सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री एवं लोकनिर्माण मंत्री ने जनसामान्य की शिकायत सुनने के लिए किया पैच रिपोर्टिंग एप का लोकार्पण, शासन ने केदारनाथ और यमुनोत्री यात्रा मार्गों पर पशु क्रूरता का लिया संज्ञान बीमार और तंग पशुओं को मार्ग से हटाया गया, ९ लोगों पर पशु क्रूरता के अंतर्गत वाद पंजीकृत

 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को सचिवालय में ‘‘पैच रिपोर्टिंग एप’’ का शुभारम्भ किया। यह मोबाइल एप लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए बनाया गया है। इसके माध्यम से अब कोई भी व्यक्ति अपने आसपास सड़कों पर पाए जाने वाले गड्ढों की फोटो खींचकर पूरी जानकारी के साथ अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है। शिकायतकर्ता को ऐप के माध्यम से दर्ज शिकायत पर हुई कार्रवाई के विषय में भी चित्र सहित जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस एप के माध्यम से प्रदेश की सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त करने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि एप के माध्यम से शिकायतकर्ता द्वारा सड़क पर गड्ढ़े से संबंधित जो शिकायत की जायेगी, उसका समाधान एक सप्ताह के अन्दर ठीक कराया जाए, इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाय। उन्होंने कहा कि इस एप के माध्यम से सड़कों को पूर्णतया गड्ढा मुक्त बनाने में काफी मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के उच्चाधिकारी इसकी नियमित मॉनिटरिंग भी करें। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य की सड़कों को पूर्णतया गड्ढ़ा मुक्त बनाने के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों सख्त निर्देश दिये गये थे। लोक निर्माण विभाग द्वारा इस समस्या के समाधान के लिए पैच रिपोर्टिंग एप विकसित किया गया है।  

प्रदेश में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में सहयोग करने वाला यह मोबाइल एप लोक निर्माण विभाग द्वारा सुगम सुरक्षित यात्रा हेतु सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाए जाने और आमजन से परस्पर संवाद बनाये रखने के लिए विकसित किया गया है। इस एप के द्वारा गड्ढे वाले स्थान की लोकेशन की सूचना अक्षांश, देशांतर द्वारा स्वतः ही प्रदर्शित होगी। एप से प्राप्त सूचना के आधार पर लोक निर्माण विभाग त्वरित कार्रवाई कर कार्य का विवरण चित्र सहित संबंधित शिकायतकर्ता एवं उच्च अधिकारी को प्राप्त होगा। यह एप जनसामान्य द्वारा लोक निर्माण विभाग, उत्तराखंड के अधीन सड़कों पर स्थित पैच/ गड्डों के बारे में जानकारी प्रदान करने और विभाग द्वारा उनके त्वरित निराकरण किए जाने हेतु विकसित किया गया है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, श्री सुबोध उनियाल, डॉ. धन सिंह रावत, सचिव डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, अपर सचिव श्री विनीत कुमार एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

      श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के साथ किसी प्रकार से कोई पशु क्रूरता न हो तथा बीमार एवं कमजोर घोड़े-खच्चरों का संचालन यात्रा मार्ग में किसी भी दशा में न हो तथा घोड़े-खच्चरों को गरम पानी उपलब्ध कराने एवं उनकी निरंतर निगरानी करने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा इस संबंध में पूर्व में ही पशुपालन विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं तथा जिलाधिकारी द्वारा स्वयं इसकी माॅनीटरिंग की जा रही है।

       मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत ने अवगत कराया है कि जिलाधिकारी के निर्देशन में यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के साथ किसी प्रकार से कोई पशु क्रूरता न हो उसकी निगरानी के लिए 30 सदस्यीय म्यूल टास्क फोर्स तैनात की गई है तथा घोड़े-खच्चरों की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से श्री केदारनाथ घोड़ा-पड़ाव, लिनचोली, गौरीकुंड व सोनप्रयाग में स्थापित अस्थाई पशु चिकित्सालयों में तैनात पशु चिकित्सकों के द्वारा 24 घंटे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि 16 मई, 2023 तक कुल 801 पशुओं को उपचार प्रदान किया जा चुका है तथा 4577 पशुओं के स्वास्थ्य की जांच की गई जिनमें 194 पशुओं को यात्रा हेतु अयोग्य मानते हुए यात्रा से हटाया गया है। 17 मई, 2023 तक कुल 09 पशु मालिकों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों को गरम पानी पिलाए जाने हेतु गीजरयुक्त पानी की चरियां अवस्थापित की गई हैं जिनका संचालन एमटीएफ (म्यूल टास्क फोर्स) द्वारा किया जा रहा है।