* 🕉️ *🌞 सुप्रभातम 🌞*
*आज का पञ्चांग*
*दिनांक:- 15/04/2025, मंगलवार*
*द्वितीया, कृष्ण पक्ष,*
*वैशाख*(समाप्ति काल)
तिथि—–द्वितीया 10:54:55 तक, पक्ष– कृष्णन,
नक्षत्र——— विशाखा 27:09:24
योग———— सिद्वि 23:31:27
करण————- गर 10:54:55
करण———- वणिज 24:07:11
वार———————मंगलवार
माह———————- वैशाख
चन्द्र राशि——- तुला 20:26:06
चन्द्र राशि————— वृश्चिक
सूर्य राशि—————— मेष
रितु———————— वसंत
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर—————– विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर)————– सिद्धार्थी
विक्रम संवत—————- 2082
गुजराती संवत————- 2081
शक संवत—————– 1947
कलि संवत——————5126
सूर्योदय————– 05:55:56
सूर्यास्त—————- 18:42:47
दिन काल———– 12:46:50
रात्री काल————–11:12:08
चंद्रास्त————– 06:54:41
चंद्रोदय—————- 20:58:25
लग्न—- मेष 1°5′ , 1°5′
सूर्य नक्षत्र————— अश्विनी
चन्द्र नक्षत्र—————- विशाखा
नक्षत्र पाया—————— रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
ती—- विशाखा 06:57:39
तू—- विशाखा 13:42:09
ते—-विशाखा 20:26:06
तो—- विशाखा 27:09:24
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
===================
सूर्य= मेष 01°40, अश्विनी 1 चु
चन्द्र= तुला 22°30 , विशाखा 1 ती
बुध =मीन 05°52 ‘ उ o भा o 1 दू
शु क्र= मीन 00°05, पू o फाo’ 4 दी
मंगल=कर्क 04°30 ‘ पुष्य ‘ 1 हु
गुरु=वृषभ 24°30 मृगशिरा, 1 वे
शनि=मीन 02°28 ‘ पू o भा o , 4 दी
राहू=(व) मीन 01°50 पू o भा o, 4 दी
केतु= (व)कन्या 01°50 उ oफा o 2 टो
*🚩🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩🚩*
राहू काल 15:31 – 17:07 अशुभ
यम घंटा 09:08 – 10:44 अशुभ
गुली काल 12:19 – 13: 55अशुभ
अभिजित 11:54 – 12:45 शुभ
दूर मुहूर्त 08:29 – 09:20 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:12 – 24:03* अशुभ
वर्ज्यम 06:31 – 08:19 अशुभ
प्रदोष 18:43 – 20:59 शुभ
💮चोघडिया, दिन
रोग 05:56 – 07:32 अशुभ
उद्वेग 07:32 – 09:08 अशुभ
चर 09:08 – 10:44 शुभ
लाभ 10:44 – 12:19 शुभ
अमृत 12:19 – 13:55 शुभ
काल 13:55 – 15:31 अशुभ
शुभ 15:31 – 17:07 शुभ
रोग 17:07 – 18:43 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
काल 18:43 – 20:07 अशुभ
लाभ 20:07 – 21:31 शुभ
उद्वेग 21:31 – 22:55 अशुभ
शुभ 22:55 – 24:19* शुभ
अमृत 24:19* – 25:43* शुभ
चर 25:43* – 27:07* शुभ
रोग 27:07* – 28:31* अशुभ
काल 28:31* – 29:55* अशुभ
💮होरा, दिन
मंगल 05:56 – 06:59
सूर्य 06:59 – 08:04
शुक्र 08:04 – 09:08
बुध 09:08 – 10:12
चन्द्र 10:12 – 11:15
शनि 11:15 – 12:19
बृहस्पति 12:19 – 13:23
मंगल 13:23 – 14:27
सूर्य 14:27 – 15:31
शुक्र 15:31 – 16:35
बुध 16:35 – 17:39
चन्द्र 17:39 – 18:43
🚩होरा, रात
शनि 18:43 – 19:39
बृहस्पति 19:39 – 20:35
मंगल 20:35 – 21:31
सूर्य 21:31 – 22:27
शुक्र 22:27 – 23:23
बुध 23:23 – 24:19
चन्द्र 24:19* – 25:15
शनि 25:15* – 26:11
बृहस्पति 26:11* – 27:07
मंगल 27:07* – 28:03
सूर्य 28:03* – 28:59
शुक्र 28:59* – 29:55
*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
मेष > 05:48 से 07:28 तक
वृषभ > 07:28 से 09:28 तक
मिथुन > 09:28 से 11:46 तक
कर्क > 11:46 से 14:02 तक
सिंह > 14:02 से 16:16 तक
कन्या > 16:16 से 18:32 तक
तुला > 18:32 से 20:44 तक
वृश्चिक > 20:44 से 23:12 तक
धनु > 23:12 से 01:24 तक
मकर > 01:24 से 02:58 तक
कुम्भ > 02:58 से 04:22 तक
मीन > 04:28 से 05:48 तक
===================
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान——उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च *
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय:*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 2 + 3 + 1 = 21 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*�ग्रह मुख आहुति ज्ञान 🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
मंगल ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
17 + 17 + 5 = 39 ÷ 7 = 4 शेष
सभायां = संताप कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
रात्रि 24:06 से प्रारम्भ
स्वर्गलोक = शुभ कारक
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*हिमाचल प्रदेश दिवस*
*🚩 शुभ विचार 🚩*
इक्षुरापः पयो मूलं ताम्बूलं फलमौषधम् ।
भक्षयित्वाऽपिकर्तव्याःस्नानदानादिकाःक्रियाः ।।।। चा o नी o।।
ऊख, जल, दूध, पान, फल और औषधि इन वस्तुओं के भोजन करने पर भी स्नान दान आदि क्रिया कर सकते हैं।
*🚩🚩 सुभाषितानि 🚩🚩*
गीता -:दैवासुरसम्पद्विभागयोग :- अo-16
यः शास्त्रविधिमुत्सृज्य वर्तते कामकारतः।,
न स सिद्धिमवाप्नोति न सुखं न परां गतिम्॥,
जो पुरुष शास्त्र विधि को त्यागकर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण करता है, वह न सिद्धि को प्राप्त होता है, न परमगति को और न सुख को ही॥,23॥,
*🚩 दैनिक राशिफल 🚩*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
सुख के साधन जुटेंगे। भूमि व भवन की योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। संतान की प्रगति होगी। व्यापार-व्यवसाय में प्रगतिकारक वातावरण का सृजन होगा। पारिवारिक स्थिति आनंददायक रहेगी। मन प्रफुल्लित रहेगा।
🐂वृष
विवाद व जल्दबाजी से बचें। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें। अधूरे काम समय से पूरे होने के योग हैं। नए कार्यों से लाभ के मार्ग प्रशस्त होंगे। धन का संग्रह होगा।
👫मिथुन
तीर्थयात्रा हो सकती है। सत्संग का लाभ मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। वरिष्ठजनों का सहयोग मिलेगा। नवीन योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए दिन अच्छा होने की संभावना है। प्रेम-प्रसंग में सफलता मिलेगी। परिवार में मेल-मिलाप बढ़ेगा। अधिकारी वर्ग में महत्व बढ़ेगा।
🦀कर्क
संतान पक्ष की चिंता रहेगी। चोट व दुर्घटना से बचें। लेन-देन में सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। खर्च का बोझ बढ़ेगा। किसी पर अत्यधिक भरोसा न करें। व्यापार, नौकरी में अड़चनें आने से मनोबल में कमी आ सकती है।
🐅सिंह
प्रेम में सफलता मिलेगी। प्रयास सफल रहेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। मान-सम्मान मिलेगा। धनार्जन होगा। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक सुख एवं पत्नी के सहयोग से मन प्रसन्न रहेगा। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। किसी से बहस न करें। काम-धंधे में सफलता के शुभ संकेत हैं।
🙎♀️कन्या
लेनदारी वसूल होगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर मिलेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। राज्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में विशेष लाभ का योग है। आर्थिक उन्नति होगी। सामाजिक उत्तरदायित्व की पूर्ति करेंगे। ईश्वर के प्रति श्रद्धा बढ़ेगी।
⚖️तुला
प्रेम-प्रसंग में सफलता मिलेगी। बाहर सहायता से काम होंगे। प्रसन्नता रहेगी। संतान के संबंध में संतोष रहेगा। व्यावसायिक अथवा आजीविका संबंधी समस्या का समाधान हो सकेगा। पुरुषार्थ का पूर्ण फल मिलेगा। थकान रहेगी। शत्रु भय रहेगा।
🦂वृश्चिक
यात्रा में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। दु:खद समाचार मिल सकता है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी पर संयम रखें। विरोधियों से सावधान रहें। परिवार की परेशानी का हल संभव है। भागीदारी के कामों में सफलता मिलेगी।
🏹धनु
अतिथियों का आवागमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। आत्मसम्मान बना रहेगा। सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभा सकेंगे। पारिवारिक सुख-शांति बरकरार रहेगी। जोखिम के कार्यों से दूर रहें। यात्रा होगी।
🐊मकर
कुसंगति से बचें। फालतू खर्च होंगे। लेन-देन में सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें। संतान की गतिविधियों पर नजर रखना होगी। कामकाज का बोझ बढ़ने से व्यापार पर विपरीत असर हो सकता है। वाद-विवाद से दूर रहें।
🍯कुंभ
घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। माता के स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना आवश्यक। पुराने रुके कामों, लेनदेन में सफलता की संभावना है। रोमांस में सफलता मिलेगी। विद्यार्थियों को शिक्षा में उपलब्धि हासिल होने के योग हैं।
🐟मीन
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। जोखिम उठाएं। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। सोच-समझकर कार्य करना लाभप्रद रहेगा। पुरुषार्थ सफल होगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखना चाहिए। व्यापार में नवीन प्रस्ताव मिलेंगे।
*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*
*ब्रेकिंग न्यूज*
बांग्लादेशी आतंकी संगठन के 40 से ज्यादा आतंकी मुर्शिदाबाद में एक्टिव
मुर्शिदाबाद हिंसा हिंदुओं को मारने के लिए की गई है ।
पहले से तैयार थे हमलावर ।
अब ममता बनर्जी की सरकार बर्खास्त कर वहां *राष्ट्रपति शासन* लगाया जाना चाहिए।
सभी राज्यों में हिंदुओं का नरसंहार हो रहा है। हिंदुओं उर्फ काफिरों को मुसलमानों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है और यह केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। यह हिंदुओं के अस्तित्व और अस्तित्व सम्मान और आत्मरक्षा का विषय बन गया है। पूरा INDI गठबंधन और वामपंथी इको सिस्टम अपना होश खो चुका है और हिंदुओं का नरसंहार नहीं देख सकता। उनकी चुप्पी ने हमेशा मुसलमानों द्वारा हिंदुओं पर अत्याचार को बढ़ावा दिया है। दंगों के बाद लोगों ने ‘सांप्रदायिक सद्भाव’ का पाठ देना शुरू कर दिया, जो अगले दंगों के लिए प्री वर्कआउट की तरह था, जहां हिंदुओं को फिर से पीड़ित होना पड़ेगा। हिंदू होने के नाते अगर आप भारत के ‘इस्लामीकरण’ को नहीं देख सकते हैं तो आपने अंधे बने रहना चुना है।
लोगों को एक बहु की आवश्यकता होती है, जो घर का काम काज कर सके, परिवार की अच्छे से देखभाल कर सके और समाज में परिवार की मान प्रतिष्ठा को बनाए रखें, न की एक मूर्ति या कागज के फूल की जो सज धज के घर के एक कोने में शोभा बढ़ाती रहे।
इसलिए सभी माता-पिता को चाहिये कि वे अपने लड़की के हित में निम्न छोटे छोटे कदम अवश्य उठाएं ,
* आप चाहे अपनी बेटी से कितना ही प्यार क्यों न करते हो, उसे कितना ही क्यों न मानते हो, उससे घर का कामकाज अवश्य सिखायेंगे, ताकि आगे चलकर उसे अपने जीवन में घर का काम काज करने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।
* समय-समय पर उसके गलतियों पर उसे डाटते भी रहे, जिससे ससुराल में कोई गलती हो जाए और बड़े बुजुर्ग उसे डांटे, तो वह उसे सह सके। गलती पर डाटने पर उसे गलत न समझे और न ही कोई गलत कदम उठाने की कोशिश करे।
* आपकी जिमेदारी अपनी बेटी को अपनी बेटी ही बनाए रखने की नही है, बल्कि अपनी बेटी को किसी दूसरे घर की अच्छी बहु बनाने की है।
*अगर आपने अपनी जिम्मेदारी ठीक तरह से नहीं निभाई । बेटी में बहू के संस्कार नहीं डाले तो इसकी सज़ा बेटी तो भुगतेगी ही। आप भी इस सजा के भागीदार बनेगें और जिन्दगी भर पछताएंगे।
हर किसी को सुंदर, सुशील, संस्कारी और कामकाजी बहू चाहिए। लेकिन जब हम अपनी बेटियों में ऐसे संस्कार और गुण डालेंगें तभी तो हमे ऐसी अच्छी बहु मिलेगी।
वृद्धाआश्रम में माँ बाप को देखकर सब लोग बेटों को ही
भला बुरा कहते है और दोषी मानते हैं, लेकिन ये कैसे भूल जाते हैं कि उन्हें वहां भेजने में किसी की बेटी का भी हाथ होता है। वरना बेटे अपने माँ बाप को शादी के पहले वृद्धाश्रम क्यों नही भेजते ! शादी के बाद ही क्यों भेजते है। यह कभी नहीं सुना गया है की किसी कुंवारे बेटे ने अपने मां बाप को वृद्धाश्रम भेजा हो।
*यदि कोई राज्य सरकार केंद्र सरकार द्वारा पारित किसी अधिनियम को लागू करने से इनकार कर देती है, तो उस राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है। ऐसा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 365 के तहत संभव है, जो राज्य सरकारों को संघ के निर्देशों का पालन करने के लिए बाध्य करता है।***
*विस्तार से:**
*अनुच्छेद 365:**
अनुच्छेद 365 के अनुसार, यदि कोई राज्य सरकार संघ सरकार द्वारा दिए गए किसी निर्देश का पालन करने में विफल रहती है, तो राष्ट्रपति को यह विश्वास हो सकता है कि राज्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिसमें संविधान के प्रावधानों के अनुसार शासन चलाना संभव नहीं है।
*राष्ट्रपति शासन:**
ऐसी स्थिति में, राष्ट्रपति अनुच्छेद 356 के तहत राष्ट्रपति शासन लागू कर सकते हैं।
*राष्ट्रपति शासन का अर्थ:**
राष्ट्रपति शासन लागू होने पर, राज्य सरकार को बर्खास्त कर दिया जाता है और राज्य का प्रशासन केंद्र सरकार के द्वारा सीधे तौर पर या राज्यपाल के माध्यम से चलाया जाता है।
*संक्षेप में: राज्य सरकार के केंद्र सरकार के निर्देशों का पालन न करने पर, राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है, जो राज्य में संवैधानिक तंत्र की विफलता का संकेत है।**
*ममता बनर्जी के खिलाफ राष्ट्रपति शासन चाहिए…!!***
*ऐसा चाहने वालो मे ज्यादातर वो है जो बीजेपी के अल्पमत मे होने पर पटाखे फोड़ रहे थे। मोदीजी तानाशाह है, मोदीजी मनमानी करते हैं, अमित शाह ने टिकट ऐसे बांटे, वैसे बांटे…!!**
राष्ट्रपति शासन की प्रोसेस क्या है? वही लोकसभा मे पास करो, फिर राज्य सभा में । मतलब फिर से नीतीश और नायडू को मनाओ, जबकि कुछ ही दिन पहले उन्हें वफ्फ एक्ट के लिये मनाया है।
नीतीश और नायडू कोई गुलाम नहीं है, उनकी अपनी पार्टी और राजनीति है। नीतीश कुमार और चिराग पासवान के तो ममता बनर्जी से व्यक्तिगत संबंध भी ठीक है, मतलब आपको सिर्फ नेगोशिएट नहीं करना है।
आपको सबसे पहले व्यक्तिगत संबंध खराब करवाने है, फिर वोटिंग के लिये भी मनाना है। ये ध्यान रखना कि यदि आप बार बार नीतीश नायडू के पास जाओगे तो कल को आपका अपना बहुत कुछ दाँव पर लगेगा।
कायदे से इन 5 सालों में बस 2-3 बार सहयोगी दलों की आवश्यकता पड़नी चाहिए, इसलिए ये प्रस्ताव पारित करवाना फिलहाल एक सिरदर्द है। ऊपर से राज्यसभा मे तो आपको नवीन पटनायक का भी साथ चाहिए जो कि ममता बनर्जी के क्लोज फ्रेंड है।
ज़ब आप कहते हैं कि राष्ट्रपति शासन लगाकर धज्जिया उड़ा दो तो ये कोई हँसी ख़ुशी का खेल नहीं है कि राष्ट्रपति को बस एक साइन ही करना हो।
इसलिए मोदी जी को दिया सबक कहीं और नहीं गया बल्कि हवा मे उड़ता हुआ दोगुनी रफ्तार से सिर्फ आप ही के गले मे फंस गया है। जिन्हें मोदीजी द्वारा लोकतंत्र के गला घुटने का डर था वे ममता बनर्जी की हैवानियत देख ले।
जिन्हे मोदी जी मे कम कट्टर हिन्दू नजर आ रहा था, वे बंगाल मे कटते हिन्दुओ की आँख मे आँखे डालकर कहें, “हमने सबक सीखा दिया”
बीजेपी को 240 सीटें मिले या 400, मोदीजी को रिटायरमेंट के बाद दिल्ली और गांधीनगर मे एक शानदार बंगला मिलेगा, बेहतरीन पेंशन मिलेगी। चाहे किसी की भी सरकार हो जेहादी कभी मोदीजी के द्वार नहीं जाएंगे।
मैं पुनरावृति करूँगा, आपने कोई सबक नहीं सिखाया बल्कि आप खुद आने वाली पीढ़ियों के लिये एक सबक बन गए हो। आपने लोकतंत्र बचाने के चक्कर मे ममता बनर्जी के हवाले एक राज्य कर दिया है, जिसे वो निचोड़ रही है।
वैसे राष्ट्रपति शासन लग जाए तो ही ठीक है,अगले साल चुनाव है। चुनाव से ठीक पहले बांग्लादेशी घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट से काट सकते है।थोड़ा सेक्युलरिज्म और डेमोक्रेसी खतरे मे आएगी, मगर ठीक है, अब तो आदत है ये सुनने की।
बस यक्ष प्रश्न एक ही है, क्या नीतीश कुमार तैयार होंगे? यदि नहीं, तो NDA की एकता का सार्वजनिक रूप से मज़ाक बन जाएगा। वैसे नैतिक रूप से कांग्रेस को समर्थन देना चाहिए, उसका ममता से नाम मात्र का गठबंधन है।
लेकिन नैतिकता और कांग्रेस मतलब शान्ति और पाकिस्तान। कांग्रेस ममता को भी वैसे ही बचाएगी जैसे 1998 मे राबड़ी देवी के जंगलराज को बचाया था। कुल मिलाकर इसका समाधान ये ही है कि जंगलराज चलने दो।
*इलेक्शन कमीशन को 2005 बिहार चुनाव की तरह काम करना होगा। जहाँ भी बूथ पर हमले हो, वहाँ के चुनाव रद्द करो, ममता भी लालू, ठाकरे और केजरीवाल की तरह ही गिरेगी। लेकिन राष्ट्रपति शासन अब आसान नहीं है।
राम राम रहेगी सभी को!!**
*कांग्रेस के एक सांसद हुआ करते थे #के_के_तिवारी…!!***
*वे #बक्सर बिहार से दो बार सांसद चुने गए थे। गांधी परिवार के बहुत निकट थे और राजीव गांधी के मंत्रिमंडल में शामिल थे। वे मुंहफट और बदजबान थे, इसीलिए राजीव गांधी की शह पर किसी को भी गाली दे देते थे**
उस समय भारत के राष्ट्रपति थे ज्ञानी जैल सिंह।
कुछ बिल राष्ट्रपति भवन में रुके हुए थे,तो कुछ को पुनर्विचार के लिए लौटा दिया गया था।
कांग्रेस की शह और राजीव गांधी के उकसाने पर के के तिवारी महामहिम ज्ञानी जैल सिंह पर हमलावर हो गये। रोज कुछ अंट शंट बोल दे रहे थे।मगर हद हो गई जब एक दिन किसी पत्रकार से तिवारी जी ने कहा कि काहे का ज्ञानी?अज्ञानी जैल सिंह हैं…
#दूसरे_दिन राष्ट्रपति भवन से राजीव गांधी को #शाम_की_चाय पर आमंत्रित किया गया।
चाय और पकौड़े रखे गये।
बातचीत शुरू हुई।
राजीव गांधी ने एक घूंट ही लिया ही था कि…
ज्ञानी जैल सिंह ने कहा…
#सुनो_राजीव,अगर कल शाम तक के के तिवारी का इस्तीफा नहीं आता है तो मैं तुम्हारी #सरकार_बर्खास्त कर दूंगा।
राजीव गांधी ने चाय का कप नीचे रखा,और वापस लौट गये।
उसी शाम के के तिवारी ने #इस्तीफा दे दिया।
पावर दिखाना पड़ता है।
*आज राष्ट्रपति महोदया सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को बुलातीं और प्रेस में बयान आता कि महामहिम राष्ट्रपति जी ने सारे लंबित मुकदमों को एक साल के अंदर निपटाने का आदेश दिया है, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी या बंगाल के राज्यपाल को बुलाकर हिंसा रोकने का स्पष्ट निदेश देतीं**
*लेकिन…!!**
*हो सकता है कि महामहिम किसी और रास्ते से रास्ता निकालने की सोच रही हों…!!”*