फैक्ट्री से आयेंगे जेनेटिकली मोडिफाइड कस्टमाइज बच्चे, प्राकृतिक मानव सभ्यता का अंत निकट!

फैक्ट्री से आयेंगे जेनेटिकली मोडिफाइड कस्टमाइज बच्चे…
सोचिए कितना बड़ा खतरा मानव सभ्यता में संभव हो चुका है…

एक ओर जहां लोगो को 💉 नपुंसक बनाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर तथाकथित नारीवादी स्त्रियों को फिगर बनाने के कारण, प्रसव पीड़ा से बचने हेतु बच्चे भी बोझ लगने लगे है, मॉडर्निटी में स्त्री हो या पुरुष बच्चों को पैदा करना उनके आनंद में बाधक है, भारतीय संस्कृति और परिवार में रीति संस्कारो का बोझ तो उन्हें ना जाने कबसे सताता और पाखंड लगता है, डिजाइनर दुनिया में डिजाइनर कपड़ो, सामानों के बाद मन पसंद विचार और गुण अवगुण वाले डिज़ाइनर बच्चों की चाहत उन्हें ऐसे फैक्ट्री से सहज ही मिल जायेगी जो दुनिया का सबसे बडा ब्लंडर होगा ना केवल भारतीय सनातन संस्कृति पर अपितु मानवीय सभ्यता पर भी।

विवाह संस्कार की आवश्यकता अब लिवइन की दुनियां का आनंद ही अलग होगा जहां बच्चो की कोई बाध्यता तो है ही नही और कोख में 3-5 किलो का बोझ से भी मुक्ति है। जिस प्रकार अपने मन पसंद का कुत्ता पालने का शौक हो जाता है , किसी भी नस्ल का या उसके गुण के अनुसार ठीक उसी तरह कभी मन हो गया तो एक बच्चा खरीद पाएंगे जो फैक्ट्री की कोख से पैदा होगा और गोत्र का तो नही लेकिन GM तकनीक व्यवस्था होगी । 5 – 10 भी मर गए तो क्या फर्क पड़ेगा फैक्ट्री से दुसरा पीस मंगा लेंगे। मनुष्य की यह संवेदनशील मानवीय दुख और लगाव जैसी कमजोरी को भी दूर करने का कितना बढ़िया उपाय है।

सोचिए विज्ञान, विकास और तकनीक के नाम पर विनाश और विकृति को ही लाया जा रहा है जिसके द्वारा मानवीय बीजों और शुक्राणो को धरती से उसी तरह मिटा दिया जायेगा जैसे आज कृषि के देशी बीजों को लगभग समाप्त कर दिया गया है। कल्पना कीजिए कि जीएम की यह मानवीय फसल को काटने वाले फैक्ट्री की कोख से रोगरोधी, आकर्षक सुंदर, चिन्हित गुण, चिन्हित आदते वाले बच्चों के नाम पर परिष्कृत शुद्ध संयमित कस्टमाइज उत्पाद वाला AI ब्रेन वाला जीएम मानव के झूठे असफल लुभावने विकृत तकनीक के नाम पर एक जीएम मानव की जो जाति प्रकार होगी वो प्राकृतिक मानवों की महान विरासत को समाप्त कर रोबोटिक्स की दुनिया से अपना भविष्य निर्धारित करेगी…
NWO में इस वैज्ञानिक विकृति और महाविनाश से बचने हेतु इस व्यवस्था और कृत्रिम गर्भ सुविधा का सभी मानवजाति ने बहिष्कार करना चाहिए और इस पर रोक ही नही अपितु ऐसे वैज्ञानिकों को निर्मूल कर देना आवश्यक है क्यूंकि एक भी ऐसा बच्चा धरती, प्रकृति और मानवता के लिए विनाशकारी है । अन्यथा मॉडर्न कामी वामी आलसी और वासना में डूबा स्वार्थी मानव अपने हाथो अपनी जड़ काट लेगा..

✍️ – विकास पाटनी