मानसी नेगी ने तमिलनाडु में अयोजित 82वें आल इंडिया अंतर विश्वविद्यालय एथेलिटिक मीट 2023 में 20 किमी रेस वॉक में जीता स्वर्ण पदक, मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने दी बधाई

रिपोर्ट-✍️ हरीश मैखुरी

जनपद चमोली की मानसी नेगी ने तमिलनाडु में अयोजित 82वें आल इंडिया अंतर विश्वविद्यालय एथेलिटिक मीट 2023 में 20 किलोमीटर रेस वॉक में स्वर्ण पदक जीता। आपको हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामनाएं…..उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने मानसी नेगी को स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘ चमोली निवासी मानसी नेगी ने तमिलनाडु में आयोजित 82वें ऑल इंडिया अंतर विश्वविद्यालय एथलिटिक मीट-2023 की रेस वॉक (20 किमी) में स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश को फिर एक बार गौरवान्वित किया है। मानसी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।’ मानसी नेगी को शोशल मीडिया साईटों और मीडिया जगत ने भी बधाई दी है। बता दें कि मानसी नेगी ने अब तक जिस भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एथेलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया उसमें सदैव गोल्ड प्राप्त कर देश प्रदेश और जनपद का नाम ऊंचा किया है। उनकए झोली में दर्जनों स्वर्ण पदक हैं। एक बार फिर चमोली की धाविका मानसी नेगी ने उत्तराखंड को गौरवान्वित कर दिया, है। 

इससे पहले नवम्बर 2022 में भी गुवाहाटी में 11 से 15 नवंबर तक 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन चला तो अंडर-20 महिला वर्ग की दस हजार मीटर वाक रेस में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज एक्सीलेंस विंग की एथलीट मानसी नेगी ने स्वर्ण पदक जीतागुवाहाटी में 11 से 15 नवंबर तक 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन चल रहा है। अंडर-20 महिला वर्ग की दस हजार मीटर वाक रेस में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज एक्सीलेंस विंग की एथलीट मानसी नेगी ने स्वर्ण पदक जीता। मानसी नेगी ने 47:30:94 मिनट में दौड़ पूरी कर नया नेशनल मीट रिकार्ड भी अपने नाम किया।

कुमारी मानसी नेगी चमोली जनपद के मजोठी गांव की अत्यंत गरीब परिवार की बेटी है बचपन में ही उनके पिता का देहावसान हो गया था।  आठवीं तक नेशनल पब्लिक स्कूल गोपेश्वर में पढ़ाई के बाद जब वह कक्षा 9 में राजकीय बालिका हाई स्कूल नैगवाड़ गोपेश्वर में पढनें आयी तो से उसकी एथलीट में गहन रूचि थी लेकिन उनके पास जूते तक नहीं थे। तब उनकी कक्षा शिक्षिका कुसुम मैखुरी और पीटीआई लता झिंक्वाण ने उस समय मानसी की प्रतिभा पहचान ली और मानसी को दसवीं कक्षा तक उसका निजी रूप से और विद्यालय स्तर पर सहयोग व उत्साहवर्धन किया। लता झिंक्वाण ने तो उसे बहुत प्रोत्साहन दिया। उसके बाद इंटर की पढ़ाई बालिका इंटर कॉलेज गोपेश्वर में हुई तब तक खेल विभाग चमोली भी उनकी प्रतिभा पहचान चुका था उस दौर में जिला क्रीड़ा अधिकारी रोंतेला और कोच अनूप बिष्ट ने मानसी नेगी को यहां तक पंहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । अनूप बिष्ट का सहयोग तो अब तक बना ही रहता है। आवश्यकता है तंग आर्थिक स्थिति वाली ऐसी प्रतिभावान खिलाड़ी को सरकारी सेवाओं में लिया जाय और मुख्यमंत्री निधि से तत्काल पांच लाख रूपये उपलब्ध कराये ताकि मानसी ओलंपिक की तैयारी कर सके। तभी सरकार का बेटी पढाओ बेटी बचाओ अभियान भी सार्थकता होगा