यूक्रेन संकट : राष्ट्रीयता की भावना के अभाव ने भी यूक्रेन को तोड़ कर रख दिया, यूक्रेन में रह रहे उत्तराखण्ड के लोगों के संदर्भ में उत्तराखंड पुलिस की एडवाइजरी

यूरोपियन देश यूक्रेन में बड़ी बड़ी शानदार बिल्डिंगें है.. चमचमाती हुई सड़कें और लंबी लक्जरी कार गाडियां हैं सड़कों पर साइकिल तो क्या दोपहिया वाहन भी दिखाई नहीं देते क्योंकि सबके पास महंगी लक्जरी गाडियां जो है अच्छे मेडिकल कॉलेज भी है…

युनिवर्सिटी है तभी तो मेडिकल शिक्षा के लिए भारत के हजारों छात्र यूक्रेन में पढ़ाई कर रहें हैं यानि यूक्रेन में चारों तरफ संपन्नता है अगर नहीं है तो सामरिक शक्ति ,मजबूत सेना , अत्याधुनिक हथियार और वहां की जनता में राष्ट्रवादी भावना यही कारण है कि मात्र दो घंटे में रुस ने यूक्रेन को घुटनों पर लाकर खड़ा कर दिया… यूक्रेन के सैनिक भाग खड़े हुए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति आम लोगों से युद्ध लड़ने की अपील कर रहें हैं..

इसके लिए सारी पाबंदियां भी हटा दी गई है… यूक्रेन आम नागरिकों को युद्ध लड़ने के लिए हथियार देने की बात भी कह रहा है पर मजाल यूक्रेन का एक भी नागरिक युद्ध लड़ने को तैयार हुआ हो , क्योंकि यूक्रेन के नागरिकों में इजराइल के नागरिकों की तरह राष्ट्रवाद की भावना ही नहीं है।

वह तो एशो आराम की जिन्दगी जीने के आदी हो चुके हैं। यूक्रेन के स्कूल कालेज, युनिवर्सिटी, बाजार, दुकान,आफिस सब बन्द कर दिये गये हैं। सब कारोबार चौपट हो गया है। कारखाने फैक्ट्री सब बन्द हो गये
सब कारोबार चौपट हो गया है कारखाने फैक्ट्री बंद हो गई लोग रोजगार तो क्या अपनी जान बचाने के लिए सिमित संख्या में मौजूद बंकरों में छुप रहें हैं अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों में शरण ले रहें हैं। यानि सब कुछ होते हुए भी यूक्रेन आज जिंदगी की भीख मांग रहा है।

ये लेख भारत के उन लोगों को समर्पित है जो राष्ट्रवाद और राष्ट्रवादियों को यदा कदा कोसते  रहते हैं तथा और महंगाई, बेरोजगारी और आलू प्याज टमाटर तथा मुफ्त की योजनाओं को ही देश के विकास का पैमाना मान बैठे हैं। यह लेख राहुल गांधी के उस बयान को भी आइना दिखाता है जिसमें अभी कुछ ही दिनों पहले राहुल गांधी ने कहा था कि सेना की मजबूती अत्याधुनिक हथियारों के जखीरे इकट्ठा करने से देश का विकास नहीं होता। यह लेख  मुफ्तखोरों को भी समझ आ जायेगा केवल कि फ्री का खाने से देश आगे नहीं बढ़ता, क्योंकि किसी भी देश के विकास का रास्ता उसकी सैनिक शक्ति, सीमाओं की सुदृढ़ सुरक्षा और अत्याधिक हथियारों से होकर निकलता है। #जय_हिन्द – (साभार शोशल मीडिया) 

चित्र में यूक्रेन में रह रहे भारतीयों ने यथा शीघ्र घर वापसी के लिए भारत सरकार से कुछ इस तरह अनुरोध किया है।

यूक्रेन में रह रहे उत्तराखण्ड के लोगों के संदर्भ में उत्तराखंड पुलिस द्वारा भी जनहित में एडवाइजरी जारी की गई है 

अवगत कराना है कि उत्तराखण्ड राज्य से विभिन्न कार्यो, यथा शिक्षा एवं व्यवसाय हेतु उत्तराखण्ड राज्य के नागरिक यूक्रेन में निवासरत हैं।वर्तमान में यूक्रेन में बनी राजनीतिक परिस्थितियों के दृष्टिगत यूक्रेन में निवासरत उत्तराखण्ड राज्य के नागरिकों का विवरण, यथा – उनका नाम, उत्तराखण्ड राज्य एवं यूक्रेन में पता, मोबाईल नम्बर, ई – मेल , पासपोर्ट नम्बर इत्यादि प्राप्त किया जाना अपेक्षित है, जिससे कि उनकी सुरक्षा के सम्बन्ध में विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के माध्यम से अग्रेत्तर आवश्यक कार्यवाही की जा सके।

जनपद देहरादून के निवासियों को सूचित किया जाता है कि, आपका कोई भी परिजन यदि वर्तमान समय में यूक्रेन में किसी भी कार्य हेतु गया हुआ है, सम्बन्धित व्यक्ति के सम्बन्ध में सूचना का निम्न विवरणानुसार डायल 112 अथवा देहरादून पुलिस कंट्रोल रूम के मोबाइल नंबर 9411112972 पर उपलब्ध कराने का कष्ट करें।

1 नाम-
2 पिता का नाम-
3 घर का पता-
4 वर्तमान निवास (यूक्रेन) का पता-
5 मोबाइल नम्बर-
6 ई-मेल आईडी-
7 पासपोर्ट नम्बर-

अतः अनुरोध है कि जिस किसी के भी परिजन यूक्रेन में हैं, उनके सम्बन्ध में उपरोक्तानुसार विवरण उपलब्ध कराने का कष्ट करें।