चारधाम मार्ग पर चिकित्सीय सुविधाएं होंगी हाईटेक- मुख्यमंत्री

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जानकारी दी है कि  ‘‘ Hyperbaric Oxygen Chamber ’’ बद्रीनाथ धाम में लगा दिया गया है, एवं अन्य तीनों धामों में शीघ्र ही लगा दिया जाएगा। इसके लगने से अधिक ऊंचाई में आने वाली सांस की तकलीफ से यात्रियों को बचाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि चिकित्सा अधिकारी/फार्मेसिस्ट एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ जो समस्त यात्रा मार्ग पर लगाये गये है को ईसीजी परीक्षण में प्रशिक्षित किया गया है ताकि प्रत्येक यात्री जिसे हृदय संबन्धि तकलीफ होने पर जांच/उपचार/संदर्भित किया जा सके।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि  हृदय के दर्द के उपचार हेतु ‘‘स्टैन्डर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकाॅल गाइडलाईन्स’’ का अनुपालन किया जाएगा एवं जो यात्री मधुमेह/उच्च रक्तचाप/वरिष्ठ नागरिक पहचाने जाएंगे उन्हें दो गोलीEcosprin 150 एमजी एवं दो गोली Sorbitrate 10 एमजी पूर्व( Prophylatic) में ही दे दी जाएगी ताकि हृदय रोग का आकस्मिक उपचार हो सके।

मुख्यमंत्री के अनुसार  ‘सिक्स सिगमा हेल्थ केयर’, नई दिल्ली जो अधिक ऊंचाई पर होने वाले रोगों के उपचार में प्रशिक्षित हैं द्वारा समस्त चारांे धाम के यात्रा मार्गों पर 21 जून तक विशिष्ठ सेवाएं देंगे। इनके द्वारा श्री केदारनाथ धाम में कार्डियोलाॅजिस्ट, Pulmonologist को उपलब्ध कराया गया है एवं जल्द ही यमनोत्री धाम में कार्डियोलाॅजिस्ट उपलब्ध करा दिया जाएगा।

 चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए 104-हेल्पलाइन को भी सुदृढ़ की गई है जिसके माध्यम से सभी स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक सूचना बतायी जाएगी तथा शिकायत एवं सुझाव भी लिए जायेंगे। हेल्प लाइन के बारे में फ्लैक्सी बोर्ड द्वारा भी प्रचारित किया जा रहा है।

उत्तराखंड में आपातकालीन स्थिति में विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु उच्च चिकित्सीय संस्थान जैसे-मैक्स हाॅस्पिटल/हिमालयन हाॅस्पिटल/महन्त इन्द्रेश हाॅस्पिटल तथा बिरला ग्रुप से समन्वय स्थापित कर उनका सहयोग प्राप्त किया जा रहा है।

 चारों धामों में टेली मेडिसन की सुविधा आरम्भ की जाने वाली है।(श्री केदारनाथ धाम में टेली मेडिसन की तैयारियों पूर्ण हो चुकि है एवं कपाट खुलने के दिन सुविधा प्रारम्भ कर दी जायेगी)।

 इस वर्ष यात्रा ड्यूटी में लगाए गए समस्त स्टाफ के आवासीय एवं भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिसके अन्तर्गत कार्मिकों को तैयार भोजन एवं आवासीय व्यवस्था उपलब्ध रहेगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि रूद्रप्रयाग जनपद में यात्रा के दौरान संभावित दुर्घटना में यदि मृत्यु होती है तो विभाग शव को नजदीकी जिला चिकित्सालय अथवा आवश्यकता अनुसार जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट तक ले जाने हेतु मुफ्त शव वाहन उपलब्ध कराया जायेगा।