उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से कहा आज का भारत 1962 गरीबी अभाव से लड़ता हुआ भारत नहीं आज का भारत दुश्मनों को धूल चटाने वाला महाशक्ति बन गया है

✍️हरीश मैखुरी

कारगिल विजय दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने शोशल मीडिया पेज पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को संबोधित करते हुए कहा है कि 
“राजनाथ सिंह जी आज का भारत, 1962 का भारत नहीं है। गरीबी अभाव से लड़ता हुआ भारत। आज एक आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर भारत है। यह वह भारत है जिसने 1965, 1971 में पाकिस्तान का मानमर्दन किया है, जिसने कारगिल की पहाड़ियों से पाकिस्तान को भगाकर एक इतिहास रचा है। यह वह भारत है जिसने चीन को भी अरुणाचल में घुसपैठ करते हुए मुंह की खानी पड़ी थी। आप आगे बढ़ें, सारा देश साथ खड़ा है। मगर चीन के कब्जे से पुरानी जमीन को वापस लेना तो एक तरफ रहा, जो 1000 वर्ग किलोमीटर हमारी जमीन पर अभी-अभी चीन ने कब्जा किया है, वह कैसे वापस मिलेगी, यह तो बताइए!

हलाांकि हरीश रावत की इस पोस्ट पर अधिकांश लोगों ने कहा कि नेहरू के जमाने में जो अक्साई चीन मुफ्त में चीन को भेंट किया गया उस पर क्या कहेंगे और जो सोनिया युग में चीन बार्डर पर निहत्थे सेनिकों को भेजने का कायरतापूर्ण समझौता किया गया जिसकी परिणति गलवान जैसी घटनाओं के रूप में सामने आयी उस पर भी कुछ कहें आदि प्रतिक्रिया आयी है। 

         लेकिन वास्तव में देखा जाय तो से हमने बोफोर्स तोपें खरीदी थी. अपने समय में इन तोपों ने घोटाले आदि के रूप में भी चर्चा में रही फिर भी आप सब को तो याद ही होगा कि कारगिल युद्ध जीतने में इन तोपों का बड़ा योगदान था। 

अब इन तोपों को बनाने वाला स्वीडन भारत से इन तोपों में इस्तेमाल होने वाला 40 MM एंटी एयरक्राफ्ट बंब जिसका नाम नमो बम है उसका इंपोर्ट कर रहा है इस तरह के 40000 बम भारत के जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री ने स्वीडन को एक्सपोर्ट किए हैं। 
वह दिन दूर नहीं जब भारत बोफोर्स तोपों से भी बढ़िया तोपे पूरे विश्व को सप्लाई करने की पोजीशन में आ जाएगा क्योंकि भारत का कल्याणी ग्रुप बोफोर्स से भी बढ़िया तोपे बना चुका है जिसे उन्होंने भारतीय मिलिट्री को ऑफर भी किया है। 

भाई ऐसा क्या हुआ कि 65 सालों से इंपोर्ट कर रहा देश अचानक से पांच 7 वर्षों में एक्सपोर्ट करने लग गया बस इसी को नमो इफेक्ट कहते हैं। अभी कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अब युद्ध के तरीके और वैपन बदल रहे हैं। हम भी दुश्मन की कल्पना से भी अधिक आगे अपने सैनिकों को सुदृढ़ और सुसज्जित कर रहे हैं।