रह चुके हैं। किंतु रणजीत रावत रामनगर सीट छोड़ने को तैयार नहीं दिखते।