न्याय व्यवस्था की भी जिम्मेदारी तय हो

हरीश मैखुरी

ऐसे बल्बे के लिए सरकारें 100% जिम्मेदार हैं उनकी लापरवाही है। परन्तु भीड़ तंत्र और न्यायालय भी जिम्मेदार हैं  एक आदमी ब्लातकारी है इतना तय करने में 15 साल क्यों लग जाते हैं? 10-12 साल पहले यही निर्णय आ जाता तो सरकार खट्ठर की होती? या किसी और की। सलमान खान ने जिस काले हिरन को गोली मारी वो गर अब तक जिन्दा बचा भी रहता और अपनी गवाही देने आता रहता तो अबतक खुद ही आत्म हत्या करने को चला जाता। फुटपाथ पर सोये लोगों के उपर सलमान ने गाड़ी चढाकर उनकी हत्या कर दी कितने साल लग गये सरेआम हुई बारदात में आरोप तय करने में? उपहार सिनेमा कांड और भोपाल गैस कांड तो देर से निर्णय के लिए बेशर्मी की हद ही हैं, देरी से निर्णय भी अन्याय क्यों न माने जांय ।बल्बे के लिए सरकारें 100% जिम्मेदार हैं उनकी लापरवाही है।

परन्तु भीड़ तंत्र और न्यायालय भी जिम्मेदार है एक आदमी ब्लातकारी है इतना तय करने में 15 साल क्यों लग जाते हैं? 10-12 साल पहले यही निर्णय आ जाता तो सरकार खट्ठर की होती? या किसी और की। सलमान खान ने जिस काले हिरन को गोली मारी वो गर अब तक जिन्दा बचा भी रहता और अपनी गवाही देने आता रहता तो अबतक खुद ही आत्म हत्या करने को चला जाता। फुटपाथ पर सोये लोगों के उपर सलमान ने गाड़ी चढाकर उनकी हत्या कर दी कितने साल लग गये सरेआम हुई बारदात में आरोप तय करने में? उपहार सिनेमा कांड और भोपाल गैस कांड तो देर से निर्णय के लिए बेशर्मी की हद ही हैं, देरी से निर्णय भी अन्याय क्यों न माने जांय ।