वजीफा भी मार गई

 

हरीश मैखुरी

सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने में सरकारी मशीनरी कोई भी मौका चूकती नहीं है, हाल का मामला चमोली के विद्यालयों में अनुसूसित जाति और जनजाति की छात्रवृत्ति का है, इन छात्रों को सरकार ने अघ्ययन के लिए 3 साल पहले से जो छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई थी समाज कल्याण विभाग और स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से छात्र इस वजीफे से अब तक वंचित हैं।
ये है चमोली जिले का कर्णप्रयाग नगर पालिका विद्यालय गांधीनगर वार्ड, ये विद्यालय सिर्फ अनूसूसिच जाति के गरीब छात्रों के कारण चल रहा है। 34 छात्रों वाले इस विद्यालय में 30 बच्चे अनूसूचित जाति के और 4 बच्चे नेपाली मजदूरों के हैं। सरकार अनूसूचित जाति के बच्चों को करीब साढ़े तीन हजार रुपए साल के वजीफा देती है। सरकार ने ये वजीफा अवमुक्त भी कर दिया पंरतु शिक्षा विभाग और समाज कल्याण विभाग की लापरवाही के कारण इन बच्चों को पिछले तीन साल से वजीफा नहीं मिला है।
शिक्षा विभाग की दलीलें हैं कि इन छात्रों ने आज तक अपना आधार नंबर नहीं दिया जिसके कारण इनके खाते आधार लिंक नहीं हो सकते और यही कारण है कि इन बच्चों की वजीफा प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी।